जब 2 लोग एक दूसरे को पसंद करते हैं तो उन्हें साथ रहना अच्छा लगता है और वे चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा वक्त साथ बिताएं, वे हमेशा एकदूसरे से कनैक्ट रहना चाहते हैं. इस के लिए वे मिलते हैं, साथ वक्त बिताते हैं, घूमते फिरते हैं, मौजमस्ती करते हैं और जब उन्हें लगता है कि उन के बीच में कनैक्शन है तो वे आपसी सहमति से रिलेशनशिप में आने का फैसला लेते हैं. रिलेशनशिप में आने के बाद कुछ टाइम बहुत अच्छा बीतता है, लेकिन फिर कभीकभी कुछ पाइंट पर आ कर उन के बीच मनमुटाव या लड़ाई झगड़ा होने लगता है. इस सब से बचने के लिए उन्हें अपने पार्टनर से बात कर के अपनी रिलेशनशिप पर वर्क करना चाहिए.
कहते हैं एक अच्छी रिलेशनशिप वही है जिस में आप को जीने की पूरी आजादी हो, जहां आप को कभी छोटा न महसूस कराया जाए, जहां आप की जाति और धर्म को जज न किया जाए, जहां प्यार और विश्वास की कमी न हो, जहां कोई झिझक, कोई डर न हो, केवल वहीं एक मजबूत रिश्ता पनप सकता है.
नोएडा की एमएनसी में जौब करने वाली 34 वर्षीय शिखा डोगरा कहती है कि पार्टनर्स को चाहिए कि वे एकदूसरे को समझें, सभी मामलों में अपने पार्टनर की जिम्मेदारी लें, उस के सुख-दुख में खड़े रहें, अपने पार्टनर की कमजोरियों और खूबियों को अपनाएं, हमेशा पार्टनर की रिस्पैक्ट करें, पार्टनर के लिए गलत शब्दों का यूज न करें, पार्टनर से ज्यादा ऐक्सपैक्टेशन न रखें, अपने पार्टनर को क्रिटीसाइज न करें, वयस्कों की तरह व्यवहार करें और किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले अपने पार्टनर की बात जरूर सुनें.