शादी की सही उम्र क्या हो? यह ऐसा मुद्दा है जिस में देश के साथ ही दुनिया के तमाम मुल्कों में लड़के और लड़कियों की शादी की कानूनी उम्र अलगअलग है. वैसे हमारे देश में लड़के की शादी की उम्र 21 वर्ष और लड़की की 18 वर्ष रखी गई है. देश में आज भी ज्यादातर लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं. देश में पहले बालविवाह का काफी चलन था, लेकिन लोगों में जागरूकता आने से अब बालविवाह में कमी आई है.
समाज में कुछ लोगों की शादी अधेड़ उम्र में होती है. इस का एक कारण यह भी है कि लड़का पढ़ाई के बाद अपने पैरों पर खड़ा हो जाए. आज के आधुनिक दौर में लड़कियां उच्चशिक्षा हासिल करने के लिए गांवों और छोटे शहरों से जा कर देश के बड़े संस्थानों में पढ़ाई कर अपना भविष्य बना रही हैं.
यही कारण है कि अब पढ़ेलिखे ज्यादातर लोग 25 साल की उम्र के बाद ही शादी के बंधन में बंध रहे हैं. इस का सब से अहम पहलू अपने भविष्य को ले कर सुरक्षा का है. शिक्षा ने समाज में जागरूकता का काम किया और नतीजा यह निकला कि लड़का और लड़की में फर्क किया जाना कम होने लगा. अब लड़कियां भी पढ़ कर नौकरी कर रही हैं. वे अच्छी तरह सैटल हो रही हैं और जीवनसाथी चुनने में जल्दबाजी नहीं कर रही हैं. इस वजह से भी शादी की उम्र में असर देखने को मिल रहा है.
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लड़के और लड़की के बीच आमतौर पर 3 से 5 साल का अंतर हो तो उस जोड़ी को अच्छा माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि कम उम्र की लड़की बेहतर होती है, लेकिन अब जमाना बदल रहा है और उसी के साथ मान्यताएं व सोच भी. आज उम्र कोई बहुत बड़ा मसला नहीं रह गया है. आजकल तो कई पत्नियां अपने पति से उम्र में कई साल बड़ी भी हैं. बौलीवुड के स्टार शाहिद कपूर और मीरा राजपूत की शादी भी इसी तरह का एक उदाहरण है. उन के बीच 13 साल का अंतर है. जानेमाने अभिनेता सैफ अली खान ने अमृता सिंह और आमिर खान ने रीना से शादी की. दोनों जोडि़यों में उम्र का काफी फासला था. मशहूर मौडल व ऐक्टर मिलिंद सोमन ने भी 52 साल की उम्र में खुद से 25 साल छोटी गर्लफ्रैंड अंकिता कोंवर को विवाह के लिए चुना है.
इसी तरह, ज्यादा उम्र में शादी के जहां अनेक फायदे हैं तो वहीं कई नुकसान भी हैं. दुनिया के कई देशों में शादी की औसत आयु अलगअलग है. हमारे देश में शादी की औसत आयु
26 वर्ष है. सरकार ने बालविवाह रोकने के लिए कानून के साथ ही लोगों में शिक्षा का प्रसार कर के जागरूक करने का काम किया है. पहले मांबाप अपने बच्चों की कम उम्र में शादी कर के मुक्ति पा लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. समाज में लड़के के साथ लड़कियों को ले कर नजरिया बदला है और इस का सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है.
फायदे
बड़ी उम्र में शादी करना एक समझदारी भरा फैसला होता है. इस के कई फायदे हैं जिन का असर आप के वैवाहिक जीवन पर पड़ता है.
– उम्रदराज पुरुष के साथ शादी करने का सब से बड़ा फायदा यह होता है कि लड़की को अपने शौक पूरे करने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता, क्योंकि ऐसे लोग जौब में होते हैं. उस के पति का कैरियर सैट होता है और उसे नौकरी के चक्कर में इधरउधर भागना नहीं होता. ऐसे में लड़की आराम की जिंदगी बिता सकती है. हर लड़की को ऐसी ही ससुराल की ख्वाहिश रहती है जहां उसे आर्थिक रूप से परेशानी का सामना न करना पड़े.
– ज्यादा उम्र में शादी करने का दूसरा फायदा यह होता है कि ऐेसे लोग कम उम्र के लोगों के मुकाबले ज्यादा समझदार होते हैं. किसी भी बात को गहराई से समझ कर फैसला करते हैं और सहनशील भी होते हैं. इस से यह फायदा होता है कि वैवाहिक जीवन सफल होेने के साथ ही खुशहाल भी होता है. पतिपत्नी में अकसर किसी न किसी बात पर तकरार हो जाती है, ऐसे में अगर सोचसमझ कर फैसला न लिया जाए तो जिंदगी दुश्वार हो जाती है.
– उम्रदराज होने का फायदा यह भी होता है कि अनुभवी होने के नाते आप के पार्टनर को सैक्सलाइफ में आने वाली परेशानियों का ज्ञान होता है, जिस से कई बातों का घर बैठे समाधान पाया जा सकता है.
– अधिक उम्र में शादी करने से दोनों के बीच अपनी पसंद को थोपने की मंशा नहीं रहती, बल्कि एकदूसरे की पसंद को समझ कर रिश्ते बेहतर बनाने की कोशिश होती है.
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नुकसान
हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं, एक पहलू वह होता है जिस में आप को फायदा नजर आता है और दूसरा पहलू यह है कि आप को किसी न किसी रूप में नुकसान उठाना पड़ सकता है. कुछ ऐसा ही अधिक उम्र में शादी को ले कर है.
– अधिक उम्र में शादी करने का पहला नुकसान यह होता है कि आप अपने पार्टनर को समय कम दे पाते हैं, जिस वजह से एकदूसरे को समझने में जिंदगी गुजर जाती है. ऐसा होने से आप के वैवाहिक जीवन पर बुरा असर पड़ता है.
– अधिक उम्र की वजह से पति और पत्नी दोनों ही मैच्योर होते हैं, इसलिए विवाद होने पर समझने की कोशिश कम करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वही सही हैं. कोई भी अपनी बात से पीछे नहीं हटना चाहता और बात तूल पकड़ लेती है जिस का रिश्ते पर नकारात्मक असर होता है.
– हर पतिपत्नी की दिली ख्वाहिश होती है कि शादी के बाद जल्द से जल्द मांबाप बनने का सुख मिल जाए. अनेक शोधों से यह साबित हो चुका है कि ज्यादा उम्र में शादी करने से बच्चे होने की उम्मीद कम रहती है. 35 से 40 वर्ष की उम्र में गर्भधारण करना वास्तव में एक समस्या है क्योंकि इस उम्र में बांझपन की आशंका 15 से 32 फीसदी तक बढ़ जाती है और महिलाओं के गर्भवती होने के अवसर केवल 33 फीसदी तक रह जाते हैं, जबकि 35 से कम उम्र में यह अवसर 50 फीसदी होते हैं.
– ज्यादा उम्र में शादी करने से वैवाहिक जीवन पर सब से बुरा प्रभाव यह पड़ता है कि सैक्स की ख्वाहिश में कमी होने लगती है, जिस वजह से पतिपत्नी के बीच इन बातों को ले कर काफी तनातनी रहती है.