कहते हैं हर रिश्ते की अहमियत उस से दूर हो कर ही पता चलती है और यह भी सही है कि उस की हकीकत भी दूरी से ही सामने आती है. कुछ ऐसा ही तो हुआ था नीतू के साथ. नीतू और आकाश एकदूसरे से सीए की कोचिंग क्लास में मिले थे.
घर से आधे घंटे की दूरी पर कोचिंग क्लास थी जहां जाने का नीतू का कभी मन नहीं करता था लेकिन जब से वह आकाश से मिली थी तब से तो कोचिंग क्लास ही उस की फेवरेट क्लास हो गई थी.
नीतू और आकाश दोनों ने ही अपनी ग्रैजुएशन खत्म कर ली थी. वे जब मिले तो पहले दोस्ती हुई आपस में और फिर प्यार. आकाश नीतू के लिए तारीफों की झडि़यां लगा देता और नीतू चहक उठती.
वे दोनों अकसर घूमने जाया करते और रिलेशनशिप के तीसरे महीने में ही दोनों के बीच सैक्स भी होने लगा था. दिल्ली में जब कोरोना वायरस का कहर बरपा तो कोचिंग क्लास सब से पहले बंद हुई. फिर भी नीतू कभीकभी आकाश से मिलने निकल जाया करती. लेकिन, रविवार के जनता कर्फ्यू के बाद जब 21 दिन का लौकडाउन लगा तो उन का मिलना भी बंद हो गया. लौकडाउन के दूसरे और तीसरे दिन तक तो नीतूआकाश दिनभर एकदूसरे के साथ बातें किया करते पर फिर इन बातों से भी बोर होने लगे.
नीतू आकाश से शिकायत करने लगी कि वह उस से प्यार नहीं करता जिस पर आकाश उस से झगड़ा करने लगता और कहता कि वह हर बात का बतंगड़ बनाती है. नीतू ने आकाश को कई दूसरी लड़कियों की फोटो पर कमैंट करते हुए भी देखा जिस से वह चिढ़ जाती लेकिन आकाश से सवाल करने में भी डरती. आकाश को मैसेज करने पर वह कभी 2 तो कभी 3 घंटे बाद मैसेज का रिप्लाई करता जिस से नीतू को समझ आ गया कि आकाश को उस से बातें करने में कोई इंट्रैस्ट नहीं.