शादी एक ऐसा पवित्र बंधन हैं जिसके जरिए दो अजनबी एक दूसरे के साथ ऐसे अटूट रिश्ते में बंध जाते हैं जिसमे एक दूसरे की खुशी,अपनी खुशी बन जाती है और दुख दर्द अपने गम बन जाते हैं .यह दोनों पार्टनर्स के लिए एक नए जीवन की शुरुआत होती है. कामयाब शादी का एक मूल मंत्र हैं कि यदि पति की आदतों में पत्नी अपनी खुशी और पत्नी की आदतों में पति अपनी खुशी खोज ले तो जीवन खुशनुमा हो जाता है. शादी ब्याह का बंधन एक विश्वास के धागे पर टिका होता है और जिस रिश्ते  में एक दूसरे के प्रति केयर  और रिस्पांसिबिलिटी का भाव होता है उस रिश्ते में हमेशा प्यार बना रहता है ऐसा रिश्ता एक सम्पूर्ण व कामयाब रिश्ते कि पहचान बन जाता है और जिस रिश्ते में बात बात पर ईगो आने लगता है रेस्पेक्ट व बराबरी का भाव खत्म होने लगता है तो वह रिश्ता टिक नहीं पाता. इसीलिए रहीम जी ने अपने दोहे में लिखा हैं ‘रहीमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाय टूटे तो फिर ना जुड़े जुड़े गांठ पड़ जाए ‘ तो जरूरी है कि छोटीमोटी बातों को राई का पहाड़ ना बनाएं व एक दूसरे के  प्रति प्रेम व विश्वास बनाए रखें.

एक दूसरे की रिस्पेक्ट है जरूरी 

किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए एक दूसरे के प्रति बराबरी, शेयर एंड केयर का  भाव होना अति आवश्यक है यह पति पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए रामबाण का कार्य करता है यदि आपका पार्टनर आपसे किसी भी क्षेत्र में कम है तो उसे कभी भी निचा ना दिखाएं बल्कि उसकी अच्छाईयों को तब्बजो दें , और उसको एहसास दिलाएं कि वह आपके जीवन में कितना जरूरी है और वो जैसा भी हैं वैसा ही आपके लिए खास है.

 मुसीबत में ना छोड़े साथ

मुश्किल समय में भी आप अपने पार्टनर को दोष न देकर उसके साथ खड़े होते हैं तो आप एक आदर्श पार्टनर कहलाते हैं जब भी कभी आपके पार्टनर पर कोई विपदा आए तो उसका साथ ना छोड़े बल्कि उसकी ढाल बनकर उसका हौसला बढ़ाएं क्योंकि मुसीबत कितनी भी बड़ी क्यों ना हो लेकिन यदि आपका पार्टनर साथ है तो आप हर मुसीबत का सामना आसानी से कर सकते हैं. और इससे आपकी लव बौन्डिंग मजबूत होती है.

 उसकी खूबियों को आंके

आप अपने पार्टनर के बाहरी रंगरूप को ध्यान न देते हुए उसकी आंतरिक सुंदरता से प्रेम करें. हमेशा ध्यान रखें कि यदि आप अपने पार्टनर कि खामियों पर ही फोकस करते रहते हैं तो यह एक बड़े टकराव कि वजह बन सकती हैं लेकिन यदि आप उसकी कमियों पर कम बल्कि खूबियों पर फोकस ज्यादा करते हैं तो वह खुद ही अपने अंदर कि कमियों को खूबियों में बदलने कि कोशिश करता है इसीलिए खूबियों का आकलन आपके रिश्ते को मजबूती देता है जब भी आपको लगे कि आपका रिश्ता कमजोर पड़ने लगा है तो अपने पार्टनर कि खूबियों पर अधिक से अधिक ध्यान दें आपके गिले शिकवे अपने आप कम होने लगेंगे.

पार्टनर की इच्छाओं को दें महत्व

अपनी इच्छा अपने पार्टनर पर बिलकुल भी थोपने की कोशिश ना करें पति-पत्नी को चाहिए कि वो एक दूसरे की इच्छाओं की हमेशा कद्र करें. अगर आप कोई भी काम करने जा रहें है तो अपने पार्टनर की सलाह जरूर लें. और हमेशा अपने पार्टनर कि इच्छाओं को भी समझने कि कोशिश करें.

तुलना ना करें

यह हर रिश्ते में जरूरी हैं कि अपने रिश्ते में किसी और की तुलना को बीच में ना आने दे. कई लोग ऐसे होते हैं कि अपने करीबियों के रिश्तो कि तुलना करते रहते हैं जो कि सबसे गलत है. इस बात को समझें कि आप दोनों का जो रिश्ता हैं वह सबसे बेहतर है और हमेशा रहेगा.

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