प्यार में होना सबसे अच्छी भावनाओं में से एक है .प्यार वो है जो जीवन को सुंदर बनाता है और आपको हर दिन मुस्कुराने का एक कारण देता है. जब आप किसी विशेष व्यक्ति के लिए अपने दिल में भावनाएं रखते हैं, तो उस व्यक्ति को यह बताना जरूरी है कि आप उसके बारे में कैसा महसूस करते हैं.और propose day से बेहतर कोई दिन नहीं हो सकता है .इस दिन आप अपनी भावनाओं को अपने दिल से उस व्यक्ति तक पहुंचाए जो आपकी ख़ुशी और प्यारी मुस्कान के पीछे का कारण हैं.
valentine week का second day, propose day कहलाता है .ये 8 February को आता है.इस दिन lovers एक दूसरे को अपने-अपने अंदाज़ में propose करते हैं.
वैसे तो rose day के दिन rose का ले लिया जाना ही इस बात को दिखाता है की प्रेमी और प्रेमिका एक दूसरे के लिए प्यार की भावना रखते हैं.तभी propose day के दिन एक दूसरे को propose किया जाता है और उस दिन से प्यार के पन्नो का जुड़ना start हो जाता है.
प्यार करना आसान है ,propose करना मुश्किल ,यानी दिल में छुपी बात को जुबान पर लाकर अपने प्यार का इज़हार करने का दिन है propose day. लेकिन ये काम उतना आसान भी नहीं है.मन का जोर लगता है,शब्दों का जोर लगता है और भी बहुत कुछ.
“रितेश बचपन से दिव्या हो बहुत चाहता था पर बोलने से डरता था ,शायद दिव्या भी रितेश को पसंद करती थी पर वो भी अपने प्यार का इज़हार करने से डरती थी.दिव्या का भाई रितेश का दोस्त था .दोस्त क्या सोचेगा ,ये सोच-सोच कर वो कभी भी हिम्मत नहीं कर पाया.कितनी बार दो नज़रें तो एक हुई पर दो दिल एक न हो पाए.दिव्या की शादी हो गयी और रितेश को उसकी शादी में खाना serve करना पड़ा अपने टूटे हुए दिल के साथ........”