अगर आपका ऑफिस में कोई दोस्त है तो वह आपका ऑफिस में काम में हाथ बंटाने में और आपके हौसले को बुलंद करने में बहुत मदद करता होगा. लेकिन इस ऑफिस वाली दोस्ती के काफी ज्यादा नुकसान भी हो सकते हैं. अगर आप इस दोस्ती में इमोशनल रूप से शामिल हो जाते हैं तो क्या होगा और अगर आप का वह दोस्त आपको काम करने के दौरान परेशान करता है या आप उसकी वजह से काम नहीं कर पाती हैं तो क्या करें? क्या आप जानती हैं इस प्रकार की दोस्ती में भी आपको एक रेखा बनानी होती है और इस रेखा को अगर आप पार करेंगी तो उसमें आपका ही नुकसान होगा.
एक्सपर्ट्स का इस बारे में क्या कहना है?
अगर आप किसी जगह काम कर रही हैं तो वहां पर सभी लोगों के साथ दोस्ताना भाव रखना और उनके साथ इंटरेक्ट करना एक अच्छी बात होती है. लेकिन आप शायद यह नहीं चाहती होंगी कि आपके जज्बातों का कोई फायदा उठा ले या उन्हें फालतू में प्रयोग किया जाए. आपको काम करते हुए किसी से इतना इमोशनल रूप से अटैच भी नहीं होना चाहिए कि इससे आपका काम करने का मन ही न करे और आपकी प्रोडक्टिविटी पर फर्क पड़े. ऑफिस में दोस्त बनाना अच्छी बात होती है लेकिन अगर आप उनके काम में या वह आपके काम में ज्यादा हस्तक्षेप कर रहे हैं या आप पर या आप किसी अन्य पर एक बोझ की तरह ट्रीट हो रही हैं तो यह मानसिक रूप से थोड़ा परेशानी देने वाला हो सकता है.