हमारे सभी रिश्तों में प्यार और स्नेह होता है लेकिन जहां प्यार होता है वहा मतभेद भी हो सकता है. हमारे साथी के साथ हमारी बहस हो जाती है दोनों अपने विचार रखते हैं.और हमारा साथी हर बार अपनी बात पर विजय पाने में सफल हो जाता है.लेकिन हर बार अपने साथी को विचार पर विजय पाना आपके दिल मे शक पैदा कर देता है. जिस से आपको अपने खुद के विचारों पर संदेह हो जाता है.
1. आपने अपनी गलती स्वीकार की है
जब आपकी गलती होती है और आप स्वीकार कर लेते हैं तो ये बहुत अच्छी बात है ये विनम्रता की निशानी है. लेकिन आपकी गलती नही होती है और आप बहस से बचने के लिए हर बार उस गलती को स्वीकार कर लेते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है .क्योंकि कभी कभी जब आपकी गलती नही होगी तो भी आपको ही गलत बताया जाएगा. इसलिए बिना गलती के अपनी गलती स्वीकार नही करे.
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2. आप सिर्फ जीतना चाहते हैं
अगर आप अपने साथी के साथ हमेशा बहस करके जीतना चाहते हैं और अपने साथी को गलत साबित करना चाहते हैं तो यह आपके रिश्ते के लिए हानिकारक हो सकता है. अगर आपके रिश्ते में कोई भी दिक्कत है तो आप अपने साथी को गलत साबित करने की जगह उस बात को सुलझाने की कोशिश करें. इस से आपके रिश्ते में प्यार बना रहता है.
3. आप अपनी गलतियों को टालना चाहते हैं
यदि आप अपनी साथी की गलती पर गलती गिनवाए जाते हैं और आप अपनी गलती को स्वीकार नही करते हैं तो ये आपकी सबसे बड़ी भूल है. ऐसा करने से आपकी समस्याएं बढ़ सकतीं हैं और आपके रिश्ते में दरार पैदा हो सकती है. इसलिए आपको ऐसा नही करना चाहिए.