बड़ी बहन की शादी का मौका हो तो घर में खुशी का माहौल होता ही है. ऐसे में फुल ऐंजौय करने का मौका भी मिलता है, लेकिन अगर हम सिर्फ ऐंजौय करने के चक्कर में सारी जिम्मेदारियों को पेरैंट्स के सिर पर डाल कर खुद फ्री हो जाएं तो यह ठीक नहीं है, क्योंकि इस से जहां उन का स्ट्रैस बढ़ेगा वहीं अकेले होने के कारण वे चीजों को ज्यादा अच्छी तरह से हैंडिल नहीं कर पाएंगे और कोईर् न कोई गलती कर ही जाएंगे, जिस से सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. ऐसे में घर में छोटे होने के बावजूद आप की जिम्मेदारी बनती है कि अपने पेरैंट्स के साथ हाथ बंटाएं ताकि इस बेहतरीन माहौल का सभी मजा ले पाएं औैर किसी को शिकायत का मौका भी न मिले.

आप निम्न चीजों में अपना रोल अदा कर सकते हैं :

शौपिंग में करें हैल्प

चाहे रिश्तेदारों के देनेलेने के कपड़े हों या फिर खुद बहन के लिए शौपिंग करनी हो, आप पेरैंट्स के इस काम को हलका कर सकते हैं, जैसे अगर पापा किसी काम में बिजी हैं और वे मार्केट जाने के लिए समय नहीं निकाल पा रहे है, तो आप मम्मी व बहन को शौपिंग कराने के लिए ले जाएं ताकि पापा भी अपना काम कर लें और शौपिंग का काम भी निबट सके.

सामान की पैकिंग का जिम्मा लें खुद पर

मैरिज में दिया जाने वाला सामान तो खरीद लिया है, लेकिन अब उसे पैक करने की जिम्मेदारी भी है. बाहर से पैकिंग करवाना काफी महंगा पड़ता है. इसलिए अगर आप सब भाईबहन मिल कर इस काम को कर लें तो न केवल यह काम आसानी से होगा बल्कि सस्ता भी पड़ेगा.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
  • 2000+ फूड रेसिपीज
  • 6000+ कहानियां
  • 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
 
गृहशोभा इवेंट्स में इन्विटेशन

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें

गृहशोभा सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
  • 2000+ फूड रेसिपीज
  • 6000+ कहानियां
  • 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
  • 24 प्रिंट मैगजीन
गृहशोभा इवेंट्स में इन्विटेशन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...