तकनीक ने किचन में आपकी मदद के लिए मददगार दोस्तों की लम्बी फेहरिस्त बना डाली है. हम यहां बात कर रहे हैं किचन अप्लाइअन्सेस की. जो न सिर्फ आपके काम को आसान बनाते हैं बल्कि समय की भी बचत करते हैं. लेकिन जाने-अनजाने हम उनकी देखभाल, रख-रखाव में कुछ गलतियां कर जाते हैं. जिनका परिणाम किसी की लाइफ को कम कर जाता है तो कोई किटाणुओं को दवात दे जाता है.
बर्नर: साबुन से साफ
क्या आप भी गैस बर्नर को साबुन से साफ करती हैं? अगर हां, तो आज से इससे तौबा कर लीजिए. साबुन, खाने के कण और वहां मौजूद मैल चूल्हे के लाइटिंग होल्स पर जम जाते हैं और गैस जलने में परेशानी होने लग जाती है. गैस के चूल्हे और बर्नर को साफ करने के लिए गीले कपड़े का प्रयोग करें.
माइक्रोवेव: साफ नहीं करते
माइक्रोवेव, ओटीजी और गैस ओवन सफाई मांगता है. खासतौर पर तब जब आप उसमें खाना पका रहे हो क्यंूकि उसमें छीटें आ जाते हैं. तेल और खाने के कण माइक्रोवव की आतंरिक सतह पर फैल जाते हैं. जिनकी समय-समय पर सफाई न होने से माइक्रोवेव की कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. जमी गंदगी इसकी हीटिंग क्वाल को भी नुकसान पहुंचाती है. जरूरी हो जाता है कि खाना पकाने के बाद पानी में डिशवाश या वैनेगर मिलकार मुलायम कपड़े या स्पज से माइक्रोवेव की आंतरिक सतहों को साफ कर लें.
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फ्रिज: कर देते हैं ओवरलोड
दिन खत्म होते-होते फ्रिज और फ्रीजर खचाखच भर जाते हैं. पर, क्या आपको यह मालूम है कि जब-जब आप ऐसा करते हैं तो हवा के प्रवाह को बाधित करते हैं. ऐसा इसलिए क्यूंकि आपके फ्रिज में कूलिंग के लिए ज्यादा चीजें हैं. ऐसा करना कंडेन्सर पर भार को बढ़ाता है जो आगे चलकर उसके खराब होने का कारण बन सकता है. अब कहेंगे कि खाली फ्रिज से बेहतर है भरा फ्रिज लेकिन, यह आपको फ्रिज बुरी तहर भर देने की इजाजत नहीं देता. बेहतर यही रहेगा कि समय-समय पर अपने फ्रिज में छटनी करते रहिए.
माइक्रोवेव: ओवन का दरवाज़ा बार बार खोलना
खाना कही जल न जाये इस चिंता में आप कई बार माइक्रोवेव का दरवाज़ा खोल कर देखती है तो इस आदत को बदल डालिये. ऐसा करने से भोजन को पकने के लिए जिस तापमान की ज़रुरत पड़ती है वो उसे नहीं मिल पाता क्योंकि गरमाहट बहार निकल जाती है. इतना ही नहीं ऐसा करना आपके भोजन को पूरी तरह से सामान्य रूप से पकने में भी बाधा डालता है.