भारत कई पर्यटक आकर्षणों के साथ, कई आश्चर्यजनक व खूबसूरत वास्तुकला की इमारतें भी हैं. भारत की इन्हीं प्रसिद्ध वास्तुकला की रचनाओं में से कुछ का निर्माण ब्रिटिश औपनिवेशिक युग में हुआ था.
चलिए आज हम ऐसे ही कुछ प्रसिद्ध प्रमुख ब्रिटिश वास्तुकला की रचनाओं की सैर पर चलते हैं, जिनका निर्माण भारत की आजादी से पहले के समय के दौरान हुआ था.
इंडिया गेट
अखिल भारतीय युद्ध स्मारक आर्क, जिसे इंडिया गेट के नाम से जाता है, अंग्रेजों द्वारा बनाये गए प्रमुख स्मारकों में से एक है. इस प्रसिद्द रचना का डिज़ाइन, प्रसिद्द अंग्रेज आर्किटेक्ट एडवर्ड लुटयंस द्वारा तैयार किया गया था व सन् 1931 में बन कर यह तैयार हो गया था. दिल्ली का यह स्मृति चिन्ह उन 70,000 भारतीय व अंग्रेजी सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अपनी जान गंवाई.
संसद भवन
दिल्ली में स्थापित संसद भवन, एडवर्ड लुटयंस द्वारा ही डिजाइन की गयी अन्य रचना है. इसे उन्होंने हर्बर्ट बेकर के साथ मिलकर तैयार किया. संसद भवन, भारत का सर्वोच्च विधायी निकाय है.
राष्ट्रपति भवन
दिल्ली में स्थापित राष्ट्रपति भवन, ब्रिटिश वाइसराय का तत्कालीन निवास स्थल हुआ करता था. इसकी संरचना भी ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडवर्ड लुटयंस ने की थी.
गेटवे ऑफ इंडिया
गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई भारत की अन्य राजसी रचना है, जिसका उद्घाटन सन् 1911 में पांचवे राजा जॉर्ज के भारत आगमन पर स्मरण के रूप में किया गया था. यह मुम्बई के सबसे महत्वपूर्ण व प्रसिद्द पर्यटक स्थलों में से एक है और इसे मुम्बई का ताजमहल भी कहा जाता है.
विक्टोरिया मेमोरियल
कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण रानी विक्टोरिया की याद में किया गया था. इस स्मारक का डिज़ाइन, ब्रिटिश इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट के अध्यक्ष, सर विलियम एमर्सन द्वारा तैयार किया गया था.