जीएसटी लागू होने के बाद इसका असर रोजमर्रा की चीजों के साथ-साथ आपके ट्रैवल प्लान्स पर भी काफी पड़ सकता है. कुछ चीजें महंगी हो जाएंगी तो वहीं कुछ चीजों पर टैक्स में हुई कमी की वजह से कीमतें घटेंगी. जानें घूमने-फिरने पर क्या होगा जीएसटी का असर.
ट्रैवल
इकॉनमी क्लास में हवाई यात्रा करना सस्ता होगा. पहले के 6% की तुलना में 5% टैक्स लगाया जाएगा. लेकिन बिजनेस क्लास की टिकट महंगी होगी. अभी के 9% की जगह 12% जीएसटी लगेगा. तो वहीं ट्रेन जर्नी की बात करें तो स्लीपर क्लास की टिकट पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन एसी क्लास के रेल पैसेंजरों की जेब पर जीएसटी भारी पड़ने जा रहा है. जीएसटी लागू होने के बाद रेल किराए पर 5% टैक्स लगेगा.
टैक्सी
टैक्सी से इधर-उधर घूमना सस्ता हो जाएगा क्योंकि ओला और ऊबर जैसी कैब उपलब्ध कराने वाली कंपनियों पर सर्विस टैक्स पहले के 6 प्रतिशत की तुलना में 5 प्रतिशत हो जाएगा.
रेस्तरां
अब आप कहीं घूमने जाएंगी तो जाहिर सी बात बाहर रेस्तरां में ही खाएंगी. ऐसे में आपको बाहर खाने के लिए पहले से ज्यादा पैसा चुकाना होगा क्योंकि मौजूदा 6 प्रतिशत (भोजन पर टैक्स छूट मिलने के बाद) सर्विस टैक्स और वैट की जगह जीएसटी लागू हो जाएगा. हालांकि, सरकार का कहना है कि वास्तव में खाने पर खर्च नहीं बढ़ेगा. बहरहाल, होटल जो सर्विस चार्ज वसूला करते हैं, वह आगे भी जारी रहेगा.
होटल स्टे
होटल स्टे की बात करें तो बिल पर लगने वाले सर्विस टैक्स और लग्जरी टैक्स जैसे स्थानीय करों की जगह अब जीएसटी ही लगेगा. जीएसटी काउंसिल ने तय किया है कि 1,000 रुपये प्रतिदिन तक के किराए वाले होटलों से टैक्स न लिया जाए. लेकिन इसके बाद जीएसटी की दरें लागू हो जाएंगी और 5,000 के ऊपर के होटल स्टे पर जीएसटी बढ़कर 28% तक पहुंच जाएगा. यानी अगर आप 1 हजार रुपये प्रतिदिन की कीमत से ज्यादा वाले रूम में ठहरते हैं तो आपकी जेब को जीएसटी का भार उठाना पड़ेगा.