क्या आप भाग-दौड़ भरी जिन्दगी से परेशान हो गई हैं और कुछ दिन सूकून से गुजारना चाहती हैं? तो गांव से अच्छा और क्या होगा? आपको देश के सबसे कम आबादी वाले गांवों को जरूर देखना चाहिए. अगर आप ट्रेकिंग का भी शौक रखती हैं तो आपके लिए तो यह सबसे गांव बेस्ट डेस्टीनेशन हैं. ये गांव टूरिस्ट और यात्रियों की भीड़-भाड़ से भी अनछुए हैं. कहीं तो बस 250 लोग ही रहते हैं.
1. सांकरी, उत्तराखंड
आबादी: 270
ट्रेकिंग के शौकिनों और पर्वतारोहियों के बीच यह गांव मशहूर है. संकरी गांव के बाद हर की दून और केदारकांथा ट्रेक शुरू हो जाता है. यह टूरिस्ट की भीड़-भाड़ से दूर बसा एक शांत गांव है. इस गांव में 77 घर है जिसमें से कई घरों में आप ठहर सकती हैं.
2. हा, अरुणाचल प्रदेश
आबादी: 289
अरुणाचल प्रदेश की खूबसूरती का तो कोई जवाब ही नहीं है. पर ‘हा’ गांव आकर आपको शांति मिलेगी. 5000 फीट की ऊंचाई पर बसा है कुरुंग कुमेय जिले के लोंगडिंग कोलिंग (पिपसोरंग) में आदिवासी गांव ‘हा’. यहां से ‘ओल्ड जिरो’ बेहद पास है. कुदरत को महसूस करने के अलावा आप ‘हा’ गांव के पास ही मेंगा गुफाओं में भी जा सकते हैं.
3. शांशा, हिमाचल प्रदेश
आबादी: 320
किन्नोर हिमाचल का बेहद खूबसूरत पर बहुत कम चर्चित इलाका है. यहां बसे हर गांवों की आबादी भी बहुत कम है. ऐसा ही एक गांव है ‘शांशा’ जो कैलोंग से बस 27 किमी की दूरी पर है. तांदी-किश्तवार रोड से सटे इस गांव में केवल 77 घर हैं. आमतौर पर यहां ट्रेवेलर्स आराम करने के लिए रुकते हैं और 1-2 दिन बिताकर चले जाते हैं.