गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सब से छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सब से छोटा राज्य है. पूरी दुनिया में गोवा समंदर के अपने खूबसूरत किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिए जाना जाता है. वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही प्रकृति गोवा को कुछ अलग, लेकिन अद्भुत स्वरूप प्रदान करती है. यह स्थान शांतिप्रिय पर्यटकों और प्रकृतिप्रेमियों को बहुत भाता है.
गोवा में छोटे बड़े लगभग 40 समुद्रीतट हैं. इन में से कुछ समुद्रतट अंतर्राष्ट्रीय स्तर के हैं. इसी कारण विश्व पर्यटन मानचित्र के पटल पर गोवा की पहचान विदेशों की तरह है. आकर्षक बीच, रिजौर्ट औैर बजट होटल सैलानियों को खूब आकर्षित करते हैं.
गोवा आने वालों को यहां की फिश करी और सीफूड बहुत पसंद आते हैं. साउथ गोवा में मार्टिन कौर्नर, वोकेरो इस के लिए बहुत मशहूर हैं. साउथ गोवा में फाइवस्टार होटल बहुत हैं. यहां वे सैलानी आते हैं जिन्हें शांत माहौल पसंद है. जो लोग शोरशराबा, लेटनाइट पार्टीज, मस्ती, म्यूजिक पसंद करते हैं वे नौर्थ गोवा को पसंद करते हैं. यहां क्लब ज्यादा हैं. बाघा बीच के पास फैटफिश नामक रेस्तरां है. यहां की फिश थाली बहुत पसंद की जाती है. एंथोनी रेस्तरां का सीफूड लोगों को पसंद आता है. यहां के राहुल बताते हैं कि यहां हमेशा अच्छा और टैस्टी खाना मिलता है.
मौरजिम ग्रांड रिजौर्ट के मनोज कहते हैं कि दिसंबरजनवरी में यहां भीड़ ज्यादा रहती है. टापू पर लोग घूमना ज्यादा पसंद करते हैं. ट्रेबो रेन फौरेस्ट रिजौर्ट में पंजाबी फूड बहुत अच्छा मिलता है. मौरजिम के सफारिया रिजौर्ट में टापू और रिवर का मजा लिया जा सकता है.
बटरफ्लाई बीच
अपने नाम के हिसाब से यह बीच बहुत खूबसूरत है. अपनी अनछुई खूबसूरती की वजह से यह सैलानियों के बीच मशहूर है. एकांत चाहने वालों के लिए इस से बढि़या कोई दूसरी यह जगह नहीं हो सकती.
बटरफ्लाई द्वीप पर स्थित यह जगह बेजोड़ है. इस तट पर पहुंचने के लिए अगोंडा या पलोलेम तट से नाव के सहारे जाना होता है. रोमांच के शौकीन काकोलम बीच के तट पर जा सकते हैं. इस को टाइगर बीच भी कहते हैं.
गलजीबाग बीच
देशदुनिया में मशहूर मौरजिम तट की तरह गलजीबाग तट भी विलुप्तप्राय औलिव रिडली कछुए के अंडे देने और सेने वाली जगह है. मगर मौरजिम तट के भीड़भाड़ के बजाय यह तट अपेक्षाकृत शांत रहता है. हां, एक अच्छी बात यह है कि यहां कुछ बेहतरीन और स्वादिष्ठ सीफूड्स मिलते हैं. गलजीबाग तट कानाकोनासे 18 किलोमीटर की दूरी पर है, जो तालपोना बीच के दक्षिणी मुहाने पर स्थित है.
होलांत बीच
यह बेहद शांत रहने वाला समुद्री किनारा दूरदूर तक पसरा हुआ है. यह तट थोड़ा पथरीला है, मगर इस की खूबसूरती खुद की ओर खींचने के लिए काफी है.
बेतुल बीच
बेहद चौड़ा और पट्टीदार यह समुद्रीतट मडगांव से 18 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां के नजारे आप को किसी पारंपरिक समुद्री गांव, जो मत्स्य पालन के धंधे में लगे होते हैं, की याद दिला देंगे. इस के नजदीक एक 17वीं शताब्दी का किला और एक खाड़ी भी है. यहां पहुंचने के लिए पहले आप सड़क के रास्ते मोबोर तट पहुंचें, और वहां से कैवेलोसिम-ऐसोलना फेरी की मदद से साल नदी होते हुए यहां तक पहुचें.
आरमबोल बीच
यह बेहद खूबसूरत और शांत समुद्रीतट दोस्तों और परिवार के साथ बार्बेक्यू का मजा लेने के लिए सब से मुफीद जगह है. यह तट धीरेधीरे मशहूर हो रहा है, जो पूरी दुनिया से बोहेमियाई लोगों को खुद की ओर आकर्षित कर रहा है. इस तट के नजदीक आज कई बेहतरीन कैफे व रेस्तरां खुल गए हैं.
अगोंडा बीच
मडगांव से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह बीच बेहद खूबसूरत और पिकनिक के लिए मुफीद स्थानों में से एक है. समुद्र के किनारे की पहाडि़यां इसे रमणीय स्थल में बदल देती हैं.
कोला बीच
यहां रहने वाले स्थानीय लोग भी इस तट से वाकिफ नहीं हैं. इस छिपे हुए समुद्रीतट तक पहुंचने के लिए आप को कानकोना के दक्षिणी हिस्से की ओर जाना होगा, और फिर वहां से आप को संकेतों का पीछा करना होगा. सुनने में ही कितना दिलचस्प लग रहा है न.
अगोंडा तट से 5 मिनट की दूरी पर स्थित यह तट झील से घिरा हुआ है. यहां की सब से अच्छी बात यह है कि यहां रात को रुकने के लिए झोंपड़ीनुमा घर भी बने हैं. यहां रुक कर आप समंदर और वादियों का पूरा मजा ले सकते हैं.
वलसाओ बीच
गोवा के मशहूर मेजोरदा और कोलवा समुद्रीतट के उत्तर में और गोवा के दक्षिणी भाग में स्थित इस अद्भुत तट को कुदरत ने फुरसत में बनाया है, ऐसा लगता है. यहां आप को कुछेक तैराक तैरते हुए मिल जाएंगे जो भीड़भाड़ से बच कर यहां तैरने हेतु आते हैं.
सिंकेरियम बीच
यह सफेद बलुई तट दूरदूर तक पसरा हुआ है. लग्जरी रिजौर्ट्स के आसपास होने के बावजूद यह बेहद शांत समुद्रीतट है. शांतिपूर्वक बैठनेलेटने और खुद में खो जाने के लिए इस से बेहतर जगह शायद ही कोई हो. अरब सागर में डूबते हुए सूरज को देखना और उसे अपने चेहरे पर महसूस करने के लिए इस से मुफीद जगह नहीं मिल सकती.
सिरिदाओ बीच
पणजी से 12 किलोमीटर की दूरी पर और जुआरी नदी के मुहाने पर स्थित यह बेहद शांत और सुरमयी तट है. दूरदूर तक बालू ही बालू पसरी हुई है. इस के अलावा यहां पाए जाने वाले घोंघे, जो समंदर के किनारे पर आ जाते हैं, की चमक इसे और बेहतरीन बनाती है. सिरिदाओ के नजदीक में कई गुफाएं हैं जो यहां घूमनेफिरने वालों के लिए एक और रोमांचक स्थान है.
गोवा में पर्यटकों की भीड़ सब से अधिक गरमी के महीनों में होती है. जब यह भीड़ समाप्त हो जाती है तब यहां शुरू होता है ऐसे सैलानियों के आने का सिलसिला जो यहां मानूसन का लुत्फ उठाना चाहते हैं.
गोवा के मनभावन बीच की लंबी कतार में पणजी से 16 किलोमीटर दूर कलंगूट बीच, उस के पास बागा बीच, पणजी बीच के निकट मीरामार बीच, जुआरी नदी के मुहाने पर दोनापाउला बीच स्थित हैं. वहीं, इस की दूसरी दिशा में कोलवा बीच ऐसे ही सागरतटों में से है जहां मानसून के वक्त पर्यटक जरूर आना चाहेंगे. यही नहीं, अगर मौसम साथ दे तो वागाटोर बीच, अंजुना बीच, पोलोलेम बीच जैसे अन्य सुंदर सागरतट भी देखे जा सकते हैं.
गोवा को पर्ल औफ ईस्ट भी कहा जाता है. यह विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगह है. दुनियाभर से पर्यटक यहां आते हैं. अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, शानदार और भव्य वास्तुकला वाले चर्च, मंदिर व पुराने मकान गोवा में विदेशी सैलानियों को आकर्षित करते हैं.
यहां कई वन्यजीव अभयारण्य हैं, जैसे बोंडला वन्यजीव अभयारण्य और कोटिगाव वन्यजीव अभयारण्य और कुछ संग्रहालय, जैसे गोवा राज्य संग्रहालय, नैवेल एविएशन संग्रहालय, पुरातत्व संग्रहालय और पौट्रेट गैलेरी आदि भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
कई किले, जैसे अगुआड़ा दुर्ग, तिरकोल किला और प्रसिद्ध चर्चों, जैसे बैसिलिका औफबोम जीसस, सेंट औगस्टिन चर्च आदि कई स्थान भी हैं जो देखने लायक हैं. गोवा अपनी पार्टियों और कार्निवाल के
लिए भी जाना जाता है जो कि खासतौर पर अक्तूबर और दिसंबर महीने में होते हैं.