हिमालय की पूर्वी पहाड़ियो में बह्ममपुत्र नदी पर समुद्रतल से 55 मीटर की ऊंचाई पर बसा गुवाहाटी ऐसा शहर माना जाता है जो देश-विदेश से आने वाले हर सैलानी को अपनी ओर आकर्षित करता रहता है. कभी प्राग ज्योतिषपुर के नाम से जाना जाने वाला गुवाहाटी ऐतिहासिक व राजनैतिक महत्व भी रखता है. यह एक तरह से सात दूसरे उत्तर-पूर्वी राज्यों का प्रवेश बिंदू माना जाता है.
यहां देश का सबसे बड़ा नेचरल जू है. इसके अलावा, स्टेट म्यूजियम, एंथ्रोपालजिकल म्यूजियम, फौरेस्ट म्यूजियम जैसे संग्रहालय असम के विविध पहलू दिखाने के लिए मौजूद हैं. अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यहां का प्लैनेटेरियम भी एक बेहतरीन जगह है. इसे देश के बेस्ट प्लैनेटेरियमों में गिना जाता है.
गुवाहाटी से 60 किलोमीटर दूर पबितोरा, गैंडों के लिए एक छोटी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है. गुवाहाटी से करीब 176 किलोमीटर दूर मानस नदी के किनारे पर मानस वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है. असम में अपनी तरह का यह एक अलग टाइगर प्रोजेक्ट है. पौराणिक चीजों में दिलचस्पी रखते हैं, तो मदन कामदेव नाम से गुवाहाटी से 35 किमी दूर कुछ पौराणिक अवशेष देख सकते हैं, जिन्हें 11वीं व 12वीं शताब्दी का बताया जाता है. गुवाहाटी से 181 किमी दूर तेजपुर में आप एडवेंचर एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं. वैसे, इस जगह का ऐतिहासिक महत्व भी है.
कब जाएं
वैसे तो गुवाहाटी में कभी भी जाया जा सकता है, पर फिर भी अक्टूबर से अप्रैल के बीच का समय गुवाहाटी जाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. अप्रैल में यहां नए साल के आगमन पर बोहाग बीहू मनाया जाता है और इस दौरान यहां असम का बेहतरीन कुजीन एंजौय किया जा सकता है.