आप प्रकृति की गोद में अपना समय बिताना चाहती हैं तो हिल स्टेशन से अच्छी और कोई जगह नहीं है. भारत में लोगों के बीच हिल स्टेशन का क्रेज जबरदस्त है. मौसम कोई भी हो लोग हिल स्टेशन जाना नहीं भूलते.
केरल का मुन्नार उन आकर्षणों में से एक है जो सैलानियों के बीच बहुत प्रसिद्ध है. तीन पर्वतों की श्रृंखला – मुथिरपुझा, नल्लथन्नी और कुंडल, के मिलन स्थल पर स्थित है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई लगभग 1600 मीटर है. मुन्नार का हिल स्टेशन किसी जमाने में दक्षिण भारत के पूर्व ब्रिटिश प्रशासन का ग्रीष्मकालीन रिजॉर्ट हुआ करता था. यहां दूर दूर तक फैले चाय के बगान लोगों का मन मोह लेते हैं.
वनों की विलक्षण वनस्पति तथा हरे घास के मैदानों के बीच यहां नीलकुरंजी नामक फूल पाया जाता है. हरे घास के मैदानों में नीलकुरंजी फूल पूरी पहाड़ी को नीला कर देता है. यह फूल बारह वर्षो में केवल एक बार ही खिलता है. जब यह फूल खिलता है तो पहाड़ियों की सुंदरता देखते ही बनती है.
मुन्नार के आसपास के पर्यटन स्थल
इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, आनामुड़ी शिखर, माट्टूपेट्टी, पल्लिवासल, चिन्नकनाल, अनयिंरगल, टॉप स्टेशन, चाय संग्राहलय आदि.
इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान
इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार और इसके आसपास के प्रमुख आकर्षणों में से एक है. यह मुन्नार से लगभग 15 किमी दूर है और लुप्तप्राय प्राणी, नीलगिरी टार के लिए जाना जाता है. 97 वर्ग किमी में फैला यह उद्यान तितलियों, जानवरों और पक्षियों के अनेक दुर्लभ प्रजातियों का घर है. यह ट्रैकिंग के लिए भी सर्वोत्तम स्थान है. यह उद्यान चाय के बगान और साथ ही लहरदार पर्वतों पर धुन्ध की चादर का एक विस्तृत नजारा पेश करता है.
आनामुड़ी शिखर
आनामुड़ी शिखर इरविकुलम राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है. यह दक्षिण भारत का सबसे ऊंचा शिखर. यह ऊंचाई 2700 मीटर से भी अधिक है. मगर इसकी चढ़ाई करने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है.
माट्टूपेट्टी
मुन्नार शहर से 13 किमी दूर स्थित दूसरा दिलचस्प स्थान है मट्टुपेट्टी. मट्टुपेट्टी अपने स्टोरेज मेसनरी बांध और खूबसूरत झील के लिए जाना जाता है. माट्टूपेट्टी की प्रसिद्धि का श्रेय इंडो-स्विस लाइवस्टॉक परियोजना द्वारा संचालित डेयरी फार्म को भी जाता है.
पल्लिवासल
पल्लिवासल मुन्नार के चितिरपुरम से लगभग 13 किमी दूरी पर स्थित है. यह केरल का पहला हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजना स्थल है. यह स्थल व्यापक प्राकृतिक सुन्दरताओं से भरा पड़ा है और पर्यटकों का पसंदीदा पिकनिक स्थल है.
चिन्नकनाल
चिन्नकनाल मुन्नार शहर के निकट स्थित है. यहां के झरनें को पावर हाउस वाटरफॉल कहा जाता है.
अनयिरंगल
चिन्नकनाल से लगभग 7 किमी आगे बढ़ने पर, आप अनयिरंगल पहुंच जाएंगे. मुन्नार से 22 किमी दूर स्थित अनयिरंगल चाय के हरे भरे पौधों का गलीचा है. शानदार जलाशय की सैर एक अविस्मरणीय अनुभव है. अनयिरंगल बांध चारों ओर से चाय के बगीचों और सदाबहार वन से घिरा है.
चाय संग्रहालय
चाय बगानों की उत्पत्ति और विकास की दृष्टि से मुन्नार की अपनी अलग विरासत है. इस विरासत को ध्यान में रखते हुए, केरल के ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में चाय बगानों की उत्पत्ति और विकास के कुछ सूक्ष्म और दिलचस्प पहलुओं को सुरक्षित रखने और प्रदर्शनीय बनाने के लिए मुन्नार में टाटा टी द्वारा कुछ वर्ष पहले एक संग्रहालय की स्थापना की गई थी. इस चाय संग्रहालय में दुर्लभ कलाकृतियां, चित्र और मशीनें रखी गई हैं; इनमें से हर एक की अपनी कहानी है जो मुन्नार के चाय बगानों की उत्पत्ति और विकास के बारे में बताती है.
कैसै पहुंचे?
रेलवे स्टेशन: तेनी (Theni) (तमिलनाडु), लगभग 60 किमी दूर; चेंगनचेरी, लगभग 93 किमी दूर.
हवाईअड्डा: मदुरई (तमिलनाडु), लगभग 140 किमी दूर; कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, लगभग 190 किमी दूर.