गर्मियां आ चुकी हैं, ऐसे में ज्यादातर लोग हिल स्टेशनों की ओर रूख कर रहे हैं. गर्मियों के मौसम में वीकेंड पर सबसे ज्यादा भीड़ हिल स्टेशनों पर होती है. ऐसे में हिल स्टेशनों पर काफी लोगों को भीड़भाड़ के बीच सुकून नहीं मिल पाता. अगर आप भी गर्मियों में राहत के कुछ वक्त तलाशने के लिए जाना चाहती हैं, तो हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी जगह के बारे में जो सबसे पौपुलर लोकेशन्स में से एक है लेकिन वहां उत्तराखंड और हिमाचल के हिल स्टेशनों की तुलना में भीड़ कुछ कम देखने को मिलती है. आज हम आपको सैर करवाएंगे लद्दाख की. लद्दाख को भारत का कोल्ड डेजर्ट यानी ठंडा रेगिस्तान भी कहा जाता है और यहां जाना किसी भी टूरिस्ट के लिए कभी न भूलने वाला एक्सपीरियंस होता है.
लद्दाख का सबसे बड़ा और खूबसूरत शहर लेह
समुद्र तल से 3 हजार 500 मीटर की ऊंचाई पर उत्तर में कुनलुन पर्वत और दक्षिण में हिमालय के बीच स्थित है छोटा-सा शहर लेह जो लद्दाख का सबसे बड़ा शहर है और यहीं पर सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं. मई के अंतिम हफ्ते से सितंबर तक लद्दाख जा सकती हैं. यहां सड़क या हवाई मार्ग से ही पहुंचा जा सकता है. सड़क से जाना चाहें, तो एक रास्ता मनाली और दूसरा श्रीनगर होते हुए जाता है.
दोनों ही रास्तों पर दुनिया के कुछ सबसे ऊंचे दर्रे यानी पास पड़ते हैं. मई से पहले और सितंबर के बाद यहां भारी बर्फ जम जाने की वजह से ये दर्रे बंद हो जाते हैं. लेह लद्दाख का हेडक्वार्टर है. लद्दाख देखने के लिए कम से कम 6 दिन का समय जरूर रखें. अगर इस इलाके को अच्छी तरह देखना चाहें, तो 1 से 2 हफ्ते का समय पर्याप्त है.