घूमना-फिरना किसे पसंद नहीं होता लेकिन घूमने के साथ बजट बनाकर चलना भी बेहद जरूरी हो जाता है वर्ना उम्मीद से ज्यादा खर्च होने पर ट्रिप का मजा किरकिरा हो सकता है. अगर आप भी बजट ट्रैवल पर विश्वास करती हैं, तो हम आपको बताने जा रहे हैं, ऐसी जगह के बारे में, जहां आप कम बजट में भी घूम सकती हैं. इंडोनेशिया के बाली समेत किसी दूसरे शहर की सैर का प्रोग्राम भी साथ में बना सकती हैं क्योंकि यहां एक महीने से कम के सैर-सपाटे का वीजा फ्री है.

भारतीय करेंसी की है ज्यादा कीमत

इंडिया और इंडोनेशिया की करंसी का फर्क इतना है कि इंडियन टूरिस्ट यहां खासा रईस महसूस करते हैं. इंडोनेशिया की करंसी भी रुपया ही है. इसे इंडोनेशियन रुपया कहते हैं. आजकल 471 भारतीय रुपये के बदले 1,00,000 इंडोनेशियन रुपये मिलते हैं. वहां रुपया ही सस्ता है, बाकी सब कुछ महंगा है. वहां सरेआम बीयर पीने पर रोकटोक नहीं है. सिगरेट और सिगार भी यहां काफी लोग पीते हैं. बाली की ठेठ वाइन रोज फ्लेवर में मिलती है, जो सबसे ज्यादा पी जाती है.

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छोटे आइलैंड पर दिलचस्प बन जाएगी शाम

बाली के अलावा इंडोनेशिया के छोटे-छोटे आइलैंड्स भी दिलकश नजारों से सराबोर हैं. शांत और सुकून भरे, सबसे खास है गिली आइलैंड. यह 3 द्वीपों का समूह है- गिली ट्वानगन, गिली मेनो और गिली एयर. स्पीड बोट के जरिए पदंग बे से पहुंचने में करीब एक घंटा लगता है. यहां के बीच काफी साफ-सुथरे हैं. सागर का पानी भी एकदम स्वच्छ हैं. बोट पार्टियां यहां की शान हैं. बोट पर सैर करते-करते 4-5 घंटे पार्टी और मस्ती में सराबोर हो सकते हैं.

इंडोनेशिया में हिल स्टेशन और मंदिर का जलवा

इंडोनिशिया का दिलकश हिल स्टेशन उबुद, बाली से महज 35 किलोमीटर दूर पहाड़ों की चोटी पर है. चावल के खेतों से घिरा है. केमपुहन रिज वौक करीब 1 किलोमीटर पैदल चलने का ट्रैक है, जहां रास्ते में हरे-भरे जंगल और चावल के खेतों का दिलकश नजारा देखने को मिलता है. यही नहीं बाली में कला, संगीत, नृत्य और मनमोहक मन्दिरों का भी जलवा है.

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कैसे पहुंचे

दिल्ली से बाली की हवाई दूरी करीब 6,800 किलोमीटर है. फ्लाइट से बाली पहुंचने में करीब सवा 8 घंटे लगते हैं. बाली के लिए कोई सीधी फ्लाइट नहीं है इसलिए वाया बैंकौक या सिंगापुर या फिर क्वालालम्पुर होते हुए जाना पड़ता है.

VIDEO : एविल आई नेल आर्ट

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