बीच नेचर लवर, ऐडवैंचर प्रेमी और फैमिली फन के लिए वे सारे विकल्प मिल जाते हैं जो एक परिवार को हौलीडेज में मिलने चाहिए. सफेद मुलायम रेत पर लेट कर किनारों पर आती लहरों का दृश्य पर्यटकों का दिल जीत लेता है.
पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में बीच खास महत्त्व रखते हैं. बीच लवर्स और ऐडवैंचर लवर्स यहां घूमने का प्रोग्राम बना सकते हैं. इस में समुद्री किनारों की खूबसूरती से अभिभूत होने के साथ साथ हर मौसम में हुए बदलाव, बैक वाटर्स, मैनग्रोव फौरेस्ट आदि का भी आनंद लिया जा सकता है.
पहले इस ओर लोगों का ध्यान अधिक नहीं जाता था, लेकिन फिल्मों में इस खूबसूरती को संगीत के माध्यम से दिखाए जाने के चलते पर्यटकों की रुचि इस ओर बढ़ी है. समुद्र के किनारे रहने खाने व घूमने के लिए सहूलियतें मुहैया हैं, जिन का पर्यटक भरपूर फायदा उठाते हैं. इस कड़ी में सब से पहले मडगांव का रुख करते हैं, जो सब से अधिक आकर्षक समुद्रतट है.
मडगांव
गोवा की राजधानी पणजी के दक्षिण में स्थित मडगांव राज्य का दूसरा बड़ा शहर है. इस के निकट कई आकर्षक बीच यानी समुद्रतट हैं. यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं. पुर्तगाली समय में बने मकान, बंगलों और उन की खूबसूरती यहां आज भी उसी रूप में विद्दमान है. मडगांव, बेनौलिम, वर्का, बैतूल, मजोरदा जैसे बीच एक लाइन में मौजूद हैं. इन सारे स्थानों पर आवागमन के पर्याप्त साधन होने के फलस्वरूप पर्यटक यहां आसानी से आजा सकते हैं.
मडगांव बीच जाने के लिए शहर से 10 से 15 मिनट का समय लगता है. यहां के समुद्रतटों की सुंदरता की खास बात यह है कि कूल ब्लू, एमरल्ड ग्रीन जैसा पानी, सफेद मुलायम रेत और लगातार समुद्री किनारों पर आ रही लहरें पर्यटकों को खास आकर्षित करती हैं.
मडगांव बीच के बाद सैलानी आसपास के सारे समुद्रतटों को आसानी से देख सकते हैं. मडगांव से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बेनौलिम बीच साफसुथरा, चाइल्डफ्रैंडली और नो स्मोकिंग समुद्रतट है. वहां से कुछ ही दूरी पर वर्का बीच भीड़भाड़ से दूर एक शांतप्रिय स्थल है, जहां समुद्री किनारे पर घूमनाटहलना पर्यटकों को अच्छा लगता है.
बैतूल बीच एक रोमांटिक बीच है. अधिकतर नवविवाहित जोड़े यहां आना पसंद करते हैं. सुबह की ताजगीभरी हवा और शाम के समय इस समुद्र के किनारे पर घूमना पर्यटक अधिक पसंद करते हैं. एक छोटी सी लैगून, पास में नदी और 17वीं शताब्दी में बने बरदी क्रौस चर्च बहुत ही सुंदर हैं.
यहां की खास बात यह भी है कि यहां एक नदी शहर को समुद्रतट से अलग करती है. नेचर लवर्स के लिए यह स्थान बेहद उपयुक्त है. शाम को नीले आकाश के नीचे, ढलते सूरज को देखना पर्यटकों के लिए खास आकर्षण है. फोटोग्राफी की दृष्टि से यह स्थल सब से उपयुक्त है. अगर छोटी सी राइड का मजा लेना हो तो फिशरमेन व्हार्फ जाना अच्छा होता है. यह बैतूल बीच के पास है. दिलचस्प यह है कि मानसून में भी पर्यटक यहां खूब आते हैं.
मडगांव पहुंचने के लिए डाबोलिम हवाई अड्डा सब से बेहतर विकल्प है. यहां से प्राइवेट कैब द्वारा किफायती दाम में बीच तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. इस के अलावा वास्को डी गामा और डाबोलिम से ट्रेन भी मिलती है. पणजी और वास्को डी गामा से कार ड्राइव कर के भी आया जा सकता है.
ठहरने के लिए ताज, लीला, होलीडे इन, बैंबू हाउस, गोवा होटल, बैतूल बीच रिसोर्ट आदि जगहें हैं. ये सभी समुद्रतट से लगभग 1-2 किलोमीटर के दायरे में हैं. यहां के पारंपरिक भोजन और सी फूड के लिए भी ये स्थान सब से बेहतर हैं. खरीदारी के लिए यहां का ओशिया मौल लोकप्रिय मार्केटिंग प्लेस है.
कोलवा
कोलवा बीच दक्षिणी गोवा में स्थित एक शांत व खूबसूरत समुद्री किनारा है. इसे क्वीन औफ बीचेज भी कहा जाता है. 24 किलोमीटर लंबा यह बीच दुनिया के सब से लंबे समुद्रतटों में से एक है. इस समुद्री किनारे पर बिछी सफेद रेत की परत पर्यटकों के खास आकर्षण का केंद्र है. यह स्थान फन लवर्स, नेचर लवर्स और ऐंडवैंचर सीकर्स के लिए खास है. किनारों पर लाइन में लगे नारियल के पेड़ इस की शोभा को और भी बढ़ाते हैं. यहां लोग खूब फोटोग्राफी करते हैं.
यहां बजट होटल्स, गेस्ट हाउसेस, बीच शैक्स, फूड स्टौल्स, रेस्तरां, पब्स आदि खूब मिलते हैं. ऐसा माना जाता है कि हाई सोसाइटी के पुर्तगालियों ने हवा परिवर्तन के लिए इस समुद्री किनारे को विकसित किया था. यहां उन के विला और घरों के अवशेषों को देखा जा सकता है.
यहां पर अधिकतर पर्यटक सप्ताह के अंत में या फिर अक्टूबर महीने में आते हैं. यहां पर्यटक सूर्यास्त को देखने के अलावा एक्टिविटीज जैसे जेट स्कीइंग, बनाना राइड, मोटरबोट राइड, पैराग्लाइडिंग आदि का लुत्फ उठाते हैं. विदेशी सैलानियों की यहां खूब भीड़ रहती है. यहां पर्यटक समुद्र में नहाने, किनारों पर घूमने, रेत से तरहतरह की आकृति बनाने का आनंद भी उठाते हैं.
कोलवा बीच की अच्छी बात यह भी है कि तट की निगरानी लाइफगार्ड करते हैं और स्विमिंग एरिया को फ्लैग की सहायता से निर्देशित किया गया है ताकि कोई अनहोनी न हो. इस के अलावा कोलवा से पर्यटक आसानी से काबो डी रामा किले तक जा सकते हैं, जो पुर्तगाली समय का किला होने के साथसाथ गोवा का सब से पुराना किला है.
यहां से डाबोलिम एयरपोर्ट मात्र 21 किलोमीटर की दूरी पर है. वहां से टैक्सी ले कर कोलवा बीच जाया जा सकता है. कोलवा बीच जाने के लिए किराए की बाइक या कार भी आसानी से मिल जाती हैं. इस का निकटतम रेलवे स्टेशन मारगाओ है, जहां से टैक्सी ले कर आसानी से कोलवा बीच पहुंचा जा सकता है. इस के अलावा यहां बस और औटोरिकशा की भी अच्छी सुविधा है.
कोलवा में सी फिश करी और राइस काफी प्रचलित है. यहां आने वाले पर्यटक तरहतरह के लजीज सीफिश करी के साथ राइस का आनंद उठा सकते हैं. यहां पाई जाने वाली प्रमुख सीफिश पौम्फ्रेट, टूना, किंगफिश शार्क आदि हैं, जबकि शेल फिश में लोबस्टार, क्रेबस, प्रौन्स आदि अधिक प्रसिद्ध हैं. कैंडल लाइट डिनर का मजा भी इस समुद्रतट पर लिया जा सकता है.
पणजी
पणजी शहर गोवा के उत्तरी प्रांत में मंडोवी नदी के किनारे बसा है. यह गोवा की राजधानी है. पुर्तगाली समय में इस का नाम पंजिम था. समुद्रतट से 7 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह शहर अपनी खूबसूरती के लिए खास प्रसिद्ध है. पणजी, वास्को डी गामा और मडगांव के बाद यह सब से बड़ा तीसरा शहर है. सीढ़ीदार पहाडि़यों पर बसा यह स्थान मकानों की लाल रंग की छतों, बालकनी, नदी और गुलमोहर के पेड़ों की अधिकता के चलते काफी आकर्षक है.
प्राचीनकाल में इस स्थान पर बीजापुर के सुल्तान आदिलशाह का अस्तबल था, जो समय के साथसाथ शहर के रूप में परिवर्तित हुआ. यहां पुर्तगाली सभ्यता और ईसाई धर्म का प्रभाव खासतौर पर देखा जा सकता है. यहां आदिलशाही पैलेस, मीरामार समुद्रतट, महालक्ष्मी मंदिर, नगर स्क्वायर गार्डन में पुर्तगाली बरोक औवर लेडी चर्च, अस्वेम बीच, वैन्गुइनिम बीच, सेंट फ्रांसिस जेवियर का मकबरा, दोना पावला आदि सभी दर्शनीय स्थल हैं. ऐडवैंचर पसंद पर्यटकों के लिए यह खास जगह है. यहां आ कर पर्यटक राफ्टिंग, बैलून राइडिंग, बोट टूर आदि का आनंद ले सकते हैं. पणजी का मौसम पूरे साल एकजैसा रहता है, इसलिए सैलानी पूरे साल यहां आते हैं.
मीरामार समुद्रतट अधिक भीड़ भाड़ वाला समुद्रतट है. यह स्थान पणजी से नजदीक है. इस के अलावा यहां की स्थानीय वस्तुएं यहां की छोटी छोटी दुकानों में मिलती हैं, साथ ही, खाने पीने की वस्तुएं उचित दाम में मिलती हैं. अस्वेम बीच एक शांतप्रिय समुद्रतट है. यहां शैक्स और हौकर्स नहीं हैं.
यहां सैलानी शांत वातावरण का आनंद उठाते हैं. वैन्गुइनिम बीच अपने सिल्वर सैंड और साफ ग्रीनिश वाटर के लिए जाना जाता है. यह समुद्रतट पलाश के पेड़ों से घिरा होने से भिन्नभिन्न प्रजातियों के पक्षियों का निवास स्थान भी है, जिन्हें सूरज ढलते ही देखा जा सकता है.
पणजी से 6 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में दोना पावला बीच स्थित है. इस बीच पर ऐडवैंचर के लिए बहुत कुछ मौजूद होने की वजह से यहां पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है. वाटर स्पोर्ट, हारबर, पथरीले तटों के अलावा यहां बहुत कुछ देखने लायक है.
इस बीच के बारे में कहावत है कि पुर्तगाल के वायसराय की बेटी दोना पावला को एक मछुआरे से प्यार हो गया था, लेकिन उस के पिता द्वारा उसे न स्वीकारे जाने की वजह से दुखी हो कर उस ने ऊंची चट्टान से अरब सागर में छलांग लगा कर आत्महत्या कर ली थी. इसलिए उस की याद में वायसराय ने उस स्थान का नाम दोना पावला रखा. फिल्म ‘एकदूजे के लिए’ का एक भाग यहां पर शूट किया गया था.
समुद्रतट के अलावा पणजी में गोवा का संग्रहालय देखने योग्य है. इस में गोवा की रबड़ की खेती से ले कर नमक की कंपनियों को विस्तार से दिखाया गया है. इतना ही नहीं, पणजी में कुटीर उद्योग अधिक मात्रा में विकसित होने की वजह से कछुए की खाल और हाथीदांत से बनी वस्तुएं, काजू, बादाम, दालचीनी आदि भी पर्यटकों की खरीदारी के लिए खास हैं.
यहां पहुंचना बहुत आसान है. गोवा जाने वाली सभी बसें पणजी से गुजरती हैं, बाइक या कार किराए पर लेकर भी यहां जाया जा सकता है. डाबोलिम हवाई अड्डे से पणजी केवल 30 मिनट की दूरी पर है. नजदीकी रेलवे स्टेशन मडगांव है.
पुणे या मुंबई से गोवा आने पर पहला शहर पणजी ही पड़ता है. यहां काफी होटल, लौज, गैस्ट हाउस मौजूद हैं. इस के अलावा यहां पेइंग गैस्ट के तौर पर भी स्थानीय लोगों के घरों में रह सकते हैं. पणजी के लोग घरों में पेइंगगैस्ट के तौर पर देशी विदेशी पर्यटकों को कम चार्ज ले कर ठहराते हैं. पर्यटक के कहने पर वे चाय व खाने का इंतजाम भी कर देते हैं.
कुल मिला कर गोवा के बीच पर्यटकों को हर लिहाज से मंत्रमुग्ध कर देते हैं. सो, आप भी इस के नजारे देखने के लिए तैयार हो जाएं.
कहां से शुरू करें
मडगांव गोवा की ऐसी जगह है जहां से कई समुद्रीतट निकट हैं. यहां से तटों पर घूमने जाना आसान है. मडगांव स्टेशन से बाहर निकलते ही मात्र 300 मीटर की दूरी से ही बस और टैक्सी मिलती हैं. जिन से आसपास के किसी भी समुद्रीतट पर जाया जा सकता है. वहां से बस, टैक्सी, औटो, प्राइवेट कार द्वारा 30 रुपए में 40 मिनट का सफर तय कर कोलवा बीच पहुंचा जा सकता है. और कोलवा से पणजी जाना आसान है. सभी बसें पणजी से गोवा में प्रवेश करती हैं. करीब एक घंटे का सफर करने के बाद पणजी पहुंचते हैं. गोवा का यह पूरा क्षेत्र सब से अधिक विकसित और आकर्षक है, फलस्वरूप पर्यटक भी यहां खूब आते हैं.
VIDEO : ट्रांइगुलर स्ट्रिप्स नेल आर्ट
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