फिनलैंड विश्व का सर्वाधिक ईमानदार और भ्रष्टाचारमुक्त देश है. फिनलैंड के निवासियों को फिन्स कहा जाता है जो उत्कृष्ट वास्तुशिल्प, कला, विज्ञान और तकनीकी कौशल से संपन्न हैं. पूर्व में रूस, उत्तर में नार्वे तथा दक्षिण में स्वीडन से घिरे फिनलैंड का नैसर्गिक सौंदर्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है.
भूगोलविदों के अनुसार यहां 1,88,000 झीलें और लगभग इतने ही द्वीप हैं. ध्रुवीय छोर पर स्थित फिनलैंड वर्ष में 2 महीने हिमाच्छादित रहता है जिस के कारण दिन में घटाटोप अंधकार रहता है. आसमान में सूरज का नामोनिशान नहीं दिखाई देता. उस दौरान तकरीबन संपूर्ण विश्व के पर्यटक यहां पर नौर्दर्न लाइट्स का अद्वितीय नजारा देखने के लिए एकत्रित होते हैं. पाइन और फर के पेड़ों के बीच से छन कर आती हरीपीली रोशनी धरती पर अलौकिक दृश्य प्रस्तुत करती है. शांत, विनम्र फिनलैंडवासी न तो शीतऋतु के अंधकार से प्रभावित होते हैं और न ही ठंड से.
पौराणिक मिथक के अनुसार, कोर्वाटन टुरी पर्वत पर सांता क्लास का घर है. यहां सांता क्लास से मिलने के इच्छुक लोगों की वजह से पर्यटन उद्योग में निरंतर वृद्धि हो रही है.
फिनलैंड में गिनेचुने शहर हैं जो पूरी तरह से योजनाबद्ध व सुविधासंपन्न हैं. बाल्टिक सागर के तट पर बसा हेलसिंकी फिनलैंड की राजधानी और सब से बड़ा शहर है. यह बाल्टिक की बेटी कहलाता है. वास्तव में हेलसिंकी के विशाल उद्योग, विराट बंदरगाह, पुराने भव्य शिल्प, वैभव संपन्नता में बाल्टिक सागर का बहुमूल्य योगदान है.
यही नहीं, हेलसिंकी के अल्पकालीन संघर्षपूर्ण इतिहास के लिए भी बाल्टिक ही उत्तरदायी है. शहर में स्कैंडेनेवियन सभ्यता, संस्कृति के अवशेष आज भी विद्यमान हैं. डाउनटाउन पर स्कैंडेनेवियन प्रभाव प्रतिबिंबित होता है.