मदिकेरी को पहले मुद्दुराजकेरी के नाम से जाना जाता था. मदिकेरी को लोग कॉफी और मसालों के लिए जानते हैं. लेकिन यहां जो एक बार चला जाता है, उसे यहां बार-बार आने का मन करता है. मैंगलोर से 3 घंटे की ड्राइव आपको कुर्ग के पास बसे एक छोटी जगह ले जाएगी. यहां पर है दक्षिण भारत का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन मदिकेरी. मदिकेरी को अपनी खूबसूरती के लिए ‘इंडिया का स्कॉटलैंड’ भी कहा जाता है.
कहते हैं कि मंजिल से खूबसूरत सफर होता है. मदिकेरी की खूबसूरती के साथ साथ यहां तक पहुंचने का रास्ता भी बहुत खूबसूरत है. समुद्र तल से 1166 मीटर की ऊंचाई पर बसे मदिकेरी को आप किसी भी मौसम में विजिट कर सकती हैं.
यह जगह ट्रेकिंग के लिए भी फेमस है. हिल स्टेशन का लगभग 33 प्रतिशत हिस्सा जंगल से घिरा है. यहां से महज 80 किलोमीटर की दूरी पर है नागरहोल वाइल्डलाइफ सेंचुरी है, जहां फ्लोरा और फॉना की विविधता देखी जा सकती है. वैसे, यहां कुदरत के लुभावने नजारों की भी कमी नहीं है.
मदिकेरी किला
इस किले को 17वीं सदी में मुद्दुराजा ने बनवाया था. राजा ने किले के अंदर एक महल भी बनवाया था. टीपू सुल्तान ने इस किले को ग्रेनाइट से रेनोवेट करवाया. पूरे शहर पर इस किले की छाप नजर आती है. किले के अंदर स्थित वीरभद्र मंदिर को अंग्रेजों ने तुड़वा दिया था और इसकी जगह एंजलियन चर्च खड़ी की गई थी. फिलहाल इस चर्च की जगह एक म्यूजियम खड़ा है.
राजा की सीट
कहा जाता है कि राजा-महाराजा यहां से सूरज को उगते व डूबते देखा करते थे. इस पॉइंट को दक्षिण भारत का बेस्ट व्यू पॉइंट माना जाता है. यहां से ऊंचे पहाड़, हरी-भरी वादियां, चावल के खेत, वगैरह के जबर्दस्त नजारे दिखते हैं.