जब कभी हमे अपने रोज रोज के काम से छुट्टियां मिलती हैं, तो ना जाने क्यों हम अपनी इन छुट्टियों को यादगार बनाना चाहते हैं और ये सोचते हैं कि कहां जाएं छुट्टियां मनाने. आप अगर ये चाहती हैं की हर बार की तरह इस बार आपकी छुट्टी खराब ना हो तो आप हमारे बताए गए इन प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर जा सकती हैं. यहा आना काफी सस्ता है और यहां आने का क्रेज युवाओं में ज्यादा देखने को मिलता है.
कसोल
कसोल हिमाचल प्रदेश का एक छोटा पर बेहद खूबसूरत गांव है. ये पार्वती नदी के किनारे बसा हुआ है. यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी. कसोल ट्रैकर्स और नेचर लवर्स के लिए जन्नत है. यहां पर कुल्लू, जगन्नाथ मंदिर, परासर झील, हिडिम्बा देवी मंदिर, गौरीशंकर मंदिर है. कसोल जाने के लिए आपको दिल्ली से भुंटर के लिए बस लेनी होगी. दिल्ली से मनाली जाने वाली सभी बसें भुंटर होकर जाती है. यहां आप फ्लाइट से भी आ सकती हैं. इसके लिए आपको बहुत अधिक रकम खर्च करने की जरूरत नहीं है.
दार्जिलिंग
दार्जिलिग वेस्ट बंगाल का सबसे खूबसूरत कस्बा है. नेपाल युद्ध के दौरान एक ब्रिटिश टुकड़ी ने दार्जिलिंग की खोज की थी. मीलों तक फैले चाय के बगान, खूबसूरत साफ सड़के, धुंध से ढके हुए जंगलों की खूबसूरती आपको दिवाना बना देगी. यहां चलने वाली टौय ट्रेन को यूनेस्को ने वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित कर दिया है. यहां आप टाइगर हिल, टौय ट्रेन, पद्मजा नायडू हिमालय जू, घूम मौनेस्ट्री देख सकती हैं. कोलकाता, दिल्ली और गुवाहटी से बागडोगरा के लिए आप को सीधी फ्लाइट मिल जाएगी. जलपागुड़ी दार्जिलिंग का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है.
पुष्कर
पुष्कर भारत के सबसे प्राचीन और खूबसूरत शहरों में से एक है जो पुष्कर झील के किनारे पर बसा हुआ है. अगर आप इतिहास में दिलचस्पी रखती हैं तो आप पुष्कर आ सकती हैं. ब्रम्हा मंदिर के लिए ये जगह प्रसिद्ध है. पूरे विश्व में भगवान ब्रम्हा का सिर्फ यहीं मंदिर है. पुष्कर से नजदीकी एयरपोर्ट जयपुर है. ट्रेन से आप अजमेर जा सकते हैं जहां से पुष्कर की दूरी कुछ ही किलोमीटर की है. यहां रहने के लिए आप को बहुत ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं है. पुष्कर उत्सव के दौरान यहां दूर-दूर से लोग आते हैं.
कोडईकनाल
जिंदगी से बोर हो चुकी हैं और कुछ दिन स्वच्छ हवा के साथ सुकून के जीना चाहती हैं तो आपको कोडईकनाल आने की जरूरत है. ये जगह आपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है. गर्मियों के समय यहां सबसे ज्यादा लोग आते हैं. ये कोडी झील के किनारे बसा हुआ है. यहां आपको मीलों तक फैले जंगल और शांत वातावरण मिलेगा. अगर आप फ्लाइट से आना चाहती हैं तो मदुरई सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है. त्रिची एयरपोर्ट और कोयंबटूर एयरपोर्ट से भी आप आ सकते हैं. कोडी रोड यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है. यहां आपको रूकने के लिए सस्ते दाम पर होटल मिल जाएंगे.
गोकर्ण
गोकर्ण कर्नाटक का एक छोटा सा गांव है जो अपने प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है. ये अरब सागर के किनारे बसा हुआ है. गोकर्ण का महाबलेश्वर मंदिर यहां का सबसे पुराना मंदिर है. भगवान शिव को समर्पित पश्चिमी घाट पर बसा यह मंदिर 1500 साल पुराना है और कर्नाटक के सात मुक्तिस्थलों में से एक माना जाता है. कहा जाता है कि यहां स्थापित छह फीट ऊंचे शिवलिंग के दर्शन 40 साल में सिर्फ एक बार होते हैं. यहां आप बीच का मजा भी ले सकती हैं. ट्रेन और फ्लाइट से आप इस जगह पर आसानी से पहुंच सकती हैं.