एक तरफ जहां दुनिया में हर दिन लोगों की जनसंख्या बढ़ती ही जा रही है उसी तरह युक्रेन के बार्डर से लगे रूस देश में एक गांव है ‘कलाच’ जो दुनिया का सबसे कम आबादी वाली जगह है. यहां सिर्फ 12 लोग रहते हैं. य सभी लोग नौजवान हैं और नौकरी करते हैं. यहां आबादी कम होने के पीछे कई कारण हैं.
सोवियत यूनियन के समय इस गांव की आबादी 3 हजार थी. उस समय सोवियत भी यूक्रेन का ही हिस्सा था लेकिन 1992 में सोवियत यूनियन का विभाजन हो गया और यूक्रेन एक अलग देश बन गया जिस वजह से यह गांव यूक्रेन की सीमा से लगे रूस का आखिरी गांव बन कर रह गया.
इस गांव में रूस की रेल लाइन भी खत्म हो जाती है मतलब यह रूस का आखिरी स्टेशन है. यहां सुबह-शाम ट्रेन का सिर्फ एक डिब्बा आता है और गांव के लोगों के लिए आने-जाने का यही एक रास्ता है क्योंकि इस गांव का बाकी इलाका बर्फ से ढका रहता है.
इस गांव में 30 साल पहले 600 लोग रहते थें और बाकी लोग इस गांव को छोड़कर दूसरे देशों में जा चुके थे. यहां के लोग किसानी और पशुपालन करके अपना जीवन निर्वाह करते थे लेकिन धीरे-धीरे यह सभी लोग अपने परिवार के साथ येकातेरिनबर्ग चले गए और सिर्फ 12 लोग रह गए जो हर रोज काम के लिए येकातेरिनबर्ग जाते हैं.
लगता है इन लोगों को इस गांव से काफी लगाव है जिस वजह से वे यहां से जाना नहीं चाहते. खैर अपनी मिट्टी से किसे लगव नहीं होता है.