इंश्योरेंस पॉलिसी कोई भी हो, इसका एक मात्र उद्देश्य हमारा और हमारे अपनों का भविष्य बेहतर और सुरक्षित बनाना होता है. लेकिन यह बात भी सही है कि एक इंश्योरेंस पॉलिसी सभी की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती. क्योंकि व्यक्ति दर व्यक्ति जरूरत और जिम्मेदारी अलग-अलग होती है.
महिलाओं की बात करें तो यह बात और भी जरूरी हो जाती है. आज के तेजी से ग्लोबल हो रहे भारत में महिलाएं हाउस वाइफ के दायरे से बाहर निकलकर प्रोफेशनल लाइफ में नए मुकाम हासिल कर रही हैं.
यही ध्यान में रखते हुए महिलाओं की जरूरत को देखते हुए इंश्योरेंस कंपनियां दर्जनों बीमा उत्पाद पेश कर चुकी हैं.
महिलाओं के लिए कौन सी कंपनियों की हैं पॉलिसी
देश की प्रगति में महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी को देखते हुए लगभग सभी इंश्योरेंस कंपनियों ने वुमन सेंट्रिक प्रोडक्ट पेश किए हैं. इन कंपनियों में सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी, आईसीआईसीआई प्रू लाइफ, एचडीएफसी लाइफ, एगॉन रेलिगेयर, बजाज अवीवा लाइफ इंश्योरेंस, बिरला सन लाइफ और कई अन्य कंपनियों ने महिला ग्राहकों के लिए बीमा पालिसी पेश की हैं. एलआईसी के कुल ग्राहकों में से करीब 28 फीसद महिला बीमाधारक हैं. इससे पता चलता है कि महिलाएं अपनी आर्थिक मजबूती के लिए कितनी सजग रहती हैं.
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वुमेन इंश्योरेंस में क्या है खास
महिला ग्राहकों को केंद्रित कर तैयार की गई बीमा पालिसी में महिलाओं से जुड़े तमाम जोखिम कवर को शामिल किया गया है. इनमें लाइफ कवर के साथ-साथ बीमारियों से जुड़ कवर भी शामिल हैं.
इनमें सामान्य अथवा गंभीर बीमारियां शामिल हैं. महिलाओं की बीमा पालिसी में प्रेग्नेंसी कवर को भी शामिल किया गया है. साथ ही इनके भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को देखते हुए पेंशन प्लान में भी महिलाओं के लिए प्रीमियम में छूट प्रदान की गई है.