क्या आप का पार्टनर भी हमेशा यही सोचता है कि वह जो बोल रहा सही बोल रहा है, हर बात में नुक्स निकालता है और सिर्फ खुद को ही खुश रखना चाहता है? तो उसे एनपीडी है.क्या है यह और कैसे दिलाएं इस से छुटकारा, जानिए ऐक्सपर्ट की राय…
मेघा की नईनई शादी हुई थी.बड़े अरमानों के साथ उस ने अपने पति राहुल के साथ अपना घर बसाया.शादी अरैंज्ड मैरिज थी.दोनों एकदूसरे के लिए अनजान थे.शुरुआत में सब अच्छा चल रहा था.घूमनाफिरना, एकदूसरे को टाइम देना वगैरा.
राहुल मेघा का बहुत खयाल रखता था.उस के लिए नईनई चीजें लाता।लेकिन उस की कुछ आदतें मेघा को बिलकुल पसंद न थीं.वह हमेशा अपनी पसंद को ज्यादा त्वज्जो देता.हमेशा उस की यही कोशिश होती कि जो वह बोल रहा है वही मेघा भी करे।
बङी मुसीबत
अगर वह कुछ अलग करती तो वह गुस्सा करता.मेघा उस के इस व्यक्तित्व से बिलकुल अनजान थी.यह सोचसोच कर वह परेशान रहने लगी.
एक रोज उस की एक दोस्त डिनर के लिए उस के घर आई जोकि पेशे से साइकोलौजिस्ट थी.मेघा ने जब अपनी परेशानी उसे बताई तो पता चला कि राहुल एक मानसिक बीमारी से ग्रस्त है, जिसे नार्सिसिस्ट पर्सनैलिटी डिसऔर्डर कहा जाता है.यह एक तरह का मानसिक रोग है. इसे एनपीडी के नाम से भी जाना जाता है.
खुद को नहीं समझना
इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति अपने व्यवहार को समझ पाने में असमर्थ रहता है.वह हमेशा यही सोचता है कि जो वह बोल रहा है बस वही ठीक है.
ऐसे लोग खुद के इमोशंस पर काबू नहीं कर पाते.वह हमेशा अपने बारे में सोचता है जिस कारण वह दूसरे लोगों से ईर्ष्या करने लगता है और अपने मन में यह भ्रम पाल लेता है कि दूसरे उस से नफरत करते हैं.
घमंडी और ढीठ
ऐसे व्यक्तित्व के लोग स्वभाव से घमंडी और ढीठ हो जाते हैं.ऐसे व्यक्ति सिर्फ खुद को खुश रखना चाहते हैं.समय रहते इस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया जाए तो आगे चल कर घातक हो सकती है.
ध्यान दें
* इस डिसऔर्डर से उबरने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें, जैसे अपने स्वभाव पर ध्यान दें।
* दूसरे लोगों से जुड़ने की कोशिश करें.यदि जरूरत पड़े तो टौक थेरैपी का सहारा लें।
* सुबहशाम व्यायाम करें.
* अपनी क्षमता और ताकत को पहचानने के साथसाथ अपनी असफलताओं और आलोचनाओं को स्वीकार करें।
* परिवार के साथ वक्त गुजारें.
अपनी जिद को किसी पर न थोपें.
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