Winter Special: स्नैक्स में परोसें टेस्टी मशरूम पौपकौर्न

अगर आप बच्चों को स्नैक्स में कुछ हेल्दी और टेस्टी खिलाना चाहते हैं तो ये रेसिपी ट्राय करें. मशरूम पौपकौर्न की ये रेसिपी टेस्टी की साथ-साथ आसानी से बनने वाली रेसिपी है. आप इसे कभी भी अपनी फैमिली के लिए फिल्म देखने के लिए बना सकती हैं.

हमें चाहिए

–  10-15 मशरूम

–  1 छोटा चम्मच अदरक व लहसुन का पाउडर

–  1 छोटा चम्मच प्याज का पाउडर

–  1 कप बै्रडक्रंब्स

–  1 छोटा चम्मच लहसुन बारीक कटा\

–  1 नींबू

–  1 बड़ा चम्मच कौर्नफ्लोर

–  तेल आवश्यकतानुसार

–  1/4 छोटा चम्मच कालीमिर्च पाउडर

–  1 बड़ा चम्मच शहद.

बनाने का तरीका

मशरूम को आधाआधा काट लें. ब्रैडक्रंब्स एक प्लेट में निकाल लें. बाकी सारी सामग्री को एक बड़े बरतन में डालें. थोड़ा सा पानी डाल कर मैरिनेशन तैयार कर लें. इस तैयार मैरिनेशन में मशरूम मिला कर अच्छी तरह मिक्स कर लें. अब 1-1 मशरूम उठा कर ब्रैड क्रंब्स में लपेट लें. सारे तैयार मशरूम एक ट्रे में रख कर 1-2 घंटों के लिए फ्रिज में रख दें. तेल में तल कर चटनी के साथ परोसें.

Winter Special: डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं ये टेस्टी चिक्कियां, जानें बनाने का तरीका

सर्दियों में  चिक्की खाने का विशेष महत्त्व होता है…चूंकि चिक्की को बनाई जाने वाली सामग्री की तासीर गर्म होती है इसीलिए इसे सर्दियों में अपने भोजन में अवश्य शामिल करना चाहिए. चिक्की को आमतौर पर मूंगफली, तिल, मुरमुरे, ड्राइफ्रूट्स, गुड़ तथा शकर से बनाया जाता है परन्तु आजकल गुड़ के स्थान पर खजूर का भी प्रयोग किया जाने लगा है. ख़जूर की चिक्की को संतुलित मात्रा में डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं. आज हम आपको ऐसी ही कुछ चिक्कियों को बनाना बता रहे हैं जिन्हें आप बड़ी आसानी से घर पर बना सकतीं हैं-

1. पीनट चिक्की

कितने लोगों के लिए           10

बनने में लगने वाला समय     20 मिनट

मील टाइप                         वेज

सामग्री

मूंगफली के छिल्का उतरे दाने       सवा कप

किसा गुड़                                 1 कप

घी                                           1 टीस्पून

विधि

मूंगफली दाने को हल्का सा दरदरा कर लें. गुड़ और घी को कड़ाही में गर्म करें. लगातार धीमी  आंच पर चलाते रहें. जब गुड़ एकदम गाढ़ा सा दिखने लगे तो कलछी से 1 बून्द ठंडे पानी में डालें, इसे उंगली से चपटा करके तोड़ें, यदि तोड़ने पर आवाज आये तो समझें कि गुड़ चिक्की बनाने के लिए तैयार है, इस स्टेज पर आप गैस बंद कर दें. अब इसमें दरदरे मूंगफली दाने डालकर अच्छी तरह चलाएं. जब मिश्रण बीच में इकट्ठा सा होने लगे तो इसे एक सिल्वर फॉयल या चिकनाई लगे चकले पर रखकर बेलन से पतला बेल लें. तेज धार वाले चाकू से मनचाहे पीसेज में काटकर एयरटाइट जार में भरकर प्रयोग करें.

2. शुगरफ्री ड्रायफ्रूट चिक्की

कितने लोंगों के लिए              8

बनने में लगने वाला समय       30 मिनट

मील टाइप                          वेज

सामग्री

बीज निकले खजूर            500 ग्राम

घी                                  2 टेबलस्पून

मिक्स नट्स(काजू, बादाम, अखरोट और पिस्ता समान मात्रा में)      कुल 250 ग्राम

नारियल बुरादा               1 कप

विधि

खजूर को बारीक टुकड़ों में काटकर मिक्सी में पल्स मोड पर पीस लें. सभी मेवा को गरम घी में तलकर निकाल लें. अब बचे घी में पिसे खजूर डालकर अच्छी तरह गाढ़ा होने तक लगातार चलाते हुए भूनें. जब मिश्रण पैन में चिपकना छोड़ दे तो भुनी मेवा डालकर चलाएं और गैस बंद कर दें.तैयार मिश्रण को चिकनाई लगी ट्रे में फैलाएं. ठंडा होने पर चौकोर टुकड़ों में काटकर एयरटाइट जार में भरें.

-मुरमुरा चिक्की

कितने लोगों के लिए          10

बनने में लगने वाला समय    30 मिनट

मील टाइप                        वेज

सामग्री

मुरमुरे(पफ्ड राइस)            ढाई कप

गुड़                                 1 कप

घी                                  1 टेबलस्पून

विधि

मुरमुरे को बिना घी के भारी तले की कढ़ाई में लगातार चलाते हुए धीमी आंच पर 5 से 10 मिनट तक भूनकर एक थाली में निकाल लें. अब इसी पैन में घी डालकर गुड़ तोड़कर डालें. जब गुड़ में बुलबुले आने लगें तो एक कटोरी ठंडे पानी मे एक बूंद डालें, बून्द की गोली सी बनने लगे तो समझें कि चाशनी तैयार है. तैयार चाशनी में मुरमुरे डालकर अच्छी तरह चलाकर चिकनाई लगी ट्रे में जमाएं. मुरमुरे की प्रक्रिया को बहुत जल्दी जल्दी करने की आवश्यकता होती अन्यथा यह ठंडा हो जाता है और फिर जमने में परेशानी होती है. गर्म में ही चाकू से निशान बनाएं और ठंडा होने पर तोड़कर एयरटाइट जार में भरें.

3. कोकोनट चिक्की

कितने लोगों के लिए          8

बनने में लगने वाला समय     30 मिनट

मील टाइप                         वेज

सामग्री

नारियल लच्छा               2 कप

शकर                            1/2 कप

गुड़                               1/2 कप

घी                                1 टेबलस्पून

विधि

एक नॉनस्टिक पैन में बिना घी के नारियल लच्छा को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए हल्का सा भूनकर अलग निकाल लें. अब इसी पैन में घी गरम करके शकर और गुड़ डाल दें. आंच एकदम धीमी रखें. इसे एकदम गाढ़ा और सख्त होने तक पकाएं. अब गैस बंद करके  इसमें नारियल लच्छा मिलाकर चिकनाई लगी ट्रे में डालकर एकसार करके जमा दें. मनचाहे टुकड़ों में काटकर एयरटाइट जार में भरकर प्रयोग करें.

Winter Special: भारत में पाई जाती हैं 10 तरह की जलेबियां, सर्दियों में जरूर उठाएं इनका लुत्फ

गुलाब जामुन की तरह जलेबी भी भारत के सबसे लोकप्रिय डेजर्ट में से एक  है. इसका नाम सुनकर मुंह में पानी आ जाता है. खासतौर से यह गर्मा-गर्म हो, तो बेहद स्वादिष्ट लगती हैं. बता दें जलेबी सिर्फ एक मिठाई नहीं है, बल्कि भारत में यह सुबह और शाम के नाश्ते का भी हिस्सा है. बता दें कि बिहार में इसे पूरी, सब्जी के साथ परोसा जाता है और शाम के समय इसे समोसे और कचोरी के साथ . यूपी और हरियाणा के कई हिस्सों में रात के गर्म खाने में गर्म दूध से भरे गिलास के साथ जलेबी का लुत्फ उठाया जाता है. भोपाल में जलेबी पोहा के साथ खाई जाती है. गुजरात में जलेबियों का स्वाद फाफड़े के साथ लिया जाता है. एतिहासिक ग्रंथों के अनुसार, जलेबी की उत्पत्ति पश्चिम एशिया से हुई है और इसे इसका अनूठा नाम अरबी शब्द जुलबिया से मिला है. अगर जलेबी आपकी सबसे पसंदीदा मिठाई है, तो शायद आपने अब तक एक या दो तरह की जलेबी का ही स्वाद चखा होगा. लेकिन आपको नहीं पता होगा कि भारत में एक या दो नहीं बल्कि 10 प्रकार की जलेबी बहुत ही पॉपुलर हैं. तो आइए जानते हैं भारत में मिलने वाली 10 तरह की जलेबियों के बारे में.

1. पनीर जलेबी-

यह सबसे ज्यादा पॉपुलर मानी जाने वाली जलेबी है, जो क्रीम, मैदा, नींबू और फुल क्रीम दूध से तैयार की जाती है. इस तरह की जलेबी पश्चिम बंगाल में काफी पॉपुलर है और वहां इसे चनर जिलिपी के नाम से जाना जाता है.

2. काली जलेबी- 

यह ऑरेंज रंग की जलेबी का काला वर्जन है. खास बात ये है कि इसे मैदा के बजाय खोया और अरारोट से तैयार किया जाता है. दरअसल, जलेबी के मिश्रण को पूरी तरह से तला जाता है, जिससे यह रंग में काली हो जाती है. पुरानी दिल्ली में काली जलेबी काफी मशहूर हैं.

3. जंगरी- 

मैदा के बजाए इस जलेबी का बैटर बनाने के लिए उड़द दाल का इस्तेमाल किया जाता है, जो मैदा के साथ फर्मेंट होता है. इस जलेबी का स्वाद थोड़ा खट्टा होता है. उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग सबसे ज्यादा जलेबी की यह वैरायटी पसंद करते हैं.

4. जलेबा-

आम जलेबी के मुकाबले इस जलेबी का वजन बहुत ज्यादा होता है. आकार में भी यह बहुत बड़ी होती है. इसके लिए मैदा को रातभर फर्मेंट किया जाता है और दूसरे दिन इससे जलेबी बनाई जाती  है. उत्तर भारत में यह जलेबी लोगों की पसंदीदा है. यहां पर इस जलेबी का वजन 350-500 ग्राम होता है, इसलिए इसे जलेबा कहते हैं.

5. खोया जलेबी-

मध्यप्रदेश की मशहूर खोया जलेबी को बनाने के लिए  मैदा, कंडेस्ट मिल्क और खोया का इस्तेमाल होता है. इसे मिलाई या ठंडा दूध डालकर सर्व करते हैं. मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में जलेबी की यह वैरायटी आपको हर दुकान में मिल जाएगी.

6. उड़द दाल की जलेबी- 

उड़द की दाल से बनी जलेबी भी बेहद स्वादिष्ट लगती है. इसे भी रातभर मैदा को फर्मेंट करके बनाया जाता है. इसके स्वाद में हल्का सा खट्टापन होता है. जलेबी की यह वैरायटी आपको उत्तर प्रदेश और बिहार में मिठाई की हर दुकान पर देखने को मिलेगी.

7. इमरती- 

इमरती होती जलेबी की ही तरह है, लेकिन इसके स्वाद में थोड़ा अंतर होता है. ये जलेबी से थोड़ी मोटी होती है. उड़द की दाल, अरारोट, केसर की मदद से इसे बनाया जाता है. फिर इसे चाश्री में डुबोकर गर्मा-गर्म सर्व करते हैं.

8. आलू की जलेबी- 

हो सकता है सुनकर हैरत हो, लेकिन एक ऐसी तरह की जलेबी भी है, जो आलू से बनाई जाती है. उबले आलू से बनाई गई यह जलेबी बाहर से काफी कुरकुरी होती है. इसमें मिलाई जाने वाली मैदा, घी, चीनी, दही और इलायची जैसी सामग्री के चलते यह बेहद स्वादिष्ट होती है. उत्तर प्रदेश के मथुरा में आलू की जलेबी बड़ी फेमस है.

9. एप्पल जलेबी- 

यह जलेबी सेब के स्लाइस से तैयार होती है और फ्राई करने के बाद इसे चाश्री में डुबोया जाता है. इस जलेबी को ऑरीजनल जलेबी का बेस्ट वर्जन माना गया है.

10. नमकीन जलेबी-

क्या जलेबी भी नमकीन हो सकती है. जी हां, बिल्कुल . पश्चिम बंगाल में नमकीन जलेबी बहुत मशहूर है, जिसे भाबरा भी कहते हैं. चावल के आटे, बेसन,  अदरक-लहसुन के पेस्ट और कुछ मसालों के साथ यह नमकीन जलेबी बनाई जाती है.  वहां पर ज्यादातर लोग इसे चाय के साथ लेना पसंद करते हैं.

Winter Special: नीबू से बनाएं ये टेस्टी अचार

सर्दियों के मौसम में नीबू बहुतायत से मिलते हैं, उपलब्धता अधिक होने के कारण ही इन दिनों नीबू काफी सस्ते दामों पर भी मिलते हैं. नीबू विटामिन सी का प्रचुर स्रोत होने के साथ साथ पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, और मिनरल्स से भी भरपूर होता है. इसमें उपलब्ध विटामिन सी हमारे रोग प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है. यह पाचन तंत्र को दुरुस्त करने, वजन घटाने, और ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित करने का काम करता है . किसी भी खाद्य पदार्थ में जाकर यह उसके स्वाद और पौष्टिकता दोनों को ही बढ़ा देता है. इससे अचार और शर्बत बनाए जाते हैं. आज हम आपको नीबू से बनाये जाने वाले कुछ स्वादिष्ट अचार को बनाना बता रहे हैं , तो आइए देखते हैं कि इन्हें कैसे बनाते हैं-

-नीबू का स्लाइस्ड अचार

कितने लोगों के लिए              10/12

बनने में लगने वाला समय        20 मिनट

मील टाइप                            वेज

सामग्री

बिना दाग धब्बे वाले नीबू       500 ग्राम

सरसों का तेल                     400 ग्राम

अचार का तैयार मसाला      250 ग्राम

हींग                                  1/4 टीस्पून

गोल कटी हरी मिर्च             8

विधि

नीबू को धो पोंछकर पतले पतले गोल स्लाइस में काट लें. जितना सम्भव हो उतने बीज अलग कर दें. सरसों के तेल को अच्छी तरह गर्म करके गैस बंद कर दें. जब तेल गुनगुना सा रहे तो हींग डालकर अचार का मसाला, नीबू और कटी हरी मिर्च डाल दें. अच्छी तरह चलाकर तैयार अचार को कांच के जार में भरकर धूप में रखें. 15-20 दिन बाद प्रयोग करें.

-नीबू का इंस्टेंट अचार

कितने लोगों के लिए              10

बनने में लगने वाला समय      40 मिनट

मील टाइप                           वेज

सामग्री

नीबू                                  500 ग्राम

शकर                                 400 ग्राम

काला नमक                     1 टेबलस्पून

काली मिर्च पाउडर            1टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर             1/2 टीस्पून

कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर   1 टीस्पून

सादा नमक                     1टीस्पून

भुना जीरा पाउडर            1/2 टीस्पून

विधि

नीबू को धोकर साफ सूती कपड़े से पोंछकर छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें. हाथ से इनके बीज भी निकाल दें. ध्यान रखें बीज नीबू से पूरी तरह अलग हो जाएं अन्यथा अचार कड़वा हो जाएगा. अब नीबू और शकर को मिक्सी में पल्स मोड पर बारीक पीस लें.

तैयार मिश्रण को एक कांच या स्टील के बाउल में डालें. एक चौड़े मुंह के भगौने में पानी गर्म होने गैस पर रखें. भगौने के तले में एक स्टैंड या कटोरी इस प्रकार रखें कि इसके ऊपर जब आप कांच का बाउल रखें तो वह आधा पानी में डूबा रहे.अब तैयार नीबू और शकर के मिश्रण में शेष सभी मसाले मिलाएं…अब इसे लगातार चलाते हुए लगभग 25 मिनट तक पकाएं. अब तक नीबू का रंग पूरी तरह बदल जायेगा. जब अचार पूरी तरह ठंडा हो जाये तो कांच के जार में भरें. आप इसे बनने के तुरंत बाद ही प्रयोग कर सकतीं हैं.

-नीबू का मीठा नमकीन अचार

कितने लोगों के लिए               10-12

बनने में लगने वाला समय        20 मिनट

मील टाइप                            वेज

सामग्री

नीबू                                 500 ग्राम

पिसी शकर                              300 ग्राम

काली मिर्च                      1 टीस्पून

काला नमक                    डेढ़ टीस्पून

भुना जीरा पाउडर          1 टीस्पून

बड़ी इलायची पाउडर       1/2 टीस्पून

जायफल पाउडर             1/4 टीस्पून

विधि

नीबू को धो पोंछकर 8 टुकड़ों में काट लें. इन्हें एक बड़े बाउल में डालें. अब इन कटे नीबुओं में समस्त सामग्री को भली भांति मिलाएं. कांच के जार में भरकर 15-20 दिन तक धूप में रखें, 2-3 दिन के अंतर पर हिलाते रहें. 20 दिन बाद तैयार अचार को पूरी परांठा के साथ सर्व करें.

ध्यान रखने योग्य बातें

-अचार बनाने के लिए नीबू ताजे, बिना दाग धब्बे व पतले छिल्के वाले और अच्छे रस वाले ही लें.

-अचार को भरने के लिए कांच के जार का प्रयोग करें, इससे अचार जल्दी खराब नहीं होता और पकता भी जल्दी है.

-रेडीमेड अचार के मसाले के स्थान पर आप घर में बनाये मसाले का ही प्रयोग करे .

-यदि आप हैल्थ कॉन्शस हैं तो शकर के स्थान पर गुड़ का प्रयोग करें.

-अचार के जार को ऐसे स्थान पर रखें जहां पर अच्छी धूप आती हो…दो तीन दिन के अंतराल पर इसे चलाते रहें ताकि तले का अचार पक जाए.

-सीधे गैस पर पकाने के स्थान पर आप भगौने में पानी के ऊपर कटोरा रखकर अचार पकाएं सीधे पकाने से अचार में कड़वाहट आ सकती है.

Winter Special Food: सर्दियों में बनाएं खास नटी मसाला स्क्वेयर, यहां से नोट करें ये आसान विधि

सर्दियों को सेहत बनाने वाला मौसम माना जाता है क्योंकि इन दिनों हमारी पाचन क्षमता काफी बढ़ जाती है. इन दिनों गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है ताकि हमारा शरीर गर्म रह सके. ड्रायफ्रूट्स विटामिन्स, मिनरल्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम के प्रचुर स्रोत होते हैं इसलिए इनका सेवन अवश्य करना चाहिए. अक्सर समस्या होती है कि इनका सेवन कैसे किया जाए तो आइए इस समस्या को हल करते हैं गुड़ के साथ इनकी एक रेसिपी बनाकर. गुड़ के साथ बनाये जाने से इनकी पौष्टिकता कई गुना बढ़ जाती है क्योंकि गुड़ आयरन, जिंक और मिनरल्स से भरपूर होता है. कोरोना के मद्देनजर हम यहां इसमें कुछ मसालों का भी प्रयोग करेंगे जिससे यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सहायक होगी तो आइए जानते हैं कि इसे कैसे बनाया जाए.

-नटी मसाला स्क्वेयर

कितने लोंगों के लिए 10-12
बनने में लगने वाला समय 25 मिनट
मील टाइप वेज/स्वीट

सामग्री

बादाम 100 ग्राम
अखरोट गिरी 100 ग्राम
पिस्ता 50 ग्राम
काजू 50ग्राम
सफेद तिल 50 ग्राम
नारियल स्लाइस 50 ग्राम
काली मिर्च पाउडर 1/4 टीस्पून
दालचीनी पाउडर 1/4 टीस्पून
सोंठ पाउडर 1/2 टीस्पून
जायफल पाउडर 1/4टीस्पून
केसर के धागे 6
गुड़ 400 ग्राम
घी 1 टेबलस्पून

विधि

सभी मेवा को छोटे छोटे टुकड़ों में काट कर सूखा अर्थात बिना घी के पैन में सेंक लें. तिल को भी सूखा भूनकर ठंडा होने पर दरदरा कूट लें. गुड़ को भी चाकू से बारीक कर लें. एक पैन में घी गरम करें और गुड़ डालें, एकदम मंदी आंच पर गुड़ के पिघलने तक लगभग 10 मिनट तक पकाएं. अब एक कटोरी पानी में गुड़ की एक बूंद डालें और इसे चपटा करके तोड़ कर देंखें यदि टूटने की आवाज आये तो गुड़ जमाने के लिए तैयार है. अब इसमें पहले सभी मसाले फिर ड्रायफ्रूट्स और केसर डालकर अच्छी तरह चलाएं. एक चिकनाई लगी ट्रे में जमाएं. गर्म में ही चाकू से 1-1 इंच के चौकोर निशान लगाएं. ठंडा होने पर इन्हें तोड़कर एयरटाइट जार में भरकर रखें और सर्दियों में जमकर सेवन करें.

Winter Special: घर पर बनाएं रेस्टोरेंट स्टाइल में दाल पालक, ये रही आसान रेसिपी

अगर आप बच्चों से लेकर बड़ों तक को कुछ हेल्दी और टेस्टी रेसिपी खिलाना चाहती हैं तो दाल पालक बेस्ट औप्शन है. आयरन से भरपूर पालक की इस रेसिपी को लंच या डिनर कभी भी ट्राय कर सकते हैं.

हमें चाहिए

–   1 कप तुअर दाल

–   250 ग्राम उबला पालक

–   1 बारीक कटा टमाटर

–   1 छोटा चम्मच अदरक कद्दूकस की

–   1 छोटा चम्मच हलदी पाउडर

–   1/2 छोटा चम्मच जीरा पाउडर

–   1/2 छोटा चम्मच गरममसाला पाउडर

–   1 बड़ा चम्मच घी

–   नमक स्वादानुसार.

बनाने का तरीका

दाल को प्रैशर कुकर में 3 कप पानी के साथ पका कर एक बरतन में निकाल लें. अब प्रैशर कुकर में घी गरम कर उस में अदरक, टमाटर, हलदी पाउडर, जीरा पाउडर, गरममसाला पाउडर, नमक और पालक डालें. सारी सामग्री अच्छी तरह मिक्स कर एक सिटी आने तक पका लें. प्रैशर निकल जाने के बाद पकी हुई दाल को इस मिश्रण में मिला दें. कुछ देर पका कर सर्विंग डिश में निकालें और धनियापत्ती से सजा कर परोसें.

6 Type की होती हैं Bread, जानिए क्या हैं इनके फायदे

लेखिका- दीप्ति गुप्ता

बदलती जीवनशैली में हमारे खान-पान की आदतें भी विकसित हो रही हैं. अब नाश्ते में लोग ब्रेड का सेवन ज्यादा करते हैं, क्योंकि ये सेहत के लिए बेस्ट ब्रेकफास्ट है. सैंडविच के रूप में या जैम, मक्खन के साथ खाने के अलावा इससे कई तरह के स्नैक्स भी बनाए जाने लगे हैं. आमतौर पर इन सभी के लिए हम व्हाइट ब्रेड का ही इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब बाजार में ब्रेड की कई किस्में मौजूद हैं, जिनके बारे में अब भी बहुत से लोग नहीं जानते. ये ब्रेड न केवल खाने में स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि स्वास्थ से जुड़े इनके फायदे बहुत हैं. तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं ब्रेड के प्रकार और इनसे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में.

ब्राउन ब्रेड (Brown Bread)

ब्राउन गेहूं के आटे से बनी होती है. इसे बनाने के दौरान चोकर और गेहूं के कीटाणु को नहीं हटाया जाता है. परिणामस्वरूप ब्रेड में पोषण तत्व बरकरार रहते हैं. एक ब्राउन ब्रेड में लगभग 3.9 ग्राम प्रोटीन, 21.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.8 ग्राम फाइबर, 15.2मिग्रा कैल्शियम, 1.4 मिग्रा आयरन, 37.3 मिग्रा मैग्रीशियम, पोटेशियम, सोडियम और जिंक जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं. ब्राउन ब्रेड में मौजूद फाइबर बवासीर, हदय रोग, टाइप टू डायबिटीज और कब्ज के जोखिम को कम करने में मदद करता है.

हनी और ओट्स ब्रेड (Honey and Oats Bread):

शहद और जई से बनी ये ब्रेड कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है. इसमें 49 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 5 ग्राम फाइबर और 260 कैलोरी होने के साथ विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है. सभी पौष्टिक तत्व होने के कारण यह कोलेस्ट्रॉल को कम कर वजन घटाने में सहायता करती है. इस ब्रेड का सेवन करने से पाचन तंत्र भी ठीक रहता है. अध्ययनों के अनुसार, हनी और ओट्स ब्रेड के सेवन से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर नहीं होता.

राई ब्रेड (Rye Bread)

राई की ब्रेड राई और गेहूं के मिश्रण से तैयार की जाती है. राई की ब्रेड में एक सेक्लाइनिन नाम का प्रोटीन पाया जाता है, जो आपकी बढ़ी हुई भूख को कंट्रोल करने का काम करता है और आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे वजन कम करने में तो आसानी होती ही है, साथ ही डायबिटीज में इसे खाया जाए, तो ये बहुत फायदेमंद होती है.

फ्रूट ब्रेड (Fruit Bread): 

फ्रूट ब्रेड बहुत स्वादिष्ट होती है. इसमें किशमिश, संतरे के छिलके, खुबानी, खजूर जैसे ड्राई फ्रूट्स और शुगर मिलाई जाती है. इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें अंडे, दालचीनी, जायफल भी डाले जाते हैं. फ्रूट ब्रेड प्रोटीन और फाइबर के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होती है. एक तरफ जहां ड्राई फ्रूट्स ओरल हेल्थ को बढ़ावा देते हैं और मसूड़ों की बीमारियों से बचाते हैं, वहीं सोडियम की मात्रा कम होने की वजह से उच्च रक्त चाप का खतरा कम हो जाता है.

बैगूएट ब्रेड (Baguette Bread):

पौष्टिकता की बात आए, तो बगुएट ब्रेड अच्छा ऑप्शन है. ये ब्रेड एक लंबे पाव की तरह होती है, जो अक्सर बड़े रेस्टोरेंट्स या बेकरी पर देखने को मिलती है. यह आमतौर पर लीन आटे का उपयोग करके बनाई जाती है. इसमें विटामिन बी, जिंक, आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं. अन्य ब्रेडों की तुलना में इसमें फाइबर की मात्रा न के बराबर होती है, लेकिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए प्रभावी है.

वॉलनट ब्रेड( Walnut Bread ) :

वॉलनट ब्रेड दिल के मरीजों के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है. दरअसल, इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जिससे आप अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ा सकते हैं. बता दें, कि अखरोट को ब्रेन बूस्टिंग फूड भी माना जाता है, इसलिए दिमाग को तेज करने के लिए वॉलनट ब्रेड या अखरोट की ब्रेड का सेवन आपको एक बार जरूर करना चाहिए.

तो अगली बार आप जब भी ब्रेड खरीदने की सोचें, तो सुनिश्चित करें, कि इन हेल्दी ब्रेड का ऑप्शन चुनें. इस लेख में बताए गई 6 प्रकार की ब्रेड न केवल पोषण से भरपूर हैं, बल्कि इनका स्वाद भी आम ब्रेड से बहुत अलग है.

New Year Special: सर्दियों में बनाएं पालक के टेस्टी कबाब, बढ़ जाएगा खाने का स्वाद

विंटर में आपने पालक के पकौड़े तो बहुत खाए होंगे, लेकिन क्या आपने पालक के कबाब खाए हैं. पालक के कबाब बनाना बहुत आसान है. उन्हें बनाने में ज्यादा टाइम भी नही लगता. साथ ही ये टेस्टी भी होते हैं. अगर आप भी विंटरमें कुछ आसान और टेस्टी बनाने की सोच रही हैं तो ये आपके लिए परफेक्ट औप्शन रहेगा. इसे आप अपनी फैमिली और बच्चों सभी को आसानी से हरी टटनी के साथ परोस सकते हैं.

हमें चाहिए

500 ग्राम पालक

150 ग्राम बेसन

200 ग्राम (कुटी हुई) मूंगफली

आधा बंच धनिया पत्तियां

8 हरी मिर्च

नमक स्वादानुसार

1 चम्मच चाट मसाला पाउडर

1 चम्मच गर्म मसाला पाउडर

3 उबला हुआ आलू

3 प्याज

डेढ़ कप औयल

बनाने का तरीका

पालक को अच्छी तरह से धोकर ब्लेंडर में डालकर पेस्ट बना लें. और उबले हुए आलू को छीलकर उसे अच्छी तरह से मैश कर लें. अब मैश किए आलू में पालक का पेस्ट, नमक, धनिया पत्ता, बेसन, मूंगफली, गर्म मसाला पाउडर, चाट मसाला और बारीक कटा प्याज डालें और अच्छी तरह से मिक्स करें.

अब तैयार मिश्रण से छोटे-छोटे कबाब बनाएं और करीब 20 मिनट के लिए अलग रख दें. फिर एक फ्राइंग पैन को मध्यम आंच पर रखें और उसमें तेल डालकर गर्म करें. जब तेल गर्म हो जाए तो तैयार कबाब को धीमी आंच पर दोनों तरफ से अच्छी तरह से फ्राई करें. अब्जौर्बेंट पेपर पर तैयार कबाब को निकालें और हरी चटनी के साथ गरमागरम अपनी फैमिली को बारिश के मौसम में परोसें.

Winter Special: ईवनिंग स्नैक्स में बनाएं हैल्दी पालक उत्तपम चाट

सर्दियों ने दस्तक दे दी है और आहार विशेषज्ञों के अनुसार इन दिनों हमारी पाचन क्षमता भी अच्छी हो जाती है  साथ ही इन दिनों कुछ चटपटा और मसालेदार खाने का भी मन करने लगता है. आज हम आपको एक हैल्दी चाट बनाना बता रहे हैं जिसे आप घर पर उपलब्ध सामग्री से बड़ी आसानी से बना तो सकते ही हैं साथ ही ये बहुत हैल्दी भी है क्योंकि इसे हमने बिना डीप फ्राई किये बनाया है तो आइए देखते हैं कि इसे कैसे बनाया जाता है-

-पालक उत्तपम चाट

कितने लोगों के लिए           4

बनने में लगने वाला समय      20 मिनट

मील टाइप                           वेज

सामग्री(उत्तपम के लिए)

पालक प्यूरी                    1 कप

सूजी                               2 कप

खट्टा दही                        1 कप

नमक                              1 टीस्पून

जीरा                              1/4 टीस्पून

हरी मिर्च अदरक पेस्ट      1 टीस्पून

तेल                              1 टेबलस्पून

सामग्री(चाट के लिए)

उबले और मैश किये आलू      2

बारीक कटा प्याज                 1

बारीक कटी हरी मिर्च               2

बारीक कटा हरा धनिया            1 टीस्पून

हरी चटनी                             1 टीस्पून

इमली की मीठी चटनी           1 टीस्पून

मसाला बून्दी                       1 टेबलस्पून

फीकी सेव                           1 टेबलस्पून

अनार के दाने                      1 टेबलस्पून

चाट मसाला                       1/2 टीस्पून

लाल मिर्च पाउडर               1/4 टीस्पून

विधि

उत्तपम बनाने के लिए दही में पालक प्यूरी, अदरक, हरी मिर्च पेस्ट, जीरा और नमक डालकर अच्छी तरह चलाएं और ढककर आधे घण्टे के लिए रख दें. आधे घण्टे के बाद  फिर से अच्छी तरह चलाएं. तैयार मिश्रण में से 1 बड़ा चम्मच मिश्रण चिकनाई लगे तवे पर मोटा मोटा फैलाएं और धीमी आंच पर दोनों तरफ चिकनाई लगाकर हल्का भूरा होने तक सेंक कर तवे से उतार लें.

मैश किये आलू में चाट मसाला, लाल मिर्च, नमक और हरी धनिया अच्छी तरह मिलाएं और इसे चार भागों में विभाजित कर लें. एक प्लेट में उत्तपम को रखकर पिज्जा कटर या चाकू से चार भाग में बांट लें. उत्तपम के इन पीसेज पर आलू, हरी चटनी, लाल चटनी डालकर ऊपर से कटा प्याज, फीकी सेव, और अनार के दाने डालकर सर्व करें.

 

Winter Special: इन सर्दियों में घर पर बनाए ढाबे जैसा सरसों का साग

सरसों का साग हरे पत्तेदार सब्जियों से बना एक शीतकालीन व्यंजन है या यूं कहे की ये स्वाद और सेहत से भरपूर डिश है. जिसे त्योहारों, शादियों और किसी अन्य विशेष अवसर के दौरान परोसा जाता है और यहाँ तक की आपको ये लगभग सभी उत्तर भारतीय रेस्तरां या ढाबों में बहुत ही आसानी से मिल जाएगा.पंजाबियों की तो ये सबसे लोकप्रिय डिश है.ये न केवल भारतीयों के बीच, बल्कि यह पर्यटकों के बीच भी बहुत लोकप्रिय है. तो चलिये जानते है बहुत ही आसान तरीके से ढाबे जैसा सरसों का साग कैसे बनाए-

कितने लोगों के लिए-3 से 4
कितना समय लगेगा-30 से 40 मिनट
मील टाइप- वेज

हमें चाहिए-

सरसों के हरे पत्ते – 500 ग्राम
पालक – 250 ग्राम
टमाटर-250 ग्राम
प्याज़-2 से 3 मीडियम आकार के
हरी मिर्च-2-3
अदरक- 2 इंच लम्बा टूकड़ा
लहसुन-10 से 12 कली घिसी हुई
सरसों का तेल – 2 टेबल स्पून
घी या बटर – 2 टेबल स्पून
हींग- 2 – 3 पिंच
जीरा- 1/2 छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर- एक चौथाई छोटी चम्मच
नमक- स्वादानुसार

बनाने का तरीका-

1-सबसे पहले सरसों और पालक के पत्तों को अच्छे से धोकर रख ले.अब एक बड़े बर्तन में करीब 2 लीटर पानी गरम करे.

2-पानी गरम हो जाने के बाद उसमे सरसों और पालक के पत्ते डालकर उनको उबाल लें.जब पत्ते अच्छे से गल जाए तब गॅस को बंद करके पानी को छान कर पत्तों को अलग कर ले.

3-अब इन पत्तों को मिक्सर में डाल कर पीस लें.

4-अब कढ़ाई में तेल गरम करे .तेल गरम हो जाने के बाद उसमे घिसी हुई अदरक और लहसुन डाल दे.अब करीब 1 मिनट इनको भून लेने के बाद इसमे जीरा ,हरी मिर्च,हल्दी और हींग डाल कर अच्छे से मिला दे.

5-अब इसमे प्याज़ डाल कर इसे अच्छे से लाल होने तक भूने ,जब प्याज़ भुन जाए तब इसमे टमाटर डाल दे और फिर नमक डाल कर टमाटर को अच्छे से गल जाने तक पका लें.

6-टमाटर के गल जाने के बाद अब इसमे पालक और सरसों का पेस्ट डाल दें.और इसे करीब 15 से 20 मिनट मीडियम आंच पर पकाए और इसको बीच बीच में चलाते रहे.

7- 15 से 20 मिनट बाद इसमे बटर डाल कर अच्छे से मिला दे और करीब 5 से 7 मिनट और पकाए.

8-अब गैस को बंद कर दे और इसे एक बाउल में निकाल ले.

9-गर्मारम सरसों के साग पर बटर डाल कर परोसें.

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