ताकि ढलती उम्र में भी दिखें जवां

अपनी उम्र से कम दिखना भला कौन नहीं चाहता. अगर बात महिलाओं की की जाए, तो वे अपनी बढ़ती उम्र को छिपाने के लिए कुछ भी ट्राई करने से पीछे नहीं हटतीं.

तभी तो कौस्मैटिक इंडस्ट्री ने भी बढ़ती उम्र पर लगाम लगाने वाले कई उत्पाद बाजार में उपलब्ध कराए हैं. ये उत्पाद चेहरे पर उभरती उम्र की रेखाओं को छिपाने में महिलाओं की बड़ी मदद करते हैं. मगर यह जरूरी है कि इन उत्पादों का उपयोग करने से पहले महिलाओं को इन के सही इस्तेमाल के बारे में पूरी जानकारी हो वरना इन का त्वचा पर विपरीत असर भी देखने को मिल सकता है.

कौस्मैटोलौजिस्ट, अवलीन खोखर कहती हैं, ‘‘कौस्मैटिक प्रोडक्ट्स खूबसूरती को बढ़ाने के लिए होते हैं. इन से चेहरे की कमियों को सुधारा जा सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि उन कमियों के बारे में पता हो और उन्हें किस उत्पाद से ठीक करना है, यह भी जानकारी हो वरना उम्र कम लगने की जगह ज्यादा लगने लगती है.’’

त्वचा को करें मेकअप के लिए तैयार

अवलीन के अनुसार त्वचा पर कोई भी कौस्मैटिक उत्पाद लगाने से पहले उस का प्रकार जानना बहुत जरूरी है, क्योंकि त्वचा के अुनरूप मेकअप उत्पाद का चुनाव करने पर ही सही लुक मिलता है. बाजार में ड्राई, औयली और कौंबिनेशन स्किन के लिए अलगअलग कौस्मैटिक उत्पाद उपलब्ध हैं. सही चुनाव के साथ मेकअप के लिए त्वचा को तैयार करना भी जरूरी है. यदि त्वचा को साफ किए बगैर मेकअप किया जाए तो गंदगी स्किन पोर्स के अंदर ही रह जाती है और मेकअप की लेयर पोर्स को बंद कर देती है. इस से संक्रमण का डर रहता है. इसलिए मेकअप से पहले त्वचा की क्लीनिंग, टोनिंग और मौइश्चाराइजिंग जरूर करें. इस से मेकअप में स्मूदनैस आती है.

बचें कंसीलर के इस्तेमाल से

कंसीलर का इस्तेमाल काले धब्बों को छिपाने के लिए किया जाता है. इसे चेहरे के केवल उन हिस्सों पर लगाया जाता है जहां काले धब्बे होते हैं. मगर कुछ महिलाएं इसे पूरे चेहरे पर लगा लेती हैं. ऐसा करने से चेहरे की झाइयां उजागर होने लगती है. अवलीन कहती हैं कि कंसीलर थिक होता है और जरा सा लगाने पर ही असर दिखा देता है. ज्यादा लगाने पर यह चेहरे पर लकीरें बना देता है. कुछ महिलाएं काले घेरों को छिपाने के लिए भी कंसीलर का इस्तेमाल करती हैं, जोकि गलत है, आंखों के नीचे कंसीलर हमेशा इनर कौर्नर पर ही लगाना चाहिए. ज्यादा कंसीलर लगाने पर आंखें अलग से चमकती दिखाई देती हैं, जिस से पता लग जाता है कि आंखों पर कंसीलर लगाया गया है.

न लगाएं ज्यादा फाउंडेशन

सब से पहले फाउंडेशन का चुनाव अपनी स्किन टाइप के हिसाब से करें. मसलन, नौर्मल त्वचा वाली महिलाएं जहां मिनरल बेस्ड या फिर मौइश्चराइजर युक्त फाउंडेशन का इस्तेमाल कर सकती हैं, वहीं ड्राई त्वचा के लिए हाइड्रेटिंग फाउंडेशन उचित रहेगा. फाउंडेशन सेम स्किन कलर टोन का ही लें वरना स्किन ग्रे दिखने लगेगी. औयली त्वचा के लिए पाउडर डबल फाउंडेशन का इस्तेमाल करना चाहिए. यह त्वचा को मैटीफाई करता है.

फाउंडेशन के सही चुनाव के साथ ही इस का सही इस्तेमाल भी बहुत जरूरी है. अमूमन महिलाएं पूरे चेहरे पर फाउंडेशन की परत चढ़ा लेती हैं, जो गलत है. फाउंडेशन को चेहरे पर लगाने का सही तरीका है कि जरा सा फाउंडेशन उंगली में ले कर डैब करते हुए अच्छी तरह चेहरे पर लगाया जाए. यह उम्र के साथ त्वचा में हुए डिस्कलरेशन को दूर करता है.

कौंपैक्ट से दें फिनिशिंग

बहुत सी महिलाएं फाउंडेशन के बाद कौंपैक्ट पाउडर नहीं लगातीं. अवलीन इसे मेकअप ब्लंडर मानती हैं. वे कहती हैं कि कौंपैक्ट पाउडर मेकअप को फिनिशिंग देता है. हां, इस का भी अधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए वरना चेहरे पर लकीरें उभर आती हैं.

इस का चुनाव भी सावधानी से करना चाहिए. सब से पहले तो स्किन कलर टोन के हिसाब से ही शेड चुनें. अपनी स्किन टाइप का भी ध्यान रखें. मसलन, औयली त्वचा के लिए औयल कंट्रोल मैट फिनिशिंग वाला कौंपैक्ट पाउडर तो ड्राई स्किन के लिए क्रीमी कौंपैक्ट लें. यह त्वचा को हैल्दी लुक देता है. सैंसिटिव स्किन के लिए इमोलिएंट औयल एवं वैक्स युक्त कौंपैक्ट सब से अच्छा विकल्प होता है.

आई मेकअप करें ध्यान से

यंग दिखने के लिए बहुत जरूरी है कि आई मेकअप अच्छी तरह किया गया हो. अधिकतर महिलाओं को भ्रम होता है कि आंखों पर डार्क मेकअप करने से जवां लुक आ जाता है मगर अवलीन इसे भ्रम करार देते हुए कहती हैं कि  ‘एशियन स्किन कलर टोन पर अर्थी कलर नैचुरल लगते हैं. खासतौर पर उम्र को कम दिखाने में कौपर, ब्राउन और रस्ट कलर सब से अधिक कारगर हैं. आईशेड्स में इन रंगों का ही इस्तेमाल करना चाहिए. इस बात का भी ध्यान रखें कि क्रीमी आईशेड्स न चुनें, क्योंकि ये आंखों की झुर्रियों को छिपाने में सफल नहीं होते. आईशेड्स के साथ ही आईलाइनर भी ब्राउन ही चुनें.’

आंखों का मेकअप काजल और मसकारे के बिना अधूरा है. काजल आंखों को हाईलाइट करता है. आजकल स्मजप्रूफ काजल फैशन में है इसलिए अपने लिए यही काजल चुनें. मसकारा चुनते वक्त भी थोड़ी सावधानी बरतें. बढ़ती उम्र के साथ आईलैशेज झड़ने लगती हैं. गलत मसकारे से डाउन फाल बढ़ सकता है, वहीं हाइडे्रटिंग मसकारे से आईलैशेज को मजबूती मिलती है. सही मसकारा चुनने और इस के सही इस्तेमाल से ही जवां लुक पाया जा सकता है. इसलिए मसकारे को हमेशा अपर और लोअर लैशेज पर लगाएं. इस से आंखों को बहुत अच्छा लुक मिलता है.

लिपस्टिक के ब्राइट शेड्स चुनें

वैज्ञानिक तौर पर डार्क शेड्स किसी भी सरफेस को छोटा दिखाते हैं. मगर बात जब होंठों की आती है तो इस का विपरीत प्रभाव देखने को मिलता है. डार्क शेड होंठों को बड़ा दिखाते हैं. अपनी उम्र से कम दिखना है तो न्यूड और ग्लौसी लिपस्टिक का चुनाव करें. साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि लिपलाइनर लिपस्टिक के शेड से मैच करता हो और फटे होंठों पर लिपस्टिक न लगाएं. होंठ फटे हैं तो पहले पैट्रोलियम जैली लगा कर स्मूद कर लें.

इस तरह अगर मेकअप की बारीकियों की सही जानकारी हो तो ढलती उम्र में भी आप जवांजवां दिख सकती हैं.

पसीने की बदबू से मैं परेशान हो गई हूं, मैं क्या करुं?

सवाल- 

गरमी का मौसम है और मैं जैसे ही घर से बाहर निकलती हूं मुझे बहुत पसीना आ जाता है तथा शरीर से बहुत स्मैल आने लगती है. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब-

आप रोज नहाने के पानी में नीबू या औरेंज के छिलके भिगो दें और सुबह उस पानी से नहा लें. इस से आप के शरीर से स्मैल नहीं आएगी. किसी अच्छे पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. दिन में कम से कम 2 बार नहाएं. अगर चाहें तो पानी में रोज पेटल्स या जैस्मिन के फूल भी डाल सकती हैं.

सवाल-

मेरी अंडरआर्म्स में बहुत पसीना आता है जिस से उन का रंग काला पड़ गया है. बताएं क्या करूं?

जवाब-

आप सब से पहले अंडरआर्म्स में ब्लीच करवा लें ताकि कालापन कम हो जाए. इस के साथसाथ रोज अंडरआर्म्स को स्क्रब किया जाए तो भी रंग साफ होता रहता है. इस के लिए आप 2 बड़े चम्मच उबले चावल लें और मिक्सी में पीस लें. इस में 2 बड़े चम्मच फ्रैश ऐलोवेरा जैल, 1 छोटा चम्मच शहद का मिला लें व 1 बड़ा चम्मच खसखस के दाने मिला लें. एक बहुत अच्छा स्क्रब बन जाएगा. इस से अंडरआर्म्स को रोज स्क्रब करें. ऐसा करने से रंग निखर जाएगा.

ये भी पढे़ं- 

झुलसाती गरमी में स्किन और स्वास्थ्य संबंधी नईनई समस्याएं सिर उठाने लगती हैं. इन में बड़ी समस्या पसीना आने की होती है. सब से ज्यादा पसीना बांहों के नीचे यानी कांखों, तलवों और हथेलियों में आता है. हालांकि ज्यादातर लोगों को थोड़ा ही पसीना आता है, लेकिन कुछ को बहुत ज्यादा पसीना आता है. कुछ लोगों को गरमी के साथसाथ पसीने की ग्रंथियों के ओवर ऐक्टिव होने के चलते भी अधिक पसीना आता है जिसे हम हाइपरहाइड्रोसिस सिंड्रोम कहते हैं. बहुत ज्यादा पसीना आने की वजह से न सिर्फ शरीर में असहजता महसूस होती है, बल्कि पसीने की दुर्गंध भी बढ़ जाती है. इस से व्यक्ति का आत्मविश्वास डगमगा जाता है.

अंतर्राष्ट्रीय हाइपरहाइड्रोसिस सोसाइटी के मुताबिक हमारे पूरे शरीर में 3 से 4 मिलियिन पसीने की ग्रंथियां होती हैं. इन में से अधिकतर एन्काइन ग्रंथियां होती हैं, जो सब से ज्यादा तलवों, हथेलियों, माथे, गालों और बांहों के निचले हिस्सों यानी कांखों में होती हैं. एन्काइन ग्रंथियां साफ और दुर्गंधरहित तरल छोड़ती हैं जिस से शरीर को वाष्पीकरण प्रक्रिया से ठंडक प्रदान करने में मदद मिलती है. अन्य प्रकार की पसीने की ग्रंथियों को ऐपोन्काइन कहते हैं. ये ग्रंथियां कांखों और जननांगों के आसपास होती हैं. ये गं्रथियां गाढ़ा तरल बनाती हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- Summer Special: पसीने की बदबू को कहें बायबाय

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

टोमैटो फेस मास्क दें कुदरती खूबसूरती

सेहत बनाने के लिए तो हम सभी टमाटर खाते हैं लेकिन क्या आपने कभी रूप निखारने और त्वचा की देखभाल के लिए टमाटर का इस्तेमाल किया है?

टमाटर में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं. ये त्वचा को कुदरती तौर पर निखारने का काम करता है. बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करता है और सनस्क्रीन की तरह त्वचा की देखभाल करता है.

टमाटर में विटामिन ए, सी और एंटी-ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है. ये त्वचा की नमी को बनाए रखता है और पोषित करने का काम करता है. टमाटर का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है.

आप चाहें तो अपनी आवश्यकता और सहूलियत के अनुसार टमाटर का फेस मास्क तैयार कर सकते हैं. टमाटर का फेस मास्क तैयार करना बहुत ही आसान है. आप अपनी जरूरत के आधार पर इनमें से कोई भी चुन सकते हैं.

टमाटर और छाछ का फेस मास्क

दो चम्मच टमाटर के रस में 3 चम्मच छाछ मिला लें. इन दोनों को अच्छी तरह मिलाकर चेहरे पर लगाएं. थोड़ी देर इसे यूं ही लगे रहने दीजिए. जब ये सूख जाए तो इसे साफ कर लें. टमाटर और छाछ के फेसपैक के नियमित इस्तेमाल से दाग-धब्बों की समस्या दूर हो जाती है.

ओटमील, दही और टमाटर का फेस मास्क

ओटमील, टमाटर का रस और दही ले लें. इन सभी चीजों को अच्छी तरह मिला लें. इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए यूं ही छोड़ दें. उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धो लें. एक ओर जहां टमाटर के इस्तेमाल से त्वचा में निखार आता है वहीं ओटमील डेड स्कि‍न को दूर करने का काम करता है. दही से चेहरा मॉइश्चराइज हो जाता है.

टमाटर और शहद का फेस मास्क

एक चम्मच शहद और टमाटर ले लें. इन दोनों को अच्छी तरह मिला लें और चेहरे पर लगाएं. 15 मिनट तक इस मास्क को लगा रहने दें. फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें. इससे चेहरे पर निखार आ जाएगा.

ये भी पढ़ें- फ्रीजी हेयर नो प्रौब्लम

Nail Art से बढ़ाएं खूबसूरती

शादी हो या सगाई, हमारा सारा ध्यान चेहरे को खूबसूरत दिखाने की ओर ही रहता है ताकि हम सैंटर अट्रैक्शन बनें, हमारे फोटो अच्छे आएं. लेकिन आप ही सोचिए, आप का चेहरा तो खूबसूरत लग रहा है, लेकिन जब रिंग सैरेमनी के दौरान आप ने अपना हाथ आगे बढ़ाया तो उसे देख आप के पार्टनर को वह खुशी नहीं हुई जो होनी चाहिए थी तब आप को कैसा लगेगा? आप का सारा फोकस चेहरे को खूबसूरत दिखाने पर था. इस चक्कर में आप ने नेल्स की ब्यूटी निखारने की ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया.

अगर आप चाहती हैं कि ये पल यादगार बनें और सब आप की तारीफ करते न थकें तो फेब मीटिंग में ऐंजल मेकअप स्टूडियो की मेकअप आर्टिस्ट सुमन शर्मा द्वारा बताए गए नेलआर्ट और ब्यूटी टिप्स पर गौर फरमाना न भूलें:

नेलआर्ट

नेलआर्ट न सिर्फ नेल्स की खूबसूरती बढ़ाता है, बल्कि हमारी पर्सनैलिटी को और अधिक चार्मिंग भी बना देता है. इसे बनाना भी बहुत मुश्किल नहीं है और न ही इस के लिए ज्यादा तामझाम की जरूरत पड़ती है.

आइए, जानते हैं कि किस तरह आसानी से घर पर भी नेलआर्ट किया जा सकता है.

धागे से नेलआर्ट: आप सोच रही होंगी कि भला धागे से नेलआर्ट कैसे किया जा सकता है, तो वैरी सिंपल:

इस के लिए आप को 3-4 डार्क कलर के नेलपेंट चाहिए और थोड़ा सा पतला धागा.

सब से पहले आप नेल्स पर डार्क कलर का नेलपेंट लगाएं, फिर क्रौस स्टाइल में उस के ऊपर दूसरे डार्क कलर का नेलपेंट लगाएं, फिर उस पर तीसरे और चौथे कलर की कोटिंग करें. अब धागे से क्रौस स्टाइल में या फिर आप जो डिजाइनिंग करना चाहती हैं करें. इस के जरीए आप बहुत ही खूबसूरत नेलआर्ट कर सकती हैं.

रंगीला नेलआर्ट: रंगीला नेलआर्ट नेलपौलिश से नहीं, बल्कि वाटर कलर्स की मदद से किया जाता है और इस के लिए जीरो पौइंट के ब्रश की जरूरत पडती है.

इस के लिए सब से पहले नेल्स पर व्हाइट कलर का वाटर कलर लगाएं. फिर इसे थोड़ा सा ड्राई कर लें. तभी अच्छी तरह नेलआर्ट हो पाएगा. फिर डिफरैंट कलर्स लेते हुए कोई भी डिजाइन जो आप के दिमाग में चल रही हो बनाएं.

ध्यान रखें, सूखने के बाद टौप कोड जरूर लगाएं ताकि शाइन आने के साथसाथ नेलआर्ट लंबे समय तक स्टे भी कर पाए.

वाइन नेलआर्ट: वाइन नेलआर्ट नाम सुनने में जितना अजीब लगता है बनने के बाद उतना ही खूबसूरत लगता है. लेकिन इसे बनाना तभी संभव है जब आप के पास कीनू नाम से मिलने वाली बियर हो.

इस के लिए सब से पहले जो डिजाइन आप नेल्स पर प्रिंट करवाना चाहती हैं उस की स्क्वेयर में कटिंग काट लें, फिर उस के बाद नेल्स पर व्हाइट कलर का नेलपेंट लगाएं और उसे सूखने दें. फिर आप ने जो न्यूजपेपर से कटिंग की है उसे बियर में अच्छी तरह डिप करें और उसे नेल्स पर लगा कर थोड़ी देर सूखने के लिए छोड़ दें. फिर थोड़ी देर बाद पेपर को हलका सा हटा कर देखें कि प्रिंट नेल्स पर आ गया है या नहीं. अगर आ गया है, तो उसे हटा दीजिए वरना थोड़ी देर और नेल्स पर लगा रहने दें. हर नेल्स पर अलगअलग डिजाइन ट्राई की जा सकती है. इस तरह आप नेल्स को यूनीक लुक दे सकती हैं.

ब्राइडल नेलआर्ट: ब्राइडल के हाथों को देख कर हर किसी के मुंह से वाह निकले, इस के लिए उस के नेल्स को सुंदर बनाना जरूरी है, जो नेलआर्ट से ही संभव है.

सब से पहले ब्राइडल के नेल्स पर बेस कलर लगाएं, फिर हलका ड्राई होने के बाद मन मुताबिक डिजाइन बनाएं और उस पर हलके गीले में ही ग्लिटर या छोटे स्टोन आदि लगा दें. इस से दुलहन चमक उठेगी.

नेलआर्ट करने से पहले

– सिर्फ देखादेखी नेलआर्ट करने बैठ जाएंगी, तो रिजल्ट अच्छा नहीं आएगा, इसलिए नेलआर्ट करने से पहले अपने नेल्स को अच्छी तरह क्लीन करें. फिर स्क्वेयर या ओवल जो भी शेप आप को पसंद हो उस में नेल्स को काट कर फाइलर की मदद से शेप बनाएं ताकि आप के नेल्स क्यूटीक्यूटी से लगने लगें.

– माइंड में किसी ब्रैंड को ले कर न चलें वरना अच्छा नेलआर्ट नहीं कर पाएंगी, बल्कि यह सोचें कि कैसे आप खूबसूरत नेलआर्ट कर सकती हैं. इस के लिए आप डिफरैंट ब्रैंड्स के डिफरैंट नेलपेंट्स ट्राई करें और साथ ही वाटर कलर्स का भी यूज करना न भूलें, क्योंकि ये सस्ते होने के साथसाथ रिजल्ट भी अच्छा देते हैं.

– मन में यह बात बैठा लें कि गलती कभी भी, कहीं भी, किसी से भी हो सकती है, इसलिए नेलआर्ट करते समय जरा सी भी गलती हो जाए तो घबराएं नहीं, बल्कि पेशंस से काम लेते हुए उसी में से बढि़या डिजाइन निकाल सकती हैं.

– ध्यान रखें, नेलआर्ट करने के बाद टौप कोट करना न भूलें, क्योंकि इस से नेलआर्ट ज्यादा दिनों तक स्टे करने के साथसाथ आप के नेल्स भी ज्यादा शाइनी दिखेंगे.

ये भी पढ़ें- 12 Tips: चेहरे पर ब्‍लीच लगाने से पहले करें ये काम

12 Tips: चेहरे पर ब्‍लीच लगाने से पहले करें ये काम

आपको पार्टी में जाना है और चेहरे पर दाग ही दाग नजर आ रहे हैं, तो चेहरे को बेदाग और गोरा करने के लिये ब्‍लीचिंग एक सस्‍ता और जल्‍दी उपाय है. मगर आपको समझना होगा कि ब्‍लीचिंग क्रीम में काफी सारे कैमिकल्‍स होते हैं, जो चेहरे को नुकसान पहुंचाते हैं.

अगर ब्‍लीचिंग क्रीम लगाने की आदि हैं तो आपको इसे लगाने से पहले कुछ बातों का ख्‍याल रखना होगा. साथ ही इसे लगाने के बाद त्‍वचा की किस तरह से देखभाल करनी चाहिये, ये भी पता होना जरुरी है. आइये जानते हैं कुछ ऐसी ही बातें…

1. बार बार चेहरे पर ब्‍लीच करने से बचना चाहिये. महीने में एक बार ब्‍लीच करना सही होता है.

2. ब्‍लीचिंग क्रीम को ठंडी और सूखी जगह पर रखना चाहिये.

3. ब्‍लीच लगाने से पहले, उस जगह को हल्‍के साबुन और पानी से धो कर पोछ लें

4. ब्‍लीच लगाने के बाद हल्‍की खुजली होती है लेकिन यह कभी दर्द भरा काम नहीं होता.

5. त्‍वचा पर तेज और जलन हो, तो इसका मतलब है कि यह आपके चहरे पर अच्‍छी तरह से काम कर रही है.

6. कभी भी गरम पानी से नहाने के बाद ब्‍लीच ना करें क्‍योंकि उस दौरान त्‍वचा संवेदनशील रहती है.

7. ब्‍लीचिंग के बाद त्‍वचा को सांस लेने के लिये 6-8 घंटो के लिये वैसे ही छोड़ दें और उस पर कुछ ना लगाएं.

8. रात में ब्‍लीचिंग करें तो ज्‍यादा अच्‍छा है. ब्‍लीचिंग के बाद सूरज की किरणों से कम से कम 24 घंटों के लिये दूर रहें.

9. हमेशा जरुरत अनुसार ब्‍लीचिंग क्रीम ही मिलाएं और उसमें कुछ भी ज्‍यादा या कम ना मिलाएं. ब्‍लीच करने से तुरंत पहले ही ब्‍लीचिंग क्रीम बनाएं.

10. पैकेट पर दिये गए समय से ज्‍यादा ब्‍लीचिंग क्रीम को चेहरे पर ना रखें. 15 मिनट काफी रहते हैं.

11. ब्‍लीच को आंखों के पास, आईब्रो पर, नाक के अंदर ना लगाएं. कटी, छिली या जली जगह पर इसे ना लगाएं. शेविंग या आईब्रो बनवाने के बाद कुछ दिनों तक ब्‍लीचिंग ना करें.

12.  सभी प्रकार की सावधानी अपनाने के बावजूद अगर चेहरे पर लाल रंग के चकत्‍ते दिखाई दें या लंबे समय तक जलन महसूस हो तो, चेहरे पर नारियल तेल लगाएं. या फिर चेहरे को ठंडे पानी से धोएं और उस पर बरफ लगाएं.

ये भी पढे़ें- 7 टिप्स: नहाते समय न करें गलतियां

डार्क सर्कल की प्रौब्लम का इलाज बताएं?

सवाल-

मैं 32 वर्षीय महिला हूं. मेरी आंखों के इर्दगिर्द गहरे काले घेरे हैं. मेरी बड़ी बहन और मां को भी यह परेशानी है. ये घेरे किस कारण बनते हैं और इन से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है?

जवाब-

आंखों के आसपास की त्वचा का रंग मूलरूप से त्वचा को रंग प्रदान करने वाली मिलेनोसाइट्स कोशिकाओं के ऊपर निर्भर करता है. मिलेनोसाइट के कम रंगद्रव्य बनाने पर त्वचा का रंग साफ रहता है और अधिक सक्रिय होने पर गहरा हो जाता है. यह गुण कुछ हद तक आनुवंशिक होता है, जिस पर किसी का वश नहीं चलता. लेकिन शरीर में खून की कमी हो जाए या कोई पूरी नींद न ले पाए तब भी आंखों के इर्दगिर्द काले घेरे बन जाते हैं. इस के अलावा जिन लोगों में नेत्र कोठर की गहराई अधिक होती है, उन में भी यह दोष दिखाई दे सकता है. इन घेरों को हलका करने के लिए आप कुछ छोटेछोटे उपाय आजमा सकती हैं. पहली बात तो धूप में कम से कम निकलें ताकि मिलेनोसाइट्स कम से कम सक्रिय हों. दूसरी यह कि चेहरे पर हाईड्रोक्वीनोन क्रीम और विटामिन ई युक्त क्रीम लगाएं. इन से भी त्वचा के रंग में सुधार दिखेगा. तीसरी, यह कि रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरूर लें. धीरेधीरे त्वचा का रंग निखरता जाएगा.

ये भी पढ़ें

आंखो के नीचे काले घेरे की समस्या लगभग सभी के साथ होती है. जो बौडी में कई सारे न्यूट्रिशंस की कमी से होने वाली कमजोरी और तनाव की समस्या का संकेत देते हैं. लेकिन कई बार ये डार्क सर्किल उम्र बढ़ने, ड्राई स्किन, रात भर काम करने और सही तरीके से न सोने के कारण भी हो सकते हैं. आंखों के काले घेरे दूर करने के कुछ घरेलू उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर इनसे छुटकारा पाया जा सकता है.

1. बादाम का तेल

बादाम का तेल कई प्राकृतिक गुणों से भरपूर होता है, जो आंखों के आसपास की त्वचा को फायदा पहुंचाता है. बादाम के तेल के नियमित उपयोग से त्वचा का रंग हल्का पड़ जाता है, इसीलिए इसे आंखों के आसपास लगाने से डार्क सर्कल दूर हो जाते है. रात में इसे आंखों के नीचे थोड़ा सा लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें. मसाज करने के बाद ऐसे ही छोड़ दें. सुबह उठने के बाद मुंह धो लें.

सोने जाने से पहले आंखों के नीचे काले घेरों के ऊपर अलमन्ड औयल लगाकर हल्का-सा मसाज करें. रात भर लगा रहने दें. सुबह उठने के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें.

2. खीरा

खीरा त्वचा की रंगत सुधारने में बहुत ही कारगर होता है. इसके साथ ही खीरा लगाने से त्वचा ज्यादा फ्रेश और ग्लोइंग नजर आती है. खीरे के पतले-पतले स्लाइस काटकर उसे रेफ्रिजरेटर में 30 मिनट के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दें. फिर इसे डार्क सर्किल पर लगाकर कम से कम 10 मिनट तक रखें. सूखने के बाद इसे पानी से धो लें. दिन में तीन से चार बार इसका इस्तेमाल तकरीबन एक हफ्ते तक करें और फर्क देखें.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- इन 5 होममेड टिप्स से पाएं डार्क सर्कल से तुरंत छुटकारा

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

6 Tips: नेल पॉलिश लगाते समय रखें ध्यान

नेल पॉलिश आपके हाथों को और भी खूबसूरत बनाती है, लेकिन नाखूनों पर नेल पॉलिश लगते समय नेल पेंट खराब तरीके से लग जाए, तो उससे आपके नाखून और हाथ भद्दे दिखने लगते हैं, इसलिए हम आपको बताएंगे वह 6 बातें जिन्हें आप नेल पॉलिश लगाते समय जरूर ध्यान रखें.

1. नेल पॉलिश लगते समय ध्यान रखें कि जब आपके नाखून पूरी तरह सूखे हों, तब ही नेल पॉलिश लगाएं, अगर आप गीले नाखूनों पर नेल पेंट लगाएंगी तो वह छूट सकती है, नेल पॉलिश लगाने से पहले अपने नाखूनों को शेप देना न भूलें, सबसे पहले आप अपने नाखूनों को एक अच्छा और सही शेप जरूर दें.

2. नाखूनों को अच्छा और सही शेप देने के बाद सबसे पहले नेल पेंट का एक ट्रांसपेरैंट बेस कोट लगाएं, ट्रांसपेरैंट नेल पेंट को ब्रश से नाखूनों के बीच से लगाना शुरू करें और एक बार फिर ब्रश को ट्रांसपेरैंट नेल पेंट में डुबोकर ब्रश से नाखूनों के दो अलग हिस्सों में भी एक-एक कोट लगाएं.

3. ट्रांसपेरैंट नेल पेंट बेस कोट अच्छी तरह सूख जाए उसके बाद अपनी पसंद का नेल पॉलिश का रंग लें और जिस तरह ट्रांसपेरैंट नेल पेंट बेस कोट नाखूनों पर लगाया है, उसी तरह अपने पसंदीदा नेल पॉलिश के रंग को भी नाखूनों पर बेस कोट के ऊपर लगाएं अगर रंग हल्का दिख रहा है, तो पहला कोट सूखने के बाद नेल पॉलिश के रंग का दूसरा कोट भी लगाएं.

4. हमेशा अच्छी नेल पॉलिश लगाएं, अगर आपकी नेल पॉलिश अच्छी नहीं है, तो नेल पॉलिश लगाने के बाद अपनी उंगलियों को बर्फ के पानी में डुबाएं इससे आपके नाखूनों पर नेल पॉलिश अच्छी तरह सेट हो जाएगी और चमकेगी.

5. अगर आपकी नेल पॉलिश नाखूनों से बाहर किनारों पर लग गई है तो उसे ध्यान से और अच्छी तरह नेल पॉलिश रिमूवर से साफ कर लें जिससे आपके नाखूनों पर नेल पॉलिश अच्छी और साफ दिखे.

6. नाखूनों पर नेल पॉलिश लगने के बाद अपने हाथ ठण्डे पानी में डुबाएं इससे आपकी नेल पॉलिश और पक्की हो जाएगी साथ ही साथ साफ दिखेगी, नेल पॉलिश पूरी तरह सूखने के बाद ही कोई काम करें.

ये भी पढ़ें- 7 टिप्स: ऐसे रखें रोजाना ब्यूटी और हेयर का ख्याल

गरमियों में भी एड़ियां फटने से परेशान हूं, मैं क्या करुं?

सवाल-

ज्यादातर देखा गया है कि सर्दियों में एडि़या फटती हैं, पर मेरी एडि़यां गरमियों में भी फटने लग जाती हैं. क्या करूं?

जवाब-

गरमियों में हम न तो पैरों की मसाज करती हैं न ही उन पर कोई क्रीम लगाती हैं. कुछ महिलाओं की स्किन बहुत ड्राई होने की वजह से गरमियों में क्रीम न लगाने की वजह से उन की एडि़यां फटने लग जाती हैं. गरमियों में पैर जल्दी गंदे भी हो जाते हैं क्योंकि शूज के बदले चप्पलें पहनी जाती हैं. ऐसे में पैरों के फटने के चांसेज और ज्यादा बढ़ जाते हैं.

आप हमेशा रात को पैरों को ठीक से धो कर हलकी सी क्रीम लगा कर थोड़ी सी मसाज कर के सोएं. इस से एडि़या नहीं फटेंगी. यदि फटी हुई हैं तो कुछ दिन लगातार गरम पानी में थोड़ा सा नीबू का रस, थोड़ी सी फिटकरी और शैंपू डाल कर पैरों को भिगोए. कुछ देर बाद निकाल कर स्क्रब कर लें. पैरों को साफ पानी से धो व पोंछ कर कोई क्रीम लगा कर अच्छी तरह मसाज करें. हो सके तो कौटन की सौक्स पहन कर रखें. ऐसा लगातार करने से फटी एडि़यां ठीक हो जाएंगी. अगर बहुत ज्यादा फट गई हैं तो वैसलीन लगा लें.

ये भी पढ़ें- चेहरे के रंग को गोरा करने के लिए क्या प्रौमिनैंट मेकअप सही है?

ये भी पढ़ें- 

बदलते मौसम में हम अपने चेहरे और हाथों की स्किन का तो खूब खयाल रखते हैं, लेकिन अकसर यह भूल जाते हैं कि हमारी पर्सनैलिटी में जितनी इंपौर्टैंस चेहरे और हाथों की खूबसूरती की है उतने ही अहम हमारे पैर भी हैं, जिन पर मौसम की मार सब से पहले पड़ती है, लेकिन हम उन्हीं को अपनी टेक केयर लिस्ट में सब से आखिर में रखते हैं. नतीजा यह होता है कि हमारी एडि़यां फट जाती हैं, पैर बेजान नजर आने लगते हैं.

आप अपने पैरों का खयाल कैसे रख सकती हैं और ऐसी कौन सी चीजें हैं, जो आप के पैरों में फिर से जान डाल देंगी, यही बताने के लिए हम यह लेख आप के लिए ले कर आए हैं.

एडि़या फटने के कारण

एडि़या फटने की सब से आम वजह है मौसम का बदलना, साथ ही मौसम के अनुरूप पैरों को सही तरीके से मौइस्चराइज न करना और जब मौसम शुष्क हो जाता है तो यह परेशानी और बढ़ जाती है.

देखा जाए तो अधिकतर महिलाएं फटी एडि़यों से परेशान होती हैं, क्योंकि काम करते समय अकसर उन के पैर धूलमिट्टी का ज्यादा सामना करते हैं इस के साथ ही इन कारणों की वजह से भी एडि़यां फटती हैं:

– लंबे समय तक खड़े रहना

– नंगे पैर चलना

– खुली एडि़यों वाले सैंडल पहनना

– गरम पानी में देर तक नहाना

– कैमिकल बेस्ड साबुन का  इस्तेमाल करना – सही नाप के जूते न पहनना.

बदलते मौसम के कारण वातावरण में नमी कम होना फटी एडि़यों की आम वजह है. साथ ही बढ़ती उम्र में भी एडि़यों का फटना आम बात है. ऐसे में कई बार एडि़यां दरारों के साथ रूखी हो जाती हैं. कई मामलों में उन दरारों से खून भी रिसना शुरू हो जाता है, जो काफी दर्दनाक होता है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- जानें कैसे करें ठीक करें फटी एड़ियां

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

Summer Special: बिना कॉस्मेटिक्स के दिखें सुंदर

आपको मेकअप प्रोडक्टस का इस्तेमाल करना चाहिए, पर इनका ज्यादा इस्तेमाल करना अपनी त्वचा से खिलवाड़ करना है.

यदि आप अपनी त्वचा से कॉस्मेटिक्स नहीं हटाती हैं तो आपके रॉम छिद्र बंद हो जाते हैं और इससे कील-मुंहासे हो सकते हैं. इसके अलावा, इन प्रोडक्टस से आपकी त्वचा ओइली भी हो जाती है. बिना कॉस्मेटिक के सुंदर दिखने के भी कई तरीके हैं. अजी मेकअप प्रोडक्टस छोड़िए, हम बताते हैं बिना मेकअप के कैसे सुंदर दिखें.

1. अपने खान-पान पर ध्यान दें

कॉस्मेटिक्स आपको केवल बाहर से सुंदर बना सकते हैं अंदर से नहीं. इसलिए अपने अंदर से खूबसूरत बनाने के लिए संतुलित भोजन करना बहुत जरूरी है. उदाहरण के लिए ओइली खाने से कील-मुहासे निकलते हैं. इसलिए खाने से पहले ध्यान दें कि क्या फायदेमंद है और क्या नहीं.

2. अपने आपको हायड्रेटिड रखें

बिना मेकअप के सुंदर दिखने का यह सबसे अच्छा तरीका है. यदि आप रोजाना 6 से 8 गिलास पानी पीती हैं तो इससे आपके शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और आप सुंदर दिखती हैं. अपने आपको अंदर से पोषण देने के लिए पानी, जूस आदि लें.

3. त्वचा की परत उतारना (एक्सफोलिएट)

त्वचा के ऊपर कॉस्मेटिक लगाने से यह काली हो जाती है और दाग भी दिखने लगते हैं. मृत कोशिकाओं और धूल-मिट्टी से कील, मुहासे और काले धब्बे होते हैं. इससे निजात पाने के लिए सप्ताह में एक बार त्वचा को एक्सफोलिएट जरूर करें. आप इसके लिए हर्बल प्रोडक्टस इस्तेमाल कर सकती हैं या नींबू, शुगर या ओट्स का घरेलू स्क्रब इस्तेमाल कर सकती हैं.

4. टोनर इस्तेमाल करें

यह भी एक अच्छा तरीका है. एक्सफोलिएशान के बाद त्वचा के रॉम छिद्र बड़े हो जाते हैं और इनमें धूल ज्यादा जाती है. इन रॉम छिद्रों को छोटा करने के लिए टोनर का इस्तेमाल करें. टोनर आपकी त्वचा को मुलायम करते हुये उसमें कसावट भी लाता है. नीम का पानी और गुलाब जल भी अच्छे टोनर हैं.

5. मोश्चुराइजर काम में लें

आजकल के वातावरण में मोश्चुराइजर सर्दियों के साथ ही अन्य मौसम में भी काम में लें. गर्मियों में लाइट मोश्चुराइजर काम में लें. ऐसा मोश्चुराइजर खरीदें जो आपकी त्वचा को ठीक तरह सूट करे. ड्राई स्किन पर झाइयाँ जल्दी होती हैं और उम्र का असर ज्यादा होता है. इसे नम व मुलायम बनाए रखने के लिए मोश्चुराइजर का इस्तेमाल करें.

6. फेस वॉश जरूर इस्तेमाल करें

आपके चेहरे से तेल और मिट्टी हटाने के लिए इसका रोजाना इस्तेमाल करें. ब्यूटीशियन दिन में दो बार फेसवॉश इस्तेमाल करने का सुझाव देते हैं. एक बार सुबह और एक बार सोने से पहले.

7. सन स्क्रीन भी अच्छा है

चाहे फाउंडेशन ना लगाएं लेकिन सन स्क्रीन जरूर लगाएँ. यह ना केवल सूर्य की पराबैंगनी (यूवी) किरणों से आपकी रक्षा करता है बल्कि धूप की जलन से भी बचाता है.

8. अपने बाल साफ रखें

यदि आपके बाल गंदे और ओइली हैं तो आपका चेहरा भी साफ और फ्रेश नहीं दिखेगा. इसलिए शैम्पू करके अपने बाल और खोपड़ी साफ रखें. अपने बालों के अनुसार सप्ताह में दो या तीन बार शैम्पू करें.

ये भी पढ़ें- Summer Special: गुलाब जल के इन 5 टिप्स से निखारें रूप

आंखों से जुड़ी प्रौब्लम का इलाज बताएं?

सवाल

मैं 32 वर्षीय कामकाजी महिला हूं. अपने प्रोफैशन की वजह से मुझे मेकअप में रहना होता है. मुझे बारबार पलकों पर फुंसी और खुजली हो जाती है, क्या करूं?

जवाब-

अगर आप रोज आई मेकअप करती हैं तो आप को अपनी आंखों का खास खयाल रखना चाहिए. अधिकतर मेकअप प्रोडक्ट्स में कई रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है जिन के कई साइड इफैक्ट्स होते हैं. आई मेकअप करने में ही नहीं उसे निकालने में भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. इन के कारण पलकों पर फुंसी, दर्द, खुजली या संक्रमण हो सकता है. रात को सोने से पहले अपनी आंखों से मेकअप जरूर निकालें नहीं तो ये परेशानियां और बढ़ सकती हैं. जब जरूरत या प्रोफैशनल मजबूरी न हो तो मेकअप बिलकुल न करें.

सवाल-

मैं कौंटैक्ट लैंस लगाती हूं. जानना चाहती हूं इस का इस्तेमाल करते समय कौनकौन सी सावधानियां रखना चाहिए?

जवाब-

कौंटैक्ट लैंस लगाने से आंखों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. साफसफाई का विशेष ध्यान रखें, लैंस की सफाई करते समय उन्हें पानी के संपर्क में न आने दें. कौंटैक्ट लैंस पहनते और उतारते समय हाथों को साबुन और साफ पानी से धो कर तौलिए से पोंछें. कौंटैक्ट लैंस को हमेशा कौंटैक्ट लैंस सौल्यूशन में रखें. कौंटैक्ट लैंस की ऐक्सपायरी डेट का ध्यान रखें. उन्हें 1 साल में बदल लें. इस से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. अगर आंखों में लालपन, दर्द हो रहा हो या धुंधला दिखाई दे रहा हो तो तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाएं.

ये भी पढ़ें- सास को डायबिटीज में चश्मा लगाने के बाद भी धुंधला दिखाई देता है, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरे पति को दूर और पास दोनों के लिए चश्मा लगता है. वे सारा दिन चश्मा लगाए रहते हैं. सिर्फ सोने के समय ही उतारते हैं. क्या यह ठीक है?

जवाब-

पूरा दिन चश्मा लगाना ठीक नहीं है. आंखों को ताजा हवा और धूप के संपर्क में आने दें. वर्कआउट करते समय चश्मा न लगाएं. अगर सुबह टहलने जाते हैं तो बिना चश्मे के जाएं. सुबहसुबह की ताजा हवा व कुनकुनी धूप और गार्डन की हरियाली आंखों के लिए बहुत अच्छी होती है. इस के अलावा इन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है जैसे चश्मे को हमेशा साफ रखें, कांच कहीं से टूटा न हो. आंखों के नंबर की नियमित रूप से जांच कराते रहें.

सवाल-

मैं 42 वर्षीय बैंककर्मी हूं. पिछले कुछ दिनों से मुझे आंखों में जलन, चुभन और खुजली की समस्या हो रही है. मैं क्या करूं?

जवाब-

आजकल कंप्यूटर पर काम करने के बढ़ते चलन से कंप्यूटर विजन सिंड्रोम की समस्या बढ़ती जा रही है. इस सिंड्रोम के कारण धुंधला दिखना, जलन होना, पानी आना, खुजली होना, आंख का सूखा रहना (ड्राई आई), पास की चीजें देखने में दिक्कत होना, रंगों का साफ दिखाई न देना एवं रंगों को पहचानने में परेशानी होना जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. इस से बचने के लिए कमरे के ताप को कम रखें, वातावरण में थोड़ी नमी बनाए रखें.

कंप्यूटर पर काम करते समय हर 1/2 घंटे के बाद 2-3 मिनट के लिए नजर स्क्रीन से हटा लें एवं हर 1 घंटे के बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लें. आर्टिफिशियल टीयर आई ड्रौप का भी दिन में 3-4 बार इस्तेमाल कर सकते हैं, पर विशेषज्ञ की सलाह से.

ये भी पढ़ें- मेरी एड़िया काली पड़ने लग गई हैं, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरी बेटी को अकसर बारिश में आंखों में फुंसियां हो जाती हैं. ऐसा क्यों होता है और इस से बचने के लिए क्या किया जा सकता है?

जवाब-

आंखों में फुंसियां होना यानी आई स्टाइस होना आंखों से संबंधित एक सामान्य समस्या है. ये पलकों पर एक छोटे उभार के रूप में होती हैं. इन का सब से प्रमुख कारण बैक्टीरिया का संक्रमण है. इसलिए मौनसून में इन के मामले अधिक देखे जाते हैं क्योंकि बारिश में बैक्टीरिया अधिक सक्रिय रहते हैं. आई स्टाइस के कारण पलकों का लाल हो जाना और पस निकलना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. आई स्टाइस से बचने के लिए साफसफाई का विशेष ध्यान रखें. यह समस्या सामान्यत: आंखों को गंदे हाथों से रगड़ने या नाक के बाद तुरंत आंखों को छूने से भी होती है क्योंकि कुछ बैक्टीरिया जो नाक में पाए जाते हैं वे स्टाइस का कारण माने जाते हैं. इस के साथ ही किसी अच्छे नेत्र रोग विशेषज्ञ को भी दिखाएं.

-डा. रूमा गुप्ता

बालाजी सुपर स्पैश्यलिटी हौस्पिटल, राजेंद्र नगर, गाजियाबाद.

ये भी पढ़ें क्या बेटी के भैंगापन की उम्र बढ़ने के साथ समस्या दूर हो जाएगी?

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें