Raksha Bandhan: फैमिली के लिए बनाएं दाल कचौड़ी विद आलू भाजी

फेस्टिव सीजन में अगर आप अपनी फैमिली को टेस्टी रेसिपी ट्राय करवाना चाहती हैं तो दाल कचौड़ी विद आलू भाजी आपके लिए परफेक्ट औप्शन है. ये बनाने में आसान है, जिसके चलते आप फेस्टिव सीजन में मेहमानों की वाहवाही पा सकती हैं.

सामग्री कचौड़ी की

200 ग्राम मैदा

– 2 बड़े चम्मच घी मोयन के लिए

– आटा गूंधने के लिए पर्याप्त कुनकुना पानी

– कचौडि़यां तलने के लिए रिफाइंड औयल

– नमक स्वादानुसार.

सामग्री भरावन की

50 ग्राम धुली मूंग दाल

– 2 बड़े चम्मच बेसन

– 1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर

– 1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर

– 1 छोटा चम्मच सौंफ पाउडर

– 1 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर

– 2 छोटे चम्मच बारीक कटी अदरक व हरीमिर्च

– चुटकीभर हींग पाउडर

– 1/2 छोटा चम्मच जीरा पाउडर

– 2 बड़े चम्मच रिफाइंड औयल

– नमक स्वादानुसार.

सामग्री आलूभाजी की

– 250 ग्राम उबले व हाथ से फोड़े आलू

– चुटकी भर हींग पाउडर

– 1 छोटा चम्मच जीरा

– 1/2 कप फ्रैश टमाटर पिसे हुए

– 1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर

– 1 छोटा चम्मच अदरक व हरीमिर्च पेस्ट

– 1/2 छोटा चम्मच हलदी पाउडर

– 1 बड़ा चम्मच धनियापत्ती कटी

– 1 बड़ा चम्मच रिफाइंड औयल

– नमक स्वादानुसार.

विधि कचौड़ी बनाने की

मैदे में गरम घी का मोयन व नमक डाल कर गूंध लें. आधा घंटा ढक कर रख दें. धुली मूंग दाल धो कर 1 कप पानी में 5 मिनट उबालें. दाल गल जानी चाहिए पर फूटनी नहीं चाहिए. पानी निथार लें. एक नौनस्टिक पैन में तेल गरम कर के हींग पाउडर, अदरक व हरीमिर्च पेस्ट भूनें. फिर बेसन डाल कर 1 मिनट सौते करें. दाल व सभी मसाले डाल कर 3-4 मिनट तक मिक्सचर भून लें. भरावन तैयार है. मैदे की नीबू के आकार की लोइयां लें. थोड़ा थपथपा कर बड़ा करें. बीच में एक बड़ा चम्मच मिक्सचर भरें और बंद कर के हलका सा बेल दें ताकि कचौड़ी थोड़ी बड़ी हो जाएं. गरम तेल में धीमी आंच पर कचौड़ी बना लें. इन्हें 1-2 दिन पहले भी बना कर रखा जा सकता है. ओवन या एअरफ्रायर में गरम कर आलू की भाजी के साथ ब्रेकफास्ट में सर्व करें.

विधि आलू की भाजी की

एक प्रैशरपैन में तेल गरम कर के हींग व जीरे का तड़का लगाएं फिर टमाटर पेस्ट व अन्य सूखे मसाले डाल कर भूनें. जब मसाले भुन जाएं तब हाथ से फोड़े आलू डालें, साथ ही तरी के लिए 2 कप कुनकुना पानी भी डालें. 1 सीटी लगाएं या 5 मिनट खुले में पकाएं. धनिया पत्ती डाल कर सर्व करें.

15 अगस्त स्पेशल: फैमिली के लिए बनाएं तिरंगा पुलाव

देश का सबसे बड़ा पर्व है स्वतंत्रता  दिवस. हर स्वतंत्रता दिवस हम जलेबी जरूरर खाते हैं या बनाते हैं. इस गणतंत्र दिवस आप कुछ अलग करें और तिरंगा पुलाव बनाएं. यह पुलाव देख बच्चे खुश हो जाएंगे और इस पर्व का महत्व भी समझ पाएंगें. यहां जानें तिरंगा पुलाव बनाने की विधि.

सामग्री

बासमती चावल भिगोकर रखा हुआ- 1 कप

नारंगी चावल के लिए

घी- 2 बड़े चम्मच

जीरा- ¼ छोटा चम्मच

अदरक की पेस्ट – 1 छोटा चम्मच

टमाटर या टोमाटो प्यूरी- 1/4

हल्दी पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच

लाल मिर्च पाउडर- 1/2 छोटा चम्मच

लाल मिर्च की पेस्ट- 1 छोटा चम्मच

नमक स्वादानुसार

सफेद चावल के लिए

पके हुए बासमती चावल 1 कप

हरे चावल के लिए

घी २ बड़े चम्मच

जीरा ¼ चम्मच

अदरक की पेस्ट- 1 छोटा चम्मच

हरी मिर्च की पेस्ट- 1 छोटा चम्मच

पालक की प्यूरी- ½ कप

नमक स्वादानुसार

विधि

दो अलग अलग नान स्टिक पैन लें. हर पैन में 2 बड़े चम्मच घी गरम करें. एक पैन में जीरा डालें और रंग बदलने तक भूनें. चावल डालें और मिला लें. दूसरे पैन में भी जीरा डालें और रंग बदलने तक भूनें.

पहले पैन में अदरक पेस्ट, लाल मिर्च पावडर और लाल मिर्च पेस्ट डालें और भूनें. फिर उसमें डालें टोमेटो प्यूरी और नमक और अच्छी तरह मिला लें. अब 1 कप पानी डालकर मिला लें, ढक कर चावल को पूरी तरह पका लें.

दूसरे पैन में डालें हल्दी पावडर और चावल और अच्छी तरह मिला लें. अब हरी मिर्च पेस्ट, अदरक पेस्ट और नमक डालकर हल्का सा भूनें. ½ कप पानी डालकर अच्छी तरह मिला लें और ढक कर पकाएं. जब पानी उबलने लगे पालक प्यूरी डालकर अच्छी तरह मिला लें, ढक कर पकाएं जबतक चावल पक जाए.

सर्विंग प्लेट पर एक रिंग मौल्ड रखें, पहले हरा चावल डालें और हल्का सा दबा लें. उसके उपर सफेद चावल डालें और हल्का सा दबा लें. सबसे उपर नारंगी चावल डालें और हल्का सा दबा लें. फिर धिरे से रिंग मौल्ड हटा लें और परोसें.

Monsoon Special: घर पर खाने में लगाएं 9 तरह के तड़के

छौंक यानी तड़के का प्रयोग दाल, दही, कढ़ी, सूखी सब्जी, पुलाव, खिचड़ी व कुछ नाश्तों के लिए भी किया जाता है. छौंक खाने को स्वादिष्ठ तो बनाता ही है, साथ ही स्वास्थ्यवर्द्धक भी होता है.

तड़का मुख्यतया 2 तरीकों से लगाया जाता है. पहला तैयार खाद्यपदार्थ पर मसलन दाल, कढ़ी, छाछ, सूखी सब्जी, ढोकला, खांडवी आदि बन जाने के बाद और दूसरा सब्जियों, पुलाव, खिचड़ी आदि में डाल कर पकाने से पहले.

दोनों ही तरीकों के छौंक से खुशबू, स्वाद तो बढ़ ही जाता है, साथ ही सेहत के लिए भी यह फायदेमंद होता है.

आइए, जानें अलगअलग तड़कों के बारे में:

तड़के और सेहत

तड़का लगाने अथवा बघार के लिए हम जिनजिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं, वे हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं. तड़के में टमाटर की बात करें तो वह रक्त संबंधी रोग जैसे दांतों से खून बहना, त्वचा पर लाल चकत्ते बनना, मसूड़ों में सूजन आदि से मुक्ति दिलाता है.

हींग कब्ज को दूर कर खाने को पचाने में सहायक है. अजवाइन गैस बनाने वाली चीजों से रोकथाम करती है.

लालमिर्च कोलैस्ट्रौल से बचाव करती है. कलौंजी, मेथीदाना जोड़ों के दर्द के लिए बहुत ही उपयुक्त हैं.

मेथीदाना पाचनशक्ति को बढ़ाने के साथसाथ इन्फैक्शन से भी बचाता है. आयुर्वेद के अंदर डायबिटीज में भी इस का प्रयोग बताया गया है.

सौंफ सांस की बदबू से राहत दिलाती है. साथ ही हाजमे के लिए भी उपयुक्त है. लहसुन में ऐंटीऔक्सीडैंट, ऐंटीबैक्टीरियल एवं ऐंटीसैप्टिक गुण पाए जाते हैं. यह ब्लडप्रैशर, कोलैस्ट्रौल को कम करने व हार्ट के लिए काफी लाभदायक होता है.

  1. कढ़ी का स्पैशल तड़का

तड़के से कढ़ी का स्वाद अलग ही हो जाता है. 4 लोगों के लिए कढ़ी बनी है, तो उस में 1 बड़े चम्मच तेल में 1 छोटा चम्मच जीरा चटकाएं. फिर 1/2 छोटा चम्मच मेथीदाना और 1 छोटा चम्मच राई डालें. उस के बाद 1/2 छोटा चम्मच कुटी लालमिर्च व 3 साबूत लालमिर्चें भूनें. फिर चुटकी भर हींग पाउडर व 10-12 करीपत्ते भून कर कढ़ी में बघार लगा दें. खाना खाते समय उंगलियां चाटते रह जाएंगे.

2. टोमैटो प्यूरी, हींग, मिर्च व जीरे का तड़का

इस तड़के का प्रयोग मुख्यतया अरहर, धुली मूंग, उरद धुली, पंचमेल दाल, साबूत दालों आदि में करें. बस देशी घी या रिफाइंड औयल में हींग, जीरा, साबूत लालमिर्च व देगीमिर्च डाल कर 4 लोगों की दाल में 1/2 कप प्यूरी डाल कर भूनें और दाल में तड़का लगा दें. दाल का रंग तो अच्छा लगेगा ही साथ ही, टोमैटो प्यूरी से दाल और ज्यादा स्वादिष्ठ हो जाती है.

अगर अरहर की दाल में थोड़ा सा चाटमसाला मिला दें और थोड़ी सी धनियापत्ती बुरक दें, तो फिर स्वाद के क्या कहने.

धुली मूंग की दाल में इस तड़के के साथ 10-12 दाने कालीमिर्च के, 2 लौंग और दरदरी कुटी बड़ी इलायची तड़के में मिला दें, तो दाल बेहद स्वादिष्ठ लगेगी.

साबूत दालों में तड़के के अलावा 1/4 कप सुनहरा भुना प्याज भी मिला दें. दालों का स्वाद और बढ़ जाएगा.

3. अजवाइन, साबूत लालमिर्च का तड़का

इस तड़के का इस्तेमाल सूखी अरवी में छौंक लगाते समय करें और राजमा की सब्जी में ऊपर से अजवाइन और देगीमिर्च का तड़का लगाएं. अरवी व राजमा गरिष्ठ होते हैं. अत: इस तरह के तड़के से जल्दी हजम हो जाएंगे. इसी तड़के का इस्तेमाल टोमैटो सूप, कच्चे केले की सूखी सब्जी और मूली की भुजिया में भी करना अच्छा रहता है.

4. पंचफोड़न तड़का

इस तड़के का प्रयोग बंगाली व असमिया परिवारों में शाकाहारी सब्जियों को बनाते समय किया जाता है. सौंफ, राई, मेथीदाना, जीरा, कलौंजी सभी चीजों को बराबर मात्रा में ले कर तेल में डाल कर तड़का तैयार किया जाता है. इस तड़के का प्रयोग कच्चे कद्दू, लौकी, साबूत छोटे आलू बनाते समय करें. बड़े ही स्वाद बनेंगे.

5. राई, करीपत्ते का तड़का

इस तड़के में 1 चम्मच तेल में राई, करीपत्ता, साबूत लालमिर्च, कालीमिर्च व हींग पाउडर डाल कर भूनें और सांबर, अरहर दाल, मूंग दाल डालें. उपमा बनाते समय, सूजी पोगल बनाते समय भी इस तड़के के साथसाथ थोड़ी सी उरद व चना दाल डाल कर छौंकें. अलग स्वाद आएगा. राई, करीपत्ते का छौंक खांडवी, ढोकला आदि में भी किया जाता है.

6. साबूत खड़े मसालों का तड़का

साबूत खड़े मसाले जैसे जीरा, कालीमिर्च, साबूत बड़ी इलायची, छोटी इलायची, दालचीनी का टुकड़ा, लौंग और 4-5 तेजपतों को तेल में भून कर पुलाव वाले चावलों को तड़का लगा कर बनाएं अथवा वैजिटेबल बिरयानी, गोभी, तोरई आदि में खड़े मसाले अपनी खुशबू छोड़ देते हैं. खाना अधिक जायकेदार हो जाता है.

7. टमाटर, प्याज का स्पैशल तड़का

इस तड़के का प्रयोग प्राय: साबूत उरद, मूंग, मसूर, उरद व चने की दाल और चनेलौकी की सब्जी में विशेषरूप से किया जाता है. 200 ग्राम दाल पकने के बाद 1/4 कप बारीक कटे प्याज को घी या तेल में भूनें. फिर 1 छोटा चम्मच जीरा तड़कने के बाद डालें. 1 बड़ा चम्मच बारीक कतरा अदरक, हरीमिर्च डाल कर भूनें. इस के बाद 3 मीडियम आकार के टमाटर छील कर बीज हटा कर बारीक काट कर डालें व भूनें. फिर 1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर डाल कर भूनें और तड़का लगा दें. जायकेदार दाल तैयार है.

8. कश्मीरी तड़का

मीठे चावल बनाने हों अथवा कोई अन्य मीठी चीज उस में लौंग, कुटी छोटी इलायची का तड़का लगा कर चावल, दलिया आदि भूनें. पकने के बाद अलग ही स्वाद आएगा.

9. हरा लहसुनिया तड़का

इस तड़के का प्रयोग दाल व सब्जी में करें.

1 कप कच्ची दाल को पकाने के बाद 2 बड़े चम्मच हरी डंडियों सहित लहसुन को काट कर भूनें. फिर घी में जीरे के तड़कने के बाद मिर्च डाल कर दाल में बघार लगा दें. दाल का स्वाद दोगुना हो जाता है. यह तड़का धुली उरद व अरहर की दाल के लिए बहुत ही उपयुक्त है. यदि हरा लहसुन न हो तो सामान्य लहसुन की कलियों को भी बारीक काट कर प्रयोग में लाया जा सकता है.

Monsoon Special: फैमिली के लिए बनाएं स्टफ्ड भिंडी

बरसात का मौसम दस्तक दे चुका है. इस मौसम में चटपटा खाने का बहुत मन करता है. बरसात के दौरान घर आप स्टफ्ड भिंडी बना सकते है. इन दिनों मार्केट में भिंडी आसानी से मिलने वाली सब्जी है. लेकिन अगर आप एक ही तरह की भिंडी की सब्जी बनाने की बजाय आज हम आपको स्टफ्ड भिंडी की रेसिपी के बारे में बताएंगे. आप के परिवार को स्टफ्ड भिंडी की रेसिपी बहुत पसंद आएगी. Monsoon सीजन में स्टफ्ड भिंडी रेसिपी बनाकर इस Monsoon में एन्जॉय कर सकते.

सामग्री

  1.  250 ग्राम ताजी मुलायम भिंडी
  2. 2 बड़े चम्मच प्याज का पेस्ट
  3. 1 छोटा चम्मच अदरक व लहसुन पेस्ट
  4. 2 बड़े चम्मच भुने चने का आटा
  5. लालमिर्च पाउडर
  6. 2 छोटे चम्मच धनिया पाउडर
  7. 1/2 छोटा चम्मच हलदी पाउडर
  8. 1 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर
  9. 2 बड़े
  10. चम्मच मस्टर्ड औयल
  11. नमक स्वादानुसार.

विधि

भिंडी को धो व पोंछ कर ऊपर व नीचे का हिस्सा थोड़ा सा काट दें. प्रत्येक भिंडी में लंबाई में चीरा लगाएं व हलके हाथों से अंदर के सारे बीज निकाल दें. 1 चम्मच तेल गरम कर के प्याज, लहसुन व अदरक भूनें और फिर सभी सूखे मसाले मिला कर 1 मिनट और भूनें. भुने चने का आटा मिलाएं व नमक डालें. मसाले को ठंडा कर के प्रत्येक भिंडी में भर दें. नौनस्टिक तवे पर बचा तेल गरम कर के भिंडियों को गलने और लाल होने तक पकाएं.

Summer Special घर पर होटल जैसी बनाएं दही सेव की सब्जी

आज हम बनाने जा रहे है एकदम आसानी से बनने वाली ये फूड रेसिपी , चलिए आज बनाते है दही सेव की सब्जी और चिली न्यूट्रिला

दही सेव की सब्जी

सामग्री

  1. 1 कप दही द्य 1/2 छोटा चम्मच हल्दी
  2. 1/2 छोटा चम्मच देगी मिर्च
  3. 1 हरीमिर्च बारीक कटी
  4. एकचौथाई छोटा चम्मच गरममसाला
  5. 1/2 छोटा चम्मच जीरा  द्य 1/2 छोटा चम्मच राई
  6. थोड़े से करीपत्ते द्य एकचौथाई छोटा चम्मच हींग
  7. एकचौथाई कप मोटे सेव द्य 1 छोटा चम्मच तेल
  8. नमक स्वादानुसार.

विधि

एक पैन में तेल गरम कर जीरा, राई और करीपत्ते डाल कर भूनें. अब हींग मिलाएं और खुशबू आने तक भूनें. फिर सारे मसाले डालें. फेंटा दही डालें और लगातार चलाते हुए 2 मिनट तक पकाएं. सेव मिला कर आंच बंद कर दें. धनियापत्ती से सजा कर गरमगरम परोसें.

अचारी टिंडे

सामग्री

  1.  500 ग्राम टिंडे द्य 1 छोटा चम्मच मेथी दाना
  2. 1 छोटा चम्मच कलौंजी द्य 1 छोटा चम्मच सरसों
  3. 1 छोटा चम्मच जीरा  द्य एकचौथाई चम्मच हींग
  4. 1/2 छोटा चम्मच सौंफ द्य 1/2 छोटा चम्मच हल्दी
  5. 2-3 हरीमिर्चें द्य 1 छोटा चम्मच देगी मिर्च
  6. 3-4 टमाटरों की प्यूरी द्य 2 प्याज की प्यूरी
  7. 1 बड़ा चम्मच साबूत गरममसाला द्य 5-6 कलियां लहसुन
  8. जरूरतानुसार तेल द्य नमक स्वादानुसार.

विधि

टमाटर, प्याज, लहसुन, हरीमिर्च और साबूत मसाले को एक कुकर में डाल 1/2 कप पानी डालें और कुकर का ढक्कन बंद कर के 3-4 सीटियां आने तक पका लें. ठंडा होने पर इसे पीस कर एक ओर रख दें. एक पैन में तेल गरम कर मेथी दाना, सरसों, राई, जीरा, सौंफ  और हींग डाल कर कुछ देर बाद प्याज व टमाटर की प्यूरी डाल अच्छी तरह भूनें. फिर सूखे मसाले मिलाएं और कुछ देर फिर पकाएं. टिंडों को छील कर बीच में आरपार चीरा लगा लें. ग्रेवी पैन के किनारे छोड़ने लगे तो इस में 1/2 कप पानी मिला टिंडे डाल कर कुछ देर ढक कर टिंडों के गलने तक पकाएं.

चिली न्यूट्रिला

सामग्री

  1.  1/2 कप सोयाबीन की बडि़यां
  2. 1 शिमलामिर्च द्य 1 प्याज
  3. 1 छोटा चम्मच अदरकलहसुन व हरीमिर्च का पेस्ट
  4. 1/2 पैकेट चिली पनीर मसाला द्य 1 टमाटर
  5. 1 बड़ा चम्मच तेल द्य 1/2 कप दूध
  6. नमक स्वादानुसार.

विधि

न्यूट्रिला को कुछ देर गरम पानी में भिगोए रखने के बाद अच्छी तरह निचोड़ कर रख लें. एक पैन में तेल गरम कर अदरक पेस्ट डाल कर भूनें. प्याज के मोटे टुकड़े काट कर पैन में डालें. कुछ नर्म होने तक भूनें. टमाटर के मोटे टुकड़े काट कर मिलाएं. जरा सा गलने तक पकाएं. सोया चंक मिला कर कुछ देर भूनें. चिली पनीर मसाला को 1 बड़े चम्मच पानी में मिला कर लगातार चलाते हुए सब्जी में डाल दें. इस में नमक मिलाएं. दूध डाल कर सब्जी को कुछ देर ढक कर पकाएं.

Mother’s Day Special: मां के लिए नाश्ते में बनाएं हेल्दी और टेस्टी मूंग दाल ढोकला

ढोकला गुजरात का फेमस डिश है. यूं तो ढोकला बेसन से बनाया जाता है, लेकिन आज हम आपको मूंग दाल का ढोकला बनाने की रेसिपी बता रहे हैं. मूंग दाल ढोकला फ्राई नहीं होता है. जानें इसे बनाने की विधि.

हमें चाहिए-

  • मू्ंगदाल
  • बेसन
  • दही
  • हरी मिर्च
  • शक्कर
  • नमक
  • तेल
  • फ्रूट सॉल्ट
  • सरसो
  • तिल
  • हिंग
  • हल्दी पाउडर
  • घिसा हुआ नारियल
  • धनिया पत्ता

बनाने का तरीका

सबसे पहले पीली मूंग दाल को तीन से चार घंटे तक पानी में भीगो लें. इसके बाद उसका पानी निकाल कर हटा दें. अब भींगे हुए मूंग में हरी मिर्च डालकर अच्छी तरह पीस लें. अब इसमें नमक, थोड़ी सी शक्कर हींग थोड़ा सा तेल हल्दी पाउडर थोड़ा सा बेसन और दही डाल कर अच्छी तरह से मिला लें.

अब इस पूरे मिश्रण में फ्रूट सॉल्ट डालें. अब इसे हल्के हाथों से मिला लें. अच्छी तरह से मिला लेने के बाद एक थाली में तेल लगाकर सारा मिश्रण उसमें डाल दें. अब इसे स्टीम (भाप) पर पकने के लिए रख दें. इसे 10 से 12 मिनट तक भाप पर पकने के लिए छोड़ दें. 10 मिनट बाद इसके निकाल लें. आपका ढ़ोकला तैयार हो चुका है.

अब इसे छौंक लगा लें. इसके लिए एक पैन में तेल गर्म कर लें. इसमें सरसों, तिल, हींग, अगर तीखा खाना हो तो थोड़ी हरी मिर्च डाल दें. अब इसे अच्छी तरह पकाने के बाद ढोकले के उपर फैलाकर डाल दें और अंत में हरे धनिये पत्ते के साथ घिसा हुआ नारियल डाल दें और चटनी के साथ सर्व करें.

Summer Special: गर्मियों में बनाएं कच्चे आम की कढ़ी

हमें चाहिए

  • बेसन – आधा कप
  • कच्चा आम – 1 मीडियम आकार का (150 ग्राम)
  • तेल – 2-3 टेबल स्पून
  • हरी मिर्च – 2
  • करी पत्ता – 10-12
  • हींग – 1 पिंच
  • जीरा – आधा छोटा चम्मच
  • हल्दी पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर – 1/4 छोटा चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार

बनाने का तरीका

सबसे पहले आम को छील कर गूदा निकाल लीजिये और इसे छोटा-छोटा काट लीजिये. पैन जिसमें कढ़ी बनानी है उसमें तेल डालकर गरम कीजिये, तेल गरम होने पर जीरा डालिये. जीरा भुनने पर, हल्दी पाउडर भी डाल दीजिये, अब कटा हुआ आम डाल दीजिये, हरी मिर्च को बीच से लम्बाई में काट कर डाल दीजिये, मसाले को थोड़ा सा भून कर, 1 कप पानी डाल कर ढककर आम के टुकड़ों को धींमी आग पर नरम होने तक पकने दीजिये.

जब तक आम के टुकड़े पककर तैयार होते हैं, तब तक बेसन का घोल बनाकर तैयार कर लीजिये. बेसन को किसी बड़े प्याले में डालिये और थोड़ा सा पानी डालकर गुठलियां खतम होने तक घोल लीजिये, और अब 3 कप पानी मिला कर बेसन को अच्छी तरह पानी में घोल लीजिये, बेसन का घोल तैयार है.

आम के टुकड़ों को खोल कर, चमचे से दबाकर चैक कीजिये, आम के टुकड़े नरम हो गये हैं वे आसानी से दब रहे हैं. पके हुये आम के टुकड़ों में बेसन का घोल डालिये और चमचे से चलाते हुये कढ़ी को को तब तक पकाइये जब तक कि कढ़ी में उबाल न आ जाय, गैस तेज रख लीजिये.

कढ़ी में उबाल आने के बाद, नमक और आधी लाल मिर्च डाल दीजिये और 8-10 मिनिट तक धींमी आग पर कढ़ी को पकने दीजिये, कढ़ी में हल्का हल्का उबाल आता रहे, कढ़ी को हर 2 मिनिट में चमचे से चलाते रहिये. कढ़ी बन गई है, गैस बन्द कर दीजिये, और कढ़ी में एक बार फिर से तड़का लगाइये.

छोटे पैन में बचा हुआ तेल डालकर गरम कीजिये, तेल गरम होने पर जीरा डालिये, जीरा भूनने के बाद, हींग डाल दीजिये, करी पत्ता को बारीक काट कर डाल दीजिये, गैस बन्द कर दीजिये और अब लाल मिर्च डाल दीजिये. तड़का को कढ़ी के ऊपर डालिये. बहुत ही स्वादिष्ट कच्चे आम की कढ़ी तैयार है.

कच्चे आम की कढ़ी को चपाती, पराठे या चावल के साथ परोसिये और खाइये.

Summer Special: गर्मियों में बनाएं ये 12 हैल्दी और टेस्टी चटनियां

चटनी हमारे भोजन की शान है. यदि खाने की थाली में कोई चटपटी चटनी मिल जाए तो खाने का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है. चटपटी चटनी का सेवन तृप्ति का भाव तो देता ही है, स्वास्थ्य की दृष्टि से भी चटनी बहुत लाभदायक होती है.

चटनियां ताजे फल, हरी पत्तियों व विविध हैल्दी मसालों को मिला कर बनाई जाती हैं. फिर इन्हें पकाया भी नहीं जाता, इसलिए इन में प्रयोग मसाले, फल, सब्जियां, दाल आदि के खनिज व विटामिन पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं. चटनियां फैट फ्री होती हैं, इन के सेवन से वजन नियंत्रित रहता है. अधिक कैलौरी खाने की समस्या भी नहीं होती, पाचनतंत्र सुचारु रूप से काम करता है.

टमाटर, आंवला, अलसी, लहसुन, तिल व इमली जैसी चीजों की चटनी ऐंटीऔक्सीडैंट का काम करती है. जहां धनिया, पुदीना, बैगन व तोरई की चटनी आयरन व क्लोरोफिल से भरपूर होती है, वहीं दालों व दही के साथ बनाई गई चटनी प्रोटीन से भरपूर होती है. अपने स्वाद व मौसम के अनुसार विविध प्रकार चटनियां बना कर फ्रिज में रखें. किसीकिसी चटनी को साल भर तक भी सुरक्षित रखा जा सकता है जैसे आम, आंवला व मेथी की चटनी. लहसुन, अलसी, तिल व टमाटर की चटनी को भी 10-15 दिन फ्रिज में सुरक्षित रखा जा सकता है. दालों, धनिया, पुदीना, तोरई व बैगन आदि की चटनी को भी 5-6 दिन तक फ्रिज में सुरक्षित रखा जा सकता है.

पेश हैं, विभिन्न प्रकार की चटनियां बनाने की विधियां:

1. मूंगफली की चटनी

सामग्री: 1 कप छिलका हटी मूंगफली भुनी हुई, 4-5 हरीमिर्चें, 1 छोटा चम्मच चीनी, 1 बड़ा चम्मच नीबू का रस, नमक स्वादानुसार.

विधि: सारी सामग्री को मिला कर पीस लें. 8-10 दिन इस चटनी को फ्रिज में रखा जा सकता है.

लाभ: मूंगफली प्रोटीन, आयरन, कैल्सियम व फास्फोरस का उत्तम स्रोत है. इस से गैस की समस्या में आराम मिलता है.

2. अंगूर की चटनी

सामग्री: 2 कप अंगूर, 50 ग्राम पिसी चीनी, चुटकी भर पिसी कालीमिर्च, 1/4 छोटा चम्मच पिसी छोटी इलायची 1/2 – 1/2 छोटे चम्मच भुना व पिसा जीरा व काला नमक.

विधि: सारी सामग्री को मिला कर ग्राइंडर में 1 मिनट पीसें. पौष्टिक खट्टीमीठी चटनी तैयार है. इसे 5-6 दिन तक रखा जा सकता है.

3. खजूर व किशमिश की चटनी

सामग्री: 1 कप बिना बीज के खजूर,1 कप किशमिश, 1 छोटा चम्मच कालीमिर्च पिसी, 1 छोटा चम्मच छोटी इलायची पिसी, 1-1 छोटा चम्मच काला नमक व भुने जीरे का पाउडर, चुटकी भर हींग, 1 बड़ा चम्मच नीबू का रस, 1 छोटा चम्मच गरममसाला, नमक स्वादानुसार.

विधि: खजूर व किशमिश को गरम पानी से धो कर 1/2 घंटा भिगोए रखें. फिर सारी सामग्री को मिक्सी में डाल कर पीस लें. इस चटनी को 8-10 दिन तक रखा जा सकता है.

लाभ: किशमिश व खजूर दोनों ही आयरन के अच्छे श्रोत हैं. खजूर में खनिज, फाइबर, कैल्सियम व विटामिन होते हैं.

4. आलू बुखारे की चटनी

सामग्री: 250 ग्राम आलूबुखारे, 2 बड़े चम्मच किशमिश, 1 बड़ा चम्मच खजूर कटे, 1-1 छोटा चम्मच काला नमक व भुना जीरा पाउडर, 1 छोटा चम्मच अदरक का पेस्ट, 1 छोटा चम्मच लालमिर्च, 1/2 कप नीबू का रस, 1 बड़ा चम्मच चीनी पिसी, नमक स्वादानुसार.

विधि: किशमिश, खजूर व आलूबुखारों को धो लें. अब आलूबुखारों को काट कर बीज निकाल दें और फिर तीनों चीजों को नीबू के रस में 1 घंटे तक भिगोए रखें. फिर सारी सामग्री को मिक्सी में बारीक पीस लें. अब एक पैन में डाल कर धीमी आंच पर थोड़ा गाढ़ा होने तक पकाएं. ठंडी होने पर बोतल में भर कर रखें. इसे 2-3 महीने तक रखा जा सकता है.

5. मेथीदाना की चटनी

सामग्री: 2 बड़े चम्मच मेथीदाना, 1/4 कप किशमिश, 1/2-1/2 छोटा चम्मच हलदी व लालमिर्च पाउडर, 1 छोटा चम्मच सौंफ पिसी, 1 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर, 1/2 कप कद्दूकस किया गुड़, चुटकी भर हींग, 1 छोटा चम्मच तेल, नमक स्वादानुसार.

विधि: मेथी को धो कर साफ पानी में 2 घंटों के लिए भिगो दें. फिर स्टीम कर लें. पैन में तेल गरम कर हींग भून कर हलदी डालें. मैथी डाल कर थोड़ी देर भूनें. अब 1/2 कप पानी डाल शेष सामग्री डाल कर धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पकाएं.

लाभ: यह चटनी पित्त व वायु की वृद्धि रोकती है, वात रोग में भी लाभदायक है, पाचनशक्ति को सुचारु बनाती है. इस चटनी को 5-6 महीने तक रखा जा सकता है.

6. अदरक की चटनी

सामग्री: 50 ग्राम अदरक,1 छोटा चम्मच इमली का पेस्ट, 1 बड़ा चम्मच गुड़, 1 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर, 1 छोटा चम्मच तेल, नमक स्वादानुसार.

विधि: अदरक को धो छील कर कद्दूकस करें. पैन में तेल गरम करें. अदरक लच्छा डाल कर थोड़ी देर भूनें फिर इमली का पेस्ट डाल कर भूनें. ठंडा कर के गुड़ छोड़ कर सारी सामग्री मिला कर पीस लें. अब गुड़ कद्दूकस कर के मिलाएं और थोड़ी देर पकाएं. ठंडा होने पर बोतल में रखें. इसे 3-4 महीने तक रखा जा सकता है.

लाभ: आमवात की शिकायत में लाभदायक है. गैस, जुकाम, दमा व खांसी आदि में भी इस का सेवन लाभदायक है.

7. लहसुन व अलसी की चटनी

सामग्री: 1/2 कप लहसुन की कलियां, 2 बड़े चम्मच अलसी, 8-10 सूखी लालमिर्चें, 1 बड़ा चम्मच नीबू का रस, नमक स्वादानुसार.

विधि: लहसुन छील कर सारी सामग्री मिला कर बारीक पीस लें. ब्रैड स्पै्रड की तरह इसे प्रयोग किया जा सकता है. इसे 10-15 दिन तक रखा जा सकता है.

लाभ: लहसुन ऐंटीऔक्सीडैंट है, अलसी ओमेगा ऐसिड से भरपूर है, जो ब्लडप्रैशर को नियंत्रित करती है. इस से कोलैस्ट्रौल कम होता है.

8. तिल व नारियल की चटनी

सामग्री: 1 कप भुने सफेद तिल, 1 कप कद्दूकस किया नारियल, 5-6 कलियां लहसुन, 3-4 हरीमिर्चें, 2 बड़े चम्मच धनियापत्ती कटी, 1 कप इमली का रस, नमक स्वादानुसार.

विधि: तिल, नारियल, लहसुन, हरीमिर्च व धनियापत्ती को मिला कर पीसें. नमक व इमली का रस मिलाएं. इसे 5-6 दिन रखा जा सकता है.

लाभ: तिल कैल्सियम से भरपूर है. नारियल में फास्टोरस, प्रोटीन कैल्सियम व आयरन जैसे खनिज विटामिन होते हैं.

9. सेब की चटनी

सामग्री: 250 ग्राम खट्टीमीठे सेब, 1/2 छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर, 1/2 छोटी चम्मच कालीमिर्च पिसी, 50 ग्राम चीनी पिसी, भुना चीरा, 1 छोटा चम्मच नीबू का रस, कालानमक व नमक स्वादानुसार.

विधि: सेब छील कर छोटे टुकड़ों में काटें. सारी सामग्री मिला कर पीस लें. इसे 4-5 दिन फ्रिज में रखा जा सकता है.

लाभ: सेब में कैल्सियम, फास्फोरस, विटामिन सी, पोटैशियम, आयरन आदि खनिज होते हैं.

10. दही की चटनी

सामग्री: 1 कप दही, 1 कप धनियापत्ती या पुदीनापत्ती, 5-6 हरीमिर्चें, 1/2 कप कद्दूकस किया नारियल, 2 बड़े चम्मच नीबू का रस, 2 बड़े चम्मच चीनी, नमक स्वादानुसार.

विधि: सारी सामग्री को मिक्सी में डाल कर बारीक पीस लें. फ्रिज में ठंडा कर के सर्व करें. इसे 5-6 दिन फ्रिज में रखा जा सकता है.

लाभ: दही, धनिया, व नारियल सभी विटामिन व खनिज से भरपूर होते हैं. गरमी के मौसम में यह चटनी विशेष ठंडक प्रदान करती है.

11. करीपत्ते की चटनी

सामग्री: 1/2-1/2 कप नारियल व करीपत्ता, 6 हरीमिर्चें, 1 बड़ा चम्मच इमली का पेस्ट, 1 बड़ा चम्मच उरद दाल, नमक स्वादानुसार.

विधि: उरद दाल को ड्राई रोस्ट करें. फिर सारी सामग्री मिला कर पीस लें. इसे 7-8 दिन फ्रिज में रखा जा सकता है.

लाभ: करीपत्ता औषधीय गुणों की खान है, यह कब्ज दूर करता है, बाल काले रखता है व पाचनतंत्र ठीक करता है.

12. चना दाल चटनी

सामग्री: 1/2 कप चने की दाल, 3 लालमिर्चें, चुटकी भर हींग, 5-6 करीपत्ते, 1 बड़ा चम्मच तेल, 1 बड़ा चम्मच नीबू का रस, 1/2 छोटा चम्मच राई, 2 बड़े चम्मच दही, नमक स्वादानुसार.

विधि: दाल को सूखा रोस्ट करें. फिर धो कर 1/2 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. दाल, लालमिर्च को बारीक पीसें. पैन में तेल गरम कर राई, हींग भूनें. फिर कटे करीपत्ते डाल कर भूनें. पिसी दाल में यह तड़का डालें. दही व नमक मिलाएं.

इसे भी 4-5 दिन फ्रिज में रखा जा सकता है.

लाभ: यह प्रोटीन व फाइबर से भरपूर होती है.

– माधुरी गुप्ता

Eid Special: टेस्टी वेज शामी कबाब

इफ्तार के वक्त सबसे पहले स्टार्टर सर्व किया जाता हैं. ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि कोई अच्छी सी वेज रेसिपी बनाएं तो वेज शामी कबाब बना सकती हैं. वेज शामी कबाब काले चने को उबाल कर बनाया जाता है. इन्‍हें गरम-गरम सर्व करें और साथ में पुदीने की चटनी देना ना भूलें. इसे बनाने के लिए कुछ खास मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.

वेज शामी कबाब बहुत ही कमाल का स्वाद देता है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको पसंद आता है. इसे किसी भी तंदूरी स्‍नैक के साथ खाया जा सकता है. इसे बनाने में आपको कोई ज्‍यादा समय नहीं लगेगा. यदि आपके पास काला चना नहीं है तो आप इसके बदले चने की दाल का इस्तेमाल कर सकती हैं.

सामग्री

– 1 कप भिगोया हुआ काला चना

– 2 चम्‍मच बेसन

– बारीक कटा एक  प्‍याज

– एक चम्मच पुदीनी पत्ती

– एक चम्मच हरा धनिया

– एक चम्मच धनिया पाउडर

– आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर

– एक हरी मिर्च कची हुई

– आधा चम्मच अदरक का पेस्ट

– आधा चम्मच गरम मसाला

– आवश्यकतानुसार तेल तलने के लिए

–  स्वादानुसार नमक

ऐसे बनाएं टेस्टी वेज शामी कबाब

– सबसे पहले काले चने को पहले से रख दें. उसके बाद भिगोये हुए काले चने को साफ पानी से धो कर नमक मिला लें. इसे प्रेशर कुकर में पानी डाल कर पका लें. पकने के  बाद इसे एक बर्तन में निकालें और मसल लें. इसे जब मसलें तों इसे दरदरा ही रखें पेस्ट की तरह न बनने दें.

– उसके बाद जितनी सामग्री काट कर रखी है उन सबको इसमें मिक्स करें. यदि कबाब तेल में डालने से टूटने लगे तो, इसमें थोड़ा और बेसन मिला लें. अब इसे गोल-गोल कबाब के रूप में बना कर रख लें.

– इसके बाद कढ़ाई गर्म करें, तेल गर्म करें और इसमें अब कबाब को तल लें. जब कबाब दोनों तरफ लाल हो जाए तो इसे निकाल लें. अब आप कबाब को पुदीने के पत्तों से सजा कर सर्व करें. इसके साथ आप चाहें तो  नींबू की स्‍लाइस, प्‍याज और पुदीने की चटनी भी ले सकती हैं. आप चाहें तो कबाब को ओवन में भी बेक कर सकती हैं.

फैमिली के लिए बनाएं बेसन की सब्जी

अगर आप लंच में कुछ टेस्टी और हेल्दी सब्जी बनाना चाहती हैं तो बेसन की सब्जी आपके लिए बेस्ट औप्शन है. बेसन हेल्दी के साथ-साथ टेस्टी भी होता है. आप इसे अपनी फैमिली को लंच या डिनर में खिला सकते हैं.

 हमें चाहिए

– बेसन (100 ग्राम)

– लाल मिर्च (1/4 चम्मच)

– गरम मसाला (1/2 चम्मच)

– हरी मिर्च  (01 बारीक कटी हुई)

– इमली (20 ग्राम)

– भुना जीरा (01 छोटा चम्मच)

– शक्कर (01 छोटा चम्मच)

– तेल (1/2 छोटा चम्मच)

– काला नमक (1/2 छोटा चम्मच)

– नमक (स्वादानुसार)

बेसन की सब्जी बनाने की विधि :

– सबसे पहले इमली को रात भर के लिए एक कटोरी पानी में भि‍गो दें.

– इसके बाद एक कटोरे में गुनगुने पानी में बेसन को अच्छी तरह से फेंट लें.

– फिर लाल मिर्च, गरम मसाला, हरी मिर्च और नमक मिला लें.

– इसके बाद घोल को एक बार फिर अच्छी तरह फेंट लें.

– अब एक कड़ाही में बेसन के घोल को डालें और मीडियम आंच पर पकायें.

– घोल को लगातार चम्मच से चलाते रहें, जिससे बेसन में गुठलियां ने पड़ने पायें.

– बेसन के घोल को 10-12 मिनट पकायें, इससे वह गाढ़ा हो जाएगा.

– अब एक में थाली में 1/2 चम्मच तेल लगाकर उसकी सतह को चिकना कर लें.

– फिर बेसन के घोल को थाली में पतला पतला फैला दें और ठंडा होने दें.

– घोल ठंडा होने पर घोल जम जायेगा.

– जमने पर बेसन की पर्त को छोटे-छोटे साइज में काट लें.

– अब भीगी हुई इमली को अच्छे से मसल कर उसका पानी छान लें.

– इमली के रस में एक बड़ा कटोरा पानी और मिला लें.

– इस पानी में हल्का सा काला नमक, भुना हुआ जीरा और एक चम्मच शक्कर मिला लें.

– अब बेसन के टुकड़ों को इमली के घोल में डाल दें और थोड़ी देर के लिये रख दें.

– आप चाहें तो इसे थोड़ा सा पका भी सकते हैं.

– अब आपकी स्वादिष्ट राजस्‍थानी पतोड़ तैयार है.

इसे सर्विंग प्‍लेट में निकालें और गर्मा-गरम रोटियों / पराठों के साथ सर्व करें.

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