बौलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की जहां जल्द शादी होने की खबरे हैं तो वहीं उनके पिता के रोल में नजर आ चुके एक्टर शिव सुब्रमण्यम (Shiv Subrahmanyam) का निधन हो गया है. दरअसल, दिग्गज एक्टर और अवौर्ड विनर पटकथा लेखक शिव सुब्रमण्यम का बीमारी के चलते निधन हो गया है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर….
आलिया भट्ट और अर्जुन कपूर की फिल्म ‘2 स्टेट्स’ में नजर आ चुके एक्टर शिव सुब्रमण्यम का निधन रविवार रात हो गया. दरअसल, फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने एक्टर के निधन की खबर शेयर करते हुए लिखा, “गहन और हार्दिक दुख के साथ, हम आपको सबसे प्रतिष्ठित और महान एक्टर में से एक के निधन की सूचना देना चाहते हैं – हमारे सबसे प्यारे शिव सुब्रह्मण्यम. अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली, उन्हें व्यक्तिगत रूप से बहुत प्यार और सम्मानित किया गया था. पेशेवर रूप से भी. हम उनकी पत्नी दीया, उनके माता, पिता, रोहन, रिंकी और परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. भानु चिट्टी और शिव के परिवार के सभी और उनके दोस्तों और उनके फैंस को संवेदना.
निधन की खबर मिलते ही एक्टर के फैंस और सेलेब्स ने सोशलमीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दी है. खबरों की मानें तो एक्टर का अंतिम संस्कार आज यानी सोमवार को होने वाला है. कई हिंदी फिल्मों और वेब सीरीज का हिस्सा रह चुके हैं, जिनमें ‘मीनाक्षी सुंदरेश्वर’, ‘नेल पॉलिश’, ‘2 स्टेट्स’, ‘हिचकी, ‘रॉकी हैंडसम’, ‘स्टेनली का डब्बा’ जैसी फिल्म शामिल हैं. हालांकि फिल्म 2 स्टेट्स के जरिए एक्टर शिव को काफी पौपुलैरिटी मिली थी. दरअसल, फिल्म में एक्टर ने आलिया भट्ट के पिता का किरदार निभाया था, जिसे फैंस ने काफी पसंद किया था. वहीं लोगों में उनकी पौपुलैरिटी बढ़ गई थी.
मशहूर पाश्र्व सिंगर तुलसी कुमार अपनी पीढ़ी की बेहतरीन और सबसे सफल कलाकारों में से एक हैं. उनकी परवरिश संगीत के माहौल में ही हुई है. इसके अलावा वह हमेशा मेलोडियस गानों को स्वरबद्ध करने के साथ ही हर म्यूजिक वीडियो में देशी अवतार में ही नजर आती हैं. मगर उनकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह सदैव विभिन्न संगीत शैलियों में प्रयोग करती रहती हैं. लेकिन अब तुलसी कुमार ने अपने एकल गीत ‘जो मुझे दीवाना कर दे‘ में तो अपना ‘देशी चोला’ उतारकर ग्लैमरस अवतार धारण करने के साथ ही इसमें वह पहली बार नृत्य करते हुए नजर आती हैं. इतना ही नहीं इस बार सिर्फ रोमांटिक गाना नही बल्कि फन पेपी डांस नंबर को उन्होने अपनी आवाज दी है. जी हॉ! इस फन पेपी नंबर में तुलसी कुमार ने नृत्य निर्देशक गणेश हेगड़े के निर्देशन में रोहित खंडेलवाल के साथ नृत्य किया है. दिलचस्प बात यह है कि तुलसी कुमार ने डांस का कोई प्रशिक्षण नही लिया है,मगर उनकी रूचि नृत्य में है. इस गाने में तुलसी कुमार के साथ संगीतकार मनन भारद्वाज ने भी अपनी आवाज दी है.
पेपी डांस नंबर ‘‘जो मुझे दीवाना कर दे’’ की दूसरी खासियत यह है कि तुलसी कुमार इसमें मार्डन पोशाक पहने हुए ग्लैमरस अवतार में नजर आ रही हैं,जबकि तुलसी कुमार अब तक अपने हर म्यूजिक वीडियो में पूर्णरूपेण भारतीय व देशी लुक में ही नजर आती रही हैं. वह कहती हैं-‘‘यह सच है कि मैं परदे पर हमेशा देशी पोशाक में ही नजर आती रही हॅंू. मगर निजी जीवन में मैं ज्यादातर ग्लैमरस पोशाकें ही पहनती हॅूं. इसलिए पहली बार मैने इस गाने में भी ग्लैमरस पोशाक पहन कर एक नया प्रयोग किया है. ’’
तुलसी कुमार इसे पार्टी सॉंग बताते हुए कहती हैं-‘‘ देखिए मुझे पेपी सांग ‘जो मुझे दीवाना कर दे‘ पर काम करने में बड़ा आनंद आया. इस गाने की कोरियोग्राफी मेरे व्यक्तित्व और मेरे द्वारा निभाए गए किरदार के अनुरूप की गई है. यह मेरा पहला अॉफिशियल डांस वीडियो है. जिसमें मुझे पहली बार नृत्य निर्देशक गणेश हेगड़े के साथ काम करने का मौका मिला. वह पहले दिन से ही वीडियो के पूरे विजुअलाइजेशन में शामिल थे और इस वीडियो की शूटिंग की प्रक्रिया के माध्यम से मुझे उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला. मैं एक ट्रेंड डांसर नही हूं लेकिन मैंने अपने मूव्ज को सही रखने के लिए खूब रिहर्सल किया. ’’
जबकि निर्देशक गणेश हेगड़े कहते हैं-‘‘तुलसी कुमार के साथ इस गाने पर काम करने का अनुभव बहुत ही शानदार रहा. वह अपने गाने और डांस दोनों में एक मासूमियत और चंचलता लाती हैं,जिसे हमने इस गाने में अपनी कोरिओग्राफी के माध्यम से कैप्चर किया है. वह बहुत जल्दी डांस स्टेप्स को सीखने की इच्छा रखती हैं. ’’
गायक व संगीतकार मनन भारद्वाज कहते हैं, ‘‘मैंने पहले भी तुलसी के कई कंपोजिशन पर काम किया है, लेकिन ‘जो मुझे दीवाना कर दे‘ यह मेरे लिए बहुत ही खास है. क्योंकि मुझे इस बार उनके साथ गाने का मौका मिला है. इस गाने पर एक साथ काम करते हुए हमने बहुत अच्छा समय बिताया और दर्शकों के समक्ष कुछ अलग और नया लाने का प्रयास किया. मुझे लगता है कि इस ट्रैक में हमारी आवाज बहुत अच्छी है. ’’
बौलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर (Sonam Kapoor) की पर्सनल लाइफ आए दिन सुर्खियों में रहती है. जहां बीते दिनों एक्ट्रेस की प्रैग्नेंसी ने फैंस को हैरान कर दिया था तो वहीं अब खबर है कि एक्ट्रेस और उनके पति आनंद आहूजा (Anand Ahuja) के घर में चोरी हो गई है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर….
इन दिनों मुंबई में रह रही एक्ट्रेस सोनम कपूर के दिल्ली वाले घर में चोरी हो गई है. दरअसल, खबरों की मानें तो सोनम कपूर के सास ससुर ने पुलिस कंपलेंट करवाई है. वहीं हाई प्रोफाइल केस के चलते कार्रवाई भी शुरु हो गई है. इसके अलावा बताया जा रहा है कि सोनम कपूर और आनंद आहूजा के घर में करीब 1.41 करोड़ रुपये की चोरी हुई है, जिसके कारण घर के 25 कर्मचारियों से पूछताछ भी की गई है.
दरअसल, सोनम कपूर और आनंद आहूजा के दिल्ली वाले घर में उनके सास-ससुर और आनंद आहूजा की दादी सरला आहूजा रहती हैं. वहीं चोरी की भनक 11 फरवरी को परिवार को लगी थी, जिसके बाद ये केस फाइल किया गया. वहीं इससे पहले खबरें थीं कि सोनम कपूर के ससुर धोखा धड़ी के शिकार हुए थे. दरअसल, बताया गया था कि 27 करोड़ की धोखाधड़ी में 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी.
प्रैग्नेंसी को लेकर सुर्खियों में हैं एक्ट्रेस
एक्ट्रेस सोनम कपूर ने बीते दिनों अपनी प्रैग्नेंसी का खुलासा किया था, जिसके बाद वह मुंबई की एक पार्टी में बेबी बंप फ्लौंट करती नजर आईं थीं. वहीं फैंस और सेलेब्स ने भी उन्हें बधाई दी थी. हालांकि वह कई बार ट्रोलिंग का शिकार भी हो चुकी हैं. लेकिन वह ट्रोलर्स को करारा जवाब देते हुए नजर आती हैं.
बता दें, साल 2018 में सोनम कपूर ने शादी की थी, जिसके बाद उन्होंने कई बार अपनी बीमारी पीसीओस होने की बात भी फैंस के साथ शेयर की थी. वहीं अब साल 2022 में एक्ट्रेस ने अपनी प्रैग्नेंसी की खबर से फैंस को खुश कर दिया है.
बौलीवुड एक्टर शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) की जल्द ही एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर संग फिल्म ‘जर्सी’ रिलीज होने वाली है. इसके चलते वह प्रमोशन और इंटरव्यू में काफी बिजी चल रहे हैं, जिसके कारण वह फैमिली संग कम बिता पा रहे हैं. वहीं एक इंटरव्यू में उन्होंने अपनी वाइफ मीरा राजपूत और बच्चों से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…
घर से निकाल देते हैं बीवी और बच्चे
फिल्म के प्रमोशन्स के दौरान एक इंटरव्यू में अपनी वाइफ और बच्चों के बारे में बात करते हुए एक्टर शाहिद कपूर ने मजेदार किस्सा शेयर करते हुए कहा कि हर रोज ऐसा होता है जब मेरी वाइफ मीरा राजपूत (Mira Rajput) और उनके बच्चे यानी मीशा और जैन मिलकर उन्हें घर से बाहर निकाल देते हैं, लेकिन वह किसी न किसी तरह वापस आ ही जाते हैं.
मजाक वाइफ और बच्चों के बारे में शाहिद ने कहा कि “रोज अपने बीवी और बच्चों के सामने, ऐसा लगता है कि मेरी कोई औकात ही नहीं है. लेकिन मैं फिर भी घर में रह रहा हूं अभी भी. मैं घर से सात साल से निकला नहीं, मतलब निकला था पर आ गया वापस.” वहीं बेटी मीशा पर प्यार लुटाने वाले शाहिद कपूर ने कहा कि मेरी एक बेटी है और उसने स्कूल जाना शुरू कर दिया है. वहीं जब वह घर पर नहीं होती है तो मुझे अजीब महसूस होता है.
बता दें, मीरा राजपूत और शाहिद कपूर की शादी को 7 साल हो गए हैं. लेकिन दोनों का रिश्ता आज भी मजबूत हैं. कपल की दोस्ती देखकर फैंस दोनों की तारीफ करते नहीं थकते. वहीं सोशलमीडिया के जरिए फैंस के साथ जुड़े रहने वाले शाहिद अक्सर वाइफ संग वीडियो और फोटोज शेयर करते हैं, जिसे देखकर फैंस दोनों की कैमेस्ट्री की काफी तारीफ करते हुए नजर आते हैं.
सामाजिक बदलाव के उद्देश्य से बनने वाली और दर्शकों को सोचने पर मजबूर करने वाली फ़िल्मों का चलन अब ज़ोर पकड़ता जा रहा हैं. ऐसी ही फ़िल्मों की फ़ेहरिस्त में अब श्रीकांत भासी के नेतृत्ववाले प्रतिष्ठित फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस ‘कार्निवल मोशन पिक्चर्स’ द्वारा बनाई गई फ़िल्म ‘मेरी देश की धरती’ का नाम भी शुमार हो गया है. एक अहम सामाजिक विषय पर बनी इस फ़िल्म को अब एक नई तारीख़ यानि 6 मई, 2022 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज करने का ऐलान कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि फ़िल्म में दिव्येंदु के अलावा अनुप्रिया गोयंका, अनंत विधात और राजेश शर्मा भी अहम भूमिकाओं में नज़र आएंगे.
‘मेरी देश की धरती’ ग्रामीण और शहरी भारत के बीच पैदा हुई व दिनों-दिन बढ़ती खाई और आज के समसामायिक हालात को बख़ूबी रेखांकित करती है. फ़िल्म समस्याओं की जड़ में जाने कोशिश करती है जिसमें दिखाया गया है कि कैसे आज के युवा समाज में बदलाव लाने की ज़िम्मेदारी उठाते हुए ग्रामीण वास्तविकताओं व ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बन जाते है. वैसे भारत एक कृषि प्रधान देश है और देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का बहुत बड़ा योगदान है, मगर आज के बदले हुए हालात में देश के युवा शहरों की ओर पलायन करने और वहां रोज़गार तलाशने के लिए मजबूर है. इस फ़िल्म में दो अलग-अलग वास्तविकताओं को एक केंद्रबिंदु पर लाने की सार्थक कोशिश की गई है.
फ़िल्म के नायक दिव्येंदु शर्मा कहते हैं, “हमारे लिए यह देखना बड़ा ही दिलचस्प रहेगा कि प्रेरणा भाव से भरपूर और एक बेहतरीन संदेश देनेवाली हमारी फ़िल्म को दर्शक कैसा प्रतिसाद देते हैंl ‘मेरे देश की धरती’ फ़िल्म से जुड़े तमाम लोगों और दर्शकों दोनों के नज़रिए से यह एक बेहद अहम फ़िल्म है.अब हमारा सपना जल्द ही बड़े पर्दे पर साकार होने जा रहा है, तो ऐसे में हमारी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं हैl”
फ़िल्म की रिलीज को लेकर बेहद उत्साहित दिव्येंदु आगे कहते हैं, “विभिन्न फ़िल्म समारोहों में फ़िल्म के प्रदर्शन से हमें फ़िल्म के विषय और कहानी को लेकर बहुत ही बढ़िया प्रतिसाद मिला है. हम 6 मई को रिलीज़ होने जारी अपनी फ़िल्म की रिलीज़ के बाद इस तरह की उम्मीद आम दर्शकों से भी रखते हैं. देश में कृषि व्यवसाय की पृष्ठभूमि पर बनी ‘मेरे देश की धरती’ एक बेहतरीन फ़िल्म है जिसमें कॉमेडी का भी भरपूर तड़का लगाया गया है. मैं चाहता हूं यह फ़िल्म जल्द से जल्द दर्शकों के सामने हो ताक़ि मैं उनकी प्रतिक्रियाएं जान सकूं.”
फ़िल्म के निर्देशक फ़राह हैदर फ़िल्म की ख़ासियतों पर ग़ौर करते हुए कहते हैं, “वास्तविकता के धरातल पर बुनी गयी इस फ़िल्म की कहानी दो इंजीनियरिंग छात्रों की हैरत भरी दास्तां को अलग ढंग से बयां करती है. दो ऐसे दोस्त जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद खेती-किसानी में रुचि दिखाते हैं और जीवन में एक नई राह पर चल पड़ते हैं. आज के दौर में कई ऐसे युवा हैं जो ख़ुद को इस फ़िल्म की कहानी से रिलेट कर पाएंगे. दरअसल, हममें से हर कोई फ़िल्म के हरेक किरदार की जज़्बाती कहानी से ख़ुद को जुड़ा हुआ महसूस करेगा. हमें इस बात की बेहद ख़ुशी है कि बड़ी शिद्दत और मेहनत से बनाई गई यह फ़िल्म अब 6 मई, 2022 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होने जा रही है.”
निर्माता वैशाली सारवणकर कहती हैं, “हम सभी इस फ़िल्म की रिलीज़ और लोगों की प्रतिक्रिया को जानने को लेकर बेहद उत्साहित हैं. यह एक ऐसी पारिवारिक फ़िल्म है जिसमें कृषि जीवन को जज़्बाती ढंग से पेश किया गया है. यकीनन, यह फ़िल्म लोगों के दिलों-दिमाग पर गहरा प्रभाव डालेगी. इस फ़िल्म में बेहद प्रतिभाशाली कलाकार हैं और फ़िल्म से जुड़ी टीम ने एक बेहतरीन फ़िल्म बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. हम बेसब्री से दर्शकों के समक्ष इसे पेश करने और लोगों की प्रतिक्रिया जानने का इंतज़ार कर रहे हैं.”
डॉ. श्रीकांत भासी द्वारा प्रस्तुत इस फ़िल्म के निर्देशन की बागडोर फ़राज़ हैदर ने संभाली है जबकि इस फ़िल्म का निर्माण ‘कार्निवल मोशन पिक्चर्स’ की वैशाली सारवणकर द्वारा किया जा रहा है. एक बार फिर से याद दिला दें कि ‘मेरे देश की धरती’ 6 मई, 2022 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है.
बौलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की लव लाइफ किसी से छिपी नहीं है. बीते दिनों जहां एक्टर की रयूमर्ड गर्लफ्रैंड सिंगर सबा आजाद (Saba Azad) रोशन फैमिली संग क्वालिटी टाइम बिताती नजर आईं थीं तो वहीं अब वह खुल्लम खुल्ला अपने प्यार का इजहार करते हुए ऋतिक रोशन का हाथ थामे नजर आईं हैं. हालांकि इसके कारण उन्हें ट्रोलिंग का शिकार भी होना पड़ रहा है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…
बीते दिनों एक्टर ऋतिक रोशन और सिंगर सबा आजाद के डेटिंग की खबर सुर्खियों में थीं, जिसका कारण दोनों का साथ कई जगहों पर नजर आना था. हालांकि कपल ने कभी अपने प्यार का इजहार नहीं किया. लेकिन अब एक वीडियो सोशलमीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें मुंबई एयरपोर्ट पर एक्टर ऋतिक रोशन अपनी रयूमर्ड गर्लफ्रेंड सबा आजाद के साथ स्पॉट होते दिख रहे हैं. वहीं वीडियो में खास बात है कि ऋतिक, सबा आजाद का हाथ थामे चलते नजर आ रहे हैं.
वीडियो देखते ही जहां एक्टर के फैंस उनकी तारीफ और बधाई देते नजर आ रहे हैं तो वहीं कुछ लोग उन्हें ट्रोल करते दिख रहे हैं. दरअसल, वीडियो में ट्रोलर्स कमेंट करते हुए बुढ़ापे का प्यार की बात कह रहे हैं. वहीं कई लोग उनके रिश्ते में उम्र के फासले का भी मजाक उड़ा रहे हैं.
जहां बीते दिन एक्टर ऋतिक रोशन अपनी रयूमर्ड गर्लफ्रैंड का हाथ थामे नजर आए तो वहीं अब उनकी एक्स वाइफ सुजैन खान (Sussanne Khan) भी एयरपोर्ट पर उनके रयूमर्ड बॉयफ्रेंड अर्सलान गोनी (Arshlan Goni) के साथ दिखीं, जिसके चलते वह भी ट्रोलिंग का शिकार हो रही हैं.
बता दें, साल 2000 में शादी के बंधन में बंधने वाले ऋतिक रोशन ने साल 2014 में अपनी 14 साल की शादी को तोड़ने का फैसला किया था. हालांकि दोनों ने तलाक के बाद भी दोस्त रहने की बात कही थी, जिसके चलते दोनों कई बार अपने बच्चों के साथ नजर आते हैं.
अभिनेता विजय थलापति ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘मास्टर’ और पूजा हेगड़े सुपरहिट फिल्म ‘मोस्ट एलिजिबल बैचलर’ में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया और अब ये दोनों पावरहाउस सितारें एक साथ पहली बार फिल्म ‘बीस्ट’ से दर्शकों की धड़कनों को और अधिक बढ़ा रहे है. जी हाँ, फिल्म ‘बीस्ट’ का हिंदी ट्रेलर आ गया है जिसे बॉलीवुड स्टार वरुण धवन द्वारा लॉन्च किया. फिल्म के दिलचस्प ट्रेलर को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि दर्शकों को पावरफुल एक्शन और मनोरंजन का पूरा मसाला देखने को मिलेगा. ट्रेलर से यह भी साफ नजर आ रहा है कि अभिनेता विजय इस फिल्म में एक रॉ एजेंट वीरा राघवन की भूमिका निभाते हुए दिखाई देंगे.
फिल्म ‘बीस्ट’ की कहानी आतंकवादियों द्वारा हाईजैक की गई एक घटना के इर्द गिर्द घूमती है, जिसका निर्देशन नेल्सन दिलीपकुमार द्वारा किया गया है. फिल्म के माध्यम से विजय थलापति और पूजा हेगड़े की एक नई जोड़ी दर्शकों के दिल में जगह बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. विजय-पूजा अभिनीत इस फिल्म को संगीत उस्ताद अनिरुद्ध रविचंदर ने दिया है जो कि सोशल मीडिया पर वायरल ट्रेंड कर रहा है, चाहे वो फिल्म गाना अरेबिक कुथू हो या जॉली ओ जिमखाना दोनों ही लोगों को बेहद पसंद आ रहा है, जिसके बाद से दर्शक फिल्म को लेकर और अधिक उत्सुक हो गए है.
इस पर सन पिक्चर्स के एक प्रवक्ता ने कहा कि, “हमें ‘बीस्ट’ का हिंदी ट्रेलर रिलीज करते हुए खुशी हो रही है. विजय और पूजा दोनों के भारत भर में बहुत प्रशंसक है और प्रशंसको के पॉजिटिव रिस्पॉन्स से यह बात साफ है कि यह फिल्म सिनेमाघरों में हिट रहेगी. सच मानिये अब हम सिनेमाघरों में दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए और अधिक इंतजार नहीं कर सकते.”
यूएफओ मूवीज, फिल्म सर्विसेज एंड डिस्ट्रीब्यूशन के सीईओ पंकज जयसिंह कहते है कि, “यह वास्तव में एक विशेष फिल्म है, जिसने सभी भाषाओं के दर्शकों के बीच उत्साह बढ़ाया है. ‘मास्टर’ के बाद विजय थलापति के साथ यह हिंदी में हमारी दूसरी फिल्म है. हमने सन पिक्चर्स के साथ अन्नाथे, ईटी और अब बीस्ट के साथ हैट्रिक लगाई है. इस फिल्म को उत्तर भारत क्षेत्र के सिनेमाघरों में रिलीज करते हुए हमें बेहद गर्व हो रहा है.”
फिल्ममेकर नेल्सन दिलीपकुमार कहते है कि “विजय थलापति और पूजा हेगड़े के साथ ‘बीस्ट’ का निर्माण करके मुझे बेहद ख़ुशी हो रही है . एक फिल्म निर्माता के तौर पर ‘बीस्ट’ का हिंदी ट्रेलर रिलीज होने पर मुझे बेहद खुशी है. जो चीजें महत्व रखती वो सभी चीजें एक बेहतरिन सिनेमा में होती ही है , भले ही क्यों ना फिल्म की भाषा अलग हो . मुझे विश्वास है कि बीस्ट में वो सभी खासियत दिखाई देंगी.”
फिल्म ‘बीस्ट’ नेल्सन दिलीपकुमार द्वारा लिखित और निर्देशित है और सन पिक्चर्स द्वारा निर्मित है. फिल्म को संगीत से अनिरुद्ध रविचंदर ने सजाया है. विजय थलापति, पूजा हेगड़े, सेल्वाराघवन, योगी बाबू, लिलिपुट फारुकी और अंकुर अजीत विकल द्वारा अभिनीत ‘बीस्ट’ 13 अप्रैल, 2022 को रिलीज़ होगी. इसे यूएफओ मूवीज़ द्वारा हिंदी, तमिल और तेलुगु में उसी दिन पूरे उत्तर भारत में रिलीज़ किया जाएगा.
2016 में चल फिर सकने में पूरी तरह से असमर्थ नार्थन नामक एक अमरीकी इंसान के दिमाग में एक चिप बैठाया गया था, जो कि उनके दिमाग को संचालित करता है और वह चलने फिरने लगते हैं. इसी से प्रेरित होकर जौन अब्राहम ने एक सुपर सोल्ज्र की एक्शन प्रधान कहानी लिखी, जिसे वह निर्देशक लक्षय राज आनंद के साथ फिल्म ‘अटैक’ के माध्यम से दर्शको तक लेकर आए हैं. यह काल्पनिक कहानी का सूत्र यह है कि आतंकवादियों से निपटने के लिए देश का ‘डीआरडीओ‘ मशीनी सुपर सोल्जर का निर्माण यानी कि साइबर ट्ानिक हूमनायड का प्रयोग कर रहा है. जौन अब्राहम व लक्ष्य राज आनंद का दावा है कि वह इस फ्रेंचाइजी की कई फिल्में लेकर आने वाले हैं. इस दो घंटे की इस एक्शन फिल्म में जौन अब्राहम ने अर्जुन शेरगिल के रूप में भारत के पहले सुपर सोल्जर का किरदार निभाया है, जिनके दिमाग में ईरा (कुछ हद तक सिरी और एलेक्सा की तरह) नामक एक उच्च- उन्नत चिरपी माइक्रोचिप फिट की गयी है. जो अर्जुन का ज्ञान बढ़ाने के साथ असीमित शक्तियां भी प्रदान करती है.
भारतीय फौजी अर्जुन शेरगिल (जौन अब्राहम ) के नेतृत्व में भारतीय सेना की एक टुकड़ी सीमा पार एक ठिकाने पर झपट्टा मारकर एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी रहमान गुल को पकड़ लेती है. उसके बाद अर्जुन भारत में एक हवाई यात्रा के दौरान एअर होस्टेस आएशा(जैकलीन फर्नांडीस) को दिल दे बैठते हैं. वह एअरपोर्ट पर आएशा के संग रोमांस फरमाने में व्यस्त होते हैं, तभी आतंकवादी हमला हो जाता है. जिसमें आएशा सहित कई निर्दोष लोग मारे जाते हैं. अर्जुन भी बुरी तरह से घायल हो जाते हैं और फिर सिर से नीचे का उनका पूरा हिस्सा लकवा मार जाता है. अब अर्जुन की मां (रत्ना पाठक शाह ) ही उनकी देखभाल कर रही है.
इधर आरडीओ की एक वैज्ञानिक( रकूल प्रीत सिंह) ने एक चिप को विकसित किया है, जिसे सिर्फ अपाहिज लोगों के दिमाग में ही फिट किया जा सकता है, जिससे वह उन्हे असीमित ताकत मिल जाएगी. काफी विचार के बाद सेना से जुड़े अधिकारी सुब्रमणियम (प्रकाश राज) इसके लिए अर्जुन शेरगिल को चुनते हैं. अर्जुन के दिमाग में चिप के बैठाए जाते ही खबर आती है कि रहमान गुल का बेटा हमीद गुल (एल्हम एहसा) ने अपने शैतानी दिमाग के बल पर अपने सौ आतंकवादी साथियों के साथ भारतीय संसद के अंदर घुसकर तीन पचास संासदों और प्रधानमंत्री को बंधक बना लिया है. अब सुब्रमणियाम, तीनों सेनाध्यक्ष , गृहमंत्री( रजित कपूर) सहित कई लोग बैठके कर इस स्थिति से निपटने का प्रयास करते हुए देश के प्रधानमंत्री को बचाना चाहते है. कई रणनीति अपनायी जाती हैं. सुब्रमणियम के इशारे पर दिमाग में बैठाए गए चिप यानी कि ईरा की मदद से अकेले ही हमीद गुल व सौ आतंकवादियों से भिड़ने के लिए संसद भवन के अंदर घुस जाता है. और कई घटनाएं तेजी से घटित होती हैं. अंततः हमारे देशभक्त सिपाही अर्जुन शेरगिल की ही जीत होती है.
लेखन व निर्देशनः
जौन अब्राहम की पिछली फिल्मों पर गौर फरमाया जाए, तो वह आतंकवाद के सफाए व देशभक्ति वाली फिल्मों में ही अभिनय करते हुए नजर आते हैं. फिल्म ‘‘अटैक’’ भी उसी श्रेणी की फिल्म है. फिल्म के शुरूआती आधे घंटे में दो एक्शन दृशें के अलावा प्यार, रोमांस व गाने आ जाते हैं.
लेकिन यह फिल्म एक बेहतरीन कॉसेप्ट पर बनी बहुत कमजोर फिल्म है. कहानी के कई सिरे गडमड हैं. कहानी में कुछ भी नयापन नही है. फिल्म के एक्शन में भी दोहराव है. इंटरवल से पहले की बजाय इंटरवल के बाद की फिल्म काफी कमजोर है. यहां तक कि इंटरवल के बाद संसद के ंअंदर का एक्शन काफी कमजोर है. फिल्म में ऐसा एक्शन नजर नही आता, जो कि सुपर सोल्जर जैसा लगे. दिमाग में चिप के फिट किए जाने को लेकर कथा पटकथा व निर्देशन के स्तर पर बहुत गहराई से काम नहीं किया गया है. रकूल प्रीत सिंह के किरदार को ठीक से विकसित ही नही किया गया. फिल्म में इमोशन का घोर अभाव है.
फिल्म की एडीटिंग काफी गड़बड़ है. क्लायमेक्स भी मजेदार नही है.
एक्शन दृश्यों में ही जौन अब्राहम अच्छे लगे हैं. इस फिल्म में भी वह भावनात्मक दृश्यों को अपने अभिनय से उकेरने में असफल रहे है. इस फिल्म में जौन अब्राहम का अभिनय उनकी कई पुरानी फिल्मों की याद दिलाता है. चंचल व चालाक नेता यानी कि गृहमंत्री के किरदार को रजित कपूर ने बड़ी खूबी से निभाया है. जैकलीन फर्नाडिश और रकूल प्रीत सिंह के हिस्से करने को कुछ खास आया ही नहीं और यह दोनों कहीं भी अपने अभिनय से प्रभावित नहीं करती. किरण कुमार और प्रकाश राज की प्रतिभा को भी जाया किया गया है.
बीते दिनों मिस यूनिवर्स 2021 (Miss Universe 2021) का ताज अपने नाम करने वालीं हरनाज संधू (Harnaaz Sandhu) इन दिनों ट्रोलिंग का शिकार हो रही हैं, जिसका कारण उनका वजन बढ़ना है. हालांकि अब हरनाज संधू ने ट्रोलिंग के बाद अपने मोटापे का कारण बताकर ट्रोलर्स का मुंह बंद कर दिया है. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…
हरनाज संधू का अचानक वजन बढ़ना कोई इत्तफाक नहीं बल्कि एक बीमारी है. दरअसल, मिस यूनिवर्स celiac नाम की बीमारी से पीड़ित हैं, जिसके कारण 3 महीने में उनका वजन बढ़ा है. हालांकि वह अब अपनी डाइट पर पूरा ध्यान देती नजर आ रही हैं. लेकिन ट्रोलर्स बौडीशेमिंग करते नजर आ रहे हैं.
वजन बढ़ने की बात पर एक इंटरव्यू में हरनाज संधू ने बताया था कि पंजाबी होने के चलते वह खाने की बेहद शौकीन हैं. हालांकि वह घर का बना खाना ही पसंद करती हैं और अपनी डाइट का पूरा ख्याल रखती हैं. एक्सरसाइज के अलावा वह मेडिटेशन और एक्स्ट्रा एक्टिविटी का भी ख्याल रखती हैं.
ये है बीमारी
हरनाज संधू की बीमारी celiac है, जिसमें गेहूं, जौ और राई में पाया जाने वाला प्रोटीन शरीर का वजन बढ़ा देता है. इसीलिए इस बीमारी में ग्लूटेन फ्री खाना खाने से परहेज करने की जरुरत होती है. हालांकि हरनाज संधू शुगर, रिफाइंड और ग्लूटन फूड्स को अवॉइड करती रहती हैं. लेकिन एक इंटरव्यू में हरनाज संधू ने कहा है कि वह सीलिएक रोग से पीड़ित हैं. मैं उन व्यक्तियों में से एक हूं जिन्हें पहले कहा गया था कि ‘वह बहुत पतली है’ और अब वे मुझे ‘वह मोटी कहकर ताने मारते हैं. जब वे अलग-अलग शहरों में रहती हैं तो उनके शरीर में काफी बदलाव आते हैं. जैसे कि जब आप किसी गांव में जाते हैं, तो आप अपने शरीर में बदलाव दिखता हैं. वैसे ही मैं पहली बार न्यूयॉर्क गयी थी … यह पूरी तरह से एक दूसरी दुनिया है.”
पूरे विश्व में मार्वल कौमिक्स और उसके किरदार काफी लोकप्रिय हैं. इन पर कई फिल्में बन चुकी हैं. मार्वल का अपना सिनेमाई संसार है. मार्वल कौमिक्स के अति लोकप्रिय किरदार मोरबियस पर अब ‘‘कोलम्बिया पिक्चर्स’’ व ‘‘मार्वल’’ ने फिल्म ‘‘मोरबियस’’ का निर्माण किया है. फिल्म डॉक्टर माइकल मॉर्बियस पर आधारित है, जो एक दुर्लभ रक्त रोग के उपचार के प्रयास में स्वयं को एक प्रकार के राक्षस@ पिशाच में बदल देते हैं. डेनियल एस्पिनोसा निर्देशित यह अमरीकन सुपर हीरो वाली फिल्म एक अप्रैल को पूरे विश्व के साथ भारत में भी सिनेमाघरों मंे प्रदर्शित हुई है. फिल्म की कहानी का मुख्य केंद्र ‘‘विज्ञान ः अभिशाप या वरदान’’ही है. इस फिल्म की कमजोर कड़ी यह है कि यह मुख्य संघर्ष से इतर हर चीज पर ध्यान केंद्रित करती है.
कहानीः
अधिकांश मार्वल फिल्मों की तरह ‘मोरबियस’ भी अच्छाई बनाम बुराई की कहानी है. वैज्ञानिक व डॉक्टर माइकल मोरबियस (जैरेड लेटो) का दिल काफी कमजोर है. वह बचपन से ही अपंग और दुर्लभ रक्त रोग से पीड़ित हैं. बचपन में वह अपने दोस्त लोसिअल क्राउन उर्फ मिलो(मैट स्मिथ ) से वादा करते हैं कि वह उसकी बीमारी का इलाज अवश्य खोजने में सफल होंगे. फिर अपने गुरू (जैरेड हैरिस ) की सलाह पर डाक्टरी की पढ़ाई करने के लिए ब्रिटिश विश्वविद्यालय में जाते हैं,जहंा उन्नीस साल की उम्र में वह डाक्टरी की डिग्री हासिल कर लेते हैं. उन्हे नोबल पुरसकार से भी नवाजा जाता है. फिर वह अपनी बीमारी का इलाज ढूढ़ने की बजाय दोस्त के साथ किए गए वादे को पूरा करने के लिए दोस्त की बीमारी का इलाज खोजने में पूरी जिंदगी लगा देते हैं. इतना ही नही वह अपनी खुद की बीमारी का इलाज खोजने में सफल होते हैं,जो लाखों लोगों की मदद कर सकता है, लेकिन यह जल्द ही एक अभिशाप बन जाता है, क्योंकि यह उसे खून के प्यासे पिशाच यानी कि वैम्पायरवाद में बदल देता है. सुपर हीरो जैसी शक्तियां हासिल करने के बाद एक जहाज पर मौजूद हर किसी की हत्या कर देते हैं. हालाँकि डॉ. मोरबियस इस संबंध में अधिक जागरूक हैं कि वह कौन है. लेकिन मोरबियस जैसी ही बीमारी से पीड़ित मिलो (मैट स्मिथ) इतना विकसित नहीं हुआ है. बचपन में अपने साथ हुए दुब्र्यवहार ये नाराज मिलो नए ‘इलाज‘ की राक्षसी शक्तियों को गले लगाता है और शहर में आतंक का शासन शुरू करता है. मिलो इस खोज का दुरूपयोग कर पूरी दुनिया का विनाश करना चाहता है,पर मोरबियस ऐसा नही होने देना चाहते. आखिर होगा क्या?मिलो को रोकने की ताकत महज डॉ. मोरबियस में हैं.
लेखन व निर्देशनः
बेहतरीन प्रोडक्शन वैल्यू के बावजूद फिल्मकार कहानी को बांधने में असफल रहे हैं. उनका सारा ध्यान घटनाक्रम के इर्द गिर्द माहौल को गढ़ने में ही रहा. जी हॉ!फिल्म ‘‘मोरबियस’’की कहानी में मूल भावनाएं चरम पर हैं. क्योंकि उसका प्यार दांव पर है. लेकिन लेखक और निर्देशक इस भावना को उकेरने पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय अन्य चीजों को गति देने की कोशिश करते हैं,जो कि फिल्म का कमजोर बनाती है. फिल्म की कहानी के केंद्र में दो दोस्त हैं. दोस्त को किए गए वायदे को पूरा करने के लिए मोरबियस का जीवन ही बदल जाता है,मगर अफसोस फिल्मकार इन दोनों दोस्तों के वयस्क होने पर इनके बीच दोस्ती व प्यार को चित्रित नहीं कर पाए. यानी कि कहानी की नींव ही कमजोर है. मोरबियस अपनी असीमित शक्तियों के बल पर कई अजूबे कारनामे करते हैं. मगर फिल्मकार इस बात को उकेरने में असफल रहे हैं कि मोरबियस को यह असीमित शक्तियां कैसे मिली? इतना ही नही जब वह पिशाच बन जाता है तो उसका चेहरा खोपड़ी में तब्दील हो जाता है,ऐसा क्यों होता है,इसे बताने में भी लेखक व निर्देशक असफल रहे हैं. फिल्म में बेवजह का एक्शन व खूनखराबा परोसा गया है. फिल्म में कई ऐसे दृश्य हैं जो कि तर्क की कसौटी पर बहुत ही गलत हैं. डॉ. मोरबियस और मिलो अपनी पिशाच शक्तियों के साथ चमगादड़ की तरह धुएँ के रंग के साइकेडेलिक निशान छोड़ते हुए जिस तरह से छतों पर कूदते हैं और ऊंची इमारतों से गिरते हैं,वह सब बच्चों को जरुर पसंद आ सकता है. इसमें कुछ रोमांचकारी क्षणों के अलावा गुरुत्वाकर्षण-विरोधी स्टंट भी हैं.
कुल मिलाकर कमजोर लेखन व कमजोर निर्देशन ने इस रोमाचंक,एक्शन फिल्म का पूरा बंटाधार कर दिया.
अभिनयः
डॉक्टर मारबियस के किरदार में जैरेड लेटो ने कई दृश्यों में कमाल का अभिनय किया है. भ्रमित कर देने वाली पटकथा के बावजूद जैरेड लेटो ने अपनी तरफ से फिल्म में जान फॅूंकने की पूरी कोशिश की है. लेकिन नीरस लेखन व निर्देशन के चलते जैरेड लेटो की सारी मेहनत जाया हो जाती है. \ लालची मिलो के किरदार को मैट स्मिथ ने पूरे दृढ़ विश्वास के साथ निभाया है. पैसे का लालच एक मानव स्वभाव है,जिसे अभिव्यक्त करने में वह सफल रहे हैं. एड्रिया अर्जोना मॉर्बियस के आसपास के माहौल को बहुत अच्छे तरीके से संतुलित करती है.