इन 11 तरीकों से दे अपने किचन को मौडर्न और स्पेशियस लुक

आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आसान तरीकों को अपनाकर आप अपनी किचन को स्पेशियस और मौडर्न लुक दे सकती हैं.

1. किचन स्लैब और स्टैंड

जरूरी नहीं कि आपके घर में मौड्यूलर किचन हो इस बात के लिए परेशान होने की कोई जरूरत नहीं. आप सिर्फ अपनी किचन के दरवाजे के पीछे से लेकर सेलेब्स तक लंबाई में स्टैंड लगवाएं और उसमें सभी बड़े बर्तन ,छोटे बड़े डिब्बे ,इस तरह से सेट करें की किचन में जगह दिखे.इस तरह किचन व्यवस्थित और स्पेशियस दिखेगी.

2. ब्राइट कलर

यदि आप अपने किचन में रंग करवाने जा रहे हैं ,तो ध्यान रखें कि किचन में हमेशा  ब्राइट कलर का उपयोग करना चाहिए. ताकि किचन बड़ा दिखाई दे. किचन को कलर करने के लिए ज्यादा रंगों का उपयोग न करके  सिर्फ व्हाइट कलर का प्रयोग करें. यह रंग आँखों को सुकून देगा.

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3. कंफर्टेबल ड्रॉअर्स

मॉड्यूलर किचन में अधिकतर, बाहर की तरफ खींचने वाली या स्लाइड होने वाली ड्रॉअर्स होती हैं.यदि आपकी किचन में नहीं तो कोई बात नहीं आफ किचन स्लैब के नीचे के हिस्से का उपयोग कर, पुलआउट ड्रॉअर बनवाकर , लगभग सभी सामानों को  अंदर रख सकते हैं. ये जगह तो कम घेरते ही हैं साथ ही इनसे सामान निकालना और रखना  आसान हो जाता है व किचन भी आकर्षक लगती है.

4. हैंगर या बर्तन स्टैंड

किचन छोटा होने पर आप  दीवार पर हैंगर या बर्तन स्टैंड भी लगवा  सकती हैं. इन स्टैंड्स का प्रयोग  स्टील के बर्तन रखने के लिए करें और उसकी हाइट उतनी रखें जहां तक आप आसानी से पहुंच जाएं. इन हैंगर्स पर आप पैन, पॉट्स, लकड़ी के सर्विंग स्पून भी लटका सकती हैं.यही नहीं अगर आपके किचन के साथ लॉबी  है तो कैबिनेट या बड़े बर्तनों को वहां रखकर आप किचन में स्पेस को बढ़ा सकती हैं.

5. जगह का प्रयोग

कॉफ़ी मेकर, माइक्रोवेव, ओवेन, ब्लेंडर, टोस्टर और मिक्सर जैसी अप्लायेंसेस रोज प्रयोग में नहीं आती इसलिए उनको जिनकी स्लैब पर रखने की जगह ड्राअर के अंदर रखना सही रहता है.

6. कटलरी ,डायनिंग टेबल

आप डायनिंग टेबल के साइड में या  डायनिंग टेबल में बॉक्स या स्टैंड बनवाकर क्रॉकरी या रोज़ाना इस्तेमाल में आनेवाले बर्तन रख सकती हैं. इस तरह किचन को स्पेशियस बना सकते हैं.

7. सिंक बड़ा

किचन में बड़ा और गहरा सिंक होने से  ज्यादा स्पेस मिलती है. इनमें ज्यादा बर्तन रखने से किचन में जगह भी बचती है.

8. नेचुरल लाइट

नैचुरल लाइट से किचन और भी बड़ा और सुंदर दिखता है.किचन विंडो हमेशा खुली रखें और हलकी रौशनी वाले बल्ब लगाकर रखें.

9. टाईल्स का चयन

किचन को सजाने के लिए टाईल्स सबसे बेहतर विकल्प होता है. साधारण किचन को आप इसकी मदद से रंग-बिरंगा और अट्रैक्टिव लुक दे सकते हैं. किचन की दीवारों पर दो रंग के टाइल्स का उपयोग करने से उसकी खूबसूरती और भी निखरती है. किचन में लगाने वाले टाइल्स की बहुत सी वेरायटी बाजार में उपलब्ध हो जाती है. कॉफी मग या फलों की डिज़ाइन वाले टाईल्स प्लेटफॉर्म के आस-पास के हिस्से को सजाने के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं.

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10. किचन गार्डन

हरियाली देख कौन रिलैक्स नहीं फील करता ? किचन में छोटे और रंग-बिरंगे हर्बल पौधे लगा  सकते हैं. पौधों के साथ ये आकर्षक गमले किचन की शोभा बढ़ाने में मदद करते हैं.

11. फ्लोरिंग

किचन की फ्लोरिंग सामान से मैच करने वाले रंगों के अनुरूप होनी  चाहिए .कमरों की अपेक्षा किचन का फ्लोर जल्दी और ज़्यादा गंदा होता है. उसमें तेल आदि की वजह से जल्दी चिकनाई जमती है तो इसके लिए डार्क रंग के फ्लोर अच्छे रहते हैं.

एथनिक लुक के साथ ऐसे सजाएं घर-आंगन

सभी अपना घर अलग अलग तरीके से सजाना पसंद करते हैं इसके लिए कई दिनों तक शौपिंग भी की जाती है. यह सब कई तरह से खर्चीला भी साबित हो सकता है. तो क्यों ना आज अपने बजट के अंदर खुद घर सजाया जाए.

1. हैंडीक्राफ्ट का प्रयोग

हैंडीक्राफ्ट के मामले में भारत काफी धनी है. यहां जूट , ब्रास , क्ले, मार्बल ,लकड़ी और मेटल के आर्ट पीस विदेश तक धूम मचाते हैं.हमें यह बड़ी आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं .ब्रास के डेकोरेटिव पीस सजावट के लिए काफी अच्छे रहते हैं . ब्रास से बने टेबल लैंप ,वॉल आर्ट बॉक्स, बाउल, आदि का यूज़ बड़े आराम से किया जा सकता है. इसी तरह क्ले की बनी हुई पाॅटरी जो आपके घर के सजावट से मेल खाते हुए टेराकोटा ,रेड, ब्लैक या ग्रे हो सकती है. लकड़ी में भी कई ऑप्शन मिल जाते हैं. मार्बल के भी अनगिनत टाइप के हैंडीक्राफ्ट वास ,मूर्तियां , पूजा थाली आदि से घर सजाया जा सकता है.

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2. दीवारों पर आर्ट वर्क

घर से मैच करते हुए कुछ आर्ट पीस  घर को एथनिक लुक प्रदान करते हैं.  जब कोई फेस्टिवल हो तब मिथिला पेंटिंग, तंजौर पेंटिंग के अलावा कुछ अलग तरह से यदि घर सजाना चाहती हैं तो अपनी वार्डरोब से कुछ ऐसी सिल्क की साड़ियां या जरी की साड़ियां निकालें और उन्हें फ्रेम करवाकर आप सबको हैरान कर सकती हैं .इसी तरह फुलकारी के कुछ पीस को आप प्रिंट करवा कर दीवारों पर सजा सकती हैं.

3. कुशन और सोफा कवर

अगर आपके यहां का फर्नीचर ट्रेडिशनल इंडियन लुक का है तो एथनिक रूप से सजावट करने में आपको अधिक जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी. एथनिक लुक के लिए कुशन कवर या सोफा कवर एक हथियार के जैसे काम करते हैं.

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4. सेंटर पीस

एथनिक रूप से घर की सजावट तभी पूरी होती है जब सेंटरपीस इंडियन स्टाइल का हो. इसके लिए आप लकड़ी ,राजस्थानी  संगमरमर,मिट्टी या ट्राइबल संस्कृति का भी कोई आर्ट पीस लगा सकते हैं .यही नहीं राजस्थानी ब्रासो या लकड़ी की बनी कोई भी कलाकृति रखी जा सकती है. इससे आपके घर की लुक बदल जाएगी.

बेकार पड़ी प्लास्टिक की चम्मच से सजाएं घर

घर में ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं जिसे आप बेकार समझ कर फेंक देते हैं. लेकिन घर में पड़ी ऐसी बहुत सी बेकार चीजें घर की डेकोरेशन में काम आती है. घर में बेकार पड़ी प्लास्टिक चम्मच, प्लास्टिक पाईप और स्प्रे पेंट घर की सजावट के लिए बहुत काम की चीज है. घर में पड़े बेकार प्लास्टिक से स्टाइलिश सुंदर फ्लावर से लेकर एक से बढ़कर एक डेकोरेटिड चीजें बनाई जा सकती है और घर को सजाया जा सकता है.

1. प्लास्टिक फ्लावर

सभी प्लास्टिक चम्मच को मोमबत्ती से गर्म करके फूल की शेप की तरह मोड़कर इसे अलग-अलग तरह के कलर कर दें. अब इसमें प्लास्टिक की पाइप पर चिपकाते हुए फूल की शेप देते जाएं. गुलाब बनकर तैयार होने पर कागज से पत्तियां बना कर इसमें चिपका दें. अब आप इसे फ्लावर पौट में लगा सकती हैं.

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2. फ्लावर पौट

चम्मच से फ्लावर पौट बनाने के लिए एक कांच की बेकार बोतल के चारों तरफ चम्मच के गोलाई वाले हिस्से को नीचे करके ग्लू की मदद से चिपका दें. इन कलरफुर चम्मच को उपर तक लगाने के बाद इसमें फूलों को डाल दें. अब इसे आप अपनी टेबल पर रख कर उसकी शोभा को बढ़ा सकती हैं.

3. लैंप

लैंप बनाने के लिए आप चम्मच को स्प्रे पेंट करने के बाद बोतल के चारों तरफ इसके गोलाई वाले हिस्से को नीचे की तरफ करके लगाए. इसे लगाने के बाद इसमें बल्ब होल्डर लगा कर बल्ब को जला कर देखें. इससे आप अपने घर को अटरैक्टिव लुक दे सकती हैं.

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4. कैंडल स्टैंड

कैंडल स्टैंड बनाने के लिए आप चम्मच के गोलाई वाले हिस्से को बाहर की तरफ करके उसकी डेडी को अंदर की तरफ चिपका दें. इसी तरह इसे एक के उपर एक लगाते जाएं. जब ये काफी बड़ा हो जाएं तो आप इसके बीच में कैंडस को लगा दें. चम्मच के गोलाई वाले हिस्से में आप मोती भी लगा सकती हैं.

सफलता और असफलता का रास्ता एक ही जैसा है

एक बार एक बुद्धिमान व्यक्ति ने लोगों को सिखाने के लिए कि ‘कैसे अपने जीवन में दुखों से छुटकारा पाया जाए’ एक सेमिनार  का आयोजन किया. उस बुद्धिमान व्यक्ति की बातें सुनने के लिए बहुत से लोग इकट्ठा हुए. उस आदमी ने कमरे में प्रवेश किया और भीड़ को एक चुटकुला सुनाया. सभी लोग उस चुटकुले पर बहुत हँसे.

एक-दो मिनट के बाद उस आदमी ने लोगों को फिर से वही चुटकुला सुनाया तो भीड़ में से कुछ ही लोग  उस चुटकुले को सुनकर मुस्कुराए.

जब उसने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया तो कोई भी नहीं हंसा.

बुद्धिमान व्यक्ति मुस्कुराया और उसने कहा, “जब आप एक ही मजाक पर बार-बार हँस नहीं सकते,तो आप अपनी असफलता के बारे में सोचकर बार-बार क्यों रोते रहते हैं? ”

असफलता जीवन की एक वास्तविकता है जिसका सामना सभी मनुष्यों को अपने जीवन में कभी न कभी, किसी न किसी रूप में  करना ही पड़ता है.  इससे कोई भाग नही सकता.

अलबर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि “ यदि कोई व्यक्ति कभी असफल नहीं हुआ  इसका मतलब उसने अपने जीवन में कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की”

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अगर आप असफल नहीं होते इसका मतलब आप अपनी लाइफ में रिस्क लेने से डर रहे है. यह आपकी लाइफ का सबसे बड़ा रिस्क है की आप कोई रिस्क नहीं ले रहे है. कोई भी व्यक्ति इतिहास में grow नही किया है बिना रिस्क लिए, रिस्क तो आपको लेना ही पड़ेगा. आगे बढ़ें और चुनौतियों को स्वीकार करें. यदि आप कुछ बातों पर गहराई से विचार करें  तो आप आसानी से अपनी असफलता को सफलता में बदल सकते हैं:

1- अपनी असफलताओ से सीख लें

बात ये नहीं है की आप असफल हुए बात तो इसमें है की आपने अपनी असफलता से क्या सीखा. “थॉमस अल्वा एडिशन बचपन से हर प्रयोग में फेल हो रहे थे .9999 प्रयोग के बाद उन्होंने इलेक्ट्रिक बल्ब बनाया.वो हर प्रयोग के असफल होने के बाद ये नहीं सोचते थे की मैं  फेल हो गया  बल्कि सोचते थे कि आज इस असफलता से मैंने क्या सीखा .उन्होंने बात- चीत के  दौरान एक रिपोर्टर से कहा की ‘मैं 9999 तरीके सीख गया  हूँ जिनसे बल्ब नहीं बनता’”.

असफलता कोई समस्या नहीं है पर अपनी असफलताओं से सीख न लेना ये बहुत बड़ी समस्या है. किसी ने सच ही कहा है कि  “समस्या समस्या में नहीं है, समस्या को समस्या समझना एक बहुत बड़ी समस्या है”

2-अपनी असफलताओं के पीछे के कारण पर पर्दा न डालें

हम अक्सर अपनी असफलताओं को स्वीकार करने से डरते हैं और अपने आप को ही बहाने बनाकर समझाने लगते है कि मेरी असफलता मेरे कारण नही बल्कि दूसरों  के कारण है.

लोगों के पास ये बताने के बहुत से कारण है की मैं असफल क्यों हुआ. कुछ कहते है की मेरे पास पैसा नहीं था, कुछ कहते है की मेरे पास ताकत नहीं थी, कुछ कहते है की मेरे पास अवसर नहीं था , कुछ कहते है की मुझे मौका ही नहीं मिला. ठीक है भले ही आपके पास साधन नहीं है पर अगर आपके पास साधन जुटाने की क्षमता है तो आपको कोई नहीं रोक सकता.

अपनी असफलताओं के बहाने मत ढूंढे क्योंकि ये कुछ समय के लिए तो आपको तसल्ली दे सकते है पर आपको आपकी सफलता से कई कदम दूर भी कर सकते हैं. जिस क्षण आप अपनी असफलता को दिल से गले लगाते हैं और अपने व्यक्तिगत विकास के लिए इसके महत्व को समझते हैं, उसी क्षण आप सफलता की ओर पहली सीढ़ी पर कदम रखते है.

3- अपने आप से पूछे

सावधान रहें कि आप अपने आप से कैसे बात करते हैं, क्योंकि आप सुन रहे हैं. अपने आप से कभी ये मत पूछे  की मैं असफल क्यों हो जाता हूँ बल्कि ये पूछे की मैंने अपनी कौन-सी  ताकत का अब तक इस्तेमाल नहीं किया .अगर आप अपना पूरा फोकस कठिनाइयों पर रखोगे तो सफल होने की संभावनाए ख़त्म होती जाएँगी.

4-असफलता से न डरे

सफलता न मिलने का सबसे बड़ा कारण है कि आपका अपने किसी भी काम में असफल होने का डर होना. अगर एक बार अपने ये मान लिया किया कि आप ये नहीं कर सकते तो आप अपने पूरे  मन से प्रयत्न नही कर पाते और बार बार असफल होते हैं और फिर यही डर आपकी सोच पर हावी हो  जाता है.

कैंसर जैसी बीमारी तो एक बार ठीक भी हो सकती है पर आपकी सोच को कोई भी बाहरी व्यक्ति नहीं ठीक कर सकता .एक बात हमेशा याद रखिये असफल होने से आप और भी ज्यादा मजबूत बनते है और आपको आपका लक्ष्य और भी ज्यादा  साफ़ नज़र आता  है.

5 -अपना कोई एक लक्ष्य बनाए

अगर आपको सफलता पानी है तो आपको अपना कोई एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा . अपने लक्ष्य पर जी जान लगाकर मेहनत करो.बहुत सारे काम  एक साथ करने की जरूरत नहीं है. वो करो जो सही है वो नहीं जो आसान है.

6 -अपनी willpower को बढ़ाए

अपनी willpower  को जगाइए  पर साथ ही साथ अपनी emotional feeling  को भी जगाइए,क्योंकि बिना emotional feeling के willpower अधूरी है.

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Willpower का मतलब है की ‘मुझे ये करना ही पड़ेगा’ और willpower के साथ emotional feeling का मतलब है ‘मुझे ये चाहिए ही चाहिए’ .जब किसी काम में आपकी emotional feeling जुड़ जाएगी तो वह काम आपके लिए बहुत आसान हो जायेगा .

7 -सफल व्यक्तियों की सफलताओं से नहीं असफलताओं से शिक्षा लें

अक्सर लोग अपनी तुलना दूसरों से करते है वो दूसरों की सफलताओं को देखकर सोचते हैं की क्या मैं इन जैसा सफल नहीं हो सकता? पर शायद वो ये नहीं जानते या नहीं जानना चाहते की एक सफल व्यक्ति ने भी ना जाने अपने जीवन में कितनी असफलताओं का सामना किया होगा.

भारत के पूर्व राष्ट्रपति और विश्व के महान वज्ञानिकों में से एक Dr. A.P.J. Abdul Kalam ने कहा था कि “अगर आपको अपने जीवन में तेज़ी से सफलता को हासिल करना है तो success stories मत पढ़िए उससे आपको सिर्फ motivation  ही मिलेगा .अगर पढना है तो failure stories पढ़िए क्योंकि उससे आपको आपके अन्दर की कमियों के बारे में पता चलेगा और आप ज्यादा अच्छे तरीके से अपनी कमियों को सुधार सकेंगे” .

याद रखे कि जितनी जल्दी हम अपनी असफलताओं को झटकना बंद कर देंगे,और उनसे सीखना शुरू कर देंगे  उतनी ही आसानी से हम अपनी सफलता की सीढ़ी चढ़ते जायेंगे.

‘Math के एक सवाल का एक ही उत्तर होता है पर जिंदगी के एक सवाल के बहुत सारे उत्तर होते है’.

सैलरी के बारे में क्या और कैसे पूछें

किसी नौकरी के लिए दिए जाने वाले इंटरव्यू में जब एंप्लौयर जौब चाहने वाले से पूछता है कि सैलरी को ले कर आप की क्या रिक्वायरमैंट है, तो यह पल ज्यादातर उम्मीदवारों के लिए  बहुत तनावपूर्ण होता है. लेकिन याद रखिए कामयाबी के लिहाज से यह बहुत महत्त्वपूर्ण पल होता है, क्योंकि आप की सैलरी एक तो आप कितने काम के हैं यह बताती है, साथ ही यह भी इशारा करती है कि आप भविष्य में कहां तक जा सकते हैं. यही वजह है कि कोई और चाहे आप खुद भी अपनेआप से यही उम्मीद करते हैं कि इंटरव्यू के दौरान सैलरी पर डिस्कशन को अच्छे से हैंडल करें. मगर सवाल है कैसे करें? कौर्पोरेट जगत में इस संबंध में कई ऐसे सटीक फौर्मूले हैं जिन से आप बेहतर स्थिति में रह सकते हैं, आइए इन्हें जानें.

1. आत्मविश्वास से रहें भरपूर

इंटरव्यू भी एक किस्म की जंग ही होती है. इसलिए जंग के बेसिक नियम इस पर भी लागू होते हैं जिस में से पहला यह है कि

जब भी आप अपनी सैलरी की बात करें आत्मविश्वास से भरपूर दिखें. आप की जबान स्पष्ट हो. हावभाव में सकारात्मकता टपक रही हो. सामने वाले को लगे कि आप इस से कम में शायद काम न करें. इसलिए वह आकर्षक फिगर खुद ही अपनी तरफ से कोट कर दे.

यह सब तभी संभव है जब आप वाकई आत्मविश्वास से भरपूर दिखेंगे. अगर आप की जबान मिमियाती हुई होगी, कंधे ढुलके होंगे और आंखों से चमक गायब होगी तो आप को आप की पसंद की सैलरी भला कौन देगा.

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2. घर से होमवर्क कर के जाएं

जब फाइनल इंटरव्यू के लिए जा रहे हों तो सैलरी कितनी मांगनी है और क्यों मांगनी है, इन दोनों सवालों की तैयारी कर के जाएं. क्योंकि मान कर चलिए कि फाइनल इंटरव्यू के दौरान इन सवालों से टकराना ही पड़ेगा भले चाहे नौकरी मिले या न मिले.

रिसर्च से मतलब यह है कि जिस जौब के लिए अप्लाई किया है, उस के लिए इंडस्ट्री में कितनी सैलरी दी जा रही है इस का आप के पास एक ठोस आकलन हो. चाहे तो कुछ दोस्तों व परिजनों की मदद ले सकते हैं. अगर ऐसी मदद देने वाला कोई संपर्क में न हो तो इन दिनों तमाम वैबसाइटें यह काम करती हैं. उन की भी मदद ले सकते हैं. इन वैबसाइटों में कुछ चुनिंदा कंपनियों का सैलरी चार्ट होता है. सैलरी डौट कौम, पेस्केल डौट कौम ऐसी ही कुछ वैबसाइटें हैं. वास्तव में वेतन संबंधी आप की कोई मांग तभी विश्वसनीय लगती है जब वह मार्केट के अनुरूप हो.

3. लचीले भी रहें

यह तो तय है कि अपनी सैलरी के लिए आप के पास एक न्यूनतम सीमा होनी चाहिए. एक फिगर होनी चाहिए जिस के नीचे आप न जाएं. लेकिन सैलरी के मामले में कोट की गई पहली ही फिगर को पत्थर की इमारत न बनाएं. थोड़े लचीले तो रहें ही. इसलिए जो पहला अमाउंट कोट करें उसे अपनी वास्तविक उम्मीद से थोड़ा ज्यादा करें. क्योंकि यह आम मनोविज्ञान है कि आप की पहली डिमांड पर एम्प्लौयर राजी नहीं होता. इसलिए मन में तय रखें कि इस सैलरी में आप कंफर्टेबल रह सकते हैं.

4. जल्दबाजी न करें

यह तो तय है कि फाइनल इंटरव्यू में कहीं न कहीं सैलरी डिस्कशन होना ही है. लेकिन इस का मतलब यह नहीं है कि आप इंटरव्यू शुरू होते ही असल मुद्दे पर आ जाएं. यहीं नहीं, अगर एम्प्लौयर भी शुरूआत में ही सैलरी का मुद्दा ले आए तो कोशिश करिए कि थोड़ी देर तक टालें. इस के लिए पहले एक ठोस माहौल बना लीजिए. यह भी कोशिश करें कि सैलरी टौपिक को खुद ही न छेड़ें. पहले इंटरव्यूअर से अपने काम और जिम्मेदारी की ठोस जानकारी पाने की कोशिश करें. अपनी पोजीशन को भी स्पष्ट कर लें. लेकिन इन जानकारियों का मतलब यह भी नहीं है कि एम्प्लौयर का इंटरव्यू ही लेने लगें.

5. प्राथमिकता स्पष्ट हो

किसी और से नहीं बल्कि खुद से इंटरव्यू में जाने से पहले एक बार एक सवाल करें कि आप की प्राथमिकता ज्यादा सैलरी होनी चाहिए या ज्यादा बेहतर ओहदा. कुछ लोग पोजीशन और काम करने के माहौल को तरजीह देते हैं तो कुछ लोग सैलरी को. आप को अपनी प्राथमिकता खुद तय करनी है.

6. भूल कर भी यह बातें न करें

अगर सैलरी नैगोसिएशन में कुछ बातें आप की पोजीशन को बेहतर करती हैं तो कुछ बिगाड़ती हैं, विशेषकर एम्प्लौयर से सहानुभूति या दया की चाह. इसलिए जिस तरह सैलरी डिस्कशन के समय जहां कुछ बातें कहनी जरूरी होती हैं, वहीं कुछ बातें न कहनी भी जरूरी होती हैं, मसलन-

7. मम्मीपापा बीमार रहते हैं

याद रखिए आप के मम्मीपापा, आप के एम्प्लौयर के मम्मीपापा नहीं हैं, इसलिए उन की बीमारी से उन्हें कोई सहानुभूति नहीं हो सकती. तो, सैलरी ज्यादा मांगने की कभी यह वजह न गिनाना वरना ज्यादा तो छोडि़ए आप को ड्रौप भी किया जा सकता है कि यह श्रवण कुमार तो अपने मम्मीपापा में ही उल झा रहेगा.

8. मेरी शादी होने वाली है

तो एम्प्लौयर क्या करे? इस बात को गांठ बांध लीजिए कि आप के परेशान होने से किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता. उलटे अगर आप परेशान फैलो लगेंगे तो आप को नौकरी देने के बारे में ही कई बार सोचा जाएगा. इसलिए सैलरी डिस्कशन के दौरान पर्सनल परेशानियां न सुनाएं, उन से किसी को लेनादेना नहीं है. आप की दुखभरी कहानी सुन कर इंटरव्यू लेने वाले का दिल पसीज जाएगा, ऐसे परसैप्शन से जितना बचें उतना बेहतर है. सब से अच्छा है कि इंटरव्यू के दौरान पर्सनल बातें करने से बचें.

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9. बारबार सौरी की जरूरत नहीं

सैलरी डिस्कशन कोई गुनाह नहीं है, इसलिए इस में सौरी शब्द को कतई बीच में न लाएं. आप अपने पैसों के बारे में बात कर रहे हैं और यह आप का अधिकार है.

10. ये बातें भी नहीं

कभी भी इंटरव्यूअर से यह न कहिए कि मेरे पास ज्यादा सैलरी का दूसरा औफर भी है. एक पल में गच्चा खा सकते हैं. अरे, जब है तो यहां क्यों मगजमारी कर रहे हो? ऐसे  झूठे दावों से सामने वाले को गुस्सा भी आ सकता है. वह मन बना रहा हो तो भी मना कर सकता है. यह भी किसी से मत कहिए कि बहुत दिनों से मु झे सैलरी हाइक नहीं मिली. नहीं मिली तो कहीं ऐसा तो नहीं कि आप इस के लायक ही न हों? याद रखिए, एम्प्लौयर इस तरह से भी सोच सकता है.

 

टोमैटो कैचअप से करें घर की सफाई

आपके जंक फूड के स्वाद को दोगुना करता है टोमैटो केचअप. टोमैटो केचअप का स्वाद तो लाजवाब होता ही है लेकिन क्या आप जानती हैं कि यह सफाई का भी मास्टर है. अगर नहीं, तो जानें कैसे टोमैट केचअप आपके घर की सफाई करता है.

1. कापर

कापर के बर्तन में बना खाना हेल्थ के लिए अच्छा होता है पर इसकी सफाई करना उतना ही कठिन. खाना बनाते समय जले हुए बर्तन पर 20 मिनट के लिए केचअप डालकर रख दें और गर्म पानी से सूती कपड़े के साथ इसकी सफाई करें. जिद्दी दागों को साफ करने के लिए इसके साथ नमक का भी प्रयोग कर सकती हैं. आपके बर्तन पूरे तरह से साफ ह जाएंगे. टोमैटो केचअप से तांबे के गहने भी साफ किए जा सकते हैं.

2. सिल्वर

हवा के संपर्क में आने से सिल्वर जल्दी गंदी हो जाती है और किसी हार्ड विनेगर से सफाई करना आपके सिल्वर प्रोडक्ट की चमक छीन सकता है इसलिए इसे टोमैटो केचअप से साफ करें और 5 मिनट के बाद इसे हल्के हांथों से किसी नर्म कपड़े से पोंछे. इसके आसपास की सफाई के लिए इसे किसी गर्म पानी के बर्तन में डुबा दें और टूथब्रश ले धीरे-धीरे सफाई करें.

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3. ब्रास

ब्रास का प्रयोग फर्नीचर के साथ किया जाता है जैसे दरवाजों पर लगे हैंडल्स, खाने के बर्तन पर लगे हैंडल्स, घरों में सजावट के लिए रखे गए दीपक और मूर्तियों भी लगाया जाता है. समय के साथ ब्रास गंदा हो जाता है और इसमें मिट्टी की एक परत जम जाती है. इन सभी चीजों को साफ करने के लिए आप टोमैटो केचअप का प्रयोग करें जबकी छोटी वस्तुओं को बाउल में डालकर साफ करें और पानी से अच्छी तरह धोने के बाद इसको कपड़े से साफ करें.

4. जला हुआ बर्तन

जले हुए बर्तन को साफ करने के लिए टोमैटो केचअप को पैन में डालें और इसे उबाल लें. और फिर उसे धो लें. अगर आपको तुरंत बर्तन नहीं धोना है तो आप टोमैटो केचअप डालकर बर्तन को रख दें सुबह बर्तन आसानी से साफ हो जाएगा.

5. जंग से छुटकारा

यदि आपके पसंदीदा फर्नीचर में जंग लग गई और वो भद्दा दिखने लगा है तो घबराइये मत, टोमैटो केचअप से आप इसकी सफाई कर सकती हैं. जंग लगी जगह में टोमैटो केचअप लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें फिर जंग लगी जगह को रगड़े. यदि दाग जिद्दी है तो आप इसमें सोडा और स्प्रे डालकर इसे साफ करें.

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6. चमकाएं अपनी कार

अपनी कार को भला कौन नहीं चमकाना चाहेगा. कार साफ करते समय इसे पहले साबुन से अच्छी तरह धो लें फिर टोमैटो केचअप के साथ एक कपड़े से धीरे-धीरे पालिस करने के बाद इसे सादे पानी से धो लें.

7. बगीचे के टूल्स को करें रिन्यू

बगीचे में इस्तेमाल किए जाने वाले टूल्स पानी और मिट्टी के संपर्क में आने से जल्द ही भद्दे दिखने लगते हैं. इन्हें साफ करने के लिए इनमें टोमैटो केचअप डालें और रात भर कि लिए छोड़ दें. सुबह इसे पानी से अच्छी तरह धो ले आपके टूल्स रिन्यू हो जाएगें.

भारत में लांच हुआ QUAD CAMERA के फीचर वाला फोन, जानिए क्या है खास

भारत में अपनी V सीरीज़ से विख्यात हुए, चीनी हैंडसेट निर्माता Vivo ने सोमवार को भारत में अपना Vivo V17 स्मार्टफोन लौन्च किया. Vivo V17 ,V श्रृंखला का नया वर्ज़नहै जो भारतीय बाजार में VIVO की सफलता के लिए अभूतपूर्व रहा है. यह 17 दिसंबर से वीवो इंडिया ई-स्टोर, अमेजन इंडिया, फ्लिपकार्ट, पेटीएम मॉल, टाटाकलीक और बजाज फिनसर्व ईएमआई स्टोर और सभी पार्टनर रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध होगा. इस नए डिवाइस का मुख्य आकर्षण कैमरा सेक्शन है, जिसमें वीवो V17 में लेटर ’L’ के आकार में रियर कैमरा में क्वाड कैमरा है. हम आपको बता दे कि VIVO ने इस साल के शुरू में Vivo V17PROके संस्करण को दोहरे पॉप-अप सेल्फी कैमरा और 4010mAh बैटरी के साथ लॉन्च किया था. नया VIVOV17दो कलर वेरिएंट में आता है और इसकी कीमत 22,990 रुपये है.

आइये नएVivo V17के फीचर्स पर एक नज़र डालते हैं-

डिस्प्ले:Vivo V17 में 6.44-इंच की OLED स्क्रीन है जिसमें 32MP का फ्रंट सेल्फी कैमरा है.जिसमें 2400 x 1080 पिक्सल रेजल्यूशन है और इसका आस्पेक्ट रेशियो 20: 9 है.

प्रोसेसर:dualsim फोन, स्नैपड्रैगन 675 चिपसेट द्वारा संचालित है. यह डिवाइस को मिड-सेगमेंट में सही जगह देता है.

रैम:8GB

स्टोरेज:128GBस्टोरेज

रियर कैमरा:VIVOV17 एक QUAD रियर कैमरा सेट अप के साथ आता है, जिसमें f / 1.8 अपर्चर के साथ 48MP प्राइमरी सेंसर, चौड़े-एंगल शॉट्स के लिए f / 2.2 के साथ 8MP सेंसर और प्रत्येकdepthshotsऔर macro shotsके लिए f / 2.4 अपर्चर के साथ दो 2MP सेंसर शामिल हैं.

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फ्रंट कैमरा:स्मार्टफोन में 32MP का फ्रंट कैमरा है, जिसे E3 सुपर AMOLED स्क्रीन के साथ “iView” डिस्प्ले में रखा गया है. अनुकूलित सुपर AMOLED डिस्प्ले नवीनतम E3 OLED से बना है और इसमें 20: 9 का आस्पेक्ट रेश्यो है.

बैटरी:4500mAh,18W फास्ट-चार्जिंग सिस्टम के साथ और USBTYPE-C सपोर्ट के साथ 4,500mAhकी बैटरी, डिवाइस को 18W डुअल-इंजन फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ पावर देती है. USB-C प्रकार सॉकेट और 3,5 mm जैक शामिल हैं। इसमें अंदर डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर है.

सॉफ्टवेयर:एंड्रॉइड 9 पर आधारितफनटच OS 9.2

कलर आप्शन : मिडनाइट ओसियन (ब्लैक) और ग्लेशियर आइस (व्हाइट)।

विशेष लक्षण:

– Vivo V17 सुपर नाइट मोड ,फ्रंट और रियर दोनों कैमरों के लिए उपलब्ध है.कंपनी का कहना है कि यह मोड कम रोशनी में भी किसी ऑब्जेक्ट का स्पष्ट विवरण देने की काबिलियत रखता है .यह मोड एक फ्रेम में कई चेहरों को पहचान सकता है और कम रोशनी की स्थिति में सभी चेहरों को स्पष्ट रूप से पकड़ सकता है.

– Vivo V17 4500mAh की बैटरी के साथ आता है, जिसके बारे में कंपनी ने कहा है कि यह एक चार्ज पर पूरे एक दिन चलेगी. बैटरी 18W फास्ट चार्जिंग सिस्टम और USBTYPE-C सपोर्ट के साथ आती है.

कीमत और उपलब्धता: Vivo V17  की कीमत 22,990 रुपये है.फोन के लिए प्री-बुकिंग सोमवार  से शुरू हो गयी है.

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पुराने ब्यूटी प्रौडक्ट्स से कुछ ऐसे सजाएं घर

महंगे-महंगे ब्यूटी प्रौडक्ट्स खरीद तो लेते हैं लेकिन नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं कर पाने से ये ब्यूटी केस में पड़े-पड़े ही एक्स्पायर हो जाते हैं. इसके बाद बौडी पर इसका इस्तेमाल करने से स्किन पर रिएक्शन होने का डर होता है जिससे स्किन खराब भी हो सकती है. इन प्रौडक्ट्स की लाइफ खत्म हो जाने पर हम यही सोचते हैं कि ये अब किसी काम के नहीं है तो इसे कूड़े में फेंक दिया जाए. लेकिन नहीं, ये एक्स्पायर ब्यूटी प्रौडक्ट्स भी आपके बड़े काम की चीज है और आप इसे रीयूज कर सकते हैं.

1. मेकअप ब्रश

मेकअप ब्रश का ज्यादा इस्तेमाल होने के बाद यह काफी हार्ड हो जाता है. इसका सही ढंग से मेकअप में इस्तेमाल नहीं हो पाने के कारण हम इसे फेंक देते हैं. इसे फेंकने के बजाए कीबोर्ड और ऐसी ही छोटी-छोटी चीजों को साफ करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

2. एक्स्पायर परफ्यूम

एक्स्पायर हो चुके परफ्यूम का इस्तेमाल रुम फ्रेशनर या बाथरूम फ्रेशनर की तरह कर सकते हैं. इससे आपका एक्स्पायर प्रॉडक्ट भी बर्बाद होने से बच जाएगा और कुछ इस्तेमाल भी हो जाएगा.

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3. ब्लैकजेल आईलाइनर

ब्लैकजेल आईलाइनर का इस्तेमाल आप अपने फुटवेयर जैसे जूते या सैंडल चमकाने में कर सकते हैं. ब्लैक कलर के फुटवेयर पर कई बार स्क्रैच के निशान पड़ जाते हैं जिससे उसका लुक बिगड़ जाता है ऐसे में ये आईलाइनर आपकी काफी मदद करेगा.

4. फेशियल टोनर

फेशियल टोनर एक्सपायर हो जाने पर इसे फेंके नहीं ये आपके बहुत काम आ सकता है. ये एक अच्छे क्लीनर की तरह काम करता है जिससे आप टाइल्स, मिरर या टेबल साफ कर सकते हैं. ये आपका पैसावसूल इस्तेमाल होगा.

5. आईशैडो

आईशैडो खराब हो जाने पर आप इसका इस्तेमाल अलग-अलग तरह के नेल पेंट बनाने में कर सकते हैं. इसके लिए आप आईशैडो को पीस कर क्लीयर नेल पेंट में डालें और अपने मनपसंद कलर की नेलपेंट तैयार कर सकते हैं.

6. मस्कारा

इस बात से आप भी अवगत होंगे कि एक्पायरी डेट का मस्कारा इस्तेमाल करने से हमारी आंखों खराब हो सकती हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अपने मस्कारा को कुड़ेदान में डाल दें. मस्कारे में होने वाले तरल पदार्थ को भले ही आप फेंक दें, लेकिन उसमें इस्तेमाल होने वाले ब्रश का क्या. मस्कारे के ब्रश का इस्तेमाल आप अपने आईब्रो को घना दिखाने के लिए या होंठों में बाम लगाने के लिए कर सकती हैं.

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7. फेस औयल

कभी भी पुराने फेस औयल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए यह आपके त्वचा के लिए काफी हानिकारक होता हैं. लेकिन आप इसे पैर और हाथों के मसाज के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. फेस औयल को स्क्रब की तरह इस्तेमाल करने के लिए इसमें थोड़ी सी चीनी भी मिला लें. यह एक बेहतर स्क्रब की तरह काम करेगा.

हाथों से बुनें खुशियां

1. स्ट्राबेरी स्वैटर विद ट्रैंडी पर्स

नाप: लंबाई-16 इंच, चौड़ाई-12 इंच.

सामग्री: पिंक और क्रीम कलर की ऊन, शेड नं. 1 व 19, सलाई नं. 7 व सिलने वाली सुई.

कुल ऊन: 320 ग्राम.

स्वैटर को नीचे से इकट्ठा शुरू करने की विधि: 95 फंदे डाल कर क्रीम ऊन से बार्डर शुरू करें. 2 सलाइयां उलटीउलटी से बुन कर डार्क पिंक ऊन लगा कर 1 सलाई सीधी 1 सलाई उलटी से प्लेन बुनते हुए अगले वाले दोनों साइड 3, 3 फंदे का बार्डर बुनते जाएं. क्रीम ऊन से बाकी फंदे डार्क पिंक ऊन से बुनते हुए 11 इंच का भाग बना कर कंधे की घटाई के लिए अगले 2 भाग अलग कर के 1 भाग पीछे का अलगअलग कर के कंधे की घटाई डाल कर तीनों भागों को अलगअलग कर के पिछले भाग की 4, 3, 2 की घटाई डाल कर 5 इंच का कंधा तैयार कर लें. अगले भाग की 11 इंच पर कंधे की घटाई डाल कर 5 इंच का कंधा तैयार कर के 12 इंच पर गले की गोलाई पर घटाई डाल कर 1 साइड का भाग तैयार कर के इसी प्रकार दूसरी साइड का भी भाग तैयार कर के कंधों से सिलाई कर के आगे और पीछे का भाग तैयार हो जाएगा.

कंधे का बार्डर: कंधे से गोल राऊंड में क्रीम ऊन से फंदे उठा कर उलटीउलटी सलाइयों से 2 सलाइयां बुन कर फंदों को बंद कर के एक साइड का बौर्डर तैयार कर के इसी प्रकार दूसरे का भी भाग तैयार कर के फंदों को बंद कर के दोनों साइड के बौर्डर तैयार कर लें.

गला: क्रीम ऊन से गले की गोलाई में फंदे उठा कर 1 सलाई सीधी 1 सलाई उलटी से प्लेन बुनते हुए 4 इंच का कौलर तैयार कर के फंदों को बंद कर के स्वैटर का कालर तैयार कर लें. इसी प्रकार आप का स्वैटर तैयार हो जाएगा.

कैप: 56 फंदे डाल कर क्रीम ऊन से 1 फंदा उलटे से 1 इंच का बार्डर तैयार कर के गहरी गुलाबी ऊन लगा कर 1 सलाई सीधी 1 सलाई उलटी से प्लेन बुनते हुए 7 इंच तक प्लेन बुन कर फंदों को घटाते हुए 8 इंच की कैप को तैयार कर के बाकी बचे फंदों को बंद कर के व पौमपौम लगा कर कैप  को सिल कर तैयार कर लें.

गर्ल्स पर्स: 60 फंदे डाल कर गहरी गुलाबी ऊन से 1 सलाई सीधी, 1 सलाई उलटी से बुनते हुए 6 इंच तक प्लेन बुन कर दो भागों में फंदों को कर के अगले भाग वाले 30 फंदे बंद कर के पिछले वाली साइड 30 फंदों को बुनते हुए गोलाई में घटाते जाएं. पर्स की अगली साइड कर के गोलाई में फंदों को बंद कर के पर्स पर बटन लगा कर पर्स को तैयार कर लें.

2. हाफ स्लीव डिजाइनर स्वैटर विद मफलर

नाप: लंबाई-27 इंच, चौड़ाई-21 इंच, बाजू-21 इंच.

सामग्री: प्रिंटेड ऊन, शेड नं. पीटीटी-36, सलाई नं 7 व सिलने वाली सुई.

कुल ऊन: 350 ग्राम.

पिछला भाग: 70 फंदे डाल कर प्रिंटेड ऊन से बौर्डर शुरू करें. 1 फंदा सीधा 1 फंदा उलटे से 3 इंच का बौर्डर तैयार कर के 1 सलाई सीधी 1 सलाई उलटी से प्लेन बुनना शुरू करें. 20 इंच का प्लेन भाग बुन कर 5, 4, 3, 2 की घटाई डाल कर 7 इंच का कंधा तैयार कर के 27 इंच का पिछला भाग तैयार कर लें.

अगला भाग: 70 फंदे डाल कर प्रिंटेड ऊन से बौर्डर शुरू करें. 1 फंदा सीधा 1 फंदा उलटे से 3 इंच का बौर्डर तैयार कर के डिजाइन शुरू करें. 1 फंदा सीधा बुन कर अगला फंदा सलाई पर उतार लें. फिर से 1 फंदा सीधा बुन कर इसी प्रकार सलाई को पूरा कर लें. इसी प्रकार डिजाइन को बनाते हुए 20 इंच तक बना कर 5, 4, 3, 2 की घटाई डाल कर 7 इंच का कंधा तैयार कर लें. कंधे की घटाई के साथ वी शेप में गले की घटाई डाल कर 27 इंच का अगला भाग तैयार कर लें.

बाजू: 35 फंदे डाल कर 1 फंदा सीधा 1 फंदा उलटे से 3 इंच का बौर्डर तैयार कर के डिजाइन शुरू करें. स्वैटर वाले डिजाइन से बाजू को बनाते हुए 6.6 सलाई पर 1.1 फंदा बढ़ाते हुए 19 इंच की बाजू बना कर 5, 4, 3, 2 की घटाई डाल कर 21 इंच की बाजू को तैयार कर के 1 साइड की बाजू को तैयार कर के इसी प्रकार दूसरे साइड की बाजू की भी बाजू को तैयार कर के दोनों बाजू को स्वैटर के साथ सिल कर तैयार कर लें.

गला: 136 फंदे गले के उठा कर 1 फंदा उलटे से 1 इंच का बौर्डर तैयार कर के फंदों को बंद कर के वी शेप में गला तैयार कर लें. इस प्रकार आप का स्वैटर तैयार हो जाएगा.

3. जेब्रा मफलर

नाप: लंबाई-64 इंच, चौड़ाई-7 इंच.

सामग्री: जेब्रा ऊन, शेड नं. पीटीटी 1322, सलाई नं. 4 व सिलने वाली सुई.

कुल ऊन: 120 ग्राम.

मफलर बनाने की विधि: 22 फंदे डाल कर डिजाइन शुरू करें. 1 फंदा सीधा 3 फंदे उलटे, 4 फंदों का क्रौस, 3 फंदे उलटे, 4 फंदों का क्रौस, 3 फंदे उलटे, 1 फंदा सीधे से सलाई को पूरा करें. इसी प्रकार डिजाइन को बनाते हुए 64 इंच लंबाई में मफलर को तैयार कर लें.

4. हैंगिंग पैटर्न वन पीस

नाम: लंबाई-40 इंच, चौड़ाई-15 इंच.

सामग्री: जूलियट ऊन, शेड नं. 37, क्रोशिया नं. 13 व सिलने वाली सुई.

कुल ऊन: 370 ग्राम.

लौंग ड्रैस: 13 इंच की 1 लंबी चेन बना कर चेन में टे्र. डाल कर पहली पक्तिं को पूरा करें. इसी प्रकार 2 पक्तियां बना कर डिजाइन शुरू करें. 2 पंक्ति में 2 ट्रे. 10 चेन 2 ट्रे, 10 चेन, इसी प्रकार पंक्ति को पूरा करें. इस प्रकार डिजाइन को बनाते हुए 3 इंच तक इसी प्रकार डिजाइन बना कर डिजाइन में चेन को बढ़ा कर 30 चेन बना कर 1 छोटा टांका ट्रे. का बना कर पंक्ति को पूरा करें. इसी प्रकार डिजाइन को बनाते हुए 7 इंच तक बना कर कंधे से दोनों साइड बाजू निकाल कर अगला और पिछला भाग इकट्ठा कर के जाली वाले डिजाइन से ड्रैस को बनाते जाएं. अगली पंक्ति में 30 चेन के बाद 10 ट्रे., 30 चेन 10 ट्रे., इसी प्रकार पंक्ति को पूरा करें. अगली पंक्ति में पूरी लाइन ट्रे. की बना लें. अगली पंक्ति में 2 ट्रे., 7 चेन, 2 ट्रे., 7 चेन, से पंक्ति को पूरा करें. इस प्रकार डिजाइन को बनाते हुए 3 इंच का डिजाइन बना कर फिर से 30 चेन वाला डिजाइन बना कर फिर से 3 इंच वाला डिजाइन बनाते हुए 40 इंच तक इसी प्रकार डिजाइन बना कर नीचे घेरे पर धागे की लडि़यों वाले डिजाइन से  झालर बनाते जाएं. नीचे वाली लडि़यां 20 इंच की तैयार कर लें. इस प्रकार ड्रैस को तैयार कर के गले की नैट पर मोती लगा कर ड्रैस को तैयार कर लें.

5. स्पाइडर श्रग

नाप: लंबाई-16 इंच, चौड़ाई-16 इंच.

सामग्री: हौबी मल्टी धागा, शेड नं. 32, क्रोशिया नं. 13 व सिलने वाली सुई.

कुल धागा: 170 ग्राम.

श्रग बनाने की विधि: प्रिंटेड धागे से 5 चेन बना कर चेन में ट्रे. भर कर डिजाइन शुरू करें. 2 ट्रे. 2 चेन 2 ट्रे., 2 चेन से पंक्ति को पूरा करें. अगली पंक्ति में भी इसी प्रकार डिजाइन को बनाते हुए 5 पंक्तियों में इसी प्रकार बना कर 2 ट्रे. को बढ़ाते जाएं. 2 ट्रे. के ऊपर 3 ट्रे., 2 चेन 3 टे्र., 2 चेन से पंक्तियों को बढ़ाते जाएं. इस प्रकार डिजाइन को बढ़ाते हुए 10 इंच तक अगला भाग बना कर लंबाई में 16 इंच तक बना कर ऊपर वाले साइड से 1 इंच बना कर ट्रे.  6 इंच तक डिजाइन बंद कर के बाकी का डिजाइन बनाते जाएं. कंधे के ट्रे. बंद कर के फिर से शुरू कर लें और डिजाइन बनाते हुए 10 इंच का पिछला भाग इसी प्रकार सीधासीधा बनाते हुए दूसरी साइड भी इसी प्रकार 6 इंच तक टे्र. छोड़ कर फिर ऊपर वाली साइड कंधा तैयार कर के रख लें. फिर आप 5 चेन से शुरू कर के ट्रे. भर कर 2 ट्रे., 2 चेन से डिजाइन शुरू कर के 10 इंच तक दूसरा आगे का भाग तैयार कर के कंधे वाली साइड से इस भाग को पीछे वाले भाग के साथ सिल कर तैयार कर के बटन लगा कर डोरी लगा कर पौमपौम वाली श्रग को तैयार करें. बीडिंग कर के प्रिंटेड धागे से श्रग को तैयार कर लें. इस प्रकार आप का श्रग तैयार हो जाएगा.

6. वी शेप पोंचू

नाप: लंबाई-16 इंच, चौड़ाई-11 इंच.

सामग्री: नीले रंग की ऊन, शेड नं. 13, सलाई नं.-7 व सिलने वाली सुई.

कुल ऊन: 180 ग्राम.

पोंचू बनाने की विधि: 9 इंच चौड़ाई में फंदे डाल कर नीले रंग की ऊन से बार्डर बनना शुरू करें. उलटीउलटी सलाईयों से बार्डर बुनते जाएं. 34 इंच की लंबाई कर के आगे वाले भाग को वी शेप सिल कर पोंचू को तैयार कर लें. अब आप वी शेप में डोरियां लगा कर आगे वाले भाग में बटन लगा कर पोंचू को तैयार कर लें. इस प्रकार आप का पोंचू तैयार हो जाएगा.

 यहां छिपाएं कीमती सामान

अगर आप भी अपने घर का कीमती सामान चोरी होने के खतरे से परेशान हैं तो आज हम आपको अपना कीमती सामान कहां रखें, इसके लिए कुछ टिप्स बताएंगे. ऐसी कई जगहें घर में होती हैं जहां आप कीमती सामान रख कर बेफिक्री से कहीं भी आजा सकते हैं और वापस आ कर सामान सलामत पा सकते हैं:

1. तेल की केन की तरह एक सुरक्षित जगह पानी की टंकी होती है जिस पर आमतौर पर चोरों का ध्यान नहीं जाता. हर घर में पानी की टंकी अकसर ऐसी जगह होती है जहां चोरों का पहुंचना अलमारियों की तरह आसान नहीं होता. गहने इन में छिपाए जा सकते हैं.

2. अव्वल तो ज्यादा नगदी घर में रखना ही नहीं चाहिए लेकिन किसी वजह से रखना भी पड़े तो घर से बाहर जाते वक्त उसे टुकड़ोंटुकड़ों में अखबारों की रद्दी के बीच रखना चाहिए. यह काम बीचोंबीच से करें तो और भी बेहतर है.

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3. स्टोररूम घर की एक ऐसी जगह होती है जिस में दुनियाभर का कूड़ाकबाड़ा भरा रहता है. इस में किसी भी जगह गहने आदि छिपाए जा सकते हैं. चोरों के पास चोरी करते समय सीमित समय होता है. इसलिए वे स्टोररूम की एकएक चीज नहीं देखेंगे.

4. आमतौर पर चोर यह मान कर चलते हैं कि कीमती सामान घर के अंदर ही कहीं रखा रहेगा. इसलिए वे घर के प्रवेशद्वार या पहले कमरे को टारगेट नहीं करते. यहां गहने, नगदी आदि छिपाए जा सकते हैं. फिर भले ही वह शू रैक हो.

5.  पक्के घरों में गड्ढे करना संभव नहीं होता. लेकिन गमलों को खाली कर उन में गहने भर कर ऊपर से गीली मिट्टी डाली जा सकती है. बच्चों के स्कूल बैग भी कीमती चीजों को रखे जाने के काम आ सकते हैं. छोटी अंगूठियां व दूसरे छोटे आइटम दवाइयों की बड़ी शीशियों में डाल कर बचाए जा सकते हैं.

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