बाहुबली से जुड़ी इन बातों को जानते हैं आप!

प्रभास और राणा दग्गुबाती स्टारर फिल्म बाहुबली-2 का ट्रेलर रिलीज किया जा चुका है. इस बहुप्रतीक्षित फिल्म का लोगों को काफी वक्त से इंतिजार है. लोग फिल्म को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित हैं.

फिल्म 28 अप्रैल को रिलीज होने वाली है. मेकर्स की मानें तो फिल्म के दूसरे पार्ट की रिलीज से पहले इसका पहला पार्ट सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा ताकि जिन लोगों ने पहली फिल्म नहीं देखी है वह उसे देख कर खुद को फिल्म के अगले पार्ट से जोड़ सकें.

फिल्म से जुड़ी कई चीजें लगातार इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं. इसी क्रम में हम आपको बताते है फिल्म से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो आपको शायद ही मालूम हो.

1. बाहुबली और बाहुबली 2 भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे महंगी फिल्म है. इसका बजट करीब 250 करोड़ रुपए है. अगस्त 2015 तक इस फिल्म की 40 पर्सेंट शूटिंग हो चुकी थी. इसके बाद बाकी की शूटिंग 17 दिसंबर 2015 से हैदराबाद की रामोजी फिल्म सिटी में शुरू हुई.

2. इस फिल्म के लिए राणा दागुबती और प्रभाष स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो कर रहे थे. उन्हें वियतनाम के ट्रेनर तुआन ने खास ट्रेनिंग दी है. इस फिल्म के लिए दोनों एक्टर्स ने अपना वजन 30-30 किलो बढ़ाया था. ताकि वह खुद को कैरेक्टर के हिसाब से ढाल सकें. जानकर हैरानी होगी कि दोनों ही एक्टर्स करीब 100 किलो के हो गए हैं.

3. बाहुबली फिल्म का झरने वाला सीन तो आप सभी को याद होगा. यह वही झरना था जिसे बाहुबली बचपन से पार करना चाहता था. लेकिन बड़े होने के बाद वह इसे पार करने में कामयाब होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि फिल्म की शूटिंग में जितना समय लगा है उसका एक तिहाई हिस्सा केवल इन्हीं सीन्स को शूट करने में लगा है.

4. अपनी फिजीक को फिल्म के किरदार के मुताबिक बनाने के लिए प्रभास का नाश्ता काफी भारी भरकम रहा. वह रोजाना सुबह करीब 40 अंडे और प्रोटीन पाउडर भी लेते थे.

5. फिल्म के लिए प्रभाष का डेडिकेशन ऐसा है कि करीब तीन साल से उन्होंने कोई फिल्म नहीं बनाई है. वह खुद को केवल इसी फिल्म के लिए तैयार करने में लगे थे. खबर है कि इस फिल्म के लिए प्रभाष ने अपने लिए डेढ़ करोड़ रुपए का जिम तैयार करवाया था.

स्मार्टफोन और लैपटौप यूजर्स की कौमन बीमारियां

स्मार्टफोन और लैपटौप की अब आदत सी हो गई है, लेकिन क्या आप को पता है कि रात को सोने से कम से कम एक घंटा पहले मोबाइल को अपने से दूर कर देना चाहिए, अन्यथा हैल्थ से जुड़ी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है?

यूसीएलए स्कूल औफ मैडिसिन के डाक्टर डैन सीगल के अनुसार, ‘‘रात में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से नींद से जुड़ी कई बीमारियां घेर लेती हैं. गैजेट्स का इस्तेमाल हमारे काम को आसान बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन अगर आप इन्हें जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो कई बीमारियां भी हो सकती हैं.’’

जानिए, गैजेट्स से होने वाली बीमारियों और उन से बचने के तरीकों के बारे में :

कंप्यूटर विजन सिंड्रोम

हमारी आंखों की बनावट ऐसी नहीं है कि हम किसी भी एक पौइंट पर घंटों देखते रहें और आंखों को कोई नुकसान न पहुंचे. घंटों कंप्यूटर स्क्रीन पर देखते रहने से कंप्यूटर विजन सिंड्रोम हो सकता है. इस में आंखों में थकान, इचिंग, रैडनैस और धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है.

क्या करें

आप चाहे स्मार्टफोन, कंप्यूटर, टैबलेट या अन्य किसी भी गैजेट का इस्तेमाल कर रहे हों, उस की डिस्प्ले सैटिंग्स बदलिए. अगर कंप्यूटर में ब्राइटनैस, शार्पनैस या कलर बढ़े हुए हैं तो कम कीजिए. ज्यादा ब्राइट या शार्प स्क्रीन से आंखों पर ज्यादा प्रैशर पड़ता है.

इस के अलावा अगर गैजेट में टैक्स्ट का फौंट साइज बहुत छोटा है तो यूजर्स को लंबे डौक्युमैंट्स पढ़ने में परेशानी होगी. इसलिए अपने गैजेट की डिस्प्ले सैटिंग्स को ऐसे सैट करें कि आंखों को नुकसान कम हो. अगर गैजेट की स्क्रीन एचडी है तो 45त्न कलर और ब्राइटनैस से भी अच्छी डिस्प्ले क्वालिटी आएगी और आंखों को नुकसान कम होगा.

इन्सोम्निया

गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल करने में जो सब से अहम बीमारी हो सकती है वह है इन्सोम्निया यानी अनिद्रा. अगर आप जरूरत से ज्यादा गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह आप के लिए इन्सोम्निया की पहली कड़ी साबित हो सकता है.

क्या करें

20-20-20 का रूल ध्यान में रखें. अगर आप स्मार्टफोन, टैबलेट या कंप्यूटर का नियमित इस्तेमाल कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि आप ने हर 20 मिनट में आप के 20 फुट दूर रखी किसी वस्तु को 20 सैकंड तक देखना है. यह -ड्डड्ढठ्ठश-.शह्म्द्द की एक ट्रिक है जो आंखों की ऐक्सरसाइज का काम करती है. इस से यूजर्स की आंखों को आराम मिलता है और उन की ऐक्सरसाइज भी हो जाती है.

अगर आप को काम में समय का ध्यान नहीं रहता तो विंडोज से लिए ब्रेकटैक या एप्पल मैक के लिए टाइम आउट प्रोग्राम का इस्तेमाल कर सकते हैं.

टैक्स्चर नैक

टैक्स्चर नैक सिंड्रोम उन लोगों को होता है जो स्मार्टफोन, लैपटौप और टैबलेट्स का इस्तेमाल करते समय गरदन नीचे की ओर झुका कर रखते हैं. अगर यह सिंड्रोम बढ़ गया है तो गरदन की मसल्स इसी पोजिशन को अडौप्ट कर लेंगी और गरदन सीधी करने में परेशानी होगी.

क्या करें

किसी भी गैजेट का इस्तेमाल करने से पहले यह ध्यान रखें कि उस की पोजिशन क्या है. अगर आप कंप्यूटर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो मौनिटर कम से कम 20-30 इंच की दूरी पर रखें. अगर स्मार्टफोन या लैपटौप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो गरदन झुकाने की जगह उस की पोजिशन ऐसी रखें जिस से आप की गरदन पर स्ट्रैस न पड़े. टैक्स्टिंग थोड़ी कम कर दें. गरदन पर स्ट्रैस सब से ज्यादा टैक्स्टिंग के कारण ही पड़ता है.

टोस्टेड स्किन सिंड्रोम

आजकल लैपटौप पर ज्यादा काम करना आम बात हो गई है. अगर आप लैपटौप को जरूरत से ज्यादा अपनी गोद में रखते हैं तो इस से स्किन डिसऔर्डर हो सकता है. लैपटौप से हमेशा गरम हवा निकलती है. ज्यादा इस्तेमाल से स्किन सूख जाती है. अगर आप की स्किन सैंसिटिव है तो उस का कलर बदल जाएगा और खुजली भी हो सकती है.

क्या करें

लैपटौप का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो कूलिंग पैड जरूर ले लें. कूलिंग पैड लैपटौप से निकलने वाली गरमी को ठंडा करता है. बाजार में 200 रुपए से ले कर 1,500 रुपए तक के लैपटौप कूलिंग पैड और कूलिंग टेबल उपलब्ध हैं. अगर कूलिंग पैड नहीं है तो भी तकिए का इस्तेमाल करें या फिर लैपटौप को टेबल पर रख कर इस्तेमाल करें.

सुनने में प्रौब्लम

ईयरफोन का इस्तेमाल आप बहुत ज्यादा करते हैं तो सुनने में दिक्कत हो सकती है. यह आदत परमानैंटली आप के सुनने की क्षमता खराब कर सकती है.

क्या करें

हमेशा म्यूजिक सुनने या कान में हैडफोन लगाए रखने की आदत न पालें और वौल्यूम पर कंट्रोल रखें.

रैडिएशन इफैक्ट

मोबाइल फोन से ऐसा रैडिएशन नहीं आता कि आप को कैंसर हो जाए, लेकिन फिर भी यह हैल्थ से जुड़े कई मामलों में असर डालता है. यह मैंटल स्ट्रैस से ले कर इन्सोम्निया तक कई बीमारियों का कारण बन सकता है.

क्या करें

फोन साथ में ले कर न सोएं. फोन को ज्यादा देर तक कान के पास न रखें. अगर लंबी बात करनी है तो हैडफोन का इस्तेमाल करें. अगर फोन में सिगनल कम हों तो उसे इस्तेमाल न करें.

स्ट्रैस

आरएसआई या रिपिटेटिव स्ट्रैस इंजरी ज्यादातर उन लोगों को होती है जो कंप्यूटर पर हर दिन घंटों काम करते हैं. इसी के साथ, जो लोग ज्यादा टैक्स्टिंग करते हैं वे भी इस बीमारी का शिकार हो सकते हैं. इस इंजरी में हाथों में निशान पड़ जाते हैं. ऐसा अकसर टाइपिंग के समय होता है. जब पंजों के नीचे निशान दिखने लगते हैं.

क्या करें

इस के लिए अपने डिवाइस में ‘वर्कपेस’ नामक सौफ्टवेयर इंस्टौल करें. यह बैकग्राउंड में काम करता है. यह आप को बताता रहेगा कि कितने समय में ब्रेक लेना है और कितनी बार अपना हाथ उठाना है. इस के अलावा, टाइपिंग करते समय सही पौस्चर का होना भी बहुत जरूरी है.

गुलाब : आपकी गुलाबी सुंदरता के लिए

गुलाब त्वचा का सौन्दर्य निखारने में माहिर होती है. गुलाब के फूलों की पत्तियां त्वचा को पोषण देती हैं औऱ साथ ही त्वचा के रोम-रोम को सुगंधित बनाती हैं. ये आपकी त्वचा को ठंडक प्रदान करती हैं.

गुलाबी सुंदरता पाने के लिए ऐसे करें गुलाब के फूल और इसकी पत्तियों का इस्तेमाल..

गुलाब के 2 फूलों को पीसकर, आधा प्याले कच्चे दूध में 30 मिनट तक भिगोएं, फिर इस लेप को आहिस्ता-आहिस्ता त्वचा पर मलें, सूखने पर ठंडे-ठंडे पानी से स्नान कर लें. शरीर की त्वचा नर्म, मुलायम और गुलाबी आभायुक्त दिखाई देगी. 

क्या आप जानते हैं कि गुलाब के फूलों का रस चेहरे पर मलने से आपके चेहरे पर एक ठंडी-ठंडी ताजगी हमेशा बनी रहती है. जब पसीना आता है तो स्किन के सेल्स डेड हो जाते हैं. ऐसे में गुलाब की पत्तियों के जरिए नए सेल्स बनने में मदद मिलती हैं और त्वचा का ग्लो बढ़ने लगता है.

इसके अलावा आप ये भी कर सकते हैं कि गुलाब की पत्तियों को फ्रिज में ठंडा कर लें और ठण्डा करके फिर इसे लगाएं, इससे न सिर्फ त्वचा को फायदा होता है, बल्कि इसकी खुशबू से दिमाग में भी ताजगी महसूस होती है.

अपनी त्वचा को साफ एवं चमकदार बनाने के लिए आप दूध और केसर लगा सकते हैं. इन्हें लगाने के बाद आप गुलाब की पत्तियां भी अपने चेपरे पर लगा सकते हैं, इसके लगाने से त्वचा से कालापन बिल्कुल साफ हो जाता है.

नहाने जाने से बिल्कुल पहले पानी में गुलाब की कुछ पत्तियां डाल दी जाएं तो आपके हाथ-पैर साफ रहते हैं और आपके शरीर से पसीने की बदबू भी नहीं आती.

मैं खुद को एक ब्रैंड समझती हूं : पूनम पांडेय

हमेशा सैक्सी फोटोग्राफ्स और सैक्सी बयानों से सुर्खियों में रहने वाली 25 वर्षीय पूनम पांडेय ने अपने कैरियर की शुरुआत मौडलिंग से की. फिर किंगफिशर कैलेंडर के लिए चुनी गईं, जहां हौट और सैक्सी शूट दे कर चर्चा में आईं.

2011 के विश्व कप क्रिकेट के दौरान पूनम ने घोषणा की थी कि अगर इंडिया जीतती है तो वे न्यूड हो जाएंगी. लेकिन बाद में किसी कारणवश वे ऐसा नहीं कर पाईं. मगर बीचबीच में वे ऐसी सैक्सी और बोल्ड तसवीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करती रहती हैं.

वे इसे गलत नहीं मानतीं. उन के हिसाब से वे खुद को एक प्रोडक्ट समझती हैं जिस की पब्लिसिटी वे अपने हिसाब से करती हैं. पर रीयल लाइफ में वे एक साधारण लड़की की तरह ही फीलिंग्स रखती हैं.

पूनम ने ‘ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनैस’ के लिए एक वीडियो बनाया है. वे चाहती हैं कि हर महिला को कैंसर से बचने के लिए अपनी ब्रैस्ट की नियमित जांच करानी चाहिए. उन से मिल कर बात करना रोचक रहा. पेश हैं, कुछ अंश:

ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनैस कैंपेन से कैसे जुड़ीं?

इस कैंपेन के लोग मेरे पास आए. उन्होंने पहले काफी सारी ऐक्ट्रैस के साथ इसे किया था. इस बार उन्होंने मुझे औफर दिया, तो मैं ने सोचा कुछ हैल्दी काम कर लिया जाए.

अभिनय के क्षेत्र में आने की प्रेरणा कहां से मिली?

मैं कोई इत्तफाक से अभिनय में नहीं आई. मुझे बचपन से ही मौडलिंग का शौक था. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में सुपरस्टार के चेहरे आप को इस में आने के लिए प्रेरित करते हैं. मैं माधुरी दीक्षित की बहुत बड़ी फैन हूं. मैं हमेशा माधुरी को फौलो करती थी. मेरे परिवार में कोई भी अभिनय के क्षेत्र में नहीं है. मैं मुंबई की हूं. मेरे पिता व्यवसायी हैं और मां हाउसवाइफ हैं. मेरे भाई और बहन सभी सैटल हैं. मैं ने कभी फोटो शूट नहीं कराया. मैं ‘मेगा मौडल कौंटैस्ट’ में चुन ली गई. वहां इतनी सारी लड़कियों में मुझे चुन लेना बहुत बड़ी बात थी.

हालांकि परिवार में किसी को उम्मीद नहीं थी कि मैं इस प्रतियोगिता में विजयी हो जाऊंगी. इसीलिए पिताजी ने भी हां कह दी थी. मेगा मौडल बनने के बाद मुझे पता चला कि यह क्षेत्र क्या है. फिर किंगफिशर कैलेंडर में काम करने का मौका मिला. इस के बाद कई औफर्स मिलने लगे. मैं 19 साल की उम्र में लाखों कमाने लगी थी. फिर मैं ने स्नातक करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी और आज पूरी तरह से इस क्षेत्र में आ गई.

आप के काम पर परिवार की प्रतिक्रिया क्या थी?

मेरी अपनी मां को जब मैं ने बिकिनी वाली तसवीर दिखाई तो वे चौंक गईं और पूछने लगीं कि किस ने यह तसवीर खीचीं. उन्होंने उसे मारने की बात कही. पिता भी पहले भड़क उठे कि ये सब बंद करो. मैं ने उन से जब अपनी इच्छा जताई तो वे चुप हो गए. मैं बहुत जिद्दी स्वभाव की हूं. अगर कोई मुझे कुछ करने को मना करे, तो उसे करने की इच्छा और बढ़ जाती है. अब मेरे मातापिता की सोच बदल चुकी है.

कितना संघर्ष रहा?

मैं मेगा मौडल बनी. फिर कुछ काम भी किया तब लगा कि अपनी पहचान कैसे बनाई जाए? मैं ने कुछ बड़ा करने की योजना बनाई और वर्ल्ड कप वाली कंट्रोवर्सी मेरे जीवन में आई और लोगों ने मुझे इसी रूप में पहचाना.

क्या आप काम न मिलने की वजह से इस तरह के हथकंडे अपनाती हैं?

मैं सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हूं. मैं बहुत पैसे कमाती हूं. मेरे 1-1 ट्वीट के अच्छे पैसे मिलते हैं. यूट्यूब से पैसा मिलता है. मैं ने हाल ही में इंटरनैशनल रिऐलिटी शो किया है, जिस में मैं ने इंडिया को रिप्रेजैंट किया है. मैं ने हिंदी फिल्म ‘नशा’ फिर एक तेलुगु फिल्म की. अभी भी एक तेलुगु फिल्म में काम कर रही हूं. एक हिंदी फिल्म भी बड़े बैनर में आने वाली है. इसीलिए यह कहना गलत है.

मुझे बहुत सारी फिल्मों के औफर आते हैं. लोग कहते हैं कि आप को अंतरंग दृश्य करने पड़ेंगे, पर कहानी नहीं होती. आज के दर्शक बेवकूफ नहीं हैं. वे हर फिल्म में कहानी मांगते हैं. ‘द वीकेंड’ ऐसी ही शौर्ट फिल्म है, जिस की कहानी बहुत अच्छी है, जिस के लिए मुझे अभिनय के लिए तारीफ मिल रही है, स्किन शो के लिए नहीं.

आप ने अभिनय से हट कर बहुत ही अलग तरीके से अपने आप को पौपुलर किया. इस की वजह क्या है?

मैं अभिनय को अधिक महत्त्व देती हूं, लेकिन मुझे आगे बढ़ने के लिए कोई रास्ता समझ में नहीं आ रहा था, इसीलिए मैं ने इस रास्ते को चुना. मैं ने वह रूट फौलो नहीं किया, जिसे सब करते हैं. यह मेरी लाइफ है. मैं अपने तरीके से आगे बढ़ना चाहती हूं. मेरे लिए यह सही भी दिख रहा है. मैं ने खुद को सेल किया है. मैं अगर एक नौर्मल इनसान की नजर से देखूं तो मैं ने सारे सिली काम किए हैं और यही बेवकूफी मेरे लिए काम कर गई. मैं खुश हूं कि मैं ने अपने बलबूते अपनी मंजिल पाई है. पहले मुझ पर लोग हंसते थे, पर अब मेरे दिमाग की तारीफ करते हैं.

आप को कभी कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा?

नहीं. मुझे कभी नहीं करना पड़ा, पर जिस के साथ भी ऐसा होता है उस में दोनों की बातें हमें पता नहीं होती. ऐसे में क्या सही है क्या गलत मैं नहीं कह सकती.

अंतरंग दृश्य करने के लिए आप कितनी सहज होती हैं?

किसी भी चीज को दिमाग पर नहीं लेती, क्योंकि यह एक  व्यवसाय है. मैं अपनेआप को एक बै्रंड समझती हूं. मैं जो भी कर रही होती हूं, उस में एक प्रकार की रणनीति होती है. अपनेआप को लोगों के सामने लाने का यह एक जरीया है.

लव और रिलेशनशिप में किसे आप अधिक महत्त्व देती हैं?

‘लव’ को मैं अधिक महत्त्व देती हूं. आजकल लोग इसे भूलने लगे हैं पर मैं अपने मातापिता की लाइफ से बहुत प्रभावित हूं.

आप के सपनों का राजकुमार कैसा होना चाहिए?

जो मुझे ‘ट्रू लव’ दे. मैं ऐसा नहीं चाहती कि कोई मेरी जिंदगी में आए और थोड़े दिनों बाद ब्रेकअप कर चल दे.

प्यार में सैक्स कितना जरूरी है?

आजकल पूरी दुनिया बदल गई है. प्यार से पहले सैक्स आता है, रिश्तों की अहमियत खत्म हो गई है. इसीलिए तलाक के मामलों की संख्या बढ़ रही है. आज ‘वन नाइट स्टैंड’ की अवधारणा है. यूथ इसे कूल मानते हैं. मैं प्यार को महत्त्व देती हूं.

आप कितनी फैशनेबल और फूडी हैं?

मैं बहुत इजी गोइंग हूं. फूडी भी हूं. खूब खाती हूं. मटरपनीर, समोसा, आलू के परांठे आदि सब बना लेती हूं.

कहां घूमने जाना पसंद करती हैं?

मैं बहुत सी जगहें गई हूं. पर मुझे अपना घर और मां के हाथों का बना खाना और उन के पास रहना सब से अधिक पसंद है.

कोई ड्रीम प्रोजैक्ट है?

मैं अपने आप को पूरे कपड़ों में देखना चाहती हूं और निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ फिल्म करना चाहती हूं. मुझे पता है कि मैं ने बहुत सारी बेवकूफी वाले काम किए हैं, पर मैं एक हैल्दी निर्देशक के माइंड को समझ कर फिल्में करना चाहती हूं. विद्युत जामवाल और रणवीर सिंह के साथ फिल्में करना चाहती हूं.

शादी से पहले फाइनेंशियल प्लैनिंग जरूरी

शादी जिन्दगी का एक बहुत बड़ा फैसला है. शादी के बाद आपकी जिन्दगी सिर्फ आपकी नहीं रहती. आप अपनी जिन्दगी किसी और के साथ शेयर करती हैं. शादी सिर्फ रस्मों और पैसों से ही नहीं होती, प्रेम, विश्वास और एक दूसरे को समझना भी बहुत जरूरी है. पर शादी की शॉपिंग से भी ज्यादा जरूरी है फाइनेंशियल प्लैनिंग.

शादी में मैचिंग कपड़ें लेने साथ में जाते हैं, तो क्यों न साथ में बैठकर भविष्य के लिए फाइनेंशियल प्लैनिंग भी कर ली जाए? आप एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ भी पाएंगे और एक सुखद भविष्य की तैयारी भी हो जाएगी.

बचत खाता

शादी के बाद आप दोनों का अक ज्वाइंट बचत खाता जरूर होना चाहिए. इससे आप दोनों खुद के लिए और खुद के भविष्य के लिए बेहतर निर्णय ले पाएंगे.

बनायें नॉमिनी

आपने अपने सेविंग अकाउंट, पीएफ अकाउंट या इंश्योरेंस का नॉमिनी अपने माता-पिता और भाई-बहनों को ही बनाया होगा. पर शादी के बाद आपको इसमें बदलाव करने होंगे. आप अपने पार्टनर को नॉमिनी बना सकती हैं.

दोनों मिलकर लें फैसला

शादी आप दोनों ने मिलकर की है, तो वित्तीय फैसले लेने का हक भी आप दोनों के पास है. कोई भी वित्तीय फैसला या निवेश से जुड़ी कोई भी अहम निर्णय अपने पार्टनर को पूछे बिना न लें. शादी के बाद आपके हर फैसले का आपके पार्टनर पर सीधा असर पड़ता है. अपने पार्टनर की राय जरूर लें.

बहुत जरूरी है इमरजेंसी फंड

अगर आप और आपका जीवनसाथी दोनों नौकरी करते हैं तो आपको एक ज्वाइंट इमरजेंसी फंड जरूर बनाना चाहिए. अगर सिर्फ आप ही वर्किंग है तो इमरजेंसी फंड बनाना और भी ज्यादा जरूरी है. इमरजेंसी फंड में इतनी बचत करें की नौकरी चली जाने पर भी 6 महीनों तक आराम से आपका खर्च चल सके.

टर्म इंश्योरेंस

शादी के बाद आप इंश्योरेंस के इस विकल्प पर विचार कर सकती हैं. टर्म इंश्योरेंस लेने से बहुत ही कम प्रीमियम में आपको ज्यादा लाइफ कवर मिलेगा. शादी के बाद जल्द से जल्द टर्म इंश्योरेंस करा लें, इससे आपको ज्यादा फायदा होगा.

हेल्‍थ इंश्योरेंस

अगर आपने अभी तक हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लिया है तो आप शादी के बाद ज्वाइंट हेल्थ इंश्योरेंस का ऑप्शन चुन सकते हैं. भविष्य में आपके घर में पड़ने वाले नन्हें कदमों के लिए भी यह एक अच्छा ऑप्शन है क्योंकि ज्वाइंट हेल्थ इंश्योरेंस में आप उन्हें भी जोड़ सकते हैं.

काजू रोज : खास है यह मिठास

सामग्री

11/2 कप काजू पाउडर

1 कप शुगर पाउडर

1/2 कप मिल्क पाउडर

1-2 चुटकी इलायची पाउडर

2 चम्मच पानी

2 बूंदें रोज ऐसैंस

जरूरतानुसार चुकंदर का पानी रंग के लिए.

विधि

एक डबल बौयलर में पानी गरम करें. जब बौयलर का ऊपर वाला ड्राई पैन अच्छी तरह गरम हो जाए तो उस में शुगर पाउडर और मिल्क पाउडर डाल कर 2-3 मिनट भूनें. भुन जाने पर इस मिश्रण को पैन से निकाल कर काजू पाउडर के साथ मिला दें.

अब रोज ऐसैंस को गरम पानी में मिला कर मिश्रण में डालें और अच्छी तरह गूंध लें. इस को लाल रंग देने के लिए थोड़ा सा चुकंदर का पानी भी मिला लें. तैयार मिश्रण को ग्रीस की रोलिंग पिन पर लपेट कर इच्छानुसार मोटाई में रोल कर लें. रोल को मनचाही शेप में काट कर सर्व करें.

ये हैं बॉलीवुड की पत्रकार अभिनेत्रियां

ऐसा माना जाता है कि पत्रकारिता अपने आप में एक मुश्किल व्यवसाय है. पुराने लोगों की माने तो ज्यादातर लोग खासकर लड़कियां इससे दूर ही रहती हैं और कुछ लोगों का व्यक्तिगत मत है कि उन्हें इससे दूर रहना भी चाहिए.

हां कई बार ये व्यवसाय विवादित और चुनौतीपूर्ण हो सकता है, पर यह भी सामान्य व्यक्तियों के लिए ही बनाया गया है. आज के समय की बात की जाए तो कई सम्मानीय महिला और पुरुष पत्रकार हमारे समाज के लिए बहुत अच्छा उदाहरण बने हैं.

अब अगर बॉलीवुड की बात करें तो ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं और रही हैं, जिन्होंने पुरानी और नयी फिल्मों में पत्रकारों की भूमिका निभाई है. अब अभिनय की दृष्टी से देखें तो सभी अभिनेत्रियां अपने किरदार के साथ न्याय करने में सफल नहीं हो पायी हैं, जबकि कुछ ने अपनी फिल्मों में इस किरदार के साथ बेमिसाल काम किया है.

आइये हम आपको बताते हैं कौन-कौन सी अभिनेत्रियों ने अपनी फिल्मों में निभाई है एक पत्रकार की भूमिका…

1. डिंपल कपाड़िया : साल 1994 में आई फिल्म क्राँतिवीर’ में अभिनेत्री डिंपल ने एक प्रेस रिपोर्टर की भूमिका अदा की थी.

2. जूही चावला : साल 2000 में रिलीज हुई शाहरुख खान और जूही चावला अभिनीत फिल्म फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ में स्टार अभिनेत्री जूही चावला एक प्रतिष्ठित समाचार चैनल में पत्रकार की भूमिका में नजर आईं थी.

3. प्रीति जिंटा : साल 2004 में आई फिल्म लक्ष्य’ में प्रीति ने एक रिपोर्टर की भूमिका अदा की है.

4. प्रियंका चोपड़ा : फिल्मक्रिश’ 2006 में आई थी. इस फिल्म में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा टेलीविजन के लिए काम करती हैं.

5. लारा दत्ता : अभिनेत्री लारा दत्ता ने साल 2007 में आई अपनी फिल्म पार्टनर’ में एक पत्रकार की भूमिका निभाई थी.

6. सोहा अली खान : 11 जुलाई 2006 को मुम्बई की रेल में हुए बम ब्लास्ट वाले हादसे पर बनाई गई फिल्म मुम्बई मेरी जान’ साल 2008 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में अभिनेत्री सोहा अली खान ने रुपाली जोशी नाम की पत्रकार की भूमिका अदा की थी.

7. दीपल शॉ : साल 2008 में आई फिल्म अ वेडनेसडे’  में अभिनेत्री दीपल शॉ, नैना रॉय के किरदार में यूटीवी जनर्लिस्ट की भूमिका में नजर आई थी.

8. कोंकणा सेन शर्मा : ‘वेकअप सिड’ फिल्म साल 2009 में सिनेमाघरों में आई थी. इस फिल्म में कोंकणा एक लेखक और एक पत्रकार के रूप में नजर आई थी.

9. कंगना रनौत : फिल्म नॉकऑउट’ जो कि साल 2010 में आई थी, अभिनेत्री कंगना ने इण्डिया टीवी की एक रिपोर्टर का किरदार निभाया है.

10. रानी मुखर्जी : अप्रैल1999 में दिल्ली में हुए जेसिका लाल मर्डर केस पर बनी बायोग्राफइकल फिल्म नो वन किल्ड जेसिका’ साल 2011 में आई थी, जिसमें रानी मुखर्जी ने एक पत्रकार की भूमिका अदा की थी.

11. अदिति राव हैदरी : फिल्म रॉकस्टार’ 2011, अदिति ने भी एक पत्रकार का किरदार निभाया था. साल 2012 में आई एक और फिल्म शोभना 7 नाइट्स’ में अभिनेत्री रवीना टंडन ने भी कुछ ऐसी ही भूमिका निभाई थी.

12. अनुष्का शर्मा : साल 2012 में फिल्म जब तक है जान’ और साल 2014 में फिल्म पीके’ में अनुष्का शर्मा ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से एक पत्रकार की भूमिका निभाई थी.

13. अमृता राव : साल 2013 में आई फिल्म सिंह साहब द ग्रेट’ में अम्रता एक जर्नेलिस्ट की भूमिका में हमारे सामने आई थी.

14. करीना कपूर : फिल्म सत्याग्रह’, साल 2013 में करीना कपूर ने बहुत ही कट्टर या सख्त पत्रकार की भूमिका अदा की है.

15. नरगिस फाखरी : साल 2013 में ही अभिनेता जॉन अब्राहम के साथ आई फिल्म मद्रास कैफे’ में एक पत्रकार की भूमिका में नजर आई थी.

साल 2013 में ही आई फिल्म राजधानी एक्सप्रेस’ में अभिनेत्री अचिंत कौर ने भी ऐसा ही भीमिका निभाई थी. इसी साल यानि कि 2017 मे ही 21 अप्रैल को आ रही फिल्म नूर’ में सोनाक्षी सिन्हा भी एक युवा पत्रकार की भूमिका मे नजर आने वाली हैं.

‘नाम शबाना’ का दूसरा ट्रेलर रिलीज

तापसी पन्नू और अक्षय कुमार की फिल्म का दूसरा ट्रेलर भी सामने आ गया है. पहले ट्रेलर की ही तरह इस ट्रेलर में तापसी पन्नू का दमदार रोल में नजर आ रहा है. तापसी एक्शन के मामले में अक्षय को भी पूरी टक्कर देती हुई दिख रही हैं.

बता दें कि ये फिल्म 2015 में आई फिल्म बेबी का प्रीक्वल है. इसमें मनोज वाजपेयी और पृथ्वीराज भी महत्वपूर्ण किरदार में नजर आएंगे. फिल्म ‘बेबी’ में तापसी पन्नू के किरदार को काफी सराहा गया था. इस फिल्म में अक्षय के साथ ही तापसी भी एक्शन करती हुई दिखेंगी.

अक्षय कुमार ने भी फिल्म के बारे में बात करते हुए कहा था कि फिल्म की असली हीरो मैं नहीं बल्कि तापसी ही हैं. तापसी ट्रेलर में जबरदस्त एक्शन करती नजर आ रही हैं. अक्षय कुमार का दमदार अभिनय और एक्शन तो ट्रेलर में जान डालने का काम तो कर ही रहा है.

ट्रेलर में साफ पता चल रहा है कि फिल्म में एक्शन के साथ ही सस्पेंस भी भरपूर देखने को मिलेगा. फिल्म 31 मार्च को रिलीज होगी.

देखें फिल्म का ट्रेलर.

‘बद्री की दुल्हनिया’ ने तोड़े ये 5 रिकॉर्ड

हाल ही में रिलीज हुई बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट और अभिनेता वरुण धवन की फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ इस साल की कामयाब फिल्मों में से एक है. फिल्म ने रिलीज के पहले ही हफ्ते में दुनियाभर में 100 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. इतना ही नहीं फिल्म ने कामयाबी तो हासिल की ही है साथ ही कुछ रिकॉर्ड्स भी तोड़े हैं. जानें वो 5 रिकॉर्ड्स जो फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ ने तोड़े.

वीकेंड पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली साल 2017 की तीसरी सबसे बड़ी फिल्म

फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ साल 2017 की तीसरी ऐसी सबसे बड़ी फिल्म है जिसने वीकेंड पर सबसे ज्यादा कमाई की है. इसने ऋतिक रोशन की फिल्म ‘काबिल’ को पछाड़ते हुए यह जगह हासिल की है. इस साल ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ से ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में अक्षय कुमार की फिल्म ‘जॉली एलएलबी2’ और शाहरुख खान की ‘रईस’ हैं

पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली आलिया-वरुण की पहली फिल्म

आलिया भट्ट और वरुण धवन की साथ में यह तीसरी फिल्म है. तीनों फिल्मों में ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ ने पहले दिन सबसे ज्यादा कमाई की है. इस फिल्म ने रिलीज के पहले दिन 12.25 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि दोनों की साथ में पहली फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ थी जिसकी पहले दिन की कमाई 7.48 करोड़ रुपये थी जबकि दोनों की पिछली फिल्म ‘हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया’ ने पहले दिन 9.02 करोड़ रुपये कमाए थे.

पहले वीकेंड में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली आलिया-वरुण की पहली फिल्म

फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ आलिया भट्ट और वरुण धवन की पहली ऐसी फिल्म है जिसने फिल्म रिलीज के पहले वीकेंड पर सबसे ज्यादा कमाई की है. दोनों की पिछली फिल्म ‘हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया’ की पहले वीकेंड की कमाई 33.74 करोड़ रुपये थी जबकि ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ ने पहले वीकेंड में 43.05 करोड़ रुपये की कमाई की.

सोमवार को सबसे ज्यादा कमाई करने वाली साल 2017 की पहली फिल्म

साल 2017 में शाहरुख खान, अक्षय कुमार और ऋतिक रोशन जैसे बड़े सितारों की फिल्में रिलीज हो चुकी हैं लेकिन आलिया- वरुण की फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ ने सोमवार के दिन सबसे ज्यादा कमाई की है. सोमवार के दिन फिल्म की कमाई 12.08 करोड़ रुपये रही है.

पहले सप्ताह में दुनियाभर में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली वरुण की पहली फिल्म

फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ से पहले ‘ढिशूम’ दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली वरुण धवन की अब तक की पहली फिल्म थी. ‘ढिशूम’ ने 2 मिलियन डॉलर की कमाई की थी. ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ की दुल्हनिया ने ‘ढिशूम’ को पछाड़ते हुए पहले हफ्ते 2.82 मिलियन डॉलर की कमाई कर ली है.

ऑफिस और कॉलेज के लिए लेटेस्ट फैशन ट्रेंड्स

कई बार कॉलेज और ऑफिस की ज़िन्दगी कई वजहों से तनावपूर्ण हो जाती है. ऐसे में आप स्टाइलिश बनने की जगह आरामदायक महसूस करना ज्यादा पसंद करती हैं. आज के समय में तो हर जगह पर पहनकर जाने के लिए लोगों के पास बेहतरीन परिधान होते हैं, इसलिए आपके लिए भी नया फैशन अपनाना आवश्यक सा हो जाता है.

आज हम कॉलेज जाने वाली लड़कियों और साथ ही ऑफिस जाने वाली महिलाओं के लिए कपड़े पहनने के कुछ नुस्खे लेकर आए हैं.

आरामदायक कपड़े पहनें : आप भी शायद उन लोगों में से एक हो सकती हैं जो फैशन के लिए आराम का त्याग करने से भी पीछे नहीं हटती और ऐसा भी हो न क्यों, एक ही तरह के कपड़े पहनना काफी मुश्किलों भरा होता है. लेकिन ऐसे भी कई दिन आते हैं जब आरामदायक कपड़े पहनने की बहुत आवश्यकता होती है. आपको ये सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आपके पास ऐसे कपड़े उपलब्ध हों जो आरामदायक हों.

नवयुवतियों को अक्सर बेहतरीन टी शर्ट और मार्डन परिधान पहनकर कॉलेज जाना ही अच्छा लगता है, तो आप आरामदायक जीन्स तथा स्वेटशर्ट का प्रयोग करें. इसके अलावा सोते समय भी आरामदायक कपड़े ही पहनें जिससे कि अगर आप घर से बाहर रह रहे हैं तो आपको अपने रूममेट के सामने शर्मिन्दा ना होना पड़े.

कॉलेज या ऑफिस जाने वाले लोगों के बीच कुर्ती काफी ज्यादी प्रचलित है. आप इन्हें रंग बिरंगी लेगिंग्स तथा थोड़े से सही आभूषणों के साथ पहन सकती हैं.

चलने के लिए आरामदायक जूते : अगर आप वाकई अच्छा महसूस करना चाहती हैं तो यह बहुत जरूरी है कि प्लेटफार्म शूज पहनें. एक बात ध्यान रखें ऊँचे हील पहनकर कभी बाहर ना जाएं. ऑफिस जाने के लिए फॉर्मल या साधारण जूतों का ही उपयोग करें. अगर आपको अलग-अलग जूतों का शौक है तो बहुत ज्यादा फैशन वाले जूतों को छुट्टियों के दिन के लिए बचाकर रखें.

ऐसे कपड़े पहनें जिनको ज्यादा देखभाल की आवश्यकता न हो : ऑफिस में समय काफी कीमती होता है. अगर कपड़े को हाथ से धोने की ज़रूरत पड़े तो ऐसे कपड़े ना पहनें. कपड़ों के प्रकार के अनुसार उनकी देखभाल करें और उसके हिसाब से ही इनका इस्लेमाल करें, क्योंकि अच्छे से इनकी धुलाई ना करने पर ये खराब भी हो सकते हैं.

मौसम के अनुसार कपड़ों का चयन : इस बात का ध्यान रखें कि आपको ऑफिस या कॉलेज के में काफी समय बिताना होता है, अतः अपने शहर के मौसम के हिसाब से ही परिधानों का चयन करें. अगर भारी ठण्ड के मौसम में सिर्फ किसी को प्रभावित करने के लिए आप स्टाइलिश बनकर ऑफिस या कॉलेज में जाती हैं, तो ये बेवकूफी होगी.

हफ्ते के अंत में पहनने वाले कपड़े : सारी महिलाओं के पास छोटा ही सही पर खूबसूरत कपड़ों का संग्रह होता है, आप इन्हें हफ्ते के आखिर में पहनें. अगर आप खुद को सुन्दर दिखाना चाहती हैं तो हफ्ते के आखिर में पहनने के लिए अनूठे कपड़ों का चयन करें.

कम कपड़ों वाली ड्रेस पहनकर ऑफिस, कॉलेज ना जाएं : भले ही आपका ऐसा रूप कॉलेज में पढ़ने वाले लड़कों या ऑफिस में आपके सह-कर्मियों को अच्छा लगे, पर इस तरह के कपड़े पहनकर कभी भी न जाएं. आसान व साधारण भाव से पहने हुए पूर्ण रूप से पेशेवर परिधान में आप काफी सुन्दर लगेंगी.

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