Holi 2024: इन बातों का रखें ख्याल, होली होगी और भी मजेदार

होली उमंग, उल्लास, उधम-कूद, भाग दौड़ का त्योहार है. मस्ती के इस मौके पर हमारी एक छोटी सी लापरवाही से किसी का बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसे में हम आपको कुछ खास बाते बताने वाले हैं, जिनको ध्यान में रख कर आप बेहतर ढंग से होली का लुत्फ उठा सकती हैं.

शुगर पर रखें काबू

इस बात का ख्याल रखना खासा जरूरी है. खास कर के जो लोग शुगर के मरीज हैं. त्योहारों में तेल और शक्कर से बने हुए पकवानो की भरमार होती है. डायबिटीज के मरीजों के लिए तेल और चीनी, दोनों ही नुकसानदायक होते हैं. मौज मस्ती में इन पकवानो का अधिक सेवन बाद में आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. इस लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान पर अत्धिक ध्यान रखें और संयामित हो कर कुछ भी खाएं.

आंखों का रखें ख्याल

होली में खेले जाने वाले रंग रसायन से मिल कर बने होते हैं. अगर ये आंख में चले जाएं तो तेज जलन और कौर्निया को नुकसान पहुंचा सकते हैं. जो लोग लेंस लगात हैं, वो रंग खेलते वक्त अपने लेंस उतार लें. ऐसा ना करना उनकी आंखों के लिए खतरनाक हो सकता है.

दिल का रखें ध्यान

दिल की बीमारी झेल रहे लोगों को मिठाइयों, तेल के पकवानो से दूरी बनानी चाहिए. होली पर बनने वाले पकवान उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं. भारी खानपान से बेहतर कुछ हल्का फुल्का खाएं. त्योहार के उत्साह में कुछ भी ऐसा ना करें जिससे दिल पर जोर पड़े या धड़कन तेज हो जाए. अपनी दवाइयों को लेना ना भूलें.

किसी के नाक में ना जाए रंग

होली खेलते हुए हमें इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि रंग किसी की नाक में ना जाए. ये रंग आर्टिफीशियल होते हैं और तरह तरह के रसायनो से बने होते हैं. ऐसे में अगर रंग नाक में जाएगा तो गंभीर परेशानियां हो सकती हैं.

Holi 2024: होली में अपने घर को सजाएं ऐसे

दोस्तों बहुत सारी जगहें ऐसी होती है जैसे कि होटल है या कोई भी स्टोर या स्पा वगैरह जहां पर हम भले ही एक ही बार जाते हैं पर हमेशा के लिए हमारे माइंड में उसकी मेमोरी रजिस्टर हो जाती है. जैसे कि हम किसी होटल में गए तो हमें लगा की वाह क्या होटल था, क्या रूम था, क्या आर्गेनाईजेशन था.

इसका क्या कारण है? दोस्तों इसका कारण है वहां का वातावरण, वहां का औरा या ऑर्गेनाइजेशन या फिर स्टाइलिंग जिसकी वजह से वो जगह हमें हमेशा के लिए याद रह जाती है. तो हम अपने घर में ऐसा क्या करें कि हमारा घर भी इन्ही जगहों की तरह स्टाइलिश और मेन्टेन रहे.

दोस्तों हम अपने घर को हर त्यौहार के हिसाब से सजा सकते हैं. जरूरी नहीं है कि जब त्यौहार हो तभी हम घर सजाएं लेकिन हां कुछ स्पेशल करना है तो ऐसा करना कोई बड़ी बात नहीं है .

होली रंगों का त्योहार है और शायद प्यार और दोस्ती के बंधन को मजबूत करने का सबसे अच्छा समय है. यह आपके घर को सजाने का सबसे अच्छा समय है.

दोस्तों होली का त्यौहार बस आने ही वाला है  इसलिए आपने होली पार्टी के लिए सबसे अच्छा मेजबान बनने की तैयारी शुरू कर दी होगी, चाहे वह स्वादिष्ट भोजन हो या आकर्षक और रंगीन आउटडोर सजावट. आप कुछ अनूठा करके पार्टी को यादगार बनाने के इच्छुक होंगे. होली और दिवाली जैसे त्योहारों के लिए, अपने घर को सजाना एक बहुत ही दिलचस्प काम है. आपको केवल त्योहार को ध्यान में रखते हुए सजावट की वस्तुओं का चयन करना होगा. उदाहरण के लिए, दिवाली रोशनी का त्यौहार  है इसलिए हम अपने घर को सजाने के लिए मोमबत्तियां, दीये, रोशनी आदि खरीदते हैं .वैसे ही होली  रंगों का त्यौहार  है, इसलिए जब आप अपने घर को सजाने जा रहे हैं, तो अपने घर की सजावट के लिए रंगों के चयन पर विशेष ध्यान दें.

दोस्तों आइये जानते है की होली के इस रंगीन त्यौहार को और भी आकर्षक और रचनात्मक सजावट के साथ ज्यादा रंगीन और विशेष बनाने के लिए हम अपने घर को कैसे सजाएं-

अपने मास्टर बेडरूम की सजावट

एक थकान भरे दिन के बाद जिंदगी की भागदौड़ से राहत हमें अपने बेडरूम में ही मिलती है यह वह जगह है जहां हम सपनों में डूब जाते हैं और हर दिन एक नई शुरुआत करते है. अपने बेडरूम को एक नया बदलाव देने के बिना घर की सजावट अधूरी मानी जाती है .

आप अपने रूम के हिसाब से किसी प्रिंट फैमिली का एक बेडशीट का  सेट खरीद सकते हैं, आप चाहे तो आप कलरफुल बेडशीट भी यूज कर सकते हैं कलरफुल पिलो कवर के साथ . इससे आपके लिए डेकोरेशन काफी आसान हो जाएगा. आप जितने चाहे उतने पिलोज और cushion  यूज़ करके अपने लिए एक आरामदायक जगह बना सकते हैं .

अब बात करें आपके रूम के wall की तो आप अपनी वॉल के कलर के हिसाब से पिक्चर फ्रेम यूज कर सकते हैं. हर बार वॉल पेंट यूज़ करना जरूरी नहीं है आप चाहे तो सर्कुलर मिरर भी यूज करके एक नया लुक क्रिएट कर सकते हैं. मिरर से डेकोरेट करना ट्रेंड में भी है. इससे आपकी वॉल को सही हाईलाइट मिलेगी. अब इस पूरे लुक को कंप्लीट करने के लिए हम बेड साइड टेबल को छोटे प्लांट्स और बुक से डेकोरेट करेंगे. आप चाहे तो अपने बोरिंग कर्टन हटा करके कलरफुल कर्टन भी यूज कर सकते हैं. ये होली में आपके रूम को vibrant लुक देगा.

बाथरूम

अपने बाथरूम में रखे बोरिंग तौलिये को रंगीन तौलिये में  बदल दें. खुशबूदार साबुन की छोटी छोटी बॉल्स कई रंगों  में आती हैं उन्हें बाथरूम के काउंटरटॉप पर आकर्षक रूप से सजा दें . होली सजावट के साथ मैच करने के लिए बाथरूम की खिड़की में रंगीन ताजे फूलों की फूलदान भी रखें.

लिविंग रूम

अपने लिविंग रूम को एक vibrant  मेकओवर देने से आपको होली के त्योहार के लिए सही माहौल बनाने में मदद मिल सकती है. यदि आप कोई स्थायी परिवर्तन नहीं करना चाहते हैं, तो आप अपने घर को आकर्षक  लुक देने के लिए लिविंग एरिया में रंगीन curtain का इस्तेमाल कर सकते हैं और साथ ही साथ आप अपने लिविंग एरिया के लिए मिरर वर्क कुशन खरीद सकते हैं क्योंकि यह फेस्टिव लुक देगा .अपनी सेंटर टेबल ताजे फूलों के गुलदस्ते से सजाना न भूलें.

अपनी सेंटर टेबल को सजाने के लिए

आप फूलों की पंखुड़ियों के साथ कुछ नए और रंगीन क्रिस्टल बाउल भी use  कर सकते  हैं. आप अपने लिविंग रूम की दीवार को आधुनिक रंग के फुल हैंड पेंटिंग और आर्ट वर्क से भी सजा  सकते हैं.

एक चीज़ याद रहिये की फर्श  घर का मुख्य हिस्सा है. यह रंगों का त्यौहार है इसलिए आप अपने घर के लिए एक विशेष रंग की हस्तनिर्मित आधुनिक कालीन खरीद सकते हैं. ये कालीन  खास तौर पर होली की थीम पर तैयार किए जाते हैं .

और एक चीज़ त्योहारों में रंगोली का बहुत महत्व होता है . इसलिए अपने सामने के दरवाजे में रंगों से सुंदर रंगोली बनाकर अपने प्रवेश द्वार को सजाएं. आप अपने घर में उत्सव के आकर्षण को जोड़ने के लिए एक फूलों की रंगोली जोड़ सकते हैं.

किचन

अपने पूरे घर को डेकोरेट करते समय अपने किचन को मिस न करें. ये घर का सबसे प्रमुख हिस्सा होता है. आप अपने किचन के प्रवेश द्वार पर एक आकर्षक रंगोली बना सकते हैं . आप होली सजावट को पूरा करने के लिए रसोई की छत के केंद्र में एक कलरफुल लालटेन  भी लटका सकते हैं.और आप चाहे तो फूलों की छोटी छोटी झालरें भी किचन के प्रवेशद्वार पर लटका सकते है.

सुनिश्चित करें कि आप घर के अंदर होली न खेलें. घर के अंदर होली खेलने से आपके सामान, जैसे फर्नीचर, सोफा और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को नुकसान हो सकता है.तो अपने मेहमान को आमंत्रित करने के लिए अपने घर को सजाएँ जरूर पर हो सके तो अपनी छत या लॉन में होली खेलें.

जाहिर है कि कोई घर के अंदर होली नहीं खेलेगा, इसलिए यहां बाहरी व्यवस्था बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है-

लॉन और छत

होली एक बाहरी त्यौहार है जिसे आमतौर पर लॉन, आँगन, बालकनियों और छतों में मनाया जाता है. होली खेलने के लिए इन स्थानों को तैयार करें. फूल इन स्थानों को सजाने का सबसे अच्छा तरीका है. अपनी रेलिंग को रंगीन  फूलों की माला से सजाएं. त्योहार के आनंद को बढाने  के लिए एक फूलों की रंगोली के साथ अपने छत या लॉन को सजाएं. हैं.

पानी से भरे रंगीन गुब्बारे होली खेलने के लिए लगभग सभी को पसंद होते हैं. तो क्यों न इन्हें अपने पार्टी स्पेस को सजाने में इस्तेमाल किया जाए. गुब्बारों के गुलदस्ते बनाकर  उन्हें विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग तरीकों से बांध दे चाहे वो छत का प्रवेश द्वार हो या लॉन का .

Holi 2024: मीठी परी- सिम्मी और ऐनी में से किसे पवन ने अपनाया

romantic story in hindi

Holi 2024: शुगर के हैं मरीज, तो त्योहार में इन तरीकों से रखें अपना ख्याल

डायबिटीज़/ मधुमेह क्या है……?

डायबिटीज़ मेलिटस टाईप 1 या टाईप 2 प्रकार का होता है. इस बीमारी में शरीर में ब्लड ग्लुकोज़ की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसा इंसुलिन का उत्पादन कम होने या शरीर में इसका सही उपयोग न होने के कारण होता है. अगर डायबिटीज़ का ठीक से नियन्त्रण न किया जाए इसके गंभीर प्रभाव हो सकते हैं. यह जानलेवा दिल की बीमारियों, किडनी रोगों, आंखों की समस्याओं और तंत्रिकाओं की समस्याओं का कारण तक बन सकता है. लेकिन इसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं कि आप त्योहार का आनंद न लें आप डायबिटीज़ के साथ भी त्योहारों का पूरा आनंद ले सकते हैं. इसके लिए आपको सिर्फ अपने डायबिटीज़ पर नियन्त्रण रखना है.

डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए होली के दौरान सुझावः

यहां हम कुछ सुझाव लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आप होली का पूरा आनंद ले सकते हैं.

1. खूब पानी पीएं/ हाइड्रेटेड रहें

त्योहार के दौरान खूब सारा पानी पीएं, इससे न केवल आपका पेट साफ रहता है बल्कि आप हमेशा फुल महसूस करते हैं और आपको ऐसा खाना खाने की इच्छा नहीं करती, जो आपके लिए सेहतमंद नहीं है. जहां तक हो सके, चाय, काॅफी, शराब या कार्बोनेटेड पेय के बजाए नींबू पानी, नारियल पानी, लस्सी का सेवन करें.

2. अपनी प्लेट पर नियंत्रण रखें

त्योहारों में सब जगह मीठा ही मीठा दिखाई देता है, एक बीकाजी गुजिया में 174 कैलोरी और एक पूरन पोली में 291 कैलोरी होती हैं. इसलिए अच्छा होगा आप अपने खाने पर ध्यान दें. आजकल कई ब्राण्डस चीनी रहित भारतीय मिठाईयां भी बनाते हैं. आप इन मिठाईयों का सेवन कर सकते हैं. मीठा खाते समय इसकी मात्रा पर खास ध्यान दें, कम से कम मात्रा में ही मिठाई खाएं. ध्यान रखें कि आप क्या और कितनी मात्रा में खा रहे हैं.

3. सेहतमंद स्नैक्स खाएं

खाने के बीच स्नैक्स खाने का मन करे तो मूंगफली क बजाए बादाम, अखरोट, पिस्ता खाएं. तले हुए समोसे- कचोरी से बचें. प्रोटीन युक्त आहार जैसे दाल, पनीर तथा फाइबर युक्त आहार जैसे सलाद, फलों का सेवन करें. इससे आपको मिठाई खाने की इच्छा कम होगी.

4. व्यायाम करना न भूलें

सैर, जौगिंग, सूर्य नमस्कार जैसे व्यायाम करें, इनसे ब्लड शुगर नियन्त्रित बनी रहती है. आउटडोर गतिविधियां करें और त्योहार का भरपूर आनंद लें. डांस करना भी बहुत अच्छा व्यायाम है.

5. ब्लड ग्लुकोज़ को मौनिटर करें

नियमित रूप से अपनी ब्लड शुगर जांचते रहें, साथ ही अपनी दवा लेना भी न भूलें. होली के दौरान आप रोज़मर्रा से अलग खाना खाते हैं, इसलिए ब्लड शुगर पर निगरानी रखना ज़रूरी है. हाई एवं लो ब्लड शुगर के लक्षणों को पहचानों. अगर आप इंसुलिन लेते हैं तो अपने कार्बोहाइड्रेट सेवन के आधार पर इंसुलिन की खुराक एडजस्ट करें.

6. धीरे-धीरे खाएं

धीरे धीरे खाने से आपका पेट जल्दी भरता है और आप ज़्यादा कैलोरीज़ से अपने आप को बचा पाते हैं.

हम त्योहार मनाते हैं उन्हें यादगार बनाने के लिए. इसलिए अपनी सीमाओं को पहचानें, अपनी सहत का ख्याल रखें और त्योहारों का भरपूर लुत्फ़ उठाएं.

Holi 2024: होली की मस्ती में चलाए फैशनेबल टी-शर्ट का जादू

भारतीय फैशन इंडस्ट्री में नित नए बदलाव देखने को मिल रहे है. अब लोग होली के मौके पर रंग खेलने के लिए पुराने कपड़े जैसे कुर्ता, टी-शर्ट और साड़ी नही पहनते बल्कि अब लोग ज्यादा फैशनेबल हो गए है, उन्हें हर मौके पर कुछ खास पहनना है. ऐसे में लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए मार्केट में कस्टमाइज्ड होली मैजिक टी-शर्ट का है चलन खूब है. इस टी-शर्ट को पहन कर आप अपनी होली को खास बना सकते है.

कस्टमाइज्ड टी-शर्ट

इस बार होली के मौके पर दिखना चाहते हैं कुछ खास तो आप कस्टमाइज्ड टी-शर्ट पहन कर अलग लुक अपना सकते है. व्हाइट कलर की टी-शर्ट पर अपने नाम के साथ ‘हैप्पी होली’ लिखवा कर पहन सकते हैं इसके अलावा इस व्हाइट  टी-शर्ट पर आप कलरफुल रंग छोड़ती पिचकारी भी बनवा सकते हैं.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Holi Tshirts (@holi_tshirts)

होली मैजिक टी-शर्ट

अगर आप  इस बार होली के मौके पर और खास दिखना है तो आप होली मैजिक टी-शर्ट ट्राय  कर सकते है. इस टी-शर्ट की खास बात यह है कि इस  पर पानी पड़ते ही रंग निकलने लगेंगे. ये बात सामने वाले के लिए किसी जादू से कम नही होगी लेकिन थोड़ी सरप्राइजिंग जरूर होगी. इस टी-शर्ट को पहन कर अब आप होली सादे पानी से खेल सकते हैं. आपको और रंग की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और आप केमिकल वाले रंगों से भी बच सकते हैं.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Holi Tshirts (@holi_tshirts)

बजट के अनुसार कीमत

होली टी-शर्ट की कीमत आपके बजट से ज्यादा नहीं है. एक टी-शर्ट आपको 300 रुपये में मिल जाएगी. अगर आप एक साथ कई टी-शर्ट लेंगे तो इसके लिए एडिशनल डिस्काउंट मिल सकता है.आप ग्रुप टी-शर्ट भी बनवा सकते है. इसे आप अपने मन मुताबिक बनवा कर पहन सकते है और कलर के पैसे भी बचा सकते है और केवल पानी के साथ होली का मजा ले सकते हैं.

रेगुलर यूज के लिए है खास

होली टी-शर्ट  सिर्फ होली खेलने के लिए ही नही है इसे आप साफ कर रेगुलर यूज में भी पहन सकते हैं क्योंकि इसका फ्रैब्रिक भी सही है. इस लिए इस बार होली को बनाएं फैशनेबल और बजट फ्रेंडली.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Holi Tshirts (@holi_tshirts)

होली का खास तोहफा

इसके अलावा अगर आप घर के लोगों या अपने दोस्तों को इस होली पर कोई तोहफा देना चाहते तो आप भी ऑर्डर कर सकते हैं. ये टी- शर्ट उन सब के बहुत खास होगी इसे पहन कर होली की मस्ती में अलग ही  रंग जमा सकते हैं और इस होली को यादगार बना सकते हैं.

Holi 2024: रंगों से अपने बालों को रखना चाहते हैं सुरक्षित, तो इन टिप्स को करें फॉलो

रंगों का त्योहार होली बिल्कुल करीब है. इस बसंती त्योहार में आप सभी लोग अपने कपड़ों, बालों, त्वचा और रंगरूप की परवाह किए बिना ही रंगों से रंग जाना पसंद करते हैं. आप भी कहीं न कहीं ये बात जानते हैं कि रंगों से आपके बालों को काफी नुकसान होता है और ऐसे में आपको काफी सावधान रहने की जरूरत भी होती है.

इस समस्या से निपटने के लिए आज हम आपके लिए कुछ सुझाव लेकर आए हैं. तो इस होली बिना किसी चीज की परवाह किए खेलें अपने मनपसंद रंगों से.

1. होली खेलने के 15 मिनट पहले आप अपने बालों पर तेल से मालिश कर लें. इसके लिए आप नारियल का तेल, जैतून, सरसों या किसी भी अन्य तेल का चयन कर सकते हैं. तेल लगाते वक्त ये बात ध्यान रखना चाहिए कि तेल गर्म न हो क्योंकि इससे बाद में आपके बालों को नुकसान हो सकता है.

2. एक बहुत महत्वपूर्ण बात को हमेशा ध्यान में रखें कि होली खेलने के दौरान बालों को कभी खुला न छोड़ें. आप शायद ये बात नहीं जानते होंगे कि आपके खुले बाल ज्यादा रंग सोखते हैं, जिससे सिर पर रंगों का बहुत अधिक मात्रा में जमाव हो जाता है. आप ये कर सकते हैं कि होली खेलने के दौरान बालों को टोपी या स्कार्फ से पूरी तरह अच्छे से ढंक लें.

3. होली खेलते समय टोपी के नीचे प्लास्टिक शॉवर कैप पहनने से बालों की सुरक्षा दोगुनी हो जाती है.

4. अगर आपने सूखे रंगों से होली खेली हो तब होली खेलने के बाद बालों को अच्छी तरह से ब्रश कर लें. केवल ब्रश करने से ही सिर पर जमे रंगों को हटाने में काफी मदद मिलती है.

5. अगर आपने गीले रंगों का प्रयोग कर होली का लुफ्त उठाया है तो सबसे पहले सादे पानी से अपने बालों को अच्छी तरह धो लीजिए, इसके बाद शैम्पू लगा के फिर बाद में बालों को में एक बार फिर साफ पानी से धोएं.

6. होली के कारण आपके बालों पर जमे रंगों को आप जल्दी निकालने की चाहत में शैम्पू को अपने बालों पर बार-बार रगड़ते हैं तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए. बालों पर जमा रंग साफ होने में कुछ समय तो लगता ही है.

7. आप होली के रंगों को अपने बालों से हटाने के लिए बेबी शैम्पू या प्राकृतिक शैम्पू का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

8. होली के रंगों से सने बालों को गर्म पानी से धोने की गलती न करें, इससे आपके बाल बहुत खराब हो सकते हैं. गर्म पानी बालों को रूखा बना देता है.

9. होली में रंग खेलने के बाद, जब आप अपने बाल धों ले तो उसके बाद अपने बालों को ब्लो-ड्राई अर्थात हवा से बाल न सुखाएं. इसकी जगह साधारण तरीके से उन्हें सूखने दें.

10. आआप होली के बाद अपने बालों को स्पा ट्रीटमेंट भी दे सकते हैं और ये बात भी याद रखें कि होली में रंगों से खेलने के दो सप्ताह बाद तक बालों को कलर न करें.

Holi 2024: होली पर बनाएं राजस्थानी मालपुआ

आज इस भागती दौड़ती जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि कभी हर घर बनने वाला मालपुआ को भी अब खरीदकर खाने लगे हैं. लेकिन मालपुआ का असल स्वाद चखना है तो घर के बने मालपुए खाएं. क्या आप जानती हैं कि होली के प्रसिद्ध व्यंजनों में से एक है मालपुआ. और होली भी आने वाला ही है तो इस होली आप बनाएं राजस्थानी मालपुआ.

सामग्री

मैदा – 1 कप

मावा या खोया – 1/2 कप

बेकिंग सोडा – 1

चीनी – 1/2 कप

सौंफ पाउडर – 1/2 चम्मच

इलायची पाउडर – 1/2

घी – आवश्यकता अनुसार

विधि

एक बर्तन में मैदा, इलायची पाउडर, सौंफ पाउडर डाल कर मिलायें. उसके बाद इस मिश्रण में खोया डालें और मिलायें. अब थोड़ा थोड़ा पानी डाल कर गुठ्लिया खत्म होने तक अच्छे तरह फेट लें और गाढा और चिकना घोल तैयार कर लें.

चीनी में 1/4 कप पानी डाल कर उबालने रखें. अब एक तार की चाशनी बनने के बाद 1/4 टी स्पून इलायची डाल कर मिलायें. अब गैस बंद कर दें.

अब कढाई में घी डालें और गर्म होने तक इंतजार करें. मैदा मिश्रण में बेकिंग सोडा डाल कर मिलायें. अब चमचे में घोल भर कर कढाई में गोल गोल फैलाएं. धीमी आंच पर दोनों तरफ हल्का ब्राउन होने तक तल कर निकाल कर चाशनी में डाल दें. इसी तरह सारे मालपुआ बना लें. मालपुआ बन कर तैयार है.

Holi 2024: रंगों से अपनी स्किन को बचाएं ऐसे

गुझिया , पिचकारियाँ, गुलाल, ठण्डाई और हँसी यही होली का प्रतीक है और  मार्च का महीना अपने साथ लेकर आता है होली के रंगों की धूम. यह वर्ष का वह समय होता है जिसका शायद हम सभी को बेशब्री से  इंतज़ार होता है और  जब हम रंगों से सराबोर हो जाते हैं.जबकि कुछ लोग ऐसे भी है जो इन रंगों से दूर भागते है कारण है स्किन खराब होने का डर .लेकिन इस दिन इन रंगों से कोई बच नहीं पाता .

अफसोस की बात है कि अब गुलाल का उपयोग होली खेलने के दौरान बहुत कम हो गया है. बाजारों में केमिकल रंग,हर्बल रंगों से कीमतों में ज्यादा सस्ते  होते है और अधिकतर लोग इसी कारण हर्बल रंगों का चयन न करके केमिकल रंगों का चयन करते हैं जो वाकई में बहुत ज्यादा हानिकारक साबित हो सकते हैं.

अब अक्सर लोग ब्राइट और केमिकल रंगों का प्रयोग करते हैं और विशेषज्ञों के अनुसार ये रंग अक्सर  गंभीर स्किन संक्रमण, आंखों में problem  और यहां तक कि बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं.

जाने-माने स्किन विशेषज्ञ और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ शेफाली तृसी नेरुरकर कहती हैं, ” होली के दौरान सिंथेटिक रंगों के इस्तेमाल से अक्सर स्किन में जलन, डर्माटाइटिस और स्किन rashes जैसी बहुत सी परेशानी हो  सकती है. कुछ मामलों में जलन इतनी गंभीर होती है कि यह बहुत ज्यादा परेशानी का सबब बन जाती है. “

अगर आप डरते हैं कि ये रंग आपकी स्किन और बालों को नुकसान पहुंचाएंगे तो इस होली अपनी स्किन और बालों की चिंता करना भूल जाएं और रंगों के त्योहार का आनंद लें क्योंकि हम आपके लिए लाए हैं बेहतरीन ब्यूटी टिप्स.चलिए जानते है की इस होली हम अपने स्किन और बालों की देखभाल कैसे करें-

1. sunscreens का use करें

होली हमेशा खुले में खेली जाती है . सूरज की रोशनी शरीर पर लगे रंगों को पक्का कर देती है, जिसकी वजह से उन्हें निकालना मुश्किल हो जाता है.इसलिए  होली खेलने से पहले 20 से 25 spf वाला सनस्क्रीन जरूर लगाएं. यह आपकी स्किन को टैनिंग से बचाएगा  और इसके अलावा धूप में होली खेलने से आप की रंगत बेकार भी नहीं होगी. बाद में जब आप अपनी स्किन  से होली का रंग छुड़ाएंगे तब  वह बड़ी आसानी से आपकी स्किन से निकल जाएंगे.

2. अपनी स्किन और बालों पर तेल लगाएं

ओइलिंग  केवल आपके बालों तक सीमित नहीं होनी चाहिए. आपको अपनी स्किन को भी केमिकल रंगों  से बचाना होगा. इसके लिए ये सुनिश्चित करें की आप अपने बालों में अच्छे से जैतून का तेल लगायें. आप चाहे तो अपना कोई भी पसंदीदा तेल लगा सकते है. अपने बालों के साथ साथ अपने शरीर पर भी नारियल या जैतून के तेल की अच्छे से मालिश कर लें . ये तेल आपकी स्किन और रंगों के बीच एक सुरक्षात्मक परत के रूप में काम करेगा और आपकी स्किन को रंगों से प्रभावित होने से बचाएगा. इसके अलावा होली के बाद रंगों से छुटकारा पाना आपके लिए आसान होगा.

3. अपने नाखूनों को नेल पेंट से कोट करें

इस सीजन  आपका  अपने हाथों को मॉइस्चराइज़ करना पर्याप्त नहीं है,यह  बहुत संभव है कि रंगों से खेलते समय होली के रंग आपके नाखूनों को नुकसान पहुंचा सकते है और उन्हें रूखा और बेजान बना सकते हैं. अक्सर हम देखते हैं कि होली के चार-पांच दिनों बाद तक हमारे नाखूनों पर होली का रंग  चढ़ा रहता है, जो देखने में काफी भद्दा नजर आता है. अगर आप नहीं चाहते कि आपके नाखूनों की रंगत जाए और उस पर होली का रंग चढ़े तो अपने नाखूनों पर नेल पॉलिश का एक मोटा कोट लगाएं. डार्क शेड का विकल्प आपके नाखूनों को दागदार होने से बचाएगा. इससे आपके नाखूनों की रंगत ऐसी ही बनी रहेगी जैसे पहले थी. होली खेलने के बाद में  नेल पॉलिश को नेल रिमूवर से निकाल दें. आप देखेंगे कि आपके नाखूनों पर होली का रंग नहीं चढ़ा है.

एक बात और किसी भी रंग को उंगलियों के बीच फंसने से रोकने के लिए उंगलियों पर पेट्रोलियम जेली जरूर लगायें.

4. waterproof मेकअप करें

अपने चेहरे और गर्दन को रंगों से सुरक्षित रखने के लिए आप अपनी स्किन के हिसाब से कोई भी waterproof फाउंडेशन use कर सकते है. आप अपनी आँखों के लिए कोई भी ब्राइट कलर का waterproof eyeshadow use कर सकते है. आप चाहे तो अपने होठो  पर कोई भी ब्राइट कलर की longlasting लिपस्टिक लगा सकते हैं.  इससे रंग आपकी स्किन के डायरेक्ट कांटेक्ट में नहीं आ पाएंगे और आपकी स्किन रंगों से सुरक्षित भी रहेगी.

5. अपने बालों की देखभाल करें

होली में अपने बालों को पानी के रंगों से दूर रखना लगभग नामुमकिन है.इसलिए होली खेलने से पहले अपने बालों में या तो कंडीशनर लगा ले या तो कोई सिरम . यदि आपके बाल छोटे हैं, तो हेयर जेल लगाएं. इस कोशिश से आप अपने बालों को खतरनाक केमिकल से बचा सकते हैं .

अपने बालों को बचाने का सबसे अच्छा तरीका यह भी  है कि आप इसे स्कार्फ से  पूरी तरह से कवर करें. इन तरीकों को अपनाने से रंग खेलने के बाद बाल धोते वक्त बालों पर लगा रंग आसानी से बाहर निकल जाता है.

6. हमेशा हाइड्रेटेड रहें

यह होली खेलने और इसके रंगों के दुष्प्रभावों को रोकने के लिए यह एक बहुत प्रभावी तरीका है. हम होली खेलते समय पूरा वक़्त घर से बाहर रहते है और इस कारण अक्सर हम पानी पीना भूल जाते हैं और परिणामस्वरूप हमारे   शरीर में  पानी की कमी हो जाती  है .इससे खराब टैन होने की अधिक संभावनाएं होती हैं और आपका ऊर्जा स्तर भी नीचे गिर सकता है. चलिए हम-सब मिलकर इस होली को सही मायने में ‘Happy Holi ‘ बनाये.

Holi Special: जरूरी सबक- हवस में अंधे हो कर जब लांघी रिश्तों की मर्यादा

हा को अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था. दरवाजे की झिर्री से आंख सटा कर उस ने ध्यान से देखा तो जेठजी को अपनी ओर देखते उस के होश फाख्ता हो गए. अगले ही पल उस ने थोड़ी सी ओट ले कर दरवाजे को झटके से बंद किया, मगर थोड़ी देर बाद ही चर्ररर…की आवाज के साथ चरमराते दरवाजे की झिर्री फिर जस की तस हो गई. तनिक ओट में जल्दी से कपड़े पहन नेहा बाथरूम से बाहर निकली. सामने वाले कमरे में जेठजी जा चुके थे. नेहा का पूरा शरीर थर्रा रहा था. क्या उस ने जो देखा वह सच है. क्या जेठजी इतने निर्लज्ज भी हो सकते हैं. अपने छोटे भाई की पत्नी को नहाते हुए देखना, छि, उन्होंने तो मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ लीं…नेहा सोचती जा रही थी.

कितनी बार उस ने मयंक से इस दरवाजे को ठीक करवाने के लिए कहा था, लेकिन हर बार बात आई गई हो गई थी. एक तो पुराना दरवाजा, उस पर टूटी हुई कुंडी, बारबार कस कर लगाने के बाद भी अपनेआप खुल जाया करती थी. उस ने कभी सोचा भी नहीं था कि उस झिर्री से उसे कोई इस तरह देखने का यत्न कर सकता है. पहले भी जेठजी की कुछ हरकतें उसे नागवार लगती थीं, जैसे पैर छूने पर आशीर्वाद देने के बहाने अजीब तरह से उस की पीठ पर हाथ फिराना, बेशर्मों की तरह कई बार उस के सामने पैंट पहनते हुए उस की जिप लगाना, डेढ़ साल के नन्हें भतीजे को उस की गोद से लेते समय उस के हाथों को जबरन छूना और उसे अजीब सी निगाहों से देखना आदि.

नईनई शादी की सकुचाइट में वह मयंक को भी कुछ नहीं बता पाती. कई बार उसे खुद पर संशय होता कि क्या उस का शक सही है या फिर यह सब सिर्फ वहम है. जल्दबाजी में कोई निर्णय कर वह किसी गलत नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहती थी, क्योंकि यह एक बहुत ही करीबी रिश्ते पर प्रश्नचिह्न खड़ा करने जैसा था. लेकिन आज की घटना ने उसे फिर से सोचने पर विवश कर दिया.

घर के आंगन से सटा एक कोने में बना यह कमरा यों तो अनाज की कोठी, भारी संदूक व पुराने कूलर आदि रखने के काम आता था, परंतु रेलवे में पदस्थ सरकारी कर्मचारी उस के जेठ अपनी नाइट ड्यूटी के बाद शांति से सोने के लिए अकसर उक्त कमरे का इस्तेमाल किया करते थे. हालांकि घर में 4-5 कमरे और थे, लेकिन जेठजी इसी कमरे में पड़े एक पुराने दीवान पर बिस्तर लगा कर जबतब सो जाया करते थे. इस कमरे से आंगन में बने बाथरूम का दरवाजा स्पष्ट दिखाई देता था. आज सुबह भी ड्यूटी से आए जेठजी इसी कमरे में सो गए थे. उन की बदनीयती से अनभिज्ञ नेहा सुबह के सभी कामों को निबटा कर बाथरूम में नहाने चली आई थी. नेहा के मन में भारी उथलपुथल मची थी, क्या इस बात की जानकारी उसे मयंक को देना चाहिए या अपनी जेठानी माला से इस बाबत चर्चा कर देखना चाहिए. लेकिन अगर किसी ने उस की बात पर विश्वास नहीं किया तो…मयंक तो अपने बड़े भाई को आदर्श मानता है और भाभी…वे कितनी भली महिला हैं. अगर उन्होंने उस की बात पर विश्वास कर भी लिया तो बेचारी यह जान कर कितनी दुखी हो जाएंगी. दोनों बच्चे तो अभी कितने छोटे हैं. नहींनहीं, यह बात वह घर में किसी को नहीं बता सकती. अच्छाभला घर का माहौल खराब हो जाएगा. वैसे भी, सालछह महीने में मयंक की नौकरी पक्की होते ही वह यहां से दिल्ली उस के पास चली जाएगी. हां, इस बीच अगर जेठजी ने दोबारा कोई ऐसी हरकत दोहराई तो वह उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी, यह सोचते हुए नेहा अपने काम पर लग गई.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में 2 वर्षों पहले ब्याह कर आई एमए पास नेहा बहुत समझदार व परिपक्व विचारों की लड़की थी. उस के पति मयंक दिल्ली में एक कंपनी में बतौर अकाउंट्स ट्रेनी काम करते थे. अभी फिलहाल कम सैलरी व नौकरी पक्की न होने के कारण नेहा ससुराल में ही रह रही थी. कुछ पुराना पर खुलाखुला बड़ा सा घर, किसी पुरानी हवेली की याद दिलाता सा लगता था. उस में जेठजेठानी और उन के 2 छोटे बच्चे, यही नेहा की ससुराल थी.

यहां उसे वैसे कोई तकलीफ नहीं थी. बस, अपने जेठ का दोगलापन नेहा को जरा खलता था. सब के सामने प्यार से बेटाबेटा कहने वाले जेठजी जरा सी ओट मिलते ही उस के सामने कुछ अधिक ही खुलने का प्रयास करने लगते, जिस से वह बड़ी ही असहज महसूस करती. स्त्रीसुलभ गुण होने के नाते अपनी देह पर पड़ती जेठजी की नजरों में छिपी कामुकता को उस की अंतर्दृष्टि जल्द ही भांप गई थी. एहतियातन जेठजी से सदा ही वह एक आवश्यक दूरी बनाए रखती थी.

होली आने को थी. माला और बच्चों के साथ मस्ती और खुशियां बिखेरती नेहा जेठजी के सामने आते ही एकदम सावधान हो जाती. उसे होली पर मयंक के घर आने का बेसब्री से इंतजार था. पिछले साल होली के वक्त वह भोपाल अपने मायके में थी. सो, मयंक के साथ उस की यह पहली होली थी. होली के 2 दिनों पहले मयंक के आ जाने से नेहा की खुशी दोगुनी हो गई. पति को रंगने के लिए उस ने बच्चों के साथ मिल कर बड़े जतन से एक योजना बनाई, जिस की भनक भी मयंक को नहीं पड़ने पाई.

होली वाले दिन महल्ले में सुबह से ही बच्चों की धमाचौकड़ी शुरू हो गई थी. नेहा भी सुबह जल्दी उठ कर भाभी के साथ घर के कामों में हाथ बंटाने लगी. ‘‘जल्दीजल्दी हाथ चला नेहा, 10-11 बजे से महल्ले की औरतें धावा बोल देंगी. कम से कम खाना बन जाएगा तो खानेपीने की चिंता नहीं रहेगी,’’ जेठानी की बात सुन नेहा दोगुनी फुरती से काम में लग गई. थोड़ी ही देर में पूड़ी, कचौड़ी, दही वाले आलू, मीठी सेवइयां और अरवी की सूखी सब्जी बना कर दोनों देवरानीजेठानी फारिग हो गईं. ‘‘भाभी, मैं जरा इन को देख कर आती हूं, उठे या नहीं.’’

‘‘हां, जा, पर जरा जल्दी करना,’’ माला मुसकराते हुए बोली. कमरे में घुस कर नेहा ने सो रहे मयंक के चेहरे की खूब गत बनाई और मजे से चौके में आ कर अपना बचा हुआ काम निबटाने लगी.

इधर, मयंक की नींद खुलने पर सभी उस का चेहरा देख कर हंसतेहंसते लोटपोट हो गए. हैरान मयंक ने बरामदे में लगे कांच में अपनी लिपीपुती शक्ल देखी तो नेहा की शरारत समझ गया. ‘‘भाभी, नेहा कहां है?’’ ‘‘भई, तुम्हारी बीवी है, तुम जानो. मुझे तो सुबह से नजर नहीं आई,’’ भाभी ने हंसते हुए जवाब दिया.

‘‘बताता हूं उसे, जरा मिलने दो. अभी तो मुझे अंदर जाना है.’’ हाथ से फ्रैश होने का इशारा करते हुए वह टौयलेट में जा घुसा. इधर, नेहा भाभी के कमरे में जा छिपी थी.

फ्रैश हो कर मयंक ने ब्रश किया और होली खेलने के लिए बढि़या सफेद कुरतापजामा पहना. ‘‘भाभी, नाश्ते में क्या बनाया है, बहुत जोरों की भूख लगी है. फिर दोस्तों के यहां होली खेलने भी निकलना है,’’ मयंक ने भाभी से कहा, इस बीच उस की निगाहें नेहा को लगातार ढूंढ़ रही थीं. मयंक ने नाश्ता खत्म ही किया था कि भतीजी खुशी ने उस के कान में कुछ फुसफुसाया. ‘‘अच्छा…’’ मयंक उस की उंगली थामे उस की बताई जगह पर आंगन में आ खड़ा हुआ. ‘‘बताओ, कहां है चाची?’’ पूछने पर ‘‘एक मिनट चाचा,’’ कहती हुई खुशी उस का हाथ छोड़ कर फुरती से दूर भाग गई. इतने में पहले से ही छत पर खड़ी नेहा ने रंग से भरी पूरी की पूरी बालटी मयंक पर उड़ेल दी. ऊपर से अचानक होती रंगों की बरसात में बेचारा मयंक पूरी तरह नहा गया. उस की हालत देख कर एक बार फिर पूरा घर ठहाकों से गूंज उठा. थोड़ी ही देर पहले पहना गया सफेद कुरतापजामा अब गाढ़े गुलाबी रंग में तबदील हो चुका था.

‘‘ठहरो, अभी बताता हूं तुम्हें,’’ कहते हुए मयंक जब तक छत पर पहुंचा, नेहा गायब हो चुकी थी. इतने में बाहर से मयंक के दोस्तों का बुलावा आ गया. ‘‘ठीक है, मैं आ कर तुम्हें देखता हूं,’’ भनभनाता हुआ मयंक बाहर निकल गया. उधर, भाभी के कमरे में अलमारी के एक साइड में छिपी नेहा जैसे ही पलटने को हुई, किसी की बांहों ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया. उस ने तुरंत ही अपने को उन बांहों से मुक्त करते हुए जेठजी पर तीखी निगाह डाली.

‘‘आप,’’ उस के चहेरे पर आश्चर्य और घृणा के मिलेजुले भाव थे. ‘‘अरे तुम, मैं समझा माला है,’’ जेठजी ने चौंकने का अभिनय करते हुए कहा. बस, अब और नहीं, मन में यह विचार आते ही नेहा ने भरपूर ताकत से जेठजी के गाल पर तड़ाक से एक तमाचा जड़ दिया.

‘‘अरे, पागल हुई है क्या, मुझ पर हाथ उठाती है?’’ जेठजी का गुस्सा सातवें आसमान पर था. ‘‘पागल नहीं हूं, बल्कि आप के पागलपन का इलाज कर रही हूं, क्योंकि सम्मान की भाषा आप को समझ नहीं आ रही. गलत थी मैं जो सोचती थी कि मेरे बदले हुए व्यवहार से आप को अपनी भूल का एहसास हो जाएगा. पर आप तो निर्लज्जता की सभी सीमाएं लांघ बैठे. अपने छोटे भाई की पत्नी पर बुरी नजर डालते हुए आप को शर्म नहीं आई, कैसे इंसान हैं आप? इस बार आप को इतने में ही छोड़ रही हूं. लेकिन आइंदा से अगर मुझ से जरा सी भी छेड़खानी करने की कोशिश की तो मैं आप का वह हाल करूंगी कि किसी को मुंह दिखाने लायक न रहेंगे. आज आप अपने छोटे भाई, पत्नी और बच्चों की वजह से बचे हो. मेरी नजरों में तो गिर ही चुके हो. आशा करती हूं सब की नजरों में गिरने से पहले संभल जाओगे,’’ कह कर तमतमाती हुई नेहा कमरे के बाहर चली गई.

कमरे के बाहर चुपचाप खड़ी माला नेहा को आते देख तुरंत दरवाजे की ओट में हो गई. वह अपने पति की दिलफेंक आदत और रंगीन तबीयत से अच्छी तरह वाकिफ थी. पर रूढि़वादी बेडि़यों में जकड़ी माला ने हमेशा ही पतिपरमेश्वर वाली परंपरा को शिरोधार्य किया था. वह कभीकभी अपने पति की गलत आदतों के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत न कर पाई थी. लेकिन आज नेहा ने जो बहादुरी और हिम्मत दिखाई, उस के लिए माला ने मन ही मन उस की बहुत सराहना की. नेहा ने उस के पति को जरूरी सबक सिखाने के साथसाथ उस घर की इज्जत पर भी आंच न आने दी. माला नेहा की शुक्रगुजार थी.

उधर, कुछ देर बाद नहा कर निकली नेहा अपने गीले बालों को आंगन में सुखा रही थी. तभी पीछे से मयंक ने उसे अपने बाजुओं में भर कर दोनों मुट्ठियों में भरा रंग उस के गालों पर मल दिया. पति के हाथों प्रेम का रंग चढ़ते ही नेहा के गुलाबी गालों की रंगत और सुर्ख हो चली और वह शरमा कर अपने प्रियतम के गले लग गई. यह देख कर सामने से आ रही माला ने मुसकराते हुए अपनी निगाहें फेर लीं.

Holi Special: स्किन और बालों पर रंगों का न हो असर

आजकल रंग प्राकृतिक स्रोतों से नहीं बनाए जाते हैं. उन में रसायन, अभ्रक यहां तक कि सीसा भी मिला होता है, जो न केवल त्वचा में जलन पैदा करता है, बल्कि सिर की त्वचा में जम भी जाता है. चूंकि होली बाहर खेली जाती है, ऐसे में धूप का भी त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ता है. धूप के कारण त्वचा की नमी खत्म हो जाती है, त्वचा शुष्क हो जाती है. उस में टैनिंग भी हो जाती है. इसीलिए होली के बाद त्वचा की खूबसूरती कम हो जाती है. धूप में जाने से 20 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं. सनस्क्रीन एसपीएफ 20 या इस से अधिक होना चाहिए. अगर आप की त्वचा पर धब्बे पड़ जाते हैं, तो ज्यादा एसपीएफ चुनें. ज्यादातर सनस्क्रीन में मौइश्चराइजर भी होता है. अगर आप की त्वचा बहुत सूखी है, तो पहले सनस्क्रीन लगाएं, फिर कुछ मिनट बाद मौइश्चराइजर लगाएं. दिन में हलका मेकअप करें. आंखों के लिए आईपैंसिल या काजल और होंठों के लिए लिपग्लौस का इस्तेमाल करें.

होली खेलने के बाद त्वचा से रंग निकालना सब से मुश्किल होता है. अपने चेहरे को तुरंत साबुन से न धोएं, क्योंकि साबुन क्षारीय होता है, जो त्वचा के सूखेपन को और बढ़ाता है. इस के बजाय किसी क्लींजिंग क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें. चेहरे पर इस की मसाज करें और फिर गीली रुई से पोंछ लें. आंखों के आसपास के हिस्सों को भी हलके हाथों से साफ करें. क्लींजिंग लोशन रंगों को घोल कर उन्हें आसानी से निकाल देता है.

घर पर क्लींजर बनाने के लिए 1/2 कप ठंडे दूध में 1 चम्मच तिल, जैतून या सूरजमुखी का तेल मिला कर उस में रुई भिगो कर त्वचा को साफ करें.

तिल के तेल का भी शरीर से रंग निकालने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इस से न केवल त्वचा में लगा रंग निकल जाएगा, बल्कि त्वचा भी सुरक्षित रहेगी. तिल का तेल धूप से होने वाले नुकसान को भी ठीक करने में मददगार होता है. नहाते समय लूफा की मदद से शरीर को हलके से स्क्रब करें. नहाने के तुरंत बाद जब त्वचा थोड़ी गीली हो, चेहरे और शरीर पर मौइश्चराइजर लगाएं. इस से त्वचा में नमी समा जाती है.

होली के अगले दिन आप को धूप के कारण त्वचा सूखी या टैनिंग युक्त लग सकती है. अत: 2 बड़े चम्मच शहद 1/2 कप दही में मिलाएं. इस में 1 चुटकी हलदी डालें. इसे चेहरे, गरदन और बाजुओं पर लगाएं. 20 मिनट बाद पानी से धो दें. शहद त्वचा को मुलायम बनाता है. दही त्वचा को पोषण प्रदान कर के अम्लक्षार का संतुलन बनाए रखता है. यह टैनिंग को भी निकालता है. रंगों के कारण सिर की त्वचा पर जलन होती है और बाल रूखे हो जाते हैं. होली खेलने से पहले बालों पर लीवऔन कंडीशनर या हेयरसीरम लगाएं. इस से बालों पर एक परत बन जाएगी जो इसे रंगों, धूप और प्रदूषण से बचाएगी. इस से बालों की चमक बनी रहेगी.

बाल धोते समय पहले बहुत सारे पानी से धो कर सूखे रंगों और अभ्रक के कणों को निकालें. इस के बाद माइल्ड हर्बल शैंपू लगा कर उंगलियों से सिर की त्वचा पर मसाज करें. फिर पानी से अच्छी तरह धोएं. एक मग पानी में एक नीबू का रस मिला कर बालों को धोएं. इस से सिर की त्वचा के अम्लक्षार का संतुलन बना रहता है.

अगर खुजली हो तो 2 चम्मच सिरका 1 मग पानी में डाल कर आखिरी रिंस के लिए इस्तेमाल करें. इस से खुजली समाप्त हो जाएगी. अगर खुजली फिर भी न जाए तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं. अगले कुछ दिनों के भीतर बालों को पोषक उपचार दें. अंडे की जर्दी को बादाम या जैतून के तेल में मिला कर बालों और सिर की त्वचा पर लगाएं. तौलिया गरम पानी में भिगो कर निचोड़ें. फिर उसे सिर पर लपेट कर 5 मिनट तक रखें. इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं. इस से बाल और सिर की त्वचा तेल को अच्छी तरह से सोख लेगी. 1 घंटे बाद बालों को धो लें. मेहंदी बालों के नुकसान को ठीक करने में मदद करती है और उन्हें नई चमक देती है. मेहंदी पाउडर में 4 चम्मच नीबू का रस, कौफी, 2 अंडे, 2 चम्मच तेल और दही मिला कर पेस्ट बनाएं. इसे बालों में लगा कर 1 घंटे बाद धो लें.         

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें