तेजी से वजन कम करना है खतरनाक

मोटापे से पीड़ित लोगों के लिए वजन कम करना किसी चुनौती से कम नहीं है. इसके लिए लोग सब कुछ करने को तैयार होते हैं. वो एक्सरसाइज करते हैं, डाइटिंग करते हैं, दवाइयां लेते हैं, पर कई बार उन्हें इसका परिणाम मन मुताबिक नहीं मिलता. वजन जल्दी कम करने की इस जद्दोजहत में लोग कई गलत तरीके अपना बैठते हैं और उसका उनकी सेहत पर काफी बुरा असर होता है.

आइए जाने कि जल्दी वजन कम करने के लालच में सेहत का क्या नुकसान होता है.

डिहाइड्रेशन

quick weight loss is dangerous to health

वेटलौस की कई डाइट्स से शरीर में डिहाइड्रेशन होता है. शरीर में पानी की कमी होने से कब्ज, सिर दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और एनर्जी की कमी होने लगती है. साथ ही स्किन भी अधिक ड्राई हो जाती है.

ये भी पढ़ें : शादी से पहले कौंट्रासैप्टिव पिल लें या नहीं

शरीर में न्यूट्रिशन की कमी

वजन कम करने के लिए लोग अक्सर कैलोरी फ्री डाइट लेने लगते हैं, जिसका असर होता है कि उनके शरीर से न्यूट्रिशन की कमी हो जाती है. जैसे कि कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट नहीं होता है, जो शरीर में एनर्जी बनाए रखने के लिए जरूरी होता है. यही कारण है कि जिन लोगों की डाइट में कार्बोहाइड्रेट की कमी होती है, उन लोगों को जल्दी थकान महसूस होने लगती है. साथ ही ऐसे लोगों का मूड भी तेजी से स्विंग होता है. कई लोगों में खून की कमी भी हो जाती है.

दिमाग के लिए होता है बुरा

वेट लौस से शरीर के साथ साथ मानसिक सेहत भी बुरी तरह से प्रभावित होती है.  डाइट के बिगड़ने और शरीर में न्यूट्रिशन की कमी होने से कई प्रकार की मानसिक समस्याएं होने लगती हैं.

मेटाबौलिज्म के लिए सही नहीं

मोटापे से परेशान लोग वजन कम करने के चक्कर में अक्सर भूल जाते हैं कि वजन कम करने से मेटाबौलिज्म पर बुरा असर होता है. डाइट में कैलोरी की कमी होने से मेटाबॉलिज्म के काम करने की क्षमता धीमी हो जाती है. बता दें, मेटाबौलिज्म के सही ढंग से काम ना करने की वजह से वजन कम होने के बजाए बढ़ने लगता है.

ये भी पढ़ें : पीरियड्स में पर्सनल हाइजीन का रखें ख्याल

मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं

वजन कम करने वाली डाइट से कई बार मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं. लंबे समय तक इस डाइट का सेवन मांसपेशियों के लिए अच्छा नहीं होता.

जानिए ज्यादा खाने पर भी क्यों नहीं मोटी होती हैं आप

बहुत से लोगों को शरीर में खाना नहीं लगता है. वो चाहे कितना भी खाना खा लें पर उनकी सेहत पर इसका असर नहीं होता है. क्या कभी आपने सोचा है कि कुछ लोगों का वजन बिना अनहेल्दी चीजें खाएं ही बढ़ने लगता है, तो वहीं कुछ लोग सब कुछ खाकर भी बिल्कुल स्लिम कैसे रहते हैं?  क्या आपको पता है कि ऐसा होता क्यों है? अगर नहीं तो हम आपको इसके पीछे का कारण बताएंगे.

हाल ही में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो लोग बिना कुछ मेहनत किए ही स्लिम रहते हैं, उसके लिए उनकी जींस (genes) जिम्मेदार होती हैं. स्टडी में शोधकर्ताओं ने ये दावा किया है कि कुछ लोगों में जींस की ऐसी श्रृंखला होती है जो उनके मेटाबौलिज्म को बढ़ाती है. जिसके कारण उनके शरीर का फैट तेजी से कम होता है.

ये भी पढ़ें : गरमी में फूड पौइजनिंग से बचाएंगी ये 5 चीजें

स्टडी में इस जींस को करीब 1600 लोगों में देखा गया. कई लोगों में इसका असर ये भी हुआ कि उन्हें खाने में दिलचस्पी कम हो गई. ये भी एक कारण समझा गया जिससे लोग पतले हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें : अब स्पर्म डोनर्स को नहीं करना होगा मास्टरबेट

जबकि स्टडी में शामिल 40 फीसदी लोग ऐसे थे जो खाने के काफी शौकीन थे. जो भी उनकी मर्जी होती है वो खाते हैं पर इसके बाद भी उनका वजन नहीं बढ़ता. शोधकर्ताओं का मानना है कि कुछ लोगों में खास तरह की जींस होती हैं. इन जींस की जांच करने के लिए उन्हें स्टडी करनी होगी, जिसके माध्यम से वे पता लगा पाएंगे कि ज्यादा खाने के बाद उनका शरीर किस तरह से काम करता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस स्टडी की मदद से वे ऐसी दवाई की खोज कर सकेंगे, जिससे मोटे लोग अपने वजन को कंट्रोल में रख सकेंगे.

प्यार की वजह से तो नहीं बढ़ रहा आपका वजन? जानिए यहां

अक्सर महिलाओं को यह कहते सुना जाता है कि शादी से पहले तो मैं दुबली-पतली छरहरी सी थी, मगर शादी के बाद मोटी हो गयी. ये सच है कि ज्यादातर महिलाएं शादी के बाद मोटी हो जाती हैं. यही नहीं, किसी से नैन मिल जाएं और प्रेम का रोग लग जाए तो भी वजन बढ़ने लगता है. यूं तो किसी के प्यार में डूबना एक खूबसूरत अहसास होता है, लेकिन प्यार करने से अगर वजन बढ़ने लगे तो यह उन लड़कियों के लिए चिन्ता का सबब बन जाता है, जो अपने फिगर को लेकर काफी कौन्शस रहती हैं.

औस्ट्रेलिया की ‘सेंट्रल क्वींलैंड यूनिवर्सिटी’ की एक स्टडी के मुताबिक, जब लोग किसी के साथ रिलेशनशिप में होते हैं या उनको किसी से प्यार हो जाता है, तो उनका वजन बढ़ने लगता है. शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में लगभग 15,000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया. इसमें उन्होंने अलग-अलग जीवनशैली के सिंगल्स और कपल्स दोनों तरह के लोगों को शामिल किया और फिर पुरुष और महिलाओं के बौडी मास इंडेक्स की तुलना करके नतीजे घोषित किये. शोध के दौरान पाया गया कि जब लोग किसी रिश्ते में आ जाते हैं तो उनका मोटापा इसलिए बढ़ने लगता है, क्योंकि उनके अन्दर पार्टनर को इम्प्रेस करने की भावना लगभग खत्म हो जाती है और वह अपने बौडी शेप को बनाये रखने की ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. शोध में शामिल ज्यादातर लोगों ने यह माना कि शादी के बाद या रिलेशनशिप में आने के बाद वे कसरत, जौगिंग या अन्य शारीरिक क्रियाकलापों की ओर कम ध्यान देने लगे थे. उनका ज्यादा ध्यान पार्टनर के साथ घूमने, मौज-मस्ती करने और विभिन्न प्रकार के पकवानों का लुत्फ उठाने में गुजरने लगा था, जिसके चलते उनका वजन बढ़ता गया. जो जोड़े अपनी शादी से खुश, संतुष्ट और सुरक्षित महसूस करते हैं उनमें वजन बढ़ने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं क्योंकि उनके दिमाग पर किसी अन्य को आकर्षित करने का कोई दबाव नहीं होता.

ये भी पढ़ें : कम उम्र में बालों के सफेद होने के ये हैं 5 बड़े कारण

वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण यह भी है कि जो लोग प्यार के रिश्ते में होते हैं वो लोग जिम जाकर एक्सरसाइज करने के बजाए अपना ज्यादातर समय पार्टनर के साथ घर में रहकर ही गुजारना पसंद करते हैं. यह बदली हुई जीवनशैली भी वजन बढ़ने का एक अहम कारण है. इसके अलावा जब लोग प्यार में होते हैं तो वो बेहद खुश रहते हैं और अगर रिश्ता नया हो तो यह खुशी डबल हो जाती है. बता दें, जब हम खुश होते हैं तो हमारे शरीर में हैप्पी हार्मोन आॅक्सीटोसिन और डोपामाइन निकलते हैं. इन हैप्पी हार्मोन से चौकलेट, वाइन और ज्यादा कैलोरी वाली चीजें खाने की इच्छा बढ़ती है, जो वजन बढ़ाने का काम करती हैं. तो शादी के बाद जो लोग बहुत ज्यादा खुश रहते हैं, उनके मोटे होने की उतनी ज्यादा सम्भावनाएं होती हैं. शादीशुदा स्त्री अगर 20 साल की है तो अगले पांच सालों में उसका वजन 11 किलोग्राम के लगभग बढ़ने की सम्भावना होती है. वहीं इसी उम्र के पुरुष का वजन 13 किलोग्राम तक बढ़ने की सम्भावना होती है.

नींद की कमी

शादी के बाद लड़कियों का स्लीपिंग पैटर्न बदल जाता है. कई बार वे पर्याप्त नींद नहीं ले पाती हैं, जो वजन बढ़ने का एक कारण है. अपना घर छोड़कर शादी के बाद किसी और जगह एडजस्ट करना सबसे कठिन काम है. नये घर में एडजस्ट करने में कुछ तनाव तो होता ही है जो कि अप्रत्यक्ष रुप से वजन पर प्रभाव डालता है.

ये भी पढ़ें : वरुण धवन से जानिए उनके 6 फिटनेस सीक्रेट्स

पकवानों का कमाल

शादी के बाद हमारी भारतीय नारियां पाक कला में खूब हाथ आजमाती हैं ताकि अपने जीवनसाथी और घर के बाकी सदस्यों को खुश कर सकें और तारीफ पा सकें. जब तरह-तरह के व्यंजन रोज बनाये और खाये जाते हैं तो वजन बढ़ना तो लाजिमी है. जरूरी नहीं कि हैप्पी मैरिज से ही वजन बढ़े, कभी-कभी मैरिज हैप्पी न भी हो तो भी हस्बैंड वाइफ दोनों का वजन बढ़ने लगता है, उसकी वजह किचेन में बनने वाले विभिन्न हाई कैलोरी पकवान हैं.

हार्मोन्स में बदलाव

जब लड़की शादीशुदा जीवन में प्रवेश करती है तो उसके शरीर में कई प्रकार के हार्मोन्स बदलाव होते है. सेक्सुयल लाइफ में एक्टिव होना वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण होता है. जीवनसाथी से शारीरिक नजदीकियां शरीर में हैप्पी हार्मोन्स यानी औक्सीटोसिन और डोपामाइन का स्राव बढ़ा देती हैं, इसके कारण शारीरिक संरचना में थोड़ा-बहुत बदलाव आता है.  महिलाएं जिससे प्यार करती हैं उसके साथ सेक्शुयल रिलेशनशिप बनाने से उनकी कमर और हिप्स की चौड़ाई बढ़ती है. आमतौर पर देखा गया है कि सेक्स के बाद भूख भी बढ़ने लगती है और इसके अलावा आप प्रेग्नेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का भी इस्तेमाल करने लगती हैं, जो आपके मोटापे का कारण बनती हैं. पति के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनने से हार्मोन्स में आये बदलाव का असर अंगों पर साफ दिखने लगता है, खासतौर पर ब्रेस्ट, कमर और हिप्स पर. शादी के बाद लड़कियों के हिप्स अपने सामान्य आकार से बढ़कर थोड़े बड़े हो जाते हैं. यह प्राकृतिक तौर पर होना जरूरी भी है क्योंकि शारीरिक सम्बन्ध के बाद गर्भधारण की प्रक्रिया होती है. प्राकृतिक तौर पर बड़े हिप्स की महिलाओं को डिलिवरी के वक्त अधिक दर्द नहीं होता है और वह आराम से बच्चे को जन्म देती हैं, जबकि छोटे हिप्स की दुबली-पतली महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है. सेक्शुअली एक्टिव होने पर महिलाओं के हिप्स की चौड़ाई का बढ़ना प्रकृति का नियम है. प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक खाने की सलाह भी दी जाती है, जिससे लड़कियों का वजन बढ़ जाता है और डिलिवरी के बाद इसको घटाने पर ठीक तरीके से ध्यान न दिये जाने की वजह से शरीर फूला रह जाता है.

ये भी पढ़ें : वजन कम करने के लिए करें घी का सेवन

कम खाओ, गम खाओ

दुबला पतला रहने के लिए एक कहावत मशहूर है कि – कम खाओ, गम खाओ. दरअसल शरीर को छरहरा रखने के लिए हमेशा भूख से थोड़ा कम खाने की सलाह दी जाती है. दूसरे, चिन्ता को चिता के समान इसलिए बताया गया है क्योंकि इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. चिन्ताग्रस्त व्यक्ति को भूख कम लगती है, जिसकी वजह से उस पर मोटापा नहीं चढ़ता. जब हम अकेले होते हैं, अविवाहित होते हैं, दुखी रहते हैं, हमारा कोई प्रेमी या पार्टनर नहीं होता तो हम अकेलेपन के अहसास से जूझते रहते हैं. यही सोचते रहते हैं कि – कोई होता, जिसको अपना, हम अपना कह लेते यारों…

इस गम का सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. इसलिए तन्हा व्यक्ति अक्सर दुबला-पतला होता है. जबकि प्यार होने के बाद हम न सिर्फ खुश रहते हैं, घूमते-फिरते हैं, बल्कि अपने पार्टनर के साथ हर वक्त कुछ न कुछ पीजा, बर्गर, नौनवेज, आइसक्रीम, चौकलेट जैसी चीजें खाते-पीते रहते हैं. शादी के बाद लड़कियां पति के साथ रहकर बाहर का खाना ज्यादा पसन्द करती हैं. हनीमून के दौरान भी बाहर का खाना ही खाते हैं जो ज्यादा कैलोरी वाला होता है. ये सारे प्यार के साइड इफेक्ट हैं, जो आपके फिगर का सत्यानाश कर देते हैं. इसलिए प्यार करें, जम कर करें, मगर अपने खाने पर कंट्रोल रखें और एक्सर्साइज करना भी न छोड़ें.

edited by: Shubham

बिना एक्सरसाइज और डाइटिंग के ऐसे कम करें वजन

आजकल लोगों में मोटापे की समस्या आम हो गई है. जंक फूड, फास्ट फूड, खराब लाइफस्टाइल और असंतुलित आहार के कारण लोगों में ये समस्या तेजी से बढ़ रही है. समान्यत: लोगों को लगता है कि ज्यादा खाना खाने से वो मोटे हो रहे हैं, फिर पतला होने के लिए वो कम खाना खाते हैं, डाइटिंग करते हैं. पर आपके मोटापे की समस्या का ये हल नहीं है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि बिना डाइटिंग के, बिना कम खाना खाए आप कैसे अपना वजन कम कर सकेंगी.

वजन कम करने के ये हैं आसान तरीके

फाइबर युक्त डाइट

वजन घटाने में फाइबर अहम तत्व होता है. फाइबर युक्त भोजन लेने से लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती है. ये भूख कंट्रोल करने में काफी सहायक होता है. इसके अलावा पाचन के लिए भी फाइबर फायदेमंद होता है.

खूब पिएं पानी

वजन कम करने के लिए पानी काफी फायदेमंद है. कोशिश करें कि पूरे दिन पानी पेट में जाता रहे. इसके अलावा, भोजन से ठीक पहले पानी पीना, आपको कम कैलोरी लेने में मदद कर सकता है.

पर्याप्त नींद और स्‍ट्रेस

नींद पूरी ना होना या तनाव एपेटाइट रेगुलेटिंग हार्मोन्स के बीच असंतुलन पैदा होता है. जिसके कारण आप अधिक खाना खाते है. कोशिश करें कि दिन में छह से आठ घंटे सोने की कोशिश करें और अपने स्‍ट्रेस लेवल को कंट्रोल करें.

खाना चबा कर खाएं

आमतौर पर लोग खाना चबा कर नहीं खाते हैं. खाना चबाना उन्हें बेकार की चीज लगती है. पर अगर आप वजन घटाना चाहती हैं तो जरूरी है कि भोजन धीरेधीरे चबा कर खाएं.

लें प्रोटीन युक्त डाइट

आहार में प्रोटीन बेहद जरूरी होता है. इसमें अमीनो एसिड होता है जो हमारी मांसपेशियों को ताकत देता है और टिश्यू के लिए फायदेमंद होता है. इसके अलावा, ये भूख को कंट्रोल करता है, जिससे आप अगली डाइट में अधिक खाने से बच जाते हैं. प्रोटीन समृद्ध खाद्य पदार्थ अंडे, दूध, नट्स, चिकन और चीज डाइट में शामिल किए जाने चाहिए.

सोने से पहले भूल कर भी न खाए ये 6 चीजे

पहले कई स्टडीज में ये बात सामने आ चुकी है कि देर रात खाना खाने से अनिद्रा, वजन बढ़ने जैसी गंभीर स्वास्थ समस्याएं होती हैं. पर इसके बाद भी बहुत से लोग देर रात में कुछ ना कुछ खाते रहते हैं. खाना तब ही सेहत के लिए असरदार होता है जब उसे सही समय पर खाया जाए. फायदेमंद चीजों को भी अगर गलत वक्त पर खाया जाए तो सेहत पर उनका असर उल्टा होता है.

इस खबर में हम आपको उन 6 चीजों के बारे में बताने वाले हैं जिनका रात के वक्त में सेवन सेहत के लिए बेहद हानिकारक होता है.

आइसक्रीम

बहुत से लोग रात में आइसक्रीम खाने के शौकीन होते हैं. आइसक्रीम में वसा की मात्रा अधिक होती है. देर रात इसे खाने से एसिडिटी बनती है.

फ्रेंच फ्राइज

तले हुए क्रिस्पी फ्रेंच फ्राइज सभी के पसंदीदा होते हैं. पर स्वास्थ पर इनका असर बेहद खराब होता है. खास कर के रात के वक्त फ्रेंच फ्राइज या आलू चिप्स का सेवन करने से बचें. इनके सेवन से स्वास्थ की गंभीर समस्याएं और सेहत पर बुरा असर होता है.

चाय

बहुत से लोग सोने से पहले चाय का सेवन करते हैं. पर क्या आपको इससे होने वाले स्वास्थ नुकसानों के बारे में पता है? सभी प्रकार के चायों में कैफीन होता है, ये आपकी नींद के लिए बेहद हानिकारक होते हैं.

चौकलेट

किसे चौकलेट पसंद नहीं होगा. पर आपको ये जान कर हैरानी होगी कि रात में इसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है. इसमें कैफीन की मात्रा होती है जो आपकी नींद में खलल डालती है.

सोडा ड्रिंक्स

सोडा डिंक्स में भारी मात्रा में कैलोरी होती है. इसे पीने से सेहत का काफी नुकसान होता है. देर रात इसका सेवन करने से सेहत का काफी नुकसान होता है.

पिज्जा

जब भी लोगों को अधिक भूख लगी रहती है वो पिज्जा खाना पसंद करते हैं.  पर इसका सेवन करते वक्त सावधान रहें. पिज्जा में भारी मात्रा में फैट मौजूद होता है. इससे आपका पाचनतंत्र बुरी तरह से प्रभावित होता है.

वजन कम करना है तो इतने देर की नींद है जरूरी

नींद हमारे शरीर के साथ साथ हमारे दिमाग की भी जरूरत है. एक स्वस्थ व्यक्ति को दिनभर में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेने चाहिए. इससे कई तरह की गंभीर स्वास्थ परेशानियां जैसे, दिल की बीमारी, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज के साथ वजन बढ़ने का खतरा दूर होता है. जो लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं उनके लिए नींद का पूरा होना एक्सरसाइज और जरूरी डाइटिंग से भी कहीं ज्यादा जरूरी है.

जो लोग कम सोते हैं उनमें वजन का बढ़ना और तनाव जैसी परेशानियां देखी जाती हैं. जानकारों की माने तो नींद की कमी से शरीर के घ्रेलिन और लेप्टिन हार्मोंस पर असर पड़ता है. शरीर में घ्रेलिन हार्मोन के निकलने पर भूख का ज्यादा एहसास होता है. ये हार्मोन मेटाबौलिज्म को कमजोर करता है और शरीर में फैट जमा करता है.

वहीं, शरीर की फैट कोशिकाओं से लेप्टिन हार्मोन निकलता है. भूख को कम करने में इस हार्मोन का बड़ा योगदान होता है. अगर शरीर में ये हार्मोन कम बनने की सूरत में हमें अधिक भूख लगती है. यही कारण है कि आपका वजन बढ़ जाता है.

लेप्टिन हार्मोन शरीर की फैट कोशिकाओं से निकलता है. ये हार्मोन को भूख को कम करता है. शरीर में लेप्टिन हार्मोन के कम मात्रा में बनने से भूख ज्यादा लगती है, जिस कारण आप जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं. ये आपका वजन बढ़ाने का काम करता है.

नींद की कमी के कारण वजन बढ़ने के साथ, दिमाग और सेहत पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है. इसलिए अगर आप अपने वजन को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो 7-8 घंटे की नींद जरूर लें.

कम वजन के लिए खाएं ये चीजें, हैं बेहद असरदार

वजन कम करने के लिए लोग बहुत से तरीके अपनाते हैं. कोई डाइटिंग करता है, कोई जिम तो कोई एक्सरसाइज. कई बार डाइटिंग से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. फूड इन टेक कम होने से लोगों में एनर्जी कम बचती है, जिससे उनका शरीर कमजोर होता है. खाने में कटौती करने से वजन कम नहीं होता, बल्कि बैलेंस्ड डिट से होता है.

वजन कम करने के लिए जरूरी है कि आप प्रोटीन, फाइबर और गुड फैट का इन टेक करते रहें. इससे आपका वजन समान्य रहेगा और कमजोरी भी नहीं होगी. इस खबर में हम आपको ऐसी ही डाइट के बारे में बताने वाले हैं. हमारी बताई डाइट को अपना कर आप अपनी इस बड़ी परेशानी से निजात पा सकती हैं.

तो आइए शुरु करते हैं.

नट्स

diet to loose weight

नट्स में भरपूर मात्रा में एनर्जी. प्रोटीन और अनसैचूरेटेड फैट पाया जाता है. ये फैट हमारे शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर रखते हैं. हालांकि इनका प्रयोग बेहद ही सीमित मात्रा में करना चाहिए.

अंडा

take boiled eggs to loose weight

बहुत से लोगों का मानना है कि अंडा खाने से वजन तेजी से बढ़ता है. पर हम आपको बता दें कि ऐसा कुछ नहीं है. अंडे के सफेद हिस्से में प्रोटीन की मात्रा अधिक रहती है, वहीं उसके पीले हिस्से यानि जर्दी में कई तरह के विटामिन्स पाए जाते हैं.

फलियां

diet to loose weight

इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है. इससे मेटाबौलिज्म मजबूत होता है. सबसे खास बात की इसके सेवन से प्रोसेस्ड फूड के खाने की क्रेविंग कम होती है और वजन कंट्रोल में रहता है.

अंडे से सेवन से हमारा मेटाबौलिज्म मजबूत होता है. अगर आपका मेटाबौलिज्म ठीक से काम करता है तो वजन भी कंट्रोल में रहता है. जानकारों की माने तो सप्ताह में 5 दिन तक नाश्ते में अंडा खाने वालों का वजन, अंडा ना खाने वालों की अपेक्षा 65 फीसदी कम हुआ है.

वेजिटेबल और फ्रूट सलाद

हमारे शरीर में कितना फैट बर्न होता है, इस पर निर्भर होता है कि हमारा वजन बढ़ेगा या घटेगा. जरूरत से अधक कैलोरीज का सेवन करने से वजन बढ़ता है. कैलोरीज बर्न करने के लिए लोग जिम और एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं. पर वेजिटेबल और फ्रूट सलाद का सेवन कर हेल्दी तरीके से आप अपना वजन कम कर सकती हैं. इनका अधिक सेवन करने पर भी वजन नहीं बढ़ता है. लेकिन इसके लिए सब्जियों को उबालकर, ग्रील कर के या कच्चा ही खाएं.

पानी

diet to loose weight

वजन कम करने में पानी अहम भूमिका निभाता है. डीहाइड्रेटेड मांसपेशियां वजन कम करने की प्रक्रिया में बाधा डालती हैं. शरीर में पानी कम होने से मेटाबौलिज्म पर भी खासा बुरा असर होता है. ज्यादा पानी पीने से भूख भी कंट्रोल में रहती है और वजन भी नहीं बढ़ता है.

वजन कम करने के लिए खाएं चीज

भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों किसी चीज पर समबसे कम ध्यान दे पाते हैं तो वो है अपना खानपान. लोगों का खानपान को सबसे कमतर आंकते हैं. अनहेल्दी खानपान, जंक फूड, फास्ट फूड जैसी चीजों के प्रति लोगों का आकर्षण उनकी खराब हो रही सेहत का प्रमुख कारण है. इन खाद्य पदार्थों में मौजूद चीज से लोगों का तेजी से वजन बढ़ता है, जिसके बाद लाख कोशिशों के बाद भी ये कम नहीं होता.

पर क्या आपको पता है कि चीज से केवल वजन बढ़ता नहीं है, बल्कि वजन कम करने में भी चीज काफी कारगर होता है. इसमें मौजूद हाई कैल्शियम आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. पनीर में मौजूद प्रोटीन और फास्फोरस व्यक्ति की पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाए रखने का काम करता है. पर वजन कम करने के लिए किसी भी प्रकार के चीज का सेवन करना ठीक नहीं है. वजन कम करने के लिए चीज का सेवन करना है तो आप ऐसे चीज का चुनाव करें जिसमें सारे जरूरी न्यूट्रिएंट्स मौजूद हों पर फैट की मात्रा कम हो.

आइए जाने चीज के ऐसे तीन प्रकार जिनके सेवन से आप अपना वजन कम कर सकती हैं.

पारमेसान चीज

take cheese to reduce weight

चीज का ये प्रकार सेहत के लिए तो अच्छा है ही साथ में इसका स्वाद भी लाजवाब है. इसमें कई तरह के प्रोटीन्स, कैल्शियम और मिनरल्स पाए जाते हैं. आपको बता दें कि 1 चम्मच पारमेसान चीज में लगभग 21 कैलोरी मौजूद होती हैं. आप अपनी पसंद के मुताबिक इसे सलाद या सूप बनाते समय इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

कौटेज चीज

take cheese to reduce weight

स्लिम रहने के लिए कौटेज चीज एक बेहतर विकल्प है. इसमें करीब 50 फीसदी प्रोटीन पाया जाता है. वहीं कौटेज चीज से भरे एक कप पनीर में लगभग 163 कैलोरी मौजूद होती हैं.

फेटा चीज

take cheese to reduce weight

आपको ये जान कर हैरानी होगी कि फेटा चीज को भेड़ और बकरी की दूध से बनाया जाता है. इसमें अधिक मात्रा में सोडियम की मात्रा पाई जाती है. अगर आप इसका सेवन करने की सोच रही हैं तो आपको बता दें कि इसे खाने के बाद अधिक पानी का सेवन करना चाहिए. फेटा पनीर में काफी कम कैलोरी होती है, इसलिए यह वजन घटाने में मददगार होती है. 28 ग्राम फेटा चीज में लगभग 75 कैलोरी मौजूद होती है.

लिवर के कैंसर में फायदेमंद होता है टमाटर

अनहेल्दी फूड्स, जंक फूड्स, फास्ट फूड्स जैसी चीजों का अधिक सेवन करने से लिवर का बहुत नुकसान होता है. जिससे लिवर कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है. हाल ही में एक स्टडी में ये बात सामने आई कि अधिक टमाटर का सेवन करने से लिवर कैंसर का खतरा कम होता है.

आपको बता दें कि इस स्टडी को चूहों पर किया गया. स्टडी की रिपोर्ट्स के मुताबिक टमाटर लाइकोपीन नाम का एंटीऔक्सिडेंट, एंटी इंफ्लामेट्री और कैंसर को नष्ट करने वाले गुण पाए जाते हैं. टमाटर में मौजूद ये सारे जरूरी तत्व लिवर की सूजन, कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं को कम करते हैं.

अमेरिका में हुए इस शोध में ये बात सामने आई कि कच्चे टमाटर के अलावा केचअप, जूस या टमाटर से बने प्रोटक्ट्स में लाइकोपीन की मात्रा अधिक होती है. जानकारों की माने तो लिवर कैंसर में टमाटर का पाउडर भी काफी अहम भूमिका निभाता है. इसके अलावा कच्चा टमाटर भी काफी फायदेमंद होता है. कच्चे टमाटर में  विटामिन-ई, विटामिन-सी, फोलेट, मिनरल्स, फिनोलिक कंपाउंड और डायट्री फाइबर पाए जाते हैं.

चूहो पर हुए इस स्टडी में ये बात सामने आई कि उन्हें टमाटर खिलाने से उनके शरीर में सूजन पैदा करने वाले बैक्टीरिया की ग्रोथ काबू में रही. आपको बता दें कि टमाटर के अलावा अमरूद, तरबूज और पपीते में भी लाइकोपीन की मात्रा अधिक होती है.

वजन कम करने के लिए इन चीजों को करें अपनी डाइट में शामिल

कब हमारा वजन बढ़ने लगता है हमें पता नहीं लगता, जब तक एहसास होता है देरी हो चुकी होती है और इसके बाद वजम कम करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी डाइट पर खासा ध्यान दें. वजन कम करने में शरीर के मेटाबौलिज्म की भूमिका अहम होती है. जिन लोगों के शरीर की मेटाबौलिज्म अच्छी होती है उनका वजन जल्दी कम होता है. इसके अलावा वजन कम करने में डाइट का काफी अहम योगदान होता है, इसलिए अपनी डाइट में सही मात्रा में न्यूट्रिएंट्स को शामिल करें.

आमतौर पर लोग वजन कम करने के लिए प्रोटीन का इस्तेमाल करते हैं. प्रोटीन से शरीर का मेटाबौलिज्म मजबूत होता है. पर इस खबर में हम आपको प्रोटीन के अलावा और भी न्यूट्रिएंट्स के बारे में बताएंगे जिनको अपनी डाइट में शामिल कर आप अपना वजन कम कर सकती हैं.

कैल्शियम

हड्डियों और दांतों को मजबूत रखने के साथ साथ कैल्शियम वजन घटाने में भी काफ मददगार होता है. कई स्टडीज में ये बात सामने आई कि कैल्शियमयुक्त डाइट लेने से वजन बढ़ने का खतरा कम रहता है.

फाइबर

वजन कम करने के लिए फाइबर का इस्तेमाल बेहद जरूरी है. फाइबर दो तरह के होते हैं, सौल्यूबल और इनसौल्यूबल, ये दोनों ही सेहत के लिए जरूरी होते हैं. इसके सेवन से हार्मोन्स बैलेंस्ड रहते हैं. फाइबर के डाइजेशन में काफी वक्त लगता है जिसके कारण लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती है. इससे आप अधिक खाना नहीं खाते और आपका वजन कंट्रोल में रहता है.

ओमेगा-3 फैटी एसिड

दिल की सेहत के लिए और स्किन के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड काफी लाभकारी होता है. इससे भूख कंट्रोल में रहती है. जानकारों की माने तो ओमेगा-3 फैटी एसिड से मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है. साथ ही ज्यादा कैलोरी बर्न होती हैं.

पोटैशियम

ये भी बेहद जरूरी न्यूट्रिएंट है. आमतौर पर लोग इसे अहमियत नहीं देते. शरीर के बहुत से टौक्सिंस को बाहर करने में ये बेहद मददगार होता है. इसे अपनी डाइट में सामिल करने से किडनी और दिल ठीक ढंग से काम करते हैं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें