मेल अंडरगारमेंट का बढ़ता बाजार

हाल के कुछ साल में भारत में पुरूषों के अंडरगारमेंट मार्केट में तेजी के साथ बदलाव हुआ है. अब ट्रेडिशनल अंडरवियर की जगह ब्रांडेड अंडरवियर तेजी से लोगों की पसंद बनती जा रही हैं. इसके चलते दुनिया भर के मेल अंडरगारमेंट ब्रांड अब भारत में अपनी मार्केटिंग करने के साथ-साथ शोरूम भी खोल रहे हैं. वहीं कुछ भारतीय ब्रांड भी इस सेगमेंट में बड़े उत्पादक बनकर उभरे हैं. इसके चलते इनरवियर का मार्केट अब 30 हजार करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया है.

शर्ट पैंट अभी भी कुछ लोग दर्जी से सिलवा कर पहन रहे हो पर अंडरगारमेंट में होजरी के तैयार अंडरगारमेंट ही प्रयोग हो रहे है. इनमें भी साधारण अंडरगारमेंट की जगह पर ब्रांडेड अंडरगारमेंट का प्रयोग ज्यादा हो रहा है. इस कारण अब ज्यादा से ज्यादा बिजनेस मैन ब्रांडेड अंडरगारमेंट की तरफ आना चाहते है. पुरूषों की ड्रेस मैटेरियल के मुकाबले अंडरगारमेंट बिजनेस में ज्यादा मुनाफा होता है.

इन फैशन टिप्स को फौलो कर पाएं बौलीवुड एक्ट्रेस जैसा लुक

मेल अंडरगारमेंट बनाने वाली कंपनियां अब इसको ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार पर खूब जोर दे रही हैं. बड़े से बड़े कलाकार खिलाड़ी और दूसरे सेलेब्रेटी से इसका प्रचार कराया जा रहा है. इसके क्रिएटिव प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया दोनो के लिए ही तैयार हो रहे है. यह काफी लोकप्रिय भी हो रहे है. पुरूषों द्वारा पहने जा रहे पैंट-शर्ट या जींस-टीशर्ट की तुलना करें तो पुरूषों के अंडरगारमेंट का प्रचार ज्यादा हो रहा है. इसकी वजह यह है कि पुरूषों के द्वारा पहने जाने वाले कपड़ों में अंडरगारमेंट का बाजार ज्यादा बड़ा है. पुरूष ब्रांडेड पैंट-शर्ट या जींस-टीशर्ट भले ही नहीं पहने पर वह अंडरगारमेंट ब्रांडेड पहनने लगे है. पुरूषों में खुद से अंडरगारमेंट खरीदने का सलीका नहीं होता. इस कमी को देखते हुये कंपनियां ज्यादा से ज्यादा प्रचार के जरियए अपने अंडरगारमेंट को लोगों तक पहुंचाना चाहती है. जिससे अंडरगारमेंट खरीदते समय केवल उनके ही प्रोडक्ट्स का नाम याद रहे.

भारत मे फेमस ब्रांड:

भारत में देश और विदेश के तमाम ऐसे ब्रांड है जो पसंद किये जाते है. पुरूष अपने अंडरगारमेंट केवल ब्रांड के प्रचार को देखकर ही खरीदते है. इस वजह से अंडरगारमेंट के प्रचार में पुरूषो के खास पौरूष को भी इंगित किया जाता है. जो केवल पुरूष ही नहीं महिलाओं पर भी असर डालता है. पुरूषों के अंडरगारमेंट इस कदर लोकप्रिय हो रहे है कि कुछ ब्रांड तो शहर-शहर अपने स्टोर खोल रहे है जहां उनके ही ब्रांड मिलते है. ‘रूपा’ भारत के सबसे पुराने मेन्स अंडरवियर ब्रांड में से एक है. बहुत से बौलीवुड स्टार भी इसके प्रचार कर चुके हैं. इसके बाद ‘अमूल’ भी बड़ा ब्रांड है. ‘क्रोमोजोम’भारतीय पुरुषों और खासकर यंग लोगों के बीच बेहद फेमस ब्रांड है. इसके प्रोडक्ट कई स्टाइल, रेंज और कलर में मौजूद हैं. ‘जौकी’इंडियन मिडिल क्लास के बीच सबसे पौपुलर ब्रांड है. ‘मार्क्स एंड स्पेंसर’भारत में मशहूर एक और इंटरनेशनल ब्रांड है. देश के ज्यादातर बड़े शहरों में इस कंपनी के अपने स्टोर खुले है. ‘यूनाइटेड कलर्स औफ बेनटेन’बेहद खास प्रिंट होने के चलते दुनिया भर में फेमस ब्रांड है. कंपनी हर साल प्रोडक्ट नई रेंज के साथ लौन्च करती है.

4 टिप्स: लड़कियां ऐसे चुने परफेक्ट इनरवियर

‘नौटिका’ मूल तौर पर बीच वियर ब्रांड बनाती है. लेकिन अंडरवियर मार्केट में भी मौजूद है. भारत के बड़े शहरों में इनके स्टोर मौजूद हैं. ‘टौमी हिलफिगर’इंटरनेशनल ब्रांड के लगभग हर

शहर में अपने स्टोर हैं. यह मूल तौर पर गारमेंट बिजनेस में सक्रिय है.‘एंपोरिया अर्मानी’ गारमेंट इंडस्ट्री का मशहूर इंटरनेशनल ब्रांड है. उच्च वर्ग के प्रीमियम सेगमेंट में इस ब्रांड को बेहद पसंद किया जाता है. ‘कैल्विन क्लेन’भारत में मौजूद एक और इंटरनेशनल ब्रांड है. ज्यादातर प्रीमियम सेगमेंट में ही इसकी मार्केटिंग होती है. ‘हैंस’ दुनिया भर में बेहद फेसम अंडरगारमेंट ब्रांड है. भारत में भी अब इसे काफी पंसद किया जाता है.

समझदारी से करे अंडरगारमेंट की खरीददारी:

ज्यादातर पुरुषों को नहीं मालूम कि जो अंडरवियर उन्होंने पहनी है. वो उनके माफिक है भी या नहीं. आमतौर पर पुरूष दुकानों पर जाते हैं और जिस अंडरगारमेंट को देखा होता है खरीद लेते हैं. अंडरगारमेंट खरीदने में जल्दबाजी ना करे समझदारी से काम ले. रिसर्च कहता है कि पुरुष अंडरगारमेंट्स खरीदते हुए ज्यादा वक्त नहीं लगाते. न ही फिटिंग्स पर खास ध्यान देते हैं. पुरुष

आमतौर पर ब्रांड, मौडल,साइज वगैरह के अलावा शायद ही सोचते हों कि इन्हें कब अंडरगारमेंट बदल देना चाहिए. अगर ऐसा नहीं करेंगे तो सीधा असर हेल्थ पर भी पड़ सकता है. सही साइज की अंडरवियर पहनने का सीधा असर पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ पर पड़ता है. ये इनफर्टिलिटी को घटाने की वजहों में मददगार साबित होता है. लिहाजा इस पर ध्यान देने की जरुरत है.

4 समर फैशन टिप्स: वाइट के साथ बदलें 

300 भारतीय पुरुषों पर एक सर्वे किया गया. जिसमें पाया गया कि 75 फीसदी पुरुष अंडरवियर को सिर्फ जरूरत के लिए खरीदते हैं. उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं होता कि मार्केट में नया या ट्रेंडी क्या है. फ्रांस में हुए एक रिसर्च में बताया गया है कि 90 के दशक के बाद पूरी दुनिया में स्पर्म काउंट मतलब प्रति मिलीलीटर वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या व इनकी गुणवत्ता में बड़ी गिरावट आई है. इसका एक कारण अंडरवियर को भी माना गया है. रिसर्च में चेतावनी दी गई है कि रात के समय में अंडरवियर ना पहनने से इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है.

हेल्थ पर असर डालते हैं खराब अंडरगारमेंट…

शोध में यह भी पाया गया कि 1985 से 2005 के बीच के समय में पुरुषों के स्पर्म काउंट में 30 प्रतिशत तक की कमी आई है. शोध के मुताबिक आज के समय में स्वस्थ्य शुक्राणु भी आसानी से नहीं मिल पा रहे हैं. कसावट वाली अंडरवियर पहनने वालों पर इसका अधिक दुष्प्रभाव हुआ है. फ्रांस के पुरुषों के स्पर्म काउंट में एक तिहाई तक गिरावट देखी गयी. इसके पीछे खराब खान-पान,डाइटिंग और टाइट फिटिंग के कपड़े पहनने आदि कारणों को मुख्य वजह बताया है. उनके मुताबिक खासतौर पर टाइट अंडरवियर पहनने से वीर्य पर असर पड़ता है. अधिक तापमान शुक्राणुओं की संख्या व गुणवत्ता के लिए नुकसादायक साबित हो सकते हैं. संभवतः इसी वजह से हाल ही में पुरुषों को शुक्राणुओं की संख्या या एकाग्रता में कमी के डर से

अंडरवियर पहनने से बचने की सलाह दी जाती है. अधिक तापमान शुक्राणुओं की संख्या व गुणवत्ता के लिए नुकसादायक साबित हो सकते हैं. इसी वजह से हाल ही में पुरुषों को शुक्राणुओं की संख्या या एकाग्रता में कमी के डर से टाइट अंडरवियर पहनने से बचने की सलाह दी गई. अगर अच्छे किस्म के अंडरवियर न पहने जाये तो खुजली,एलर्जी और इन्फेक्शन की संभावना बढ जाती है. घर से निकलने पर आपको अंडरवियर पहनना चाहिये. इससे पसीना सूखता रहता है और एक अतिरिक्त सुरक्षा परत भी बनी रहती है.

सोते समय ना पहने अंडरगारमेंट…

अंडरवियर ना पहनने का सही समय रात का समय होता है. रात को सोने से पहले शावर लेना और फिर बिना अंडरवियर के अपने स्लीपिंग सूट में सोना सुखद अहसास देता है. इससे काफी आरामदायक महसूस होता है और विशेष अंगों का वेंटिलेशन बना रहता है. रात को अंडरवियर ना पहन कर सोने से एक और फायदा ये है कि आपकी सेक्स लाइफ को फायदा होता है. जननांगो की स्वच्छता बेहतर स्वास्थ्य के लिए सबसे जरूरी चीज होती है. जो लोग सिंथेटिक अंडरवियर पहनते हैं. उनके लिये ये नुकसानदायक हो सकता है. क्योंकि सिन्थेटिक अंडरवियर जल्दी सूखती नहीं है. जिससे पसीने की वजह से वहां यीस्ट इंफेक्शन, गीलेपन की वजह से खुजली होना तथा बदबू आने को जोखिम हमेशा बना रहता है. सिन्थेटिक अंडरवियर से तापमान भी अधिक रहता है जो स्पर्म काउंट और उसकी गुणवत्ता के लिये अच्छी बात नहीं है. सोते समय अंडरगारमेंट का प्रयोग ना करे. खुजली,त्वचा इंफेक्शन और कभी कभी नमी से इंफेक्शन का खतरा बढ जाता है. पसीने से बैक्टीरिया पनपने का खतरा रहता है. अक्सर ही मौसम गर्म रहने पर आपके शरीर से हर जगह पसीना निकलता है. शरीर के अन्य हिस्सों को जहां प्राकृतिक तौर पर सूखने का मौका खुले रहने के कारण मिलता है. आपके अंडरगारमेंट वाला शरीर का यह खास हिस्सा बैक्टेरिया का घर बना रहता है. ऐसे में बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन का भी खतरा बना ही रहता है. रात में अंडरगारमेंट्स न पहनने पर इस समस्या से बचा जा सकता हैं.

समर ब्राइडल ड्रैस का नया ट्रैंड

समर ब्राइडल ड्रैस का नया ट्रैंड

लड़की मौडर्न हो या परंपराओं के मुताबिक चलने वाली, शादी का दिन हर किसी के जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण दिन होता है. वास्तविक दुनिया में होने वाली इस परिकथा की वह रानी होती है. शादी को ले कर उस के मन में जहां उत्साह होता है वहीं चिंता और घबराहट भी होती है. पहनावे को ले कर तो उस केदिमाग में कई तरह के विचार होते हैं. मसलन, उस पर कौन से रंग खूबसूरत लगेंगे, उसे किस तरह के परिधान पहनने चाहिए, उस का मेकअप कैसा होनाचाहिए आदि. आइए, जानते हैं मशहूर फैशन डिजाइनर्स के मुताबिक इस समर सीजन में कैसे ब्राइडल आउटफिट्स ट्रैंड में रहेंगे और किस तरह के कलर वस्टाइल धूम मचाएंगे. वूनिक डौट कौम की चीफ स्टाइलिस्ट भव्या चावला के अनुसार इस समर सीजन ऐसे आउटफिट्स ट्रैंड में रहेंगे-

लहंगे में ड्रामा

रफल्स, लेयर्स, ट्रेल्स, फ्लेयर्ड ऐसे डिजाइन ऐलिमैंट्स हैं, जो लहंगे को अलग और खास बनाते हैं. आप ड्रामैटिक टच देने के लिए यानी लहंगे में नाटकीयतालाने के लिए इन में ऐसे डिजाइन ऐलिमैंट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं. बौलीवुड ऐक्ट्रैस प्रियंका चोपड़ा का सफेद गाउन भी याद कर सकती हैं, जिस कीलंबी सी ट्रेल लंबे अरसे तक चर्चा में रही थी.

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रैड कारपेट लुक

स्लीक, चमकदार वैस्टर्न गाउन कौकटेल पार्टी के लिए आप का एक सही विकल्प होगा. बस इतना ध्यान रखें कि आप के गाउन की लैंथफ्लोर तक हो. फ्लौवर्स की रौनक: फ्लोरल प्रिंट वाला लहंगा या साड़ी चुनें. ग्रेसफुल दिखने के लिए सौफ्ट, पेस्टल रंग पैलेट का चयन करें. फ्लैमबौयंट लुक केलिए डिफरैंट कलर के साथसाथ फ्लौवर प्रिंट चुन सकती हैं. यदि आप अपने आउटफिट पर ज्यादा कशीदाकारी पसंद करती हैं तो अपने परिधानों पर फूलों की कढ़ाई करने पर विचार कर सकती हैं.

बनारसी

बनारसी साडि़यां सदाबहार होती हैं. ये विरासत का हिस्सा हैं जो एक से दूसरी पीढ़ी तक जाती हैं. सिनेतारिका अनुष्का शर्मा ने अपनी रिसैप्शन मेंचमकदार लाल बनारसी साड़ी पहनी थी जबकि दीपिका पादुकोण ने मुंहदिखाई के बाद बनारसी दुपट्टा चुना था. बनारसी साड़ी और दुपट्टे पन्ना, रौयल ब्लू, हौटपिंक जैसे रंगों में आते हैं. लाल: यह दुलहन के लिए ‘द अल्टीमेट कलर’ है. दीपिका, अनुष्का, प्रियंका इन सभी ने अपनीअपनी शादी में पैशनेट रंग कोचुना. यह एक ऐसा रंग है जो सभी स्किनटोन पर कारगर रहता है. दुलहन के चेहरे पर ग्लो लाता है.

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डबल दुपट्टा

यह ट्रैंड बौलीवुड के फैशन डिजाइनर सब्यसाची की वजह से लोकप्रिय हुआ था. इस में एक दुपट्टे को लहंगे के रंग से मैच किया जाता है औरदूसरे में लाल, नारंगी, पीले जैसे वार्म कलर के कौंबो में बंधेज चुनरी या ओढ़नी होती है जिसे सिर पर रखा जाता है. यह ट्रैंड लंबे अरसे से चलन में रहा है. ाब्लाउज सैक्सी या क्लासी: दुलहन का ब्लाउज या तो डीप वीनैक, स्वीटहार्ट नैक, स्कूपनैक के साथ सैक्सी होगा या फिर क्लोजनैक के साथ लंबी स्लीव्स वालाराजसी लुक देने वाला होगा. एक बार जब आप अपने लहंगे का स्टाइल, कपड़ा और रंग फाइनल कर लेती हैं तो आप अपने ब्लाउज को उस अनुसार डिजाइनकरवा सकती हैं.

स्टेटमैंट ज्वैलरी

पारंपरिक दुलहनों के विपरीत नई दुलहनें 1 या अधिकतम 2 बड़े बोल्ड पीस के साथ हलके गहने पहनना पसंद करती हैं. एक इवेंट केलिए आप एक स्टेटमैंट नैकलैस और दूसरी ओर एक जोड़ी ड्रामैटिक इयररिंग्स पहन सकती हैं. एक बोल्ड मांगटीका या नथनी भी लुक को परफैक्ट बनानेके लिए जरूरी है.ब्रैड्स: ब्रैड्स सुंदर दिखती हैं और बहुमुखी भी हैं. ढीली फिशटेल ब्रैड्स से ब्रैडेड क्राउन्स और ब्रैडेड अपडूज के साथ ये आप के बालों को स्टाइलिश लुक देंगे.

प्रियंका चोपड़ा का मंगलसूत्र फैशन, एयरपोर्ट पर यूं नजर आईं ‘देसी गर्ल’

वायरल हुआ प्रियंका चोपड़ा का मंगलसूत्र फैशन

गरमियों में बौलीवुड एक्ट्रेसेज का फैशन लोगों को इंस्पायर करता है, वहीं अगर फैशन में भारतीय परंपरा को जोड़ दिया जाए तो वह ट्रैंड बन जाता है. जिसे लोग अपनाते हैं. ऐसे ही ट्रैंड बनाती नजर आईं प्रियंका चोपड़ा. बौलीवुड ही नहीं हौलीवुड इंडस्ट्री में कामयाबी का परचम लहराने वाली देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा हाल ही में मुंबई पहुंची. जहां प्रियंका को मुंबई एयरपोर्ट पर यैलो कलर के पैंट के साथ मैचिंग टौप में नजर आईं, जिसमें वह मंगलसूत्र को फ्लौंट करती नजर आईं.

  1. सिंपल था प्रियंका का आउटफिट

देसी गर्ल प्रियंका का यह खूबसूरत यैलो कलर का आउटफिट सिंपल होने के साथ ही काफी स्टाइलिश भी था. जिसमें उनकी ड्रैस के साथ मंगलसूत्र चार चांद लगा रहा था. यह पहली बार नही है जब प्रियंका अपने मंगलसूत्र को फ्लौंट करती नजर आईं हैं.

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  1. कोट पैंट के साथ मंगलसूत्र का फैशन

 

 

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her street looks are always on point ??

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कोट-पैंट के साथ मंगलसूत्र को पहनें नजर आ चुकी हैं प्रियंका.

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  1. प्रियंका का ड्रैस के साथ मंगलसूत्र फैशन

priyanka

पिछले दिनों ड्रैस के साथ भारतीय परंम्परा को अपनाती नजर आईं. यानी ड्रैस के साथ मंगलसूत्र का फैशन.

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चोरी से बचने में मदद करेंगे नए जमाने के ये बैग

चोरी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. कभी बसों में चोरी कभी रास्तें में तो  कभी मैट्रो में. यह चोर इतने शातिर होते हैं कि कैमरों के आंखों में भी धूल झौंक देते हैं. जी हां मैट्रो में कैमरे की निगरानी में रहते हुए भी चोर बड़ी सफाई से चोरी कर जाते हैं.

हम चोरों को तो रोक नही सकते लेककन अपने समान को चोरी होने से जरूर बचा सकते हैं. ट्रेवल के दौरान अधिकतर चोरियां बैगों से ही होती हैं और ये चोरियां तब भी जाती हैं, जब हम बसों, ट्रेन आदि में ट्रैवल करते हैं.  अब आपके मन मे यह सवाल उठ रहे होंगे की बैग तो बैग होते हैं, चोरों से इन बैगों को बचाया कैसे जाए? तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही बैग्स के बारे में जो भीड़-भाड़ में आपको चोरों से बैग के अदंर रखे सामान को चोरी होने से बचा सकते हैं.

 डोरी वाला बैग पैक

अगर आपके बैग पैक में 2 डोरियां लगी हों जो आपके बैग के जिप से जुड़ी हुई हो जिससे आपका सामान चोरी होने से बच सकता हैं. जब आप बैग बंद करेंगे और ये डोरियां आपके बैग के जिप से जुड़ी होंगी तो बैग बंद  करने के बाद आप इन डोरियों को अपने कमर पर बांध सकते हैं. इससे जब भी कोई  आपका बैग खोलने की कोशिश करेगा खोल नहीं पाएगा. आपको पहले ही पता चल जाएगा कि कोई आपका बैग खोलने की कोशिश कर रहा है.

 अलार्म वाला बैग पैक

आप चाहें तो अपने बैग के ऊपर एक ऐसा डिवाइस सेट कर सकते हैं जिसको टच करते ही अलामा बजना शु रू हो जाए. अगर आप मैट्रो या बस में सफर कर रहे हैं तो आप इस डिवाइस को औन कर सकते हैं. ताकि कोई भी आपके बैग की जिप को हाथ लगाए तभी ये अलामा बजना शु रू हो जाए.

लौक बैग पैक

लौक लगाने का आइडिया सबको पता होता है लेकिन बात जब आस-पास जाने की होती है तो हम इस आइडिया को नजरअंदाज कर देते हैं. अगर आप औफिस जा रही हैं और आपके बैग में लैपटौप हैं या और कोई कीमती सामान तो आप इस लौक का इस्तेमाल जरूर करें. इससे आप पूरे रास्ते निश्चिंत होकर जाएंगी और आपका सामान भी सुरक्षित रहेगा.

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फैशन मंत्रा: गरमी में स्टाइलिश दिखने के लिए अपनाएं ये टिप्स

गरमी शुरू होते ही तेज धूप में घर से बाहर निकलने का दिल ही नहीं करता. धूप से बचते बचाते हम बाहर निकल तो जाते हैं, लेकिन ऐसी बढ़ती हुई गरमी में फैशन की सोचने की फुर्सत नहीं होती. पर इस मौसम में फैशन में रहना इतना भी मुश्किल नहीं.

आज हम आपको बताएंगे चिलचिलाती गरमी में भी कैसे फैशनेबल दिख सकती हैं, साथ ही फैशन में क्या नया है, जो आपको गरमी से भी बचाएगा और ट्रेंडी भी दिखाएगा.

गरमी आते ही बाजारों में कई समर क्लेक्शन भी आ चुके है, साथ ही इस बार समर वियर में जौर्जट मैक्सी, कौटन कुर्ता और शर्ट्स काफी डिमांड पर हैं. बात करें कलर्स और डिजाइन की तो इस बार गर्मियों में पीच, लेमन, स्काई ब्लू और ग्रे सबसे ज्यादा पौपुलर है.

  1. ऐथेनिक वियर…

इस बार ऐथेनिक वियर में खास चिकनकारी क्लेक्शन बाजार में उतारा गया है. जौर्जट पर चिकनकारी सूट सलवार और दुप्पटा आपको गरमी से राहत के साथ-साथ ट्रेंडी दिखाने में भी मदद करेगा.

  1. डिजिटल प्रिंट्स के हैं ढेरों औप्शन…

इस समय डिजिटल प्रिंट्स के ढेरों औप्शंस बाजार में मौजूद है. कुर्ते में हल्के रंगों के साथ इस बार एक्सपेरीमेंट किया गया है. फैशन एक्सपर्ट की मानें तो गर्मियों में आप भारी भरकम प्रिन्ट और डार्क कलर्स को अवौएड करें.

  1. बजट कम में भी रख सकते हैं फैशन का ख्याल…

अगर आपका बजट थोड़ा कम है तो घबराए नहीं. थोड़े पैसे खर्च कर भी आप इन गर्मियों में स्टाइलिश दिख सकती हैं. स्ट्रीट मार्केट में अफोर्डेबल रेंज में गर्मियों के कपड़ों की शौपिंग का बेस्ट औप्शन है. यहां पर आपको टौप्स, स्कर्ट्स, मैक्सी ड्रेसेज की ढेरों वेराएटी मिल जाएगी. वो भी आपके बजट में. वहीं गरमी से निपटने के लिए स्टोल्स की सबसे ज्यादा डिमांड होती है.

सर्दियां : फन्नी दिखने का मौसम

सर्दी शुरू होते ही महिलाओं के पहनावे में खासा बदलाव आ जाता है. सर्दी से बचने के लिए महिलाएं कई तरीके इजाद करती हैं. कुछ इस मौसम को फैशन सीजन समझती हैं. कुछ महिलाएं ऐसे परिधान पहनती हैं कि उन्हें देख कर सर्दी में भी पसीना आने लगता है और मन बारबार हंसने को करता है.

तो आइए, कुछ महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले कुछ ऐसे ही परिधानों के बारे में जानते हैं, जिन्हें देख कर आप भी हंसे बिना नहीं रह पाएंगी.

हर महिला सुंदर दिखना चाहती है और इस का सब से बड़ा उदाहरण आप सर्दी के मौसम में देख सकती हैं. बदलते मौसम में भी ये खुद को सब से अलग दिखाना पसंद करती हैं. कभीकभी उन का यह अलग लुक फन्नी लुक भी बन जाता है.

अब आप खुद लीजिए. आज की युवा लड़कियों को सिर पर टोपा, गले में मफलर, लौंग जैकेट, लेकिन नजर जब उन की टांगो पर पतली सलवार या चूड़ीदार पर जाएगी तो आप को पसीना आना तय है. आप यही सोचती रह जाएंगी भला यह कौन सा फैशन है? सिर में ठंड, तन में ठंड हाथों में ठंड, लेकिन टांगों पर ठंड नहीं.

ऐसे कई अंदाज में आप को महिलाओं का यह अजबगजब फन्नी लुक देखने को मिल जाएगा.

पतली औरत भी बन जाती है मोटी

अब जो महिलाएं बहुत ज्यादा पतली होती हैं उन के लिए तो मानो गुब्बारे में हवा भरने जैसी बात हो जाती है. स्वैटर के बोझ में बेचारियां दबती चली जाती हैं. स्वैटर पर स्वैटर, जो उन्हें मोटा दिखाने के लिए काफी होते हैं, लेकिन जनाब कभी इन के मोटे शरीर से नजरें हटा कर इन के चेहरे पर गौर कीजिएगा. अरे, शरीर पर तो स्वैटरों की परत चढ़ा ली, लेकिन चेहरे का क्या. जरा सोचिए जब शरीर मोटा हो और चेहरा वैसा ही सूखा तो वह कितना फन्नी लगता होगा.

पहचानना मुश्किल है

कुछ महिलाएं इस दौरान अपने चेहरे को इस कदर ढक लेती हैं कि उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो जाता है. यहां तक कि कोई पति अपनी पत्नी को या कोई बौयफ्रैंड अपनी गर्लफ्रैंड को पहचानने से पहले जरूर 10 बार सोचता है. थोड़ी ठंडी हवा चली नहीं कि खुद को ऐसे ढक लेती हैं मानो ठंड का सब से ज्यादा असर उन्हें ही हो रहा है.

मफलर वूमन

सर्दी का मौसम क्या आता है सोशल मीडिया पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सब से पहले निशाने पर होते हैं. कोई उन्हें आ गया मफलर मैन तो कोई मफलर पुरुष जैसे फन्नी उपनाम से नवाजते हैं.

इतना ही नहीं केजरीवाल का मफलर पहनने का ढंग आजकल फैशन आइकौन भी बन गया है. कुछ महिलाएं केजरीवाल टाइप मफलर में खूब देखी जाती हैं. अगर आप यह सोच रही हैं कि केजरीवाल मफलर है क्या तो चलिए आप को बता देते हैं.

दरअसल, ठंड के दिनों में केजरीवालजी मफलर का इस्तेमाल जरूर करते हैं. उन का मफलर पहनने का स्टाइल बहुत अलग होता है. वह सिर से ले कर गरदन तक मफलर में खुद को लपेट लेते हैं. यह केजरीवाल मफलर लुक इतना फेमस हो गया है कि सोशल मीडिया पर इस के मीम भी बनने लगे हैं.

कई महिलाएं और पुरुष इस केजरीवाल मफलर अंदाज में नजर आने लगे हैं. वे खुद को इस कदर मफलर में लपेटे रहते हैं मानो मफलर हटा और ठंड इन्हें ही गले लगा कर बैठ जाएगी.

मोजों और चप्पलों की लड़ाई

ठंड से बचने के लिए हम तमाम नुसखे अपनाते हैं और ये नुसखे अपनातेअपनाते हम कभीकभी खुद को एक फन्नी लुक भी दे देते हैं.

अब आप काम पर जाने वाली महिलाओं को ही देख लीजिए. सर्दी से बचने के लिए खुद को पूरा पैक तो कर लेती हैं, लेकिन क्या आप ने कभी इन के पैरों पर गौर किया है. यकीन मानिए आप की हंसी नहीं रुकेगी.

मोजों और चप्पलों की लड़ाई देखने में बहुत मजा आता है. अब ये मोजे ऐसे पहन लेती हैं जो चप्पलों को उंगलियों के बीच आने से रोकते हैं. पूरा रास्ता यह लड़ाई चलती है और कभीकभी इस लड़ाई में महिला गिरने से बचने के लिए संभलती फिरती दिखती है.

सर्दी में नो मैचिंग

सर्दी भी कमाल का मौसम है. कभी आलस की रजाई से ढक लेता है तो कभी रंगबिरंगे कपड़ों की पोटली में बांध देता है.

सर्दी से बचने के लिए कई बहाने ढूंढ़े जाते हैं. जो महिलाएं हमेशा खुद को फैशन में ढाल कर रखती थीं, जो हमेशा हर चीज मैच कर के पहनती थीं सर्दी आते ही आप देखेंगी कि उन के हाथों के दस्ताने अलगअलग रंग के हैं. थोड़ा और गौर करेंगी तो इन के मोजे भी आप को रंगबिरंगे दिखाई देंगे. फिर दिन में थोड़ी गरमी लगने पर जब ये महिलाएं अपना स्वैटर उतारती हैं तो आप देखेंगी कि इन की साड़ी अलग और ब्लाउज अलग नजर आएगा. यानी सर्दी एक ऐसा मौसम है जो कुछ भी करवा सकता है.

मंकी कैप का जादू

आप ने पुरुषों को सर्दियों में मंकी कैप पहने जरूर देखा होगा. लेकिन जरा सोचिए, अगर यह मंकी कैप महिलाएं पहनें तो कैसा लगेगा. यह सोच कर ही हंसी आने लगती है कि मंकी कैप और वह भी महिलाएं. कितना फन्नी लुक लगेगा जब महिलाएं मंकी कैप में नजर आएंगी.

बाहर तो महिलाएं मंकी कैप का इस्तेमाल नहीं करतीं, लेकिन जब वे घर पर होती हैं तो सर्दी से बचने के लिए मंकी कैप का जादू ही काम आता है.

दरअसल, मंकी कैप सिर से ले कर गरदन तक ठंड से बचाव करता है और महिलाएं जब घर पर होती हैं तो इस मंकी कैप को पहन कर ठंड से तो बचती ही हैं, साथ ही क्यूट और फन्नी लुक में भी नजर आती हैं.

ऐथनिक ड्रैस में फ्यूजन का तड़का

आजकल फ्यूजनवियर का खूब चलन है. फ्यूजनवियर का अर्थ है 2 भिन्न संस्कृतियों के मेल से बने परिधान. जैसे, भारतीय परिधानों और विदेशी कपड़ों का एक खूबसूरत मिलाप. इसे ऐसे समझें विदेशी गाउन पर भारतीय कढ़ाई या फिर शीशे का काम अथवा फिर ट्यूब टौप के साथ राजस्थानी घाघरा. फ्यूजन परिधानों ने भारतीय फैशन की दुनिया में नई हलचल मचा दी है. नित नए रचनात्मक परिधान सामने आ रहे हैं.

सुनें फैशन की दुनिया के गुरुओं से

अमीत पांचाल, ‘श्रीबालाजी ऐथ्निसिटी रीटेल’ के निदेशक कहते हैं कि महिलाएं पारंपरिक परिधानों से फ्यूजनवियर की तरफ तेजी से जा रही हैं. ‘कल्की’ के निदेशक निशित गुप्ता के अनुसार फ्यूजनवियर एक सही चयन है उन के लिए जो भीड़ से अलग दिखना चाहते हैं. ज्यादातर 22 से 23 साल तक की महिलाएं इस तरह का फैशन करने में आगे रहती हैं. जो परिधान इस दौड़ में आगे हैं वे हैं साड़ी के साथ औफशोल्डर ब्लाउज, धोती पैंट्स के साथ क्रौपटौप या फिर लहंगा अथवा साड़ी के साथ जैकेट.

‘स्टूडियो बाई जनक’ की निदेशक वैंडी मेहरा कहती हैं कि फ्यूजनवियर न केवल फैशनपरस्तों के लिए है, बल्कि आज की नारी जोकि फैशन के साथसाथ आरामदेह परिधान भी चाहती है, को भी यही चाहिए.

ऐसे अपनाएं यह नया फैशन

कुछ फ्यूजनवियर जिन्हें आप भी अपना सकती हैं:

– लहंगे पर पारंपरिक चोली न पहन कर आप फौर्मल शर्ट पहन सकती हैं. इस के साथ औक्सीडाइज्ड गहने पहनना जंचेगा. लहंगे के साथ टैंक टौप या हाल्टर नैक टौप भी एक अच्छा औप्शन है. ‘कल्की’ फैशन स्टोर पर लहंगा और क्रौप टौप की ब्रिकी सर्वाधिक हो रही है, जो अब पारंपरिक लहंगाचोली का पर्याय बनता जा रहा है.

– जंपसूट काफी फैशन में है. इस विदेशी परिधान में देशी तड़का लगाने के लिए इसे सूती कपड़े में बनवाया जा सकता है. इस के अलावा इस पोशाक को एक सूट की तरह पहन कर साथ में रंगीले दुपट्टे से और भी निखारा जा सकता है. गहने भी साथ हों तो कहने ही क्या.

– कुरता डै्रस नवीनतम फ्यूजन परिधान है. चाहे लंबे कुरते को मैक्सी की तरह पहन लें या फिर अनारकली कुरते को बिना चूड़ीदार सलवार के पहनें. वैकल्पिक रूप से पाश्चात्य गाउन पर भारतीय कढ़ाई या अंबी के नमूने भी बनवाए जा सकते हैं.

– धोती पैंट्स की स्टाइल लैगिंग या मिनी स्कर्ट को भी मात देती है. यह सैक्सी परिधान तब और भी निखर उठता है जब इसे क्रौप टौप के साथ पहना जाए.

– फ्यूजन साड़ी ने फैशन की दुनिया में धूम मचा दी है. बौलीवुड सुंदरियों के साथसाथ आम महिलाओं ने भी पारंपरिक साड़ी के साथ नए प्रयोग करने शुरू कर दिए हैं. रफल साड़ी का शोर आजकल हर ओर है. डिजाइनर निदा महसूद ने जींससाड़ी का नया कलैक्शन निकाला है. वे कहती हैं कि साड़ी जैसे साढ़े 5 मीटर लंबे परिधान को आधुनिकता का जामा पहनाने से ‘पेज-3’ की पार्टियों की शान बन सकती है.

– ब्लाउज की डिजाइन की बहार के बारे में तो पूछें ही नहीं. बैकलैस तो कल की बात है. बदलते जमाने में ब्लाउज के नएनए कट कोई जैकेटनुमा तो कोई कोटस्टाइल, कहीं आगे से कटाव तो कहीं पीछे से गहराई वाले चलन में हैं. रचनात्मक तरीकों की कमी नहीं है.

ऐसा नहीं है कि फ्यूजन का असर केवल भारत में ही दिखाई दे रहा है. विदेशी फैशन डिजाइनरों पर भी भारतीय परिधानों का खुमार चढ़ रहा है. ब्रितानी डिजाइनर जौन गैलियानो सिल्क साड़ी पर छोटी जैकेट पहने दिखाई दें या मशहूर मौडल नाओमी कैंपबेल, न्यूयौर्क में एमटीवी, म्यूजिक अवार्ड के दौरान साड़ी पहन कर आईं.

ऐथनिक डै्रस में फ्यूजनवियर के कुछ प्रचलित ट्रैंड हैं औफशोल्डर ब्लाउज, पोंचू स्टाइल के टौप या फिर कुरतों की केवल एक तरफ बाजू. ऐसा नहीं है कि फ्यूजनवियर पर केवल औरतों का अधिकार है, मर्द भी जब जींस के साथ कुरता पहनने लगे हैं.

आज की मांग है, सस्टेनेबल फैशन

ऐसा माना जाता है कि फैशन इंडस्ट्री विश्व की सबसे बड़ी प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्री है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस बार ‘लैक्मे फैशन वीक समर/रिसोर्ट 2019 ने सस्टेनेबल फैशन के क्षेत्र में काम करने वाले डिजाईनरों की हौसलाअफजाई करने के लिए ‘सर्कुलर डिजाईन चैलेन्ज 2019’ का आयोजन किया और अच्छे काम करने वालों को पुरस्कार से सम्मानित भी किया.

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उनके हिसाब से ये नए जमाने की मांग है कि फैशन में नयी खोज, रिसायकल होने वाले पदार्थ, कृषियोग्य सामग्री, इको फ्रेंडली पदार्थों आदि पर अधिक से अधिक जोर दिया जाना चाहिए और इस दिशा में सभी बड़े-बड़े डिजाइनर्स ने मिलकर काम किया, जिसमें अनीता डोंगरे की ग्रासरूट कलेक्शन, उज्वला दूबे की अंतर अग्नि कलेक्शन, अनीता अरोड़ा की पेरो कलेक्शन आदि सभी ने दर्शकों का मन मोह लिया. इसमें सभी ने देसी और खादी कपड़ों को मौडर्न स्टाइल में पेश किया.

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‘सर्कुलर डिजाईन चैलेन्ज 2019’ में आने वाले सभी डिजाईनरों ने इसमें इस बात की कोशिश की कि कोई भी कपड़ा वेस्ट प्रोडक्ट में न जाए. इस प्रतियोगिता में पूरे देश से डिजाईनरों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें कई हजार डिजाईनर्स ने भाग लिया, जिसमें से केवल 8 को शो केस करने के लिए आमंत्रित किया गया. जिसमें से केवल 3 को पुरस्कृत किया गया, जिन्हें एडिटर डिरेक्टर मिकी बोर्ड मैन, लाइफस्टाइल जर्नलिस्ट वंदना तिवारी, डिजाइनर राहुल मिश्रा, ग्लोबल एनवायरनमेंट लीड हर्षा वर्धन, यू एन एनवायरनमेंट इंडिया हेड अतुल बगाई और अभिनेत्री नेहा धूपिया की पैनल ने उनके काम की बारीकी से जांच कर पुरस्कृत किया.

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इस अवसर पर विजेता ब्रांड ‘आई एम साड़ी’ डिजाइनर जोड़ी पूर्णिमा पांडे और स्टीफानो फुनारी ने बताया कि उन्होंने हजारों फेकें गए या पुरानी साड़ियों को लेकर नए डिजाईन क्रिएट किये हैं, जो बहुत मुश्किल था. इस काम में साड़ी ही उनका रिसोर्स है. जिसमें 85 कारीगर 66 हजार से अधिक प्रोडक्ट बना सकते हैं. इसमें साड़ियों को लेकर उसकी पट्टी काटकर मिलान के साथ डिजाईन बनाये जाते है. हर परिधान एक दूसरे से अलग और अदभुत होता है. पोशाक के अलावा वे इससे जूते, बेल्ट, जैकेट, ज्वेलरी आदि बहुत सारी चीजे बनाते हैं, जिसकी मांग देश और विदेश में काफी है. ये सभी ड्रेस एफोर्डेबल हैं और इसे किसी भी अवसर पर पहना जा सकता है. आज तक इन दोनों की जोड़ी ने 18 हजार साड़ियों को रिसायकल किया है.

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सस्टेनेबल फैशन की दिशा में अनीता डोंगरे की पोशाक काबिले तारीफ थी, उन्होंने नार्थ ईस्ट का खासकर असाम, नागालैंड और ओड़िसा के कारीगरों को इसमें शामिल किया है. उनके हाथ से बनाये सफेद फेब्रिक को अनीता ने गोल्डन जारदोजी, कढ़ाई और मोती के वर्क से काफी आकर्षक बनाया है. अनीता का इस बारें में कहना है कि ऐसे कारीगरों की संख्या दिन ब दिन कम होती जा रही है, क्योंकि उन्हें काम के अनुसार पैसे नहीं मिलते. ऐसे में सभी डिजाइनर्स, सरकार और कंपनियों को अपना हाथ आगे बढ़ाने की जरुरत है. काम के दौरान मैंने देखा कि असाम की कलाकृति अदभुत है, लेकिन ऐसे काम करने वाले कारीगरों में अधिकतर महिलाएं है, जिनकी उम्र हो चुकी है. कम पैसे मिलने की वजह से उनके बच्चे इसे करना नहीं चाहते, जिससे ये कला समाप्त होती जा रही है. मेरी कोशिश रहेगी कि मैं इनकी कला को विश्व स्तर पर चर्चित करूं और इन्हें इनके अनुसार पर्याप्त मजदूरी दूं. महिला सशक्तिकरण की दिशा में ये सबसे अच्छा काम होगा.

इसके अलावा डिजाइनर ज्योति रेड्डी की ब्रांड एरिना का ‘भूमि भूमि कलेक्शन’ जिसमें साड़ी,ब्लाउज, पैन्ट्स ट्यूनिक्स, स्कर्ट्स,शर्ट्स, जैकेट्स आदि सभी को प्रकृति के साथ जोड़कर पेश किया गया. इसमें प्रयोग किये गए रंग हैण्ड मेड थे, जिसे मंजिस्था, इंडिगो, अनान्तो, पोमग्रेनेट आदि से बनाया गया था, जो गर्मी के मौसम में भी ठण्ड का एहसास कराएं

फैशन शो के साथ लौंच हुआ महिलाओं का फैशन ब्रांड ‘लिकोचर – अनअपोलॉजिटिकली सेक्सी’

महिलाओं के नया फैशन ब्रांड लिकोचर ने अपनी टैगलाइन ‘अनअपोलॉजिटिकली सेक्सी’ के साथ 21 दिसंबर को आयोजित फैशन शो के साथ फैशन उद्योग में प्रवेश किया.

ब्यूटी क्वीन और सुपरमॉडल मलाइका अरोड़ा ने शुरुआती फैशन शो में रैम्प वॉक किया. लिकोचर चार प्रमुख अवतारों पर फोकस कर रहा है, जो इस प्रकार हैं सिजारिना, प्लेएट, सोशल बटरफ्लाई और टेम्प्टरेस।

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सिजारिना कलेक्शन को आधुनिक महिला को दिमाग में रखते हुए डिजाइन किया गया है. इसमें आराम व सहजता के साथ क्लास का भी ध्यान रखा गया है, जबकि प्लेएट कलेक्शन ऐसी महिलाओं के लिए समर्पित है, जिन्हें अपने लुक्स पर गर्व है और सेक्सी कपड़े पहनना पसंद है.

सोशल बटरफ्लाई कलेक्शन आत्मविश्वास से भरी हुई और मुखर महिलाओं को समर्पित है, जबकि टेम्प्ट्रेस बोल्ड और साहसी महिलाओं के लिए है.

इस फैशन ब्रांड की मालकिन माया गुर्जर और मीता चोपड़ा ने कहा, “हमारा मानना है कि जिस तरह के कपड़े हमारे व्यक्तित्व को परिभाषित करते हैं, उनका बाजार में मिलना आसान नहीं होता है. भारत में कई सारे ब्रांड हैं जो पारंपरिक परिधानों को खूबसूरत और सेंसुअल एस्थेटिक प्रदान करते हैं. हालांकि, जब बात किसी खास मौके के लिए गाउन या ड्रेस तलाशने की आती है तो हमें भारत के बाहर जाना पड़ता है.

इस समस्या का आसान और तेज तरीका तलाशने के लिए हमने अपनी ड्रेस खुद बनाना शुरू किया. इस तरह हमारा बिजनेस शुरू हुआ. हमारा एकमात्र उद्देश्य महिला के व्यक्तित्व के अनुसार कपड़े बनाना है. हम चाहते हैं कि महिलाएं बोल्ड और सेक्सी तो रहे हीं, ‘अनअपोलॉजिटिकली सेक्सी’ भी रहें.

बढ़ाएं मैनीक्योर की उम्र

अगर मैनीक्योर कराने के कुछ समय बाद ही आपके हाथ व नाखून की चमक चली जाती है तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि आज इस लेख में हम कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने मैनीक्योर की उम्र को थोड़ा बढ़ा सकती हैं.

विनेगर का करें इस्तेमाल

ये सलाह दी जाती है कि बेस कोट लगाने से पहले आप विनेगर से एक बार नाखूनों को वाइप कर लें. आप ईयरबड्स की मदद से नाखूनों पर इसे लगा सकती हैं. विनेगर नेचुरल आयल को हटाने में मदद करता है जिससे नेल पेंट लंबे वक्त तक रह पाता है. नाखूनों पर लगा विनेगर जैसे ही सूख जाए आप बेस कोट लगा सकती हैं.

पानी के सम्पर्क में आने से बचें

अपने नाखूनों पर नेल पेंट लगाने से पहले कोशिश करें जितना हो सके आप पानी के सम्पर्क में कम ही आएं. नाखूनों में पानी लग जाने के बाद उन पर नेल पेंट्स का टिक पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. जब नाखून डीहाईड्रेटेड हो जाते हैं तो वो सिकुड़ने लगते हैं और इसकी वजह से नेल पेंट नाखूनों पर सही से नहीं लग पाता है.

नेल पालिश की शीशी को अच्छे से रोल करें

अगर आपकी नेल पेंट काफी समय से ऐसे ही रखी हुई थी तो आप उसे इस्तेमाल से पहले अच्छे से रोल करें ताकि उसका फार्मूला सही ढंग से आपस में मिक्स हो जाए. ज्यादातर महिलाएं नेल पेंट की शीशी को ऊपर से नीचे की तरफ हिलाती हैं जिसकी वजह से उसमें हवा के कारण छोटे बबल बन जाते हैं. एक अच्छे मैनीक्योर के लिए बुलबुले वाला नेल पेंट ठीक नहीं होता है.

ठंडी हवा में सुखाएं नेल पेंट

गर्म हवा में नेलपेंट नहीं सूख पाता है बल्कि ये इसके टेक्सचर को खराब कर देता है. अपने नेल पेंट को सूखाने के लिए नेचुरल तरीके से ठंडी हवा में रहने दें. इसके अलावा आप ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल कर सकती हैं, बस इसकी सेटिंग कोल्ड एयर पर कर दें. नेल पेंट सूखाने के लिए आप एक और तरीका अपना सकती हैं, आप अपनी उंगलियों को बर्फ वाले पानी में दो से तीन मिनट के लिए रख दें.

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