Diwali Special: 8 ब्यूटी पैक से पाएं निखरी व मुलायम Skin

दिवाली का त्यौहार आने में कुछ ही समय शेष रह गए हैं. अगर आप भी इस दिवाली सुंदर व आकर्षक दिखना चाहती हैं तो यह खबर हम खास आपके लिए ही लेकर आए हैं. आज हम आपको 8 ब्यूटी पैक के बारें में बताने जा रहे हैं. इस पैक को लगाकर आप अपने चेहरे पर निखार ला सकती हैं.

1. मलाई-चंदन पाउडर

बराबर मात्रा में मलाई, चंदन पाउडर, गुलाब जल और शहद मिलाकर पेस्ट तैयार करें. अब इसे चेहरे और गले पर लगाएं. 30 मिनट के बाद धो लें. बेहतर रिजल्ट के लिए हफ्ते में 2 बार यह प्रक्रिया दोहराएं.

2. मलाई-आलिव आयल

त्वचा का रंग निखारने के लिए आलिव आयल बेहतरीन उपाय है. 1 टेबलस्पून मलाई में 10 बूंद आलिव आयल मिलाकर पेस्ट तैयार करें. अब इसे चेहरे पर लगाएं. 15 मिनट बाद धो लें.

3. बेसन-हल्दी

बेसन और हल्दी, दोनों त्वचा में निखार लानेवाले पुराने, लेकिन असरदार उपाय हैं. एक चुटकी हल्दी में मलाई और बेसन मिलाएं. अब इसे चेहरे पर लगाएं. 15 मिनट के बाद धो लें. चेहरा दमक उठेगा. ऐसा हफ्ते में दो बार करें.

4. राइस पाउडर-बादाम

त्वचा पर निखार लाने के लिए चावल का आटा बहुत उपयोगी है. इसके लिए चावल का आटा, बादाम पाउडर और मलाई को बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट तैयार करें. इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद पानी से पहले चेहरा गीला करें और स्क्रब करते हुए पेस्ट निकालें. इससे जल्द ही आपको त्वचा में निखार दिखेगा.

5. मिल्क-एलोवेरा जेल

डल और पैची स्किन को रिमूव करने का सबसे आसान तरीका है ये. इसके लिए 2 टेबलस्पून दूध में 1 टीस्पून बादाम पेस्ट, 1 टीस्पून एलोवेरा जेल और 1 टीस्पून शहद मिलाकर पेस्ट तैयार करें. इसे चेहरे पर लगाएं और 30 मिनट के बाद धो लें.

6. सैंडलवुड-रोज वाटर

ये तो आप भी जानती होंगी कि हर ब्यूटी क्रीम में सैंडलवुड यानी चंदन का यूज किया जाता है. कभी चंदन पाउडर तो कभी चंदन का तेल क्रीम में मिलाया जाता है. आप भी घर पर इसका यूज करके 2 टोन निखरी त्वचा पा सकती हैं. 2 टेबलस्पून चंदन पाउडर में गुलाबजल मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार करें और इसे चेहरे पर लगाएं. 15-20 मिनट बाद पानी से चेहरा धो लें. हफ्ते में दो बार ऐसा करें.

7. तुलसी-मिंट पैक

स्वास्थ्यवर्धक तुलसी और पुदीना चेहरे की खूबसूरती निखारने में भी लाभकारी हैं. बराबर मात्रा में तुलसी और पुदीना की पत्तियों को लें और पेस्ट बनाएं. इसे चेहरे पर लगाएं. 30 मिनट के बाद चेहरा धो लें.

8. केसर-मलाई

खूबसूरती निखारने के लिए केसर से बढ़िया और कुछ हो ही नहीं सकता. आमतौर पर लोग रात को सोने से पहले दूध में केसर मिलाकर पीते हैं. इससे त्वचा में निखार आता है. आप केसर और मलाई को बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट तैयार करें और उसे चेहरे व गर्दन पर लगाएं. जल्द ही फर्क महसूस होगा.

Diwali Special: फेस्टिवल पर बनाएं ये इंस्टेंट स्वीट्स

दीवाली अपने साथ ढेर सारा काम लेकर आती है. इन दिनों जहां लोग जमकर शॉपिंग करते हैं वहीं घर की साफ सफाई और सजावट सम्बन्धी अनेकों काम भी किये जाते हैं. इसके साथ ही दीवाली मिठाइयों और भांति भांति के व्यंजनों का भी पर्व है. इतनी व्यस्तता में हम सभी चाहते हैं कि झटपट  कुछ ऐसा बना लिया जाए जो स्वादिष्ट भी हो और आसान भी. आज हम आपको ऐसी ही कुछ डिशेज बनाना बता रहे हैं जिन्हें आप घर की सामग्री से ही बड़ी आसानी से बना सकतीं हैं-

-चॉकलेटी लौकी बर्फी

कितने लोगों के लिए            8

बनने में लगने वाला समय      20 मिनट

मील टाइप                          वेज

सामग्री

लौकी                               500 ग्राम

मिल्कमेड                          1/4 टिन

घी                                     1 टीस्पून

काजू पाउडर                      1 टीस्पून

नारियल बुरादा                    1 टीस्पून

कोको पाउडर                     1 टेबलस्पून

बारीक कटे पिस्ता                1 टीस्पून

विधि

लौकी को छीलकर बीच से काट लें, अब इसके बीज वाले हिस्से को काटकर अलग करके मोटी किसनी से किस लें. अब एक नॉनस्टिक पैन में 1/2 टीस्पून घी डालकर लौकी को मध्यम आंच पर चलाते हुए पकाएं. जब लौकी नरम हो जाये तो मिल्क मेड, नारियल बुरादा और कोको पाउडर डालें और धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पकाएं. घी डालें और जब मिश्रण पैन में चिपकना छोड़ दे तो चिकनाई लगी ट्रे में जमाएं. कटे पिस्ता डालें और ठंडा होने पर चौकोर टुकड़ों में काटकर सर्व करें.

-गुलकंद लड्डू

कितने लोगों के लिए            6

बनने में लगने वाला समय      20 मिनट

मील टाइप                          वेज

सामग्री

नारियल बुरादा                 2 कप

गुलकंद                            2 टेबलस्पून

केसर के धागे                   8-10

इलायची पाउडर             1/4 टीस्पून

टूटी फ्रूटी                       1 टीस्पून

दूध                               1/2 टीस्पून

घी                                1 टीस्पून

विधि

केसर के धागों को पीसकर दूध में डाल दें. 15 मिनट बाद घी को छोड़कर केसर के दूध सहित समस्त सामग्री को एक साथ मिलाएं और हाथों में चिकनाई लगाकर छोटे छोटे लड्डू बनाकर मेहमानों को खिलाएं.

-पीनट बर्फी

कितने लोगों के लिए          8

बनने में लगने वाला समय     20 मिनट

मील टाइप                         वेज

सामग्री

मूंगफली के दाने             500 ग्राम

पिसी शकर                  200 ग्राम

काजू पाउडर                1 टेबलस्पून

घी                              1 टीस्पून

इलायची पाउडर            1/4 टीस्पून

सिल्वर फॉयल             1

विधि

मूंगफली के दानों को बिना घी के भून लें. अब हाथों से मसलकर इनका छिल्का उतार दें. छिल्का उतरे मूंगफली को मिक्सी में पल्स मोड पर बारीक पीस लें. एक पैन में घी डालकर पिसी मूंगफली, काजू पाउडर और शकर डाल कर लगातार चलाते हुए मिश्रण के गाढ़ा होने तक पकाएं. जब मिश्रण बीच में इकट्ठा होने लगे तो चिकनाई लगी ट्रे में जमाकर सिल्वर फॉयल लगाएं. गुनगुने में ही काटकर एयरटाइट जार में रखें.

Diwali Special: यों करें व्हाइट आईलाइनर का इस्तेमाल

आई मेकअप को मिनटों में अट्रैक्टिव लुक देने के लिए आईलाइनर से उम्दा मेकअप प्रोडक्ट और कोई नहीं. इसलिए महिलाएं अपनी खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए ब्लैक से ले कर कलरफुल आईलाइनर भी बिंदास लगाती हैं. लेकिन बात जब व्हाइट आईलाइनर यूज करने की आती है तब वे थोड़ा झिझक महसूस करती हैं. उन्हें लगता है कि व्हाइट आईलाइनर उन के लुक को बिगाड़ सकता है.

अगर आप भी कुछ ऐसी ही सोच रखती हैं तो इसे बदल दें, क्योंकि व्हाइट आईलाइनर आंखों की खूबसूरती बढ़ाने के साथ साथ आईब्रो बोन, लिप्स जैसे फेशियल फीचर को भी हाईलाइट करता है. कैसे, आइए जानते हैं.

1. ब्राइट लुक

अगर आप की आंखें छोटी हैं, तो आई मेकअप की शुरुआत पैंसिल व्हाइट आईलाइनर से करें. आंखों की निचली आईलिड पर व्हाइट आईलाइनर का सिंगल कोट लगाएं. उस के बाद (उस के ऊपर नहीं, उस के पीछे) काजल, ब्लैक या फिर दूसरे किसी कलर का आईलाइनर लगाएं. इस से आप की छोटी आंखें बड़ी नजर आएंगी.

2. विंटेज लुक

अगर आप अपने आई मेकअप को विंटेज लुक देना चाहती हैं, तो लिक्विड व्हाइट आईलाइनर को अपने वैनिटी बौक्स में खास जगह दें. पलकों पर पहले ब्लैक आईलाइनर का डबल कोट लगाएं. सूख जाने पर उस से सटा कर व्हाइट आईलाइनर का डबल कोट लगाएं. ब्लैक ऐंड व्हाइट आईलाइनर का कौंबिनेशन आप को विंटेज लुक देगा.

3. कैट लुक

कैट आई लुक के लिए पलकों पर लिक्विक ब्लैक आईलाइनर का डबल कोट लगाएं. आईलाइनर को आखिरी छोर पर ला कर ऊपर की तरफ ले जाएं. अब निचली आईलिड के सिर्फ कौर्नर पर लिक्विड व्हाइट आईलाइनर लगा कर उसे नीचे की तरफ ले जा कर मोड़ दें.

4. वी लुक

वी लुक के लिए आई कौर्नर (आगे के) पर पैंसिल व्हाइट आईलाइनर से वी का शेप बनाएं. उस के बाद ब्लैक, ब्राउन जैसा चाहे वैसा आईलाइनर लगाएं. व्हाइट आईलाइनर से आई कौर्नर को जितना नुकीला बना सकती हैं बनाएं. इस से आंखें और भी आकर्षक नजर आएंगी.

5. कूल लुक

मिस कूल नजर आना चाहती हैं तो अपने आई मेकअप को भी कूल लुक दें. इस के लिए पहले पलकों पर ब्लैक कलर का लिक्विड आईलाइनर लगाएं. उस के बाद पैंसिल शिमरी व्हाइट आईलाइनर लगा कर हलके से स्मज करें. इस से आई मेकअप को आइसी (बर्फ की तरह) इफैक्ट मिलेगा और आप कूल गर्ल नजर आएंगी.

6. ब्लैक ऐंड व्हाइट लुक

अगर आप ब्लैक ऐंड व्हाइट आउटफिट पहन रही हैं, तो उस के साथ में ब्लैक ऐंड व्हाइट ऐक्सैसरीज कैरी करने के साथसाथ आई मेकअप को भी ब्लैक ऐंड व्हाइट लुक दें. इस के लिए पलकों पर ब्लैक लिक्विड आईलाइनर और निचली आईलिड पर व्हाइट लिक्विड आईलाइनर लगाएं. आप चाहें तो ऊपर व्हाइट नीचे ब्लैक आईलाइनर भी लगा सकती हैं.

7. ड्रामैटिक लुक

पार्टी या फंक्शन में ड्रामा क्वीन का खिताब पाने के लिए सब से पहले पलकों पर ब्लैक या ब्राउन कलर का सिंगल कोट आईलाइनर लगाएं. उस के  बाद लिक्विड व्हाइट आईलाइनर लगाएं. फिर ब्लू, ग्रीन या पर्पल शेड का आईलाइनर लगा कर ग्लिटर आईलाइनर लगा लें. लोगों की निगाहें आप के आई मेकअप पर थम सी जाएंगी.

डिफरैंट आई लुक देने के साथ साथ व्हाइट आईलाइनर चेहरे की कुछ कमियों को छिपाने का भी काम करता है. चलिए जानते हैं किस तरह आप व्हाइट आईलाइनर का इस्तेमाल कर अपनी खूबसूरती में चार चांद लगा सकती हैं.

8. आईलाइनर कम आईशैडो

पैंसिल व्हाइट आईलाइनर का इस्तेमाल आप बतौर व्हाइट आईशैडो भी कर सकती हैं. अगर आप व्हाइट आईलाइनर आईशैडो की तरह लगा कर किसी भी रंग का आईशैडो उस के ऊपर लगाती हैं तो उस का शेड और भी गहरा नजर आता है और आईशैडो लंबे समय तक टिका भी रहता है.

9. प्योर शेड

जब भी ब्लू, ग्रीन, पर्पल जैसा कोई भी कलरफुल आईलाइनर लगाना हो, उस से पहले लिक्विड व्हाइट आईलाइनर लगाएं. फिर उस के ऊपर कलरफुल लिक्विड आईलाइनर लगाएं. व्हाइट बेस होने की वजह से आप को कलरफुल आईलाइनर का प्योर शेड मिलेगा.

10. हाइड डार्क सर्कल्स

अगर आप की आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स हैं तो उन्हें छिपाने के लिए पैंसिल व्हाइट आईलाइनर लगा कर उसे हलके से स्मज करते हुए फैला दें. जब आईलाइनर से डार्क  सर्कल्स पूरी तरह कवर और सैट हो जाएं, तब मेकअप की शुरुआत करें.

11. हाईलाइट आईब्रोज

अपनी आईब्रोज को हाईलाइट करने के लिए आईब्रो बोन पर पैंसिल व्हाइट आईलाइनर लगाएं. इसे अच्छी तरह स्मज करें. इस से आंखों और आईब्रोज के बीच का गैप बढ़ेगा और आईब्रोज और भी आकर्षक नजर आएंगी.

13. करैक्ट आईब्रोज

अगर आप की आईब्रोज बहुत पतली या शेप में नहीं हैं तो पैंसिल व्हाइट आईलाइनर का इस्तेमाल करते हुए आईब्रोज को करैक्ट शेप दें, फिर उन के अंदर ब्लैक या ब्राउन शेड का आईशैडो लगा कर आईब्रोज को फुलर लुक दें.

14. फुलर लिप्स

अगर आप के लिप्स पतले हैं, तो आप पैंसिल व्हाइट आईलाइनर का इस्तेमाल लिप लाइनर की तरह भी कर सकती हैं. व्हाइट आईलाइनर से पहले अपने लिप्स को परफैक्ट शेप दें. उस के बाद लिपस्टिक लगा लें. इस से आप के लिप्स को फुलर लुक मिलेगा.

Diwali Special: अंतस के दीप- दीवाली में कैसे बदली पूजा और रागिनी की जिंदगी

‘‘अरे रागिनी, 2 बज गए, घर नहीं चलना क्या? 5 बजे वापस भी तो आना है स्पैशल ड्यूटी के लिए.’’ सहकर्मी नेहा की आवाज से रागिनी की तंद्रा टूटी. दीवाली पर स्पैशल ड्यूटी लगने का औफिस और्डर हाथ में दबाए रागिनी पिछली दीवाली की काली रात के अंधेरों में भटक रही थी जो उस के मन के भीतर के अंधेरे को और भी गहरा कर रहे थे. नफरत का एक काला साया उस के भीतर पसर गया जो देखते ही देखते त्योहार की सारी खुशी, सारा उत्साह लील गया. रागिनी बुझे मन से नेहा के साथ चैंबर से बाहर निकल आई.

ऐसा नहीं है कि उसे रोशनी से नफरत है. एक वक्त था जब उसे भी दीपों का यह त्योहार बेहद पसंद था. घर में सब से छोटी और लाड़ली रागिनी नवरात्र शुरू होने के साथ ही मां के साथ दीवाली की तैयारियों में जुट जाती थी. सारे घर में साफसफाई करना, पुराना कबाड़, सालभर से इस्तेमाल नहीं हुआ सामान, छोटे पड़ चुके कपड़े और रद्दी आदि की छंटाई करना व उस के बाद घर की सजावट का नया सामान खरीदना उस का शौक था. इन सारे कामों में तुलसीबाई और पूजा भी उस का हाथ बंटाती थीं और सारा काम मजेमजे में हो जाता था.

दीवाली के सफाई प्रोजैक्ट में कई बार स्टोर में से पुराने खिलौने और कपड़े ?निकलते थे जिन्हें रागिनी और पूजा पहनपहन कर देखतीं व मां को दिखातीं, कभी टूटे हुए खिलौनों से खेल कर बीते हुए दिनों को फिर से जीतीं…मां कभी खीझतीं, कभी मुसकरातीं. कुल मिला कर हंसीखुशी के साथ घर में दीवाली के स्वागत की तैयारियां की जाती थीं.

पूजा उन की घरेलू सहायिका तुलसीबाई की एकलौती बेटी थी और दोनों मांबेटी उन के घर में ही छत पर बने छोटे से कमरे में रहती थीं. पूजा के पिता की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी. पति की मृत्यु के बाद जवान विधवा तुलसीबाई पर उन की झुग्गी बस्ती का हर पुरुष बुरी नजर रखने लगा तो उस ने रागिनी की मां शीला से उन के घर में रहने की इजाजत मांगी. शीला को वैसे भी एक फुलटाइम सहायक की जरूरत थी, सो, उन्होंने खुशीखुशी हामी भर दी. तब से इस पूरी दुनिया में रागिनी का परिवार ही उन का अपना था. पूजा रागिनी से लगभग 10 वर्ष छोटी थी. खूबसूरत गोलमटोल पूजा उसे गुडि़या सी लगती थी और गुडि़या की तरह ही सजाती, उस के बाल बनाती और उस के साथ खेला करती थी.

समय के साथ दोनों लड़कियां बड़ी हो रही थीं. रागिनी ने इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटैक की डिगरी ली और एक कंपीटिशन एग्जाम पास कर बिजली विभाग की राजकीय सेवा में आ गई. रागिनी को पहली पोस्ंिटग जैसलमेर के पास एक छोटे से कसबे फलौदी में मिली. रागिनी के मम्मीपापा उसे अपने शहर जोधपुर से इतनी दूर अकेली भेजने में संकोच कर रहे थे. तभी तुलसीबाई ने उन की मुश्किल यह कह कर आसान कर दी कि दीदी, बुरा न मानें तो छोटे मुंह बड़ी बात कहूं? आप पूजा को रागिनी बेबी के साथ भेज दीजिए. यह उन का छोटामोटा काम कर देगी, दोनों का मन भी लगा रहेगा और आप बेफिक्र भी हो जाएंगी.

हालांकि यह खयाल शीला के दिल में भी आया था मगर वह यह सोच कर चुप रह गई कि पराई बेटी की सौ जिम्मेदारियां होती हैं, कल को कोई ऊंचनीच हो गई तो क्या जवाब दूंगी तुलसी को?

और फिर रागिनी जब अपने पूरे परिवार यानी मम्मीपापा, तुलसीबाई और पूजा के साथ अपनी नौकरी जौइन करने आई तो सब को एकसाथ देख कर रागिनी के अधिकारी मुसकरा उठे. 4 दिन रैस्टहाउस में रह कर स्टाफ की मदद से औफिस के पास ही 2 कमरों का एक छोटा सा फ्लैट किराए पर ले कर रागिनी और पूजा को वहां शिफ्ट कर दिया गया. अब मम्मीपापा रागिनी की तरफ से पूरी तरह बेफिक्र थे.

रागिनी की फील्ड की जौब थी. अकसर उसे साइट्स पर दूरदूर जाना पड़ता था. कई बार तो वापसी में रात भी हो जाती थी. मगर उस के अधिकारी और स्टाफ सभी अच्छे स्वभाव के थे, इसलिए उसे कोई परेशानी नहीं होती थी. घर आते ही पूजा गरमागरम खाना बना कर उस के इंतजार में बैठी मिलती. दोनों साथसाथ खाना खातीं, रागिनी दिनभर का हाल पूजा को सुनाती, उसे दिनभर में मिलने वाले तरहतरह के लोगों के बारे में बताती और दोनों खूब हंसतीं. कुल मिला कर सबकुछ ठीकठाक चल रहा था.

4 महीने बाद रागिनी का खास त्योहार दीवाली आया. वह त्योहार पर अपने घर नहीं जा सकती थी. जिस तरह पुलिस वालों की होली पर और पोस्टमैन की रक्षाबंधन पर स्पैशल ड्यूटी लगती है उसी तरह बिजली विभाग के इंजीनियर्स की दीवाली पर स्पैशल ड्यूटी लगाई जाती है, ताकि बिजली की व्यवस्था सुचारु बनी रहे और लोग बिना व्यवधान के यह त्योहार मना सकें.

रागिनी की धनतेरस से दीवाली तक 3 दिन शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक स्पैशल ड्यूटी लगाई गई. पहले 2 दिनों की ड्यूटी आराम से निबट गई. रागिनी की असली परीक्षा तो आज यानी दीवाली के मुख्य त्योहार के दिन ही होनी थी. वह तय समय पर अपने सबस्टेशन पहुंच गई. शाम लगभग 7 बजे फीडरों पर बिजली का लोड बढ़ने लगा. 8 बजे तक लोड स्थिर हो गया और इस बीच किसी तरह की कोई ट्रिपिंग भी नहीं आई यानी सबकुछ सामान्य था.

‘अब लोड और नहीं बढ़ेगा, मुझे एरिया का एक राउंड ले लेना चाहिए,’ यह सोचते हुए रागिनी गाड़ी ले कर राउंड पर निकली. अपनी गली के पास से गुजरते हुए अचानक पूजा का खयाल आ गया तो सोचा, ‘आ ही गई हूं तो घर में दीयाबाती करती चलूं वरना पूजा रात 12 बजे तक घर में अंधेरा किए बैठी रहेगी.’

उसे देखते ही पूजा खुश हो गई. पहली बार दोनों ने घर में दीये जलाए और थोड़ा सा कुछ खा कर रागिनी फिर से निकल पड़ी अपनी ड्यूटी पर.

अब बस, इसी तरह का शेड्यूल बन गया था हर दीवाली पर रागिनी 5 बजे ड्यूटी पर जाती और 8 बजे फिर से ड्यूटी पर चली जाती, फिर दीवाली के दूसरे दिन सप्ताहभर की छुट्टी ले कर दोनों बहनें मम्मीपापा के पास जोधपुर चली जातीं त्योहार मनाने और सालभर की थकान उतारने…

पिछले 3 सालों में काफीकुछ बदल गया था रागिनी और पूजा की लाइफ में. 2 साल पहले अचानक हार्टअटैक से तुलसीबाई की मृत्यु हो गई. पूजा अनाथ हो गई. रागिनी के मम्मीपापा ने उसे विधिवत गोद ले कर अपनी बेटी बना लिया. रागिनी तो उसे हमेशा से ही अपनी छोटी बहन सा प्यार करती थी, अब इस रिश्ते पर सामाजिक मुहर भी लग गई.

सालभर पहले रागिनी की शादी विवेक से हो गई. विवेक भी उसी की तरह विद्युत विभाग में अधिकारी था. उस की पोस्टिंग जैसलमेर में थी. शादी के बाद यह उन की पहली दीवाली थी. मगर हमेशा की तरह दोनों की ही ड्यूटी अपनेअपने सबस्टेशन पर लगी थी. इसलिए दोनों को ही अपनी पहली दीवाली साथ नहीं मना पाने का दुख था. दीवाली के अगले दिन रागिनी विवेक के पास जैसलमेर और पूजा मांपापा के पास जोधपुर चली गई. पहली बार दोनों बहनें अलगअलग बसों में सवार हो कर गई थीं.

रागिनी और उस के घर वाले सभी अब चाह रहे थे कि विवेक और उस का ट्रांसफर एक ही जगह हो जाए तो वे रागिनी की चिंता से मुक्त हो कर पूजा की शादी के बारे में सोचें. दोनों परिवारों ने बहुत कोशिश की, कई नेताओं की सिफारिश लगवाई, सरकारी नियमों का हवाला दिया और लगभग सालभर की मेहनत के बाद आखिरकार रागिनी का ट्रांसफर फलौदी से जैसलमेर हो गया. रागिनी बहुत खुश थी. अब उसे विवेक की जुदाई नहीं सहनी पड़ेगी. अब उस का परिवार पूरा हो सकेगा और पूजा की भी शादी हो जाएगी. कई तरह के सपने देखने लगी थी रागिनी.

ट्रांसफर के बाद पूजा भी रागिनी के साथ जैसलमेर आ गई. यहां विवेक को बड़ा सा सरकारी क्वार्टर मिला हुआ था. एक सहायक भी था घर के काम में मदद करने के लिए, मगर वह सिर्फ बाहर के काम ही देखता था. घर के अंदर की सारी व्यवस्था पूजा ने संभाल ली थी.

अब रागिनी यही कोशिश करती थी कि उसे देर तक घर से बाहर न रहना पड़े. वह औफिस से जल्दी घर आ कर ज्यादा से ज्यादा टाइम विवेक के साथ बिताना चाहती थी. अकसर दोनों शाम को घूमने निकल जाते थे और देररात को लौटते थे. मगर चाहे कितनी भी देर हो जाए, रात का खाना वे पूजा के साथ ही खाते थे. छुट्टी के दिन रागिनी पूजा को भी अपने साथ ले कर जाती थी. कभी पटवों की हवेली, कभी सोनार किला, कभी गढ़ीसर लेक और कभी सम के धोरों पर. तीनों खूब मस्ती करते थे. पूजा भी अधिकार से विवेक को जीजूजीजू कह कर उस से मजाक करती रहती थी. पूरा घर तीनों की हंसी से गुलजार रहता था.

देखते ही देखते फिर से दीवाली आ गई. इस बार रागिनी पूरे उल्लास से यह त्योहार मनाने वाली थी. हमेशा की तरह दोनों बहनों ने मिल कर घर की साफसफाई की, कई तरह के नए सजावटी सामान खरीद कर घर को सजाया. 2 दिन पहले दोनों ने मिल कर कई तरह की मिठाइयां व नमकीन बनाईं. नए कपड़े खरीदे गए. पूरे घर पर रंगीन रोशनी की झालरें लगाई गईं. घर के मुख्यद्वार पर इस बार पूजा ने सुंदर सी रंगोली भी बनाई थी.

हमेशा की तरह शाम 5 बजे रागिनी अपनी ड्यूटी पर निकल गई और विवेक अपनी पर. धनतेरस और छोटी दीवाली बिना किसी अड़ंगे के निकल गई. आज दीवाली का मुख्य त्योहार था. रागिनी विवेक को सरप्राइज देना चाहती थी. वह लगभग 8 बजे औफिस से निकली और सीधे मार्केट गई. ज्वैलरी के शोरूम से विवेक के लिए सोने की चेन ली जो उस ने धनतेरस पर बुक करवाई थी और घर की तरफ गाड़ी घुमा ली.

घर पहुंचने से पहले ही न जाने क्यों किसी अनहोनी की आशंका से उस का दिल बैठने लगा. घर के बाहर शगुन का एक भी दीया नहीं जलाया था आज पूजा ने. घर का दरवाजा भी अंदर से बंद है. दीवाली के दिन तो पूजा घर का दरवाजा एक मिनट के लिए भी बंद नहीं करने देती थी. कहीं उसे कुछ हो तो नहीं गया…घबराई हुई रागिनी जोरजोर से दरवाजा पीटने लगी. दरवाजा कुछ देर में खुला. खुलते ही पूजा रोती हुई रागिनी से लिपट गई.

पूजा के आंसू और विवेक का हड़बड़ाहट में अपनी पैंट पहनते हुए घर से बाहर निकलना, वहां हुए हादसे को बयान करने के लिए काफी था. पत्थर हो गई रागिनी. उस ने तुरंत पूजा का हाथ थामा और निकल गई घर से. रात दोनों ने रोतेरोते विभाग के गैस्टहाउस में बिताई और सुबह होते ही दोनों जोधपुर के लिए निकल गईं.

पीछेपीछे विवेक भी आया था माफी मांगने, मगर रागिनी को अब ऐसे व्यक्ति का साथ कतई स्वीकार नहीं था जिस ने अपनी बहन जैसी साली पर बुरी नियत रखी. मम्मीपापा ने भी उस का ही साथ दिया और दोनों का रिश्ता बनने से पहले ही टूट गया.

आज उसे विशाल बहुत याद आ रहा था जो कालेज के समय से ही उसे बेहद पसंद करता था, उस से शादी करना चाहता था. धर्म के ठेकेदारों के हिसाब से वह छोटी जाति का था, इसलिए रागिनी की हिम्मत नहीं हुई थी उस का जिक्र अपने मम्मीपापा के सामने करने की. हां, पूजा जरूर सबकुछ जानती थी, विवेक से रिश्ता जुड़ने के बाद रागिनी अपने अनकहे प्यार को दिल के एक कोने में दफन कर के सिर्फ विवेक की हो कर रह गई थी.

एक ही विभाग और एक ही शहर होने के कारण रागिनी का विवेक से सामना होना लाजिमी था. उस ने फिर से कोशिश कर के अपना ट्रांसफर फलौदी करवा लिया. पूजा ने सारा कुसूर अपना मानते हुए कभी शादी न करने का रागिनी के साथ रहने की जिद पकड़ ली. मगर रागिनी नहीं चाहती थी कि उस की बहन की जिंदगी बरबाद हो. पिछले दिनों ही एक अच्छा सा लड़का देख मांपापा ने पूजा की शादी करवा दी.

इस दीवाली रागिनी बिलकुल अकेली थी. तन से भी और मन से भी…आज दीवाली का मुख्य त्योहार है. वह बुझे मन से अपनी ड्यूटी कर रही थी. हर बार की तरह आज भी रात 8 बजे वह एरिया के राउंड पर निकली तो अभ्यस्त सी गाड़ी खुदबखुद घर की तरफ मुड़ गई. यह क्या? घर के बाहर दीये किस ने जला दिए. घर का दरवाजा भी खुला हुआ था. दरवाजे पर खड़ी रागिनी पसोपेश में थी, तभी किसी ने पीछे से आ कर उसे बाहों में भर लिया, ‘‘दीवाली मुबारक हो, दीदी.’’

‘‘अरे, पूजा, तुम यहां? आने की खबर तो दी होती. मैं स्टेशन पर गाड़ी भेज देती.’’

‘‘तब यह खुशी कहां देखने को मिलती हमें, दीदी जो अभी आप के चेहरे पर दिखी है,’’ पूजा ने उस का चेहरा अपनी हथेलियों में थामते हुए कहा. पूजा के पति ने झुक कर रागिनी के पांव छू लिए.

‘‘और हां, हम सब ने तय किया है कि अब से आने वाली हर दीवाली हम सब साथसाथ मनाएंगे हमेशा की तरह, पूजा फिर से अपनी बहन से लिपट गई.’’

‘‘अरे भई, और भी बहुत से लोग आए हैं.’’ पीछे से मांपापा की आवाज आई तो रागिनी ने मुड़ कर देखा. मां के पीछे खड़ा विशाल शरारत से मुसकरा रहा था. मां ने रागिनी का हाथ विशाल के हाथ में थमाते हुए कहा, ‘‘हमें पूजा ने सबकुछ बता दिया है. तुम दोनों को दीवाली बहुतबहुत मुबारक हो.’’ यह सुन कर रागिनी की पलकें शर्म से झुक गईं.

घरों की मुंडेरों और छज्जों पर जगमगाते दीपकों के साथ रागिनी के भीतर भी खुशी की लौ झिलमिलाने लगी.

‘‘चलो, चलो, जल्दी से खाना लगा लें, फिर आतिशबाजी करेंगे. दीदी को वापस ड्यूटी पर भी तो जाना है,’’ पूजा ने कहा तो सब मुसकरा उठे. रागिनी मां के कंधे पर सिर टिकाए घर के भीतर चल दी. सब से पीछे चल रहे पापा ने सब की नजर बचा कर अपने आंसू पोंछ लिए.

Diwali Special: दीवाली पर ऐसे दिखें स्टाइलिश

फेस्टिव सीजन यानी कलर, ब्राइटनेस और ऐनर्जी से भरपूर वह समय जब दिल और दिमाग एक अलग तरह की खुशी व उत्साह से सरोबार रहता है. फेस्टिवल में सिर्फ घर ही सजावट से नहीं चमचमाता, हम भी नए नए कपड़ों में सजधज कर हर्षोल्लास से त्योहार मनाते हैं. इस दीवाली ग्लैमर का तड़का लगाना और दूसरों से अलग दिखना है तो ध्यान रखिए निम्न बातों का.

– दीवाली के दिन आप चटक व भड़कीले रंग जैसे रौयल ब्लू, पैरट ग्रीन, गहरे मरून, लाल और गहरे गुलाबी रंग के परिधान पहन सकती हैं.

– ब्लिंग या चमकीले कुर्ती के साथ आप चूड़ीदार पहन सकती हैं और बांधनी दुपट्टा ले सकती हैं, हल्के मेकअप के साथ कानों में बड़े झुमके पहन सकती हैं.

– फ्यूजन (भारतीय-पश्चिमी) लुक के लिए ब्लिंग टाप के साथ आप प्रिंटेड सिल्क स्कर्ट पहन सकती हैं, या चाहें तो दुपट्टा भी ले सकती हैं.

– परंपरागत परिधान के साथ वेस्टर्न लुक के लिए आप लंबा गाउन और मंगलापुरी ड्रेस आजमा सकती हैं, इसके साथ झुमका और रस्टिक सिल्वर नेकपीस पहनें.

– ब्राइडल ड्रेस में कुछ आसान से बदलाव के साथ आप इसे फिर से पहन सकती हैं.

– प्लेन जार्जेट या शिफान साड़ी के साथ कंट्रास्ट कलर का ब्लाउज पहनें. यह भारी काम वाले ब्लाउज पहनने पर आपके लुक को बैलेंस करेगा. अगर आप चोली पहन रही हैं तो उसके साथ दिन या शाम के फंक्शन के लिए साथ जार्जेट या शिफान की चौड़े बौर्डर वाली साड़ी पहनें.

– एक्सेसरी के तौर पर पार्टी क्लच लेना नहीं भूलें.

– दुपट्टे के सिपंल बार्डर वाले सिंपल सूट के ऊपर लिया जा सकता है, साथ में क्लासिक रिस्ट वाच और क्लच लें. दुपट्टे को प्लाजो पैंट्स के साथ भी कैरी कर सकती हैं.

– लंहगे को आप प्लेन रौ सिल्क ब्लाउड या अलग रंग की चोली के साथ पहन सकती हैं. लंहगे के ऊपर कम कढ़ाई वाला दुपट्टा ओढ़ें. कम गहने पहनें और कंप्लीट लुक के लिए पार्टी क्लच कैरी करें.

– ऊपर और अंदर की तरफ की लैशलाइन पर ब्लू काजल लगाएं और आईशैडो बिल्कुल नहीं लगाएं, लेकिन आप स्मज प्रूफ काजल लगा सकती हैं जो उमस के मौसम में नहीं फैले.

– नैचुरल लुक के लिए गालों पर पीच रंग का ब्लश लगाएं और गुलाबी रंग का ब्लश लगाने से बचें.

– अच्छे रंग की लिपस्टिक लगाना नहीं भूलें, आप चाहें तो न्यूड शेड की लिपस्टिक लगा सकती हैं. होंठ अगर रूखे या फट गए हैं तो पहले बाम लगा लें. ज्यादा देर तक रंग लिपस्टिक को होठों पर बरकरार रखने के लिए लिप ग्लास लगाएं. मैट औरेंज या हल्के गुलाबी रंग की लिपस्टिक लगाएं.

Diwali Special: इन टिप्स को फौलों कर दीवाली पर घर को दें नया लुक

घर को सजा कर रखना हर किसी को पसंद आता है, लेकिन फेस्टवल के मौके पर हर कोई घर को खूबसूरत दिखाना चाहता है. घर को सजाने में हर किसा को मजा आता है. हर कोई अपने गेस्ट को घर दिखाने के लिए बेताब रहते हैं. अगर आप भी अपने घर को फेस्टिल लुक देना चाहते हैं तो इन टिप्स को ट्राय करें…

1. पहले से करें तैयारी

घर के परदे झाड़ लें. यदि अधिक मैले हों तो उन्हें धुला कर प्रेस करा लें. किचन के सभी कपबोर्ड अंदरबाहर से चमका कर सभी सामान यथास्थान रख दें. फ्रिज को भी साफ करना न भूलें. किचन के मसालों और दाल वगैरह के सभी डब्बे चमका दें. टाइल्स और सिंक को भी चमकाएं. अगर घर में कुरसियां कम हों तो अपनी पाकेट के हिसाब से दरी, चटाई या कालीन खरीद लें.

2. खुशबू मिट्टी की

मिट्टी या टेराकोटा से बने गमले और अन्य कलाकृतियां आजकल ₹200 से ले कर ₹1000 तक में आसानी से मिल जाती हैं. खूबसूरत रंगों से रंगा, आकार में लंबा लेकिन पतला बांस ले कर उस में लंबी डंडी वाला कृत्रिम फूल रख कर ड्राइंगरूम के कोने में रखें. कमरे का लुक भी बदल जाएगा और इस के लिए अलग से जगह भी नहीं बनानी पड़ेगी.

3. फूलों से गुलजार आशियाना

अनेक फूलों का एक बंच बना कर सैंटर टेबल पर रखने से बेहतर होगा कि अलगअलग रंग के फूलों को 1-1 या 2-2 कर के पारदर्शी बोतलों में पानी भर कर उन में रखें. इन बोतलों को घर की अलगअलग जगहों पर रखें ताकि पूरे घर को फ्रैश लुक मिले.

7. बैठने की व्यवस्था

ड्राइंगरूम में सभी सोफे दीवारों के साथ सटा दें. उन के साथ घर की सारी कुरसियां, मोढ़े आदि रख दें. छोटे स्टूल भी वहीं रख दें, जिन पर मेहमान अपने खाली कपगिलास रख सकें. अगर कुरसियां कम हैं तो ड्राइंगरूम में एक गद्दा बिछा कर उस पर सुंदर सी चादर बिछा दें. गोल सिरहाने और कुशन सजा दें. बच्चों के कमरे से फालतू सामान हटा दें. एक दरी या कालीन बिछा दें. बच्चों को बैठाने की व्यवस्था यहीं कर दें.

Diwali Special: मेहमानों को परोसें कश्मीरी पनीर टिक्का

फैस्टिव सीजन के मौके पर अगर आप मेहमानों और अपनी फैमिली के लिए स्टार्टर में पनीर की डिश परोसना चाहते हैं तो कश्मीरी पनीर टिक्का की आसाना रेसिपी ट्राय करना ना भूलें.

सामग्री

800 ग्राम पनीर

10 हरीमिर्चें

1/2 छोटा चम्मच कालानमक

1 बड़ा चम्मच अदरकलहसुन का पेस्ट

100 ग्राम प्रौसैस्ड चीज

1 कप क्रीम

100 ग्राम काजू

2 छोटे चम्मच केसर का पानी

1 बड़ा चम्मच तेल

कालीमिर्च स्वादानुसार

नमक स्वादानुसार.

विधि

पनीर को 2 इंच के क्यूब्स में काट लें और अदरकलहसुन के पेस्ट, कालीमिर्च और नमक के मिश्रण से मैरिनेट करें. फिर चीज, काजू, क्रीम को ग्राइंड कर मिश्रण तैयार कर लें. इस मिश्रण में स्वादानुसार कालीमिर्च और नमक भी डालें. फिर इस मिश्रण में पनीर के टुकड़ों को मैरिनेट करें और ऊपर से केसर का पानी भी डालें. इस के बाद पनीर के टुकड़ों को स्कीवर्स में लगा कर तंदूर में रोस्ट कर सर्व करें.

Diwali Special: फैस्टिव सीजन में बनाएं रसमलाई

फेस्टिव सीजन में अगर आप दुकानों वाली रसमलाई का स्वाद चखना चाहते हैं तो ये रेसिपी आपके काम की है, जिसे आप आसानी से परोस सकते हैं.

सामग्री

8 छेने के रसगुल्ले

1/2 लिटर दूध

20 ग्राम चीनी

1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर

2-3 बूंदें केवड़ा वाटर

गार्निशिंग के लिए जरूरतानुसार बादाम व पिस्ते के टुकड़े

विधि

रसगुल्लों को हलके हाथों से प्रैस कर के उन का रस निकाल कर अलग कर लें. दूध को कुछ देर उबालने के बाद चीनी व इलायची पाउडर मिला दें.

फिर इस में रसगुल्ले डाल कर कुछ देर और उबालें. अब केवड़ा वाटर मिला कर आंच से उतार लें. पिस्ता व बादाम से सजा कर परोसें.

Diwali Special: वैक्‍सिंग से नहीं होगा दर्द

जब आप पहली बार वैक्सिंग कराती हैं तो आपको ज्यादा दर्द होता है और आपको वैक्सिंग शब्द से डर लगने लगता है.

वैक्सिंग के दौरान जब बाल स्किन से अलग होता है तो काफी दर्द होता है. फिर आपको लगता है कि क्या इस दर्द को कम किया जा सकता है? तो इसका जबाब है हाँ, हो सकती है. इन उपायों की मदद से आप अपनी वैक्सिंग दर्द रहित बना सकते हैं.

1. सुबह कॉफी ना पीएं

जिस दिन आपको वैक्सिंग करवानी है उस दिन सुबह कॉफी न पीएं. ऐसा करने से दर्द थोड़ा कम हो सकता है. कॉफी में कैफीन मौजूद होता है जो इस के दोनों छोरों को उत्तेजित करता है और वैक्सिंग में जब बाल खिंचते हैं तो काफी दर्द होता है.

2. पीरियड के दौरान वैक्सिंग न कराएं

पीरियड के दौरान वैक्सिंग नहीं करानी चाहिए क्योंकि इस समय आपकी त्वचा काफी संवेदनशील रहती है. वैक्सिंग कराने का सबसे सही समय है जब आपका पीरियड खत्म हो गया हो क्योंकि तब आपका शरीर नार्मल हो जाता है और वैक्सिंग सही तरीके से हो सकती है.

3. वैक्सिंग सेशन को सही रखने के लिए एक्सफोलिएट कर लें

इससे शरीर से डेड सेल निकल जाते हैं और वह बाल जो डेड स्किन सेल के अंदर रहते हैं वह भी निकल जाते हैं. जब यह हो जाता है तब बालों का निकलना दर्दभरा नहीं होता.

4. गर्म स्नान

वैक्सिंग कराने से पहले ठंडे नहीं बल्कि गर्म पानी से नहाएं. गर्म पानी से नहाने से आपकी त्वचा के रोमक्षिद्र खुल जाएंगे और त्वचा की ऊपरी परत कोमल हो जायेगी.

5. ढ़ीले कपड़े

वैक्सिंग के दौरान ढ़ीले कपड़े पहनें ताकि वैक्सिंग में कोई परेशानी ना हो. वैक्सिंग के बाद आपकी त्वचा कुछ समय के लिए काफी संवेदनशील रहती है. आपको ढ़ीले कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि टाइट कपड़ों से त्वचा में खुजली या अन्य परेशानी हो सकती है. नेचुरल फाइबर का इस्तमाल करें क्योंकि इससे आपकी त्वचा में परेशानी नहीं होगी और पसीना नहीं आएगा.

6. वैक्स को ठंडा होने दें

यह आपका पहला वैक्सिंग सेशन न हो तब भी आपको वैक्स को अच्छी तरह से ठंडा होने देना चाहिए. कई लोग काफी गर्म वैक्स त्वचा पर लगवा लेते हैं जिससे जलने की समस्या आ सकती है. ज़्यादा गर्म वैक्स का इस्तमाल करने से त्वचा की कुछ परतें निकल कर बाहर आ सकती हैं. इसलिए बिकिनी या ब्राजीलियन वैक्स के समय सचेत रहें.

7. नम्ब करने वाली क्रीम

अगर आपको लगता है कि आपकी त्वचा काफी संवेदनशील है तो आप वैक्सिंग वाली जगह पर नम्ब करने वाली क्रीम का इस्तमाल कर सकते हैं. यह तब ज्यादा असरदार होता है जब आप बिकिनी या ब्राजीलियन वैक्स करवा रहे हों. नम्ब करने वाली क्रीम से शरीर के उस भाग की त्वचा नम्ब हो जाती है जहां आपको वैक्सिंग करवानी है और आपको दर्द रहित वैक्सिंग का एहसास होता है. इस क्रीम को आपको वैक्सिंग कराने से आधे घंटे पहले लगाना होता है.

8. दर्द से मुक्ति

अगर आपको लगता है कि आपका वैक्सिंग सेशन खराब होने वाला है तो अंतिम उपाय है कि आप दर्द से मुक्ति के लिए दवाई ले लें. अंतिम समय में एडविल, इबुप्रोफेन, एस्पिरिन जैसी दवाइयां ली जा सकती हैं. वैक्सिंग से आधा घंटा पहले इन्हें खाएं ताकि आपका वैक्सिंग सेशन सही रहे.

9. एलो वेरा जेल

जब आपकी वैक्सिंग हो जाए तो एक्सपर्ट से कहकर एलो वेरा जेल या कोई ऐसा ही जेल लगवा लें ताकि त्वचा पर लाल निशान न पडें. एलो वेरा जेल लगाने से आपकी त्वचा को अच्छा लगेगा और यह त्वचा को हाइड्रेट भी करती है.

10. चार हफ्ते पहले तक शेव न किया हो

जब वैक्स करवाने जाएं तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपने तीन से चार हफ्ते पहले तक शेव न किया हो. ऐसा कहते हैं कि कम से कम एक इंच बाल रहने चाहिए तभी वैक्सिंग में सुविधा होती है. इसका मतलब है कम से कम एक महिना बिना शेव किये हुए रहें. काफी छोटे बालों को निकालना काफी मुश्किल होता है जैसे काफी लंबे बालों को निकालने में दर्द होता है.

Diwali Special: चुटकियों में करें कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का संतुलन

त्योहारों का मौसम सभी के लिए उत्साह से भरा होता हैं, क्योंकि इस दौरान मुंह में पानी लाने वाले व्यंजनों को खाने का मौका भी मिलता हैं, लेकिन इसमें शामिल खाद्यपदार्थ ज्यादातर शुगर के साथ तैलीय भी होते है, ऐसे पदार्थ स्वास्थ्य के लिए बडे हानिकारक हो सकते हैं. इस बारें में औरंगाबाद के डॉ.हेडगेवार अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. अनंत पंढरे कहते है कि उच्च ट्राइग्लिसराइड के स्तर और कोलेस्ट्रॉल जैसी स्वास्थ्य स्थितियों को बढावा देनेवाले पदार्थ आगे जाकर हृदय रोगों की जोखिम को बढ़ाते हैं.हालाँकि 2 साल कोविड 19 से परेशान होने और घर से न निकल पाने की वजह से इस बार हर कोई किसी भी त्यौहार को जमकर मना रहे है.

ये अच्छी बात है कि परिवार के साथ त्यौहार खूब जमकर मनाये, लेकिन कुछ बातों पर अवश्य ध्यान रखें, ताकि आप कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को संतुलन बनाए रखने में समर्थ हो,यहां कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय निम्न हैं:

अधिक चीनी के सेवन से बचे

फ्रुक्टोज, शर्करा का विशेष रुप हैं. इससे शरीर का ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ता हैं. इसलिए, त्योहारों के दौरान बाहर जाने पर, कैंडी, बेक्ड गुड्स और आइसक्रीम सहित अतिरिक्त चीनी से बने खाद्य पदार्थों से बचें. शुगर फ्री मिठाईमें फ्रुक्टोज होता हैं और इससे फैट बढने की संभावना अधिक होती हैं. चाहे वह सामान्य मिठाई हो या चीनी मुक्त मिठाई, हमेशा याद रखेंकि वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है.

रिफाईन्ड खाद्य पदार्थों का करें विरोध

सफेद ब्रेड, चावल, पास्ता, आदि जैसे खाद्य पदार्थ जो अक्सर फूड काउंटर पर आसानी से मिल जाते हैं. ये अधिक आसानी से चीनी में परिवर्तित हो जाते हैं.इसका परहेज कर और अनाज वाले खाद्य पदार्थों को चुनकर,आसानी से अपने ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बनाए रख सकते हैं.

आहार में करें शामिल फाइबर

उत्सव से दिनोंमें घर पर फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें.एक शोध के अनुसार, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में जटिल कार्बोहाइड्रेट सामग्री होती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद होती हैं. यह ट्राइग्लिसराइड की वृद्धि को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, जो भोजन के तुरंत बाद बढ़ता है. भोजन में सलाद और सब्जियों को हमेशा शामिल करें. फाइबर, अनाज और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों जैसे फलों और सब्जियों में अधिक पाया जाता है.

सही फैट का सेवन

ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल को स्वाभाविक रूप से बनाए रखने का एक आसान तरीका है,सालमन, जैतून के तेल और डाइटरी प्रोडक्ट आदि का प्रयोग करना, जो सप्लीमेंटकी तरह होता है जिसमे ओमेगा -3 फैटी एसिड होता हैं.  इसके अलावा सॅच्युरेटेड फैट जो मांस और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलता है, जैसे आइसक्रीम, पनीर आदि से कुल दैनिक कैलोरी के रूप में 5 से 6 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए और कोलेस्ट्रॉल का दैनिक सेवन 300 मिलीग्राम से अधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. इसके अलावाएक बार प्रयोग किये गएफ्राइंग तेल का पुन: उपयोग न करें.

रेड मीट की जगह चुनें मछली

ओमेगा -3हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं और ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करने में मदद करता है. जब आप किसी बाहर खाना खाने जा रहे हों, तो मछली के सेवन को अधिक प्राथमिकता दें, डॉक्टर्स का सुझाव है कि जिन मछलियों में ओमेगा-3 की मात्रा अधिक होती है, उन्हें हफ्ते में दो बार खाना चाहिए.

नियमित रूप से करें व्यायाम

नियमित व्यायाम करना सभी के लिए आवश्यकहोता है,खासकर हाई ट्राइग्लिसराइड्स वाले लोगों के लिए वर्कआउट बहुत अधिक जरुरी होता है. इससे रक्त में शुगर की मात्रा कम होने के अलावा शरीर की क्षमता को बढाने में मदद मिलता है और शरीर द्वारा ट्राइग्लिसराइड्स में परिवर्तित होने वाली शर्करा की मात्रा को कम करता है. मध्यम एरोबिक व्यायाम से भी हृदय रोग वाले लोगों में ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में काफी सहायक होती है. हर दिन कम से कम 30 मिनट की मध्यम शारीरिक गतिविधि अवश्य करें.

वजन नियंत्रित रखें

वजन को नियंत्रित रखने की जरूरत हमेशा से ही होता आया है,हालाँकि कुछ लोगों की सोच है कि मोटापे से अगर उन्हें कोई तकलीफ नहीं, तो उन्हें इसे कम करने की जरुरत नहीं. कम उम्र में भले ही इसके साइड इफ़ेक्ट न दिखे, लेकिन उम्र के बढ़ने के साथ अधिक वजन होने से शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है. साथ ही मेटाबोलिक प्रक्रिया की काम करने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे उच्च ट्राइग्लिसराइड्स होता है. हेल्दी कैलोरीज का सेवन करस्वस्थ वजन बनाए रखें और ट्राइग्लिसराइड्स कम करें. त्योहारों के मौसम में खाने को छोड़ने या मिठाई से परहेज करने के बजाय छोटे-छोटे हिस्से में खाना खाएं. इससे वजन ठीक रहेगा और व्यक्ति स्वस्थ अनुभव कर सकेगा.

अंत में यही कहना सही रहेगा कि त्योहारों को तभी एन्जॉय किया जा सकता है, जब शरीर स्वस्थ और मजबूत हो, ऐसे में स्वस्थ जीवन शैली की आदतों को अपनाने की कोशिश करें. याद रखें, भोजन जीवन के लिए आवश्यक है, लेकिन समझदारी से खाना एक कला है. इसलिए अपने पोषण को बुद्धिमता से समझें.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें