Diwali Special: फेस्टिवल में हो घर-घर पार्टी

आज के दौर में सभी पर काम का बोझ अधिक है. ऐसे में औफिस या बिजनैस से त्योहार के दिन भी छुट्टी मिलनी मुश्किल होती है. दीवाली या दशहरा में 1-2 दिनों की छुट्टी ही मिल पाती है. ऐसे में सभी का आपस में मिलना संभव नहीं होता. अगर पूरे फैस्टिवल सीजन में अलगअलग जगहों पर पार्टियों के आयोजन हों तो बहुत सारे लोग आपस में मिल सकते हैं. एक ही जगह पर पार्टी होने से लोगों की संख्या ज्यादा हो जाती है. पार्टी का बोझ भी बढ़ जाता है. अगर छोटीछोटी पार्टियां घरघर में आयोजित हों तो ज्यादा लोगों के आपस में मिलने का अवसर मिलता है.

त्योहारों में कई तरह के संगठनों में मुलाकातें हो जाती है. परेशानी की बात यह है कि ये संगठन जातीय समुदाय के नाम पर बने होते हैं. ऐसे में बाहरी लोगों का इन के साथ तालमेल नहीं रहता. जरूरत इस बात की है कि बिना जातीय या समुदाय की सोच के केवल आपसी दोस्ती के आधार पर यह पार्टी आयोजित की जाए. अलगअलग आयोजनों के होने से एक लाभ यह होता है कि दोस्तों और रिश्तेदारों से बारबार मुलाकात होने लगती है, जिस से कई बार बिगडे़ हुए रिश्ते भी सहज हो जाते हैं.

1. हर घर पार्टी

आज के दौर में घरों में इतनी जगह रहती है कि वहां पर छोटी पार्टी का आयोजन हो सके. ऐसे में बहुत खर्च भी नहीं आता. घर वालों को इस में लगने की जरूरत नहीं होती. खाना बनाने वाले या ऐसे काम करने वाले लोग खाने से ले कर सजावट तक सब मैनेज कर देते हैं. अगर त्योहार में केवल एक बार पार्टी का आयोजन होता है तो आपसी मुलाकात भी एक बार ही हो पाती है. अगर बारबार ऐसे आयोजन होते हैं तो आपसी मुलाकातें बारबार होने की संभावना रहती है.

बारबार मिलने से एकदूसरे के दुखदर्द का ज्यादा पता चलता है. आज के समय में आपस में मिलनाजुलना बेहद कम हो गया है. ऐसे में फैस्टिवल पार्टी के बहाने एकदूसरे से जल्दीजल्दी मिलना हो जाता है. जब बारबार मिलना होता है तो केवल औपचारिक बातें नहीं होतीं, और भी बातें होती हैं.

इस से आपसी संबंध मजबूत होते है. एकदूसरे के घरपरिवार, बच्चों का भी पता चलता है. जिस से केवल दोस्तीभरे रिश्ते ही मजबूत नहीं होते बल्कि कई बार आपस में रिश्तेदारी करने में भी मदद मिल जाती है. आपसी मेलजोल से यह भी पता चलता है कि किस के बच्चे शादी के लायक हो गए हैं, कौन किस से शादी कर सकता है.

2. कारोबार ही नहीं, नातेरिश्ते भी

मेलजोल से कारोबार की संभावनाएं भी पनपने लगती हैं. आज के समय में कारोबार में भरोसेमंद लोगों का मिलना मुश्किल होता है. ऐसे में अगर आपसी मेलजोल अधिक होता है तो बिजनैस पार्टनर के साथ करीबी रिश्ते बनाने में मदद मिलती है. देखने में यह फैस्टिवल पार्टी केवल सामान्य पार्टी जैसी ही दिखती है पर असल में यह आपसी तालमेल को लंबे समय तक बनाए रखने का काम कर सकती है. ऐसी पार्टियों में आपसी औपचारिकता को न रखा जाए ताकि इस में शामिल होने वाले को किसी भी तरह की हिचक न हो.

पार्टी को रोचक बनाने के लिए कुछ गेम्स तैयार किए जा सकते हैं. ये हर उम्र को ध्यान में रख कर तैयार किए जाएं. कोशिश हो कि इस में हर उम्र के लोग शामिल हो सकें. कुछ गेम्स ऐेसे भी हों जिन में महिला और पुरुष एकसाथ हिस्सा ले सकें. इस से आपस में एक अलग किस्म का भरोसा बढ़ता है.

आज के समय में महिलाएं बड़ी संख्या में बिजनैस में हैं. वे केवल बिजनैस में रहती ही नहीं, उस का पूरा हिस्सा होती हैं. उन के फैसलों को पूरा सम्मान मिलता है. अब बिजनैस में महिलाओं की भूमिका रबरस्टैंप से अधिक की हो गई है. ऐसे में महिलाओं को पार्टी में जरूर शामिल किया जाए. महिलाओं को धूम्रपान और ड्रिंक से परेशानी होती है इसलिए पार्टी में इस का प्रयोग न ही किया जाए.

3. धूम्रपान और ड्रिंक से दूरी

महिलाओं के साथ पार्टी में गलत व्यवहार धूम्रपान और ड्रिंक से ही शुरू होता है. ऐसे में इस को पूरी तरह से पार्टी से बाहर किया जाना जरूरी होता है. पार्टी में खाने का मैन्यू भी इस तरह से तैयार हो कि सभी को पसंद आए. यह न हो कि कुछ खाने की चीजें ऐसी हों जो लोग  पसंद न करें. आमतौर पर आज के समय में लोग अपनी हैल्थ को ले कर ज्यादा जागरूक हो गए हैं. जिस से वे तलाभुना या ज्यादा मसालेदार चीजें कम खाते हैं. ऐसे में इन बातों का पूरा ध्यान रखना जरूरी होता है.

मसला परिवार का होता है, ऐसे में युवा और बच्चे भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. बच्चे बडे़ लोगों के साथ सही से एंजौय नहीं कर पाते. ऐसे में उन के लिए कुछ गेम्स की तैयारी कर के रखनी जरूरी होती है. छोटे बच्चे भी अपने हिसाब से खेलते हैं. उन के लिए भी कुछ मनोरंजन का अलग से इंतजाम हो ताकि उन के पेरैंटस बिना किसी चिंता के आपस में भेंटमुलाकात का मजा ले सकें.

पार्टी का समय इस तरह से रखा जाए जिस में ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हो सकें. कई बार समय का चुनाव ठीक से नहीं होता तो लोग पूरी संख्या में शामिल नहीं हो सकते. बेहतर होता है कि छुट्टी के दिन इस को रखें. इस से सभी लोग पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं.

4. खर्चा घटाएं, मजा बढ़ाएं

मिलजुल कर त्योहार मनाने से त्योहार में होने वाला खर्च घटता है जबकि मजा बढ़ता है. अपने घरपरिवार से दूर रह कर भी घर जैसे मजे लिए जा सकते हैं.

आज के समय में ज्यादातर लोग अपने शहर और घर से दूर कमाई के लिए दूसरे शहरों में रहते हैं. अपने घर जाने के लिए उन को छुट्टी लेनी होती है. कई बार छुट्टियों में घर जाने के लिए रेलवे, बस और हवाई जहाज के महंगे टिकट लेने पड़ते हैं. मुसीबत उठा कर अपने घर जाना कई बार परेशानी का सबब बन जाता है.

ऐसे में त्योहारों की पार्टी घरघर होने से सब आपस में मिल लेते हैं. इन का आयोजन मिलजुल कर भी कर सकते हैं. इस से सभी लोगों की हर तरह से भागीदारी रहती है और कोई अपने को बोझ नहीं समझता. कम खर्च में अच्छा आयोजन हो जाता है. परिवार के साथ रहने से पति भी दोस्तों के साथ शराब और जुए जैसे खेलों से परहेज करता है.

ऐसे आयोजन होने से त्यौहार का मजा दोगुना हो जाता है. सभी धर्मों के बीच रहने वाले लोग भी इस का हिस्सा बन जाते हैं. इस से अलगअलग जगहों की संस्कृति व खानपान का मजा भी मिलता है.

जिस तरह से आज आपस में दूरियां बढ़ रही हैं उसे कम करने का यह सब से अच्छा माध्यम है कि त्योहारों की खुशियां मिलजुल कर मनाएं. केवल रैजीडैंशियल कौंप्लैक्स में ही नहीं, कसबों, महल्लों, शहरों और गांवों में भी उत्सव के आयोजन मिलजुल कर किए जाने चाहिए. इस से समाज में एक नया प्यार और सौहार्द्र का माहौल बनेगा.

Diwali Special: मस्ती में झूमें पर नींद लेना न भूलें

दीवाली के त्योहारों के दिन खुशी और उल्लास से भरपूर होते हैं, इसलिए चाहे युवा हों या वयस्क सभी इन दिनों खुशी से झूम उठते हैं. डांडिया रास, गरबा नृत्य, दीवाली पार्टियां, दीवाली मेले बहुत कुछ होता है इन दिनों और खुशी का यह माहौल साल में एक बार ही आता है, इसलिए हर कोई अपने आप को इस से सराबोर कर लेना चाहता है.

लेकिन हर खुशी के साथ कोई न कोई परेशानी भी अवश्य आती है. इस दौरान रात्रिजागरण खूब होता है. देर रात तक डांस करना, देर से सोना, देर से जागना, फिर पढ़ना, कालेज या औफिस जाना या घर में काम निबटाना यानी कई काम आप को दिन में करने पड़ते हैं, जिन्हें करना मुश्किल होता है. इस के साथ ही कई दिन नींद न पूरी होने की वजह से बीमार पड़ जाने की आशंका भी रहती है.

फोर्टिस अस्पताल के न्यूरोलौजिस्ट डा. गिरीश नायर का कहना है कि किसी उत्सव या पार्टी को मनाते वक्त व्यक्ति यह भूल जाता है कि उस ने सही नींद नहीं ली है. इस से कई बार तो उस की वह बीमारी जो पहले से है वह बढ़ जाती है या फिर नई बीमारी की शुरुआत हो जाती है.

इस के आगे डाक्टर बताते हैं कि नींद 2 तरह की होती है. गहरी नींद, जिस में व्यक्ति अगर 5 घंटे भी सो ले तो बौडी रिलैक्स हो जाती है. दूसरी कच्ची नींद, जो भले ही 8 घंटे की हो बौडी रिलैक्स नहीं होती. देर रात सोने से बौडी और मस्तिष्क पर जो प्रभाव पड़ता है वह निम्न है:

– देर रात सोने से आप की 6 से 8 घंटे की नींद पूरी नहीं होती, जिस से आप सुबह देर से उठने के बाद भी सुस्त रहते हैं. फ्रैश महसूस नहीं करते.

– नींद पूरी न होने पर ब्लडप्रैशर बढ़ सकता है.

– माईग्रेन यानी सिरदर्द हो सकता है. अगर माइगे्रन पहले से है तो उस के बढ़ने की आशंका रहती है, क्योंकि आप नियमित दिनचर्या से अलग हट कर काम करते हैं.

– नींद पूरी न होने से आप की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है, जिस से कफ, कोल्ड, बदहजमी जैसी बीमारियां होने लगती हैं.

इन के अलावा देर रात सोने से कई और समस्याएं होती हैं, जिन में खास हैं:

डाइजेस्टिव सिस्टम पर असर पड़ता है, जिस से ऐसिडिटी बढ़ती है. आप हाइपरटैंशन के शिकार हो सकते हैं.

इरिटेबल बाउल सिंड्रोम हो सकता है, जिस में सुबह उठने पर बारबार दस्त होना, पेटदर्द, नौशिया आदि होती है.

अस्थमा के मरीज का अस्थमा बढ़ सकता है, उसे अटैक आ सकते हैं.

हारमोनल बैलेंस बिगड़ता है जिस से मधुमेह की बीमारी का बढ़ना या नई शुरुआत हो सकती है.

फर्टिलिटी पर भी असर पड़ता है. पुरुषों का ‘स्पर्म काउंट’ कम हो सकता है. जबकि महिलाओं के ‘मेंसुरेशन साइकिल’ पर असर पड़ता है.

सुझाव

डा. नायर आगे कहते हैं कि देर रात सोने की आदत हमेशा खराब होती है. पर ग्लोबलाइजेशन या पढ़ाई की वजह से या फिर किसी खास अवसर की वजह से आप रात को देर से सोते हैं, तो निम्न बातों का ध्यान अवश्य रखें:

किसी कारणवश अगर आप देर से सोए हों, और आप की नींद पूरी नहीं हुई हो तो हो सके तो दोपहर में थोड़ी देर नींद ले लें.

खाने पर ध्यान दें. औयली, फ्राइड और प्रोसैस्ड फूड न खा कर घर का भोजन, जिस में फ्रैश फ्रूट्स, सब्जियां और सलाद हो, खाने की कोशिश करें.

कम से कम 3 से 4 लिटर पानी पिएं.

अगर आप अगले दिन फ्रैश न हों तो गाड़ी न चलाएं. देर तक जागने की वजह से आप की एकाग्रता कम होगी, जिस से आप का गाड़ी पर कंट्रोल कम हो सकता है, जो कई बार खतरनाक होता है.

मौजमस्ती, कितनी भी करें, पर अपनी जरूरत की नींद अवश्य पूरी करें, क्योंकि नींद टायर्ड मसल्स को रिलैक्स करती है, जिस से आप दूसरे दिन की भागदौड़ के लिए तैयार होते हैं. नींद आप को सही और तुरंत निर्णय लेने में भी मदद करती है, तब आप एक खुशनुमा जीवन बिता सकते हैं. 

Festival Special: फेस्टिवल में इन 7 फूड्स से बनाएं दूरी, नहीं पड़ेंगे बीमार

त्यौहारों के आते ही हमारा सेट रूटीन गड़बड़ाने लगता है और हम वो सब खाते हैं जो हमारे पेट और पाचन तंत्र पर दवाब बढ़ा देता हे. स्वाद के चक्कर में हम सेहत भूल जाते हैं. क्योंकि अपने मन-पसंद पकवानों का मजा लेने की भी पूरी छूट होती है. मगर नियंत्रण न रखा जाये, तो यह छूट  त्योहार के मजे को फीका भी कर सकती है. त्यौहारों के दौरान फिट रह कर ही सही मायने में इसका लुत्फ उठाया जा सकता है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और रोजाना 30 मिनट टहलना आपको फिट रखने के लिए कारगर उपाय है. त्योहारों के इस दौर में खाए जाने वाले अधिकतर व्यंजन अत्यधिक चीनी, चिकनाई और मैदा युक्त होते हैं. ऐसे में खानपान में सावधानी बरतना अनिवार्य है. यह बोलना जितना आसान है, उस पर अमल कर पाना उतना ही कठिन. विशेषकर उन लोगों को लिए जिन्हें डायबिटीज या फिर हाई ब्लड प्रेशर हो या जो लोग वजन कम करने की कोशिश कर रहे हों. आइए किन छोटे छोटे प्रयासों से हम त्‍यौहार में भी रख सकते हैं सेहत का ख्‍याल और त्‍यौहार पर रह सकते हैं फिट.

1. कोल्ड ड्रिंक्स

डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और वजन नियंत्रण केलिए कोल्ड ड्रिंक्स और कौफी नुकसानदेह होती है. न इन्हें पिएं और न ही दूसरों को पिलाएं. कोल्ड ड्रिंक्स की जगह आप नीबू पानी, नारियल पानी, जलजीरा जैसे पेय पदार्थों का इस्तेमाल कर सकते हैं.

2. मीठा नमकीन

मीठे पकवान बनाने के लिए लो फैट युक्त दूध और शुगर फ्री का इस्तेमाल करें. ऐसा करने से हम कुछ कैलोरीज तो कम कर सकते हैं परन्तु फिर भी हमें मात्रा पर ध्यान देना चाहिए. त्यौहार के अलावा अन्य दिनों में व्यंजनों को बनाने के लिए आप कम घी-तेल का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही त्योहार के दौरान भी घी-तेल का कम ही इस्तेमाल करें.

3. कैफीन प्रोडक्ट से बचें

त्योहारों के समय चाय, कौफी आदि का सेवन कम करें और जरूरी हो तो ग्रीन टी आदि का सेवन अधिक करें इनमें कैफीन कम मात्रा में होता है. नींबू, चीनी, नमक और पानी वाले इन ड्रिंक्स को आप आसानी से तैयार भी कर सकते हैं. इसे आपका पाचन तंत्र प्रभावित नहीं होता है.

4. फाइबर युक्त खाद्य इस्तेमाल करें

इन दिनों शौपिंग और लोगों से मिलने-मिलाने के दौरान घर से हमेशा पौष्टिक नाश्ता करके निकलें. इसके लिए फाइबर युक्त खाद्य सर्वोत्म हैं. इससे आपके शरीर में जरूरी प्रोटीन की पूर्ती होती है और पाचन चही रहता है. दही और फल आपकी ऊर्जा बढ़ाएंगे.

5. पकवान से बचें

त्योहार के समय में साधारण खाने के बजाए आप पकवान अधिक बनाते हैं. ऐसे में आप आटे में जौ, बाजरे के आटे को गेहूं के आटे के साथ मिक्स कर लें. ये हेल्दी भी होगा और आपको फिट भी रखेगा. इससे आपका स्वास्थ ठीक रहेगा, बल्कि लम्बे समय तक अपने बाल और त्वचा को चमकदार भी बने रहेंगे.

6. तैलीय पदार्थों के सेवन से बचें

त्योहार के दौरान घर में नमकीन, मठरी, शक्करपारे, चकली, कचौडियां आदि बनना आम होता है. डायबिटिक व ब्लड प्रेशर के मरीजों को ज्यादा तली-भुनी चीजों का सेवन न करने की सलाह दी जाती है. सामान्य रूप से भी इसका अधिक इस्तेमाल अच्छा नहीं है तो कम से कम ही खायें. बेहतर होगा इन चीजों को सोयाबीन या मूंगफली के तेल जैसे हल्के तेल में बनायें.

7. डेयरी प्रोडेक्ट का इस्तेमाल कम करें

जीहां त्योहारों में डेयरी उत्पादों जैसे देसी घी, मक्खन और दूध का इस्तेमाल बहुतायत में होले लगता है. इससे आपके पेट और पाचन तंत्र पर दवाब बढ़ जाता है बेहतर होगा इसका इस्तेमाल करें. फैट निकले दही और फैट फ्री औयल ही प्रयोग करें. डेयरी उत्पादों में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो सेहत के लिए ठीक नहीं है.

अनुभा दावर, मेकअप एंड फिटनेस एक्सपर्ट

Diwali Special: दिवाली पर यूं दिखें खास

त्यौहारो में अच्छा दिखने की चाहत भला किसको नहीं होती. यही तो वह खास दिन होता है जब महिलाओ और लड़कियों को सजने सवरने का मौका मिलता है. अभी दिवाली का त्यौहार आ रहा है. इस दिन अगर आप खूबसूरत व आकर्षक दिखना चाहती हैं तो ट्रेडिशनल मेकअप को ही चुने. आज हम आपको कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताएंगे जिसकी मदद से आप घर पर ही आसानी से तैयार हो पायेंगी.

चेहरे का मेकअप

चेहरे का मेकअप सबसे अहम होता है. इसे सही तरह से करना बेहद जरुरी है. अपने चेहरे के मेकअप के होने के बाद ही आप अपने आंखों और होंठो का मेकअप कर सकती हैं. चेहरे पर मेकअप करने से पहले अच्छे से चेहरा धो ले. फिर कंसीलर की मदद से चेहरे के दाग धब्बे छुपाये. इसके बाद त्वचा के रंग से मेल खाता हुआ फाउंडेशन की एक परत चेहरे पर बेस के रूप में लगायें.

फाउंडेशन के ऊपर त्वचा के रंग से मेल खाता हुआ पाउडर लगाएं. इसे स्पंज या कौटन की मदद से लगाये ताकि यह चेहरे पर अच्छी तरह से एक सामान लगे. चेहरे के मेकअप के अनुसार अब चेहरे के टी-जोन यानी माथा-नाक, ठोड़ी और गालों पर ब्लशर लगायें. गालो के लिए पिंक और ब्राउन रंग का इस्तेमाल करे, और माथे और नाक पर लाइट गोल्डन रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है.

आंखों के लिए मेकअप

अपनी आंखों को सुन्दर लुक देने के लिए आइलाइनर लगाये. आइलाइनर के लिए शिमरिंग ब्लैक या ब्लू दोनों बेहतर विकल्प है. पलकों को घनी व खूबसूरत बनाने के लिए आइलैशेज का प्रयोग किया जा सकता है. आइलैशज के ऊपर मस्कारा लगाएं. आंखों की पलकों पर अपने लीबाज से मैच करता हुआ आइशैडो लगाये. अगर आपको कलर्स के चयन में दिक्कत हो रही हो तो आप अपने कपड़ो के अनुसार गोल्डन या सिल्वर में से एक रंग चुन सकती हैं. अपने लुक को कंप्लीट करने के लिए काजल लगाना ना भूले.

लिपस्टिक से बनाये होंठ खूबसूरत

होंठो की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए लिपस्टिक का इस्तेमाल जरूर करें. लेकिन अक्सर देखा गया है की लिपस्टिक चुनने को लेकर महिलाये बहुत कंफ्यूज रहती है. कई बार तो लिपस्टिक का जो रंग उनकी दोस्त पर अच्छा लगता है, उन्हें लगता हे की वही रंग उनपर भी अच्छा लगेगा. जरूरी नहीं कि जो शेड सब पर अच्छा लगता है वो आपके ऊपर भी अच्छा लगे. इस बात का ख्याल रहे की हर किसी का स्किन टोन अलग होता है, इसलिए अपनी त्वचा के रंग के हिसाब से ही लिपस्टिक चुनें.

गोरे रंग वाले कोरल या डार्क रेड कलर का चयन करे, डार्क स्किन वाले बरगंडी और ब्राउन टोन के साथ रेड कलर भी लगा सकते है. अगर आपको आरेंज कलर पसंद है, तो उसे भी लगाया जा सकता है, यह आपके होंठो को नेचुरल लुक देता है.

बालो के लिए हेयर स्टाइल

पहले लड़कियां और महिलाये अपने बालो को खुला छोड़ना पसंद करती थी. लेकिन आजकल बालो का जुड़ा बनाने या फिर चोटी बनाने का ज्यादा प्रचलन है. अगर आपको अलग तरह की चोटी करना या जुड़ा बनाना नहीं आता है तो आप बना बनाया जुड़ा भी ले सकती है. मार्केट में आपको बालो के लिए कई एक्सेसरीज मिल जाएगी. जिस से आपके लुक में चार चांद लग जायेंगे.

Diwali Special: घर को ऐसे दें नया लुक

दीवाली सेलिब्रेशन के आने से पहले हर घर में सफाई, कलरिंग और डेकोरेशन होना शुरू हो जाता है, जिसके लिए हम कईं तरह की नई-नई ट्राय करते हैं. इसीलिए आज हम आपको दीवाली से पहले घर को कैसे रेनोवेट करें और कैसे नया लुक दें. इसके लिए कुछ नई टिप्स बताएगें, जिसे आप इस दीवाली ट्राय कर सकते हैं.

1. दीवारों को बनाएं वाटरप्रूफ

दीवारों में सीलन होने की एक मुख्य वजह है पेंट की खराब क्वालिटी, इसलिए दीवारों पर पेंट के लिए वाटरप्रूफ पेंट का इस्तेमाल करें. अपने पेंटर से कहें कि मौइश्चर मीटर का इस्तेमाल करे. इसके बाद दीवार में मौजूद छोटे-छोटे छेदों को पुट्टी से भर दें. पेंट से पहले किसी वाटर-रेसिस्टेंट प्रौडक्ट का इस्तेमाल करें.

2. स्टोन का ऐसे करें इस्तेमाल

अगर आप दीवार पर ईंट लगाने की जगह इंडियन स्टोन्स को चुनती हैं, तो इसके कई फायदे हैं. ईंटों के बीच में कुछ स्टोन्स लगा देने से दीवारों का लुक काफी आकर्षक हो जाता है. इससे आप दीवारों में होने वाली सीलन से बचती हैं और पेंट की झंझट भी कम हो जाती है.

3. दरवाजों में लगाएं कांच

कबर्ड में लकड़ी के दरवाजों की जगह कांच ट्राई कीजिए. इससे आपको बार-बार लकड़ी के दरवाजे पौलिश नहीं करवाने पड़ेंगे. कांच की वजह से कमरे को एक नया लुक भी मिलेगा और आपका घर खूबसूरत दिखेगा.

4. फैब्रिक्स का रखें ख्याल

घर में मौजूद फैब्रिक्स के साथ भी आप एक्सपेरिमेंट कर सकती हैं. पर्दे, सोफा कवर, डाइनिंग चेयर्स के कवर, टीवी कवर, फ्रिज कवर, सबके साथ एक्सपेरिमेंट कर के देखिए. सारे पुराने फैब्रिक्स और शेड्स को बदल दें. घर बिल्कुल नया सा लगेगा.

5. लाइटिंग करें कुछ ऐसे

फैब्रिक्स के साथ-साथ घर में नयापन लाने के लिए घर की लाइटिंग्स को भी बदल सकती हैं. किसी अच्छे इंटीरियर डिजाइनर से सलाह लेकर अपने घर के नक्शे और दीवारों के अनुसार लाइट्स लगवाएं.

Diwali Special: फैमिली के लिए बनाएं कस्टर्ड कसाटा

इस दीवाली आप कस्टर्ड कसाटा जरूर ट्राई करें. यह स्वादिष्ट होने के साथ साथ खाने में भी लाजवाब है.

सामग्री

1/3 कप कस्टर्ड पाउडर

1/3 कप चीनी

1/3 कप पानी

3 सफेद ब्रैड किनारे कटी हुई

3 कप दूध

2 बड़े चम्मच काजू

पिस्ता व बादाम कटे हुए

2 बड़े चम्मच टूटीफ्रूटी

विधि

दूध में ब्रैड भिगो अच्छी तरह मैश कर लें. कस्टर्ड पाउडर, चीनी और पानी मिला कर घोल तैयार करें. एक नौनस्टिक पैन में आंच पर अच्छी तरह घोटें. गाढ़ा बन जाए. तब इसे निकाल लें.

अब दूधब्रैड वाला मिश्रण आंच पर घोटें. थोड़ा सा गाढ़ा हो जाए तो उसे भी निकाल लें. कस्टर्ड पाउडर वाले मिश्रण को ब्रैड वाले मिश्रण में मिला कर चर्न करें ताकि एकसार हो जाए.

ठंडा करें फिर एक ऐल्यूमिनियम के बरतन जिस में आइसक्रीम जमाते हैं उस में ड्राईफू्रट और टूटीफ्रूटी डाल कर फ्रीजर में रख दें. 6-7 घंटों में कस्टर्ड कसाटा तैयार हो जाएगा.

Festival Special: लेजी गर्ल वर्कआउट टिप्स

एक अनुशासन जीवन किसी भी मनुष्य के  लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है, और एक जब स्वस्थ जीवन जीने की बात आती है, तो अनुशासन ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है. आपके खाने की आदतों से लेकर आपके पूरा दिन चर्य में आप क्या करते है, हर विशेषता के लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है. और इन सभी के बीच,मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन  है आलस्य. यह न केवल हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है बल्कि यह हमारे कई कामों में भी  बाधाा बनकर हमारे सामने आ जाता है. यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अक्सर आलस्य का शिकार रहते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स और अभ्यास बतायंगे जो आपकी जीवन शैली को पूरी तरह से बदलने में आपकी मदद जरूर करेगा.

जब भी कसरत करने की बात आती है तो हम सभी कसरत करने से बचते रहते है, तरह तरह के बहाने बनाते है. आसल बात तो यह है की हमे कसरत करने से कभी भी नहीं भागना चाहिए. कसरत से हम एक्टिव और लाइट फील करते है, रोज़ाना कसरत करने से हमारे शरीर के सभी रोग  भी दूर हो जाते है.

जब व्यायाम करने की बात आती है, तो आलस्य को हरा देने का सबसे अच्छा तरीका है की हम कुछ फ्रेश और एनर्जेटिक सॉन्ग सुने जिससे हमारे शरीर में एनर्जी आ जाएं. गाने/ सौन्ग  हमारे लिए हमेशा ही एक थेरेपी के रूप में काम करते  है जो की एक सकारात्मक उत्तेजना के रूप में काम करता है, मन को शुद्ध करता है और रक्त परिसंचरण में सुधार भी करता है, जिसके परिणामस्वरूप उच्च स्तर की ऊर्जा हमारे अंदर आ जाती है.

हमें अपने दिमाग से सबसे पहले यह निकाल देने की जरूरत है की एक्सरसाइज का मतलब केवल यह नहीं होता है की हमें घंटो जिम में पसीने बहाने की ज रूरत है , बोरिंग खाना-खाना शुरू कर देने की ज़रूरत है. अक्सर लोग जिम में जाकर कसरत करने से कन्फ्यूज हो जाते हैं. यहां, व्यायाम का अर्थ है  की अपने  शरीर को शारीरिक तौर पर एक्टिव बनाए रखना है , जिससे हमारा रक्त परिसंचरण  संतुलन में रहे और आपको अंदर और बाहर बेहतर महसूस करने में मदद करते हैं.  फिटनेस विशेषज्ञों और हेड कोच औफ अर्बन अखाड़ा विकास डबास का मानना है की, व्यायाम का दिमाग के कामकाज से सीधा संबंध है.

15 मिनट या उससे कम में करने के लिए 4 आसान व्यायाम

  1. आर्म सर्कल्स

फर्श पर अपनी हथेलियों के साथ अपनी बाहों को ’T’ तक फैलाएँ. 30 सेकंड के लिए अपनी भुजाओं को गोलाकार गति में घुमाएं.

  1. नी पुश-अप

इस तरह के एक्सरसाइज में आपको अपने दोनों नीज़ को ज़मीन रखना है, पुश अप्स करने के लिए सबसे पहले अपने हाथों को फर्श पर रखें. ध्यान रहे कि आपके दोनों हाथ कंधों के नीचे होने चाहिए. अब अपनी कुहनियों को मोड़ें और सीने को फर्श के नजदीक लाएं. फिर वापस उसी स्थिति में लौट आएं. 60 सेकंड के लिए शुरू और दोहराएं.

  1. रस्सी कूदना

अपनी फिटनेस को बनाये रखने के लिए रस्सी कूदना सबसे आसान एक्टिविटी में से एक है. रस्सी कूदने से कुछ ही मिनटों में आपके पुरे शरीर की अच्छी कसरत हो जाती  है.

  1. सीढ़ी चढ़े और उतरे

अगर आप घर से निकलना पसंद नहीं करती है तो आप घर में ही अपनी एक्स्ट्रा कैलोरीज बर्न कर सकती है. बस अपना मनपसंदीदा ट्रैक लगाए और अपनी घर की सीढ़ियों पर लगातार 60 सेकंड के लिए बिना रुके ऊपर-निचे दौड़े. अपने आलसपन को दूर हटाने के लिए औफिस में लंच के बाद तुरंत न बैठे करीब 10 से 12 मिनट तक थोड़ा चल कर काम करे और रोजाना लगभग 20 मिनट तक पैदल चले. अगर आप फोन पर बातें ज्यादा करते है तो कोशिश करें की घर की छत या गार्डन में चलते चलते बात करें केवल ही जगह बैठ कर बात न करें.

Diwali Special: झटपट बनाएं आटे की Rasmalai

छेने की रसमलाई तो आपने खुब खाया होगा और बनाया भी. लेकिन क्या आपने कभी आटे की रसमलाई बनाई है. नहीं ना. तो यूं बनाए आटे की रसमलाई

सामग्री

कवर के लिए आटा 250 ग्राम

घी 1 बड़ा चम्मच

पिसी शक्कर 50 ग्राम

इलायची पावडर 1 छोटा चम्मच

भरावन के लिए

बारीक कटी मेवा 1 छोटी कटोरी

रबड़ी के लिए

फूल क्रीम दूध 2 लीटर

शक्कर 2 टेबल स्पून

केसर के धागे 3

सजाने के लिए पिस्ता कतरन 1 चम्मच

बादाम 8-10

विधि

आटे को घी में गुलाबी भूनकर शक्कर और 1 गिलास पानी डालकर गाढ़ा हलवा तैयार करें.

दूध को शक्कर और केसर के धागे डालकर आधा रहने तक उबालें. इसे ठंडा होने दें.

एक बड़ा चम्मच हलवा लेकर हथेली पर फैलाएं और इसके अंदर एक चम्मच मेवा रखकर चारों ओर से बंद करके हाथ से हल्का-सा चपटा करें.

गरम तवे पर एक चम्मच घी लगाकर दोनों ओर सुनहरा होने तक सेकें. इन्हें गरम-गरम ही तैयार रबड़ी में डालें. ऊपर से पिस्ता कतरन और बादाम से सजाकर सर्व करें.

Diwali Special: त्यौहारों में बालों को दें कुछ अलग लुक  

त्यौहारों के मौसम में हर कोई सजना सवरना पसंद करते है. ऐसे में नए लुक, परिधान हेयर और मेकअप सब सही हो इसकी कोशिश पुरुष और महिला सभी करते है. इसके लिए वे पार्लर में जाकर भी अपनी लुक को बदलने से कतराती नहीं. इस बारें में गोदरेज प्रोफेशनल की एजुकेशन एम्बेसेडर आशा हरिहरन जो पिछले 35 सालों से इस क्षेत्र में है कहती है कि आजकल की महिलाएं बालों को अलग-अलग लुक में देखना पसंद करती है.

1. स्किन टोन के हिसाब से कलर

स्किन टोन के हिसाब से केशों को कलर करने से परिधान अधिकतर स्टाइलिस्ट बन जाता है. ट्रेंडी और न निकलने वाले रंग लोग खूब पसंद करते है. इसमें पीकौक ब्लू कलर जो बबली, फनलविंग और एडवेंचर पसंद करने वाली महिलाओं के लिए है और उन्हें अधिक सूट करता है. इसमें कान के नीचे वाईव्रेंट और उसके उपर डार्क रंग का प्रयोग किया जाता है.

2. औफिस के लिए परफेक्ट है ये हेयर कलर

काम पर जाने वाली महिलाओं के लिए ये सबसे अच्छा हेयर कलर है. औफिस में फौर्मल लुक पसंद किया जाता है, लेकिन त्यौहार या पार्टी में फनलविंग महिलाओं के लिए भी ये अच्छा कलर है. दूसरा हेयर कलर हेयर स्टाइलिस्ट रायन ने बनाया है और वह ब्राउन है. ये इंडियन हेयर पर बहुत जंचता है, क्योंकि हमारी स्किन टोन लाइट और मीडियम है. ब्राउन में भी कई अलग-अलग रंग है, जैसे कौफी ब्राउन, ऐश ब्राउन पर्पल ब्राउन आदि है. इसकी पौपुलैरिटी की वजह फैशन में रेट्रो लुक का फिर से आना है.

3. पर्सनैलिटी बेस्ड हो कलर

हेयर कलर व्यक्ति के व्यक्तित्व पर आधारित होना सही होता है इससे ब्यूटी निखर कर आती है. आशा आगे कहती है कि ब्लौन्ड हेयर को मैंने इस बार परिचय करवाया है, जिसे बालयाग कहते है. ये पश्चिमी देशों में बहुत प्रचलित है और ये लुक इन्स्पीरेशनल होता है. कलरिस्ट हाई लाइट्स कलर करता है. इसके अलावा ब्लॉन्ड में भी कई रंग होते है, मसलन ऐश ब्लौन्ड में सिल्वर टोन अधिक होता है, जबकि प्लेटिनम ब्लौन्ड में लाइट शेड होता है, वेनीला ब्लौन्ड में क्रीम कलर का ब्लौन्ड, गोल्ड ब्लौन्ड में सुनहरे रंग की अधिकता होती है.

4. लाइफस्टाइल के हिसाब से

लाइफस्टाइल के हिसाब से ब्लौन्ड का प्रयोग किया जाता है. इसमें बहुत सारा कैलकुलेशन होता है जिसे सैलून में ही किया जा सकता है. इसमें बाल को बिना नुक्सान के रंग देना मेरे लिए चुनौती होती है. इस त्यौहार में ब्लौन्ड विथ ब्राउन या रेड विथ ब्राउन चर्चा में है. इसके अलावा पीकॉक ब्लू, रेड, ब्राउन आदि भी इस त्यौहार में प्रयोग कर सकती है.

5. हेयर कलर के बाद कुछ सावधानियां,

  • सभी रंग अमोनिया फ्री है, इसलिए इसका फोर्मुलेशन माइल्ड होना चाहिए,
  • सही रंग का चयन करना जरुरी,
  • कलर ऐसे लगानी चाहिए,ताकि वह स्कैल्प को प्रोटेक्ट करें,
  • शैम्पू रंग को प्रोटेक्ट करने वाली होनी चाहिए, ताकि 6 महीने बाद भी हेयर सुंदर लगे.

Diwali Special: त्योहार के पहले और बाद में त्वचा की देखभाल के लिए कुछ खास टिप्स

दिवाली का त्यौहार आने ही वाला है, ऐसे में खुद की देखभाल कुछ ऐसे करें, ताकि देखने वाला भी हतप्रभ हो जाय. कोविड 19 के बाद इस बार दिवाली की जश्न, मौजमस्ती हर बार से कुछ अलग और खास है, इसलिए इसे बेहतर तरीके से मनाने से आप की ख़ुशी कई गुना बढ़ सकती है. इस बारें में मुंबई की कोकिलाबेन धीरूबाई अम्बानी हॉस्पिटल की कंसलटेंट, ट्राइकोलॉजिस्ट और एस्थेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ तृप्ति अग्रवाल कहती है कि सबसे अलग और सुंदर दिखने के लिए कुछ ख़ास बातों पर ध्यान दे, जिससे आपकी त्वचा नर्म और मुलायम होने के साथ आकर्षक भी लगेगी. कुछ टिप्स निम्न है,

क्लीन्ज़िंग, टोनिंग, मॉइश्चराइज़िंग और सनस्क्रीन्स

चेहरा ही आपका पहला इम्प्रेशन होता है, इसलिए स्क्रबिंग, क्लीन्ज़िंग, टोनिंग और मॉइश्चराइज़िंग (सीटीएम) रूटीन हर दिन करें. सीटीएम के बाद त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाना ज़रूरी है. आसान, तेज़ और असरदार स्किनकेयर रूटीन के लिए एसपीएफ वाले मॉइश्चराइज़र जैसे मल्टी-पर्पज़ ब्यूटी प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकती है.

भोजन और पानी

चमकदार त्वचा के लिए हर दिन कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिए, फलों और पत्तेदार सब्ज़ियों वाला संतुलित डाइट लें और खाने में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन को शामिल करें. त्वचा जवां दिखेगी और रिंकल्स, लाइन्स भी कम होंगी.

वर्कआउट

नियमित व्यायाम से त्वचा के रोम छिद्र साफ़ होने में मदद मिलती है, इससे शरीर से सभी पोल्यूटेंट्स पसीने के साथ निकल जाते हैं. हफ्ते में कम से कम 3 से 4 बार 45 से 60 मिनटों तक वर्कआउट करें. त्वचा की समस्याओं को टालने का यही सबसे अधिक प्रभावशाली उपाय है.

बालों की देखभाल

स्वस्थ और चमकदार त्वचा के साथ नर्म, मुलायम और चमकदार केश होना आवश्यक है. इसके लिए पहले से सही देखभाल करना ज़रूरी है. एक अच्छा हेयर कट करवा लें, शैम्पू, कंडीशनिंग और ऑइलिंग करें, तेल लगाकर शैम्पू करें, बाल धोने के लिए गर्म पानी न लें, बहुत ज़्यादा हेयर प्रॉडक्ट्स और स्टाइलिंग के लिए हीट का इस्तेमाल करने से बचें.

नींद

हर रात 7 से 8 घंटे नींद लेने से आपकी त्वचा को अनवाइंड करने में मदद मिलती है, जब आप सोते हैं, तब आपकी त्वचा कोलेजेन को फिर से पैदा करती है और युवी किरणों के कारण हुए किसी भी नुकसान की मरम्मत करती है.

शीट मास्क्स

स्वस्थ त्वचा विकसित करने के लिए वक्त लगता है. संतुलित आहार, नियमित कसरत और सबसे ब्रांडेड स्किनकेयर उत्पादों का हर दिन इस्तेमाल त्वचा के अनुसार कर सकती है, लेकिन अगर किसी दिन आपकी त्वचा बहुत ही बेजान दिख रही है लेकिन आपको तुरंत उसे फिक्स करना है, तो शीट मास्क का इस्तेमाल कर सकती है, जब भी आपकी त्वचा कम स्वस्थ दिखती है, तब शीट मास्क्स बूस्टर की तरह काम करते हैं, शीट मास्क स्किन की हाइड्रेशन में सुधार ला सकते हैं, इससे जवां, चमकदार त्वचा और मुलायम त्वचा कम समय में मिल जाती है.

घरेलु नुस्खे

घरेलु नुस्खों का इस्तेमाल समय-समय पर त्वचा की हर दिन की देखभाल करते रहना ज़रूरी है. कुछ घरेलू नुस्खे निम्न है,

आपकी त्वचा जिस प्रकार की है उसके अनुसार नेचुरल फेस पैक चुनें, बेसन, रोज़ वॉटर, हल्दी, एलो वेरा जेल, हनी और दूध आदि से बना फेस पैक आपकी त्वचा को नुकसानदेह केमिकल्स से बचा सकता है. त्वचा के टिश्यूज़ के इलाज में फेस पैक मददगार साबित हो सकते हैं और आपके रूप को निखार सकते हैं.

त्यौहार के बाद त्वचा की देखभाल

  • देर रात तक जागना, तला हुआ, मीठा खाना आपकी त्वचा के लिए नुकसानदेह होता है. आपकी त्वचा रूखी और बेजान दिखने लगती है. त्वचा की अच्छी देखभाल करना और त्वचा के लिए नुकसानदेह प्रसंगों के बाद स्किनकेयर रूटीन को फिर से शुरू करना ज़रूरी है.
  • त्वचा को सबसे ज़्यादा ब्रेक की जरुरत होती है. इसके लिए आराम करें, तनाव कम करें और कॉस्मेटिक्स से बचें. त्वचा में किसी प्रकार की इरिटेशन होने पर उसका सही तरीके से एक्सपर्ट से इलाज करवाएं. इससे आपकी त्वचा को खुलकर सांस लेने का मौका मिलेगा.
  • एक्सफोलिएट से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने और डेड सेल्स को हटाने में मदद मिलती है.
  • पानी की मात्रा बढ़ाइए, त्वचा को अच्छा बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लीजिए और पर्याप्त नींद लीजिए. अल्कोहल से बचें और अपनी त्वचा को फिर से नयी बनने का मौका दें. इससे आपके शरीर और त्वचा के डेटॉक्सिफिकेशन और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है.
  • विटामिन सी, ई और रिच ऑयल्स जैसे त्वचा को मॉइश्चराइज़ और हाइड्रेट करने वाले स्किनकेयर आइटम्स का इस्तेमाल करें.
  • स्टीम लेने से त्वचा के छिद्र साफ़ होने और एक्ने से बचने में मदद मिल सकती है.
  • अच्छी नींद लें और पर्याप्त आराम करें.
  • हाइड्रेटिंग शीट मास्क्स का इस्तेमाल करें.
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