सवाल-
मैं 42 वर्षीय थायराइड का रोगी हूं. मुझे अकसर कब्ज रहता है. इस समस्या से कैसे छुटकारा पाऊं ?
जवाब-
जिन लोगों में थायराइड हारमोनों का स्तर कम होता है अर्थात जिन्हें हाइपोथायराइडिज्म होता है उन में अकसर कब्ज की समसया देखी जाती है. हाइपोथायराइडिज्म में बड़ी आंत की कार्यप्रणाली धीमी पड़ जाती है, जिस से उस का संकुचन प्रभावित होता है और भोजन से अधिक मात्रा में जल का अवशोषण होने लगता है, जो बड़ी आंत में पचे हुए भोजन की धीमी गति का कारण बन जाता है. जब भोजन बड़ी आंत में सामान्य गति से आगे नहीं बढ़ता है तो मल त्यागने की आदत में बदलाव आ जाता है.
हाइपोथायराइडिज्म से ग्रस्त लोग शारीरिक रूप से सक्रिय रहें. अपने भोजन में सब्जियां, फ लों, साबूत अनाज और दही जरूर शामिल करें. थायराइड हारमोनों के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए अपनी दवा सही समय पर लें. तनाव न पालें, क्योंकि यह भी कब्ज का एक प्रमुख कारण है.
सवाल-
मैं 27 वर्षीय गर्भवती महिला हूं. मुझे चौथा महीना चल रहा है, लेकिन कई दिनों से कब्ज के कारण काफी परेशान हूं. कृपया कोई उपाय बताएं?
जवाब-
गर्भावस्था के दौरान ऐस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरौन का स्तर अधिक होने से आंतों की मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं, जिस से भोजन और द्रव की गति धीमी हो जाती है और गर्भाश्य का आकार बढ़ने से आंतों पर दबाव पड़ता है, जिस से उन का संकचुन प्रभावित होता है. इसीलिए अकसर गर्भवती महिलाओं को कब्ज हो जाती है. आप को बहुत परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन कुछ जरूरी उपाय कर के अपनी पाचनप्रक्रिया को दुरुस्त रख सकती हैं. आप पानी और दूसरे तरल पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करें. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें. गर्भावस्था में अकसर महिलाओं में तनाव का स्तर बढ़ जाता है, इस से भी कब्ज होने की आशंका बढ़ जाती है. तनाव से बचने और मस्तिष्क को शांत रखने के लिए प्रतिदिन 10-20 मिनट तक ध्यान करें. अपने खानपान और नींद का भी पूरा ध्यान रखें. अगर समस्या ज्यादा गंभीर है तो आप का डाक्टर आप को मल को मुलायम करने वाली दवा लेने को कहेगा.
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सवाल-
मैं 26 वर्षीय कालेज स्टुडैंट हूं. मेरा वजन बहुत अधिक है, इसे कम करने के लिए मैं डाइटिंग कर रही हूं. लेकिन इस के कारण मुझे कब्ज रहने लगा है, क्या करूं?
जवाब-
सब से पहले तो डाइटिंग की अवधारणा ही गलत है. आप को वजन कम करने के लिए कभी डाइटिंग नहीं बल्कि डाइट प्लानिंग करनी चाहिए. आप के शरीर को सामान्य रूप से काम करने के लिए एक निश्चित मात्रा में कैलोरी की आवश्यक है. अगर आप प्रतिदिन 1200 कैलोरी से कम का सेवन करेंगी तो आप का मैटाबोलिज्म धीमा पड़ जाएगा, जिस का सीधा प्रभाव आप के मल त्यागने की आदतों पर होगा. आप का पाचनतंत्र ठीक प्रकार से काम करेगा.
सवाल-
मेरा बेटा 10 साल का है. वह सब्जियां बिलकुल नहीं खाता. उस का पेट साफ नहीं रहता है. क्या सब्जियां न खाना इस का कारण है?
जवाब
बच्चों को सब्जियां खिलाना बहुत जरूरी है क्योंकि पोषक तत्त्वों से भरपूर सब्जियों में फ ाइबर की मात्रा काफ ी अधिक होती है. कब्ज बड़ी आंत की समस्या है और फ ाइबर हमारी आंतों के लिए ब्रश का काम कर उन्हें साफ रखती है और कब्ज नहीं होने देता. आप अपने बच्चे के डाइट चार्ट में सब्जियों के साथसाथ फ लों और साबूत अनाज भी शामिल करें. उसे पानी और दूसरे तरल पदार्थ भी पर्याप्त मात्रा में दें.
सवाल
हृदयरोगियों के लिए कब्ज कितनी खतरनाक हो सकती है? किन बातों पर ध्यान रखना जरूरी है?
जवाब
हृदयरोगियों को अगर मल त्यागने में जोर लगाना पड़े, तो यह उन के लिए ठीक नहीं है. वैसे तो कब्ज के कारण हृदयरोगों के गंभीर होने का कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है, लेकिन मल त्यागने में अत्यधिक प्रैशर लगाने से रक्तदाब बढ़ सकता है, जिस से हार्ट फे ल्योर, हृदय की धड़कनें अनियंत्रित हो जाना और कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा बढ़ सकता है. कई हृदयरोगियों में दवा के साइड इफै क्ट्स के कारण भी कब्ज की समस्या हो जाती है.
फाइबर युक्त भोजन का सेवन अधिक करें. पानी और दूसरे तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें. नियमित रूप से ऐक्सरसाइज करें. कब्ज की समस्या गंभीर है तो अपने डाक्टर से बात करें.
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सवाल
मेरी उम्र 55 वर्ष है और मुझे बचपन से कब्ज की शिकायत है. क्या इस का इलाज कराना जरूरी है? इस के नवीनतम उपचार क्या हैं?
जवाब-
इतने लंबे समय से चले आ रहे कब्ज का उपचार करना बहुत जरूरी है. कब्ज के उपचार में केवल दवा से काम नहीं चलता, खानपान और जीवनशैली में बदलाव लाना भी जरूरी है. इस के उपचार के लिए आयुर्वेदिक दवा, हर्बल दवा, एलोपैथी सभी की समयसमय पर आवश्यकता पड़ती है. अपने भोजन में फाइबर युक्त खाद्यपदार्थों जैसे साबूत अनाज, सब्जियों और फ लों का अधिक मात्रा में शामिल करें. नियमित रूप से ऐक्सरसाइज करें. प्रोबायोटिक भोजन का सेवन भी करें. तुरंत किसी फि जिशियन को दिखाएं, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ यह समस्या और गंभीर हो सकती है.
अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz सब्जेक्ट में लिखे… गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem