परफेक्ट सेल्फी के लिए मेकअप आइडियाज

आजकल लोगों में सेल्फी लेने का क्रेज बहुत ज्यादा बढ़ चूका है. खासकर लड़कियां और महिलाएं अपने जीवन की छोटी से छोटी घटनाओं को कमरे में कैद करना नहीं भूलतीं. पहनावा नया हो या हेयरस्टाइल या फिर मेकअप, वे अपनी खूबसूरती को बेहतरीन अंदाज में तस्वीरों में उतारने के लिए दिन में कई कई बार सेल्फी लेती दिख जाती हैं. पर याद रखें खुद की परफेक्ट सेल्फी लेना कोई छोटी बात नहीं है. लाइटिंग से ले कर बेहतर एंगल और साथ ही अच्छे मेकअप के अंदाज भी आने चाहिए तभी आप एक परफेक्ट सेल्फी क्लिक कर सकेंगी.

कई दफा ऐसा भी होता है जब आप आईने में तो बेहद हसीं नजर आती हैं मगर जब जब सेल्फी लेती है तो चेहरे पर कुछ अबनॉर्मल सा नजर आता है. कभी चेहरे पर दाग धब्बे तो कभी नैन नक्श का अजीबोगरीब दिखना. वहीं सेल्फी की पोज भी वैसी नहीं आती जैसी हम लेना चाहते हैं. ऐसा अमूमन ज्यादातर लड़कियों के साथ होता है. ऐसे में जरुरी है कि आप मेकअप से जुड़े कुछ ऐसे आइडियाज के बारे में जानें जिन की मदद से एक परफेक्ट सेल्फी क्लिक कर सकें.

इस सन्दर्भ में सेलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट गुंजन अघेरा पटेल कुछ टिप्स बताती हैं;

1- सेल्फी के लिए जरुरी हेल्दी और ग्लोइंग स्किन

अगर अंदर से आप की स्किन हेल्दी और फ्रेश है तो आप का मेकअप भी उभर कर आएगा. दरअसल मेकअप सॉफ्ट और हाइड्रेटेड स्किन पर बेहतर नजर आता है. स्किन टाइप के मुताबिक आप एक अच्छे क्लींजर, एक्सफोलिएटर और मॉइस्चराइज़र को कस्टमाइज़ करें ताकि आप को सेल्फी से पहले हाईलाइटर की जरूरत न पड़े.

2- जरूरी है फाउंडेशन का सही शेड

एक बेहतर सेल्फी के लिए परफेक्ट शेड का एक परफेक्ट फाउंडेशन जरुरी है जो फुल कवरेज वाला हो. इस से आप को सेल्फी क्लिक करते वक्त किसी तरह के फिल्टर की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसे अप्लाई करने के बाद आप की स्किन इवन टोन नजर आएगी और बेस केकी नजर नहीं आएगा. अगर आप को फ़्लैश लाइट में सेल्फी
लेनी हो तो सही फाउंडेशन का इस्तेमाल कीजिये और उस का शेड भी फेस के अकॉर्डिंग ही लीजिए.

3- सही ढ़ंग से हो ब्लेंड

कैमरा लगभग हर छोटी से छोटी चीज को भी पकड़ लेता है. इसलिए जो भी बेस या
फाउंडेशन का इस्तेमाल करें उसे अच्छे ब्लेंड जरूर कर लें. इसके लिए आप ब्रश, अपनी उंगलियों या मेकअप ब्लेंडर का इस्तेमाल कर सकती हैं. सेल्फी लेते वक्त इस से चेहरे पर मेकअप थोपा हुआ नजर नहीं आता.

4- मेकअप को रखें मैट

सेल्फी क्लिक करते वक्त मैट मेकअप लुक सब से अच्छा होता है. क्योंकि यह
अलग से चमकता नहीं. सेल्फी के वक्त शिमर को बिलकुल नो कह देना चाहिए. क्योंकि यह चेहरे को जरूरत से ज्यादा चिकना बना सकता है. इसलिए अच्छी सेल्फी के लिए हमेशा मैट बेस का ही चुनाव करना सही माना जाता है.

5- प्ले विथ आईज

सेल्फी लेते वक्त आंखों पर फोकस होता है. खूबसूरत गहरी आँखें आप की सेल्फी को दिलकश बनाती हैं. अपनी आंखों को बड़ा दिखाने के लिए काजल का
इस्तेमाल करें. आई लाइनर यूज करते समय इस के लिए ग्लिटरी नीले या हरे जैसे पॉप रंगों का इस्तेमाल करें. यही नहीं याद रखें आप की पलकें जितनी लंबी होंगी आंखें उतनी ही बड़ी नजर आएंगी. इस के लिए आप मस्कारा का इस्तेमाल करें. सही तरीके से लगाया गया मस्कारा आप के लुक में चार चांद लगा सकता है. इस से आप की सेल्फी भी खूबसूरत नजर आएगी. ज्यादा वॉल्यूम पाने के लिए पहले अपनी पलकों को कर्ल करें, फिर मस्कारा के दो कोट अप्लाई करें. ज्यादा वॉल्यूम के लिए आप दो कोट से भी ज्यादा कोट ट्राई कर सकती
हैं.

6- आइब्रो को भी न करें नजरअंदाज

आइब्रो आप के चेहरे की खूबसूरती को और भी ज्यादा निखारने का काम करती हैं. इसलिए सेल्फी लेने से पहले इन्हें बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आप अपनी आइब्रो को सेट रखें या फिर इन्हें उभरी हुई या मोटी दिखाने के लिए आइब्रो पेंसिल का इस्तेमाल करें. ऐसा करने से आप की सेल्फी
पर बेहद खूबसूरत आएगी.

7- ब्लश रखें नेचुरल

बात जब ब्लश की हो तो इसे जितना नेचुरल रखेंगी आप की सेल्फी उतनी ही खूबसूरत आएगी. आप पीच पॉप ब्लश का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसे न सिर्फ अपने गालों पर लगाएं बल्कि इसे चीक बोंस पर भी स्वीप करें. इससे गाल गोल मटोल नजर नहीं आएंगे और आप को चेहरा लिफ्ट करता हुआ नजर आएगा.

8- बोल्ड लिप्स के साथ दें पोज

खूबसूरत स्माइल और बोल्ड लिप्स सभी पसंद करते हैं. आप इस के जरिये एक बेहतर सेल्फी क्लिक कर सकती हैं. बोल्ड होंठों का मतलब सिर्फ लाल रंग की लिपस्टिक ही नहीं है. जरूरी है कि आप जिस शेड का चुनाव करें वह आप की त्वचा और ड्रेस के रंग से मैच करे. बोल्ड रेड अक्सर बहुत गोरे रंग वाले
चेहरे पर ही खिलता है जबकि गोरे या गेंहुए रंग के लिए न्यूड या बोल्ड
पिंक, डस्की त्वचा के लिए पीच, मेटालिक शेड्स विकल्प हो सकते हैं.

9- जरूर करें कॉन्टूरिंग

अगर आप को परफेक्ट सेल्फी लेनी है तो हले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि कैमरे पर क्लिक करने के लिए आप के फीचर्स उभर कर आ रहे हैं या नहीं. अगर नहीं तो इसके लिए कॉन्टूरिंग का इस्तेमाल करें. आप कंटोर पाउडर को अपने चीकबोंस, नाक के किनारे और जॉलाइन पर लगाएं. इस से आप के फीचर्स फोटो में काफी उभर कर आएंगे.

10- अच्छी सेल्फी के लिए पेस्टल शेड्स को कहें नो

ज्यादा अच्छी और आकर्षक सेल्फी के लिए पेस्टल शेड्स की जगह रूबी रेड और ग्रीन कलर का इस्तेमाल करें. साथ ही डल लिपस्टिक, लाइम येलो नेल पेंट और
बेज आई शैडो से आप की सेल्फी काफी थकी हुई नजर आ सकती हैं. इसलिए ऐसे रंगों का बिलकुल भी इस्तेमाल न करें.

11- फिल्टर को भी न भूलें

एक अच्छी सेल्फी के लिए जितना जरूरी मेकअप है उतना ही जरूरी एक परफेक्ट फिल्टर भी है. फिल्टर के जरिए आप दाग धब्बे या उम्र के निशान पूरी तरह
दूर कर सकती हैं. यह आप की सेल्फी को एक अच्छा ग्लो और खूबसूरती भी दे
सकता है.

पैरों की खूबसूरती बढ़ाने के घरेलू टिप्स

पैरों को साफ और स्वस्थ रखना भी उतना ही जरूरी है, जितना शरीर के किसी दूसरे अंग को. पैरों की साफसफाई एक निश्चित अंतराल पर होती रहनी चाहिए. इस के लिए आप नियमित साफसफाई के अलावा पैडिक्योर का सहारा भी ले सकती हैं.

ऐसे करें पैडिक्योर

पैडिक्योर करने से पहले नाखूनों पर लगी नेल पौलिश को हटा दें. फिर टब या बालटी में कुनकुने पानी में अपना पसंदीदा साल्ट या क्रीम सोप डालें. अगर आप के पैरों की त्वचा ज्यादा रूखी है, तो उस में औलिव आयल भी डाल लें. साल्ट आप के पैरों की त्वचा को नरम बनाएगा, तो औलिव आयल उस के लिए माश्चराइजर का काम करेगा. पैरों का कम से कम 15 मिनट तक इस पानी में रखने के बाद बाहर निकाल कर बौडी स्क्रबर से स्क्रब करें. स्क्रब करने के बाद ठंडे पानी से पैरों को अच्छी तरह साफ कर लें. ध्यान रहे कि पैरों की उंगलियों के बीच में  कहीं सोप बचा न रहे. अब पैरों पर कोल्ड क्रीम से हलकी मालिश करें. रूई की सहायता से उंगलियों के बीच फंसी क्रीम को साफ करें. अब पैरों के नाखूनों पर नेल पौलिश का सिंगल कोट लगाएं और इसे सूखने दें. जब यह सूख जाए तो नेल पौलिश से फाइनल टच दें.

पैराफिन वैक्स के साथ पैडिक्योर

इस तरीके से पैडिक्योर करने के लिए सब से ज्यादा जरूरी चीज है वक्त. जब भी आप पैराफिन वैक्स से पैडिक्योर करें, इसे कम से कम सवा घंटे का समय दें. पैराफिन वैक्स से पैडिक्योर करते समय सब से पहले अपने पैरों को पैराफिन वैक्स से साफ कर लें. इस के लिए पैराफिन वैक्स को पिघला कर एक मिट्टी की बड़ी कटोरी या बरतन में डाल लें. अब अपने पैरों को इस बरतन में डाल दें. यह काम करते वक्त इस बात का खयाल रखें कि वैक्स आप के पैरों के ऊपर बहे. इस के बाद पेडिक्योर की पहली प्रक्रिया की तरह पैरों को कुनकुने साफ पानी से धो कर क्रीम से इन की मसाज करें और नेल पौलिश लगा लें.

कुछ काम की बातें

सर्दियों में गरम जुराबें पहनें, जिस से आप के पैर गरम रहें. मगर इस बात का ध्यान जरूर रखें कि जुराबें पैरों के लिए टाइट न हों.

अगर आप पैरों के नाखून बड़े रखना चाहती हैं, तो जुराबें पहनते समय इस बात का ध्यान रखें कि नाखूनों पर नेल पौलिश लगी हो. इस से उन के नरम हो कर टूटने का डर नहीं रहता, नेल पौलिश उन्हें सहारा दे कर मजबूत बनाए रखती है.

धोने या पैडिक्योर ट्रीटमेंट लेने के  बाद पैरों को बिना सुखाए जुराबें न पहनें. इस से इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ता है.

पैरों को गरमी देने के लिए हीटिंग पैड का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह आप के पैरों के लिए जरूरत से ज्यादा गरम साबित होने के साथ उन्हें नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.

बाजार से पैरों के लिए जूते या चप्पल खरीदते समय खयाल रखें कि पंजों पर ज्यादा दबाव न पड़े. पंजों का रक्तप्रवाह किसी भी तरह से दुष्प्रभावित नहीं होना चाहिए.

पैरों को धोते समय कुनकुने पानी का इस्तेमाल करें. ज्यादा गरम पानी नुकसानदेह हो सकता है.

एडि़यों को फटने से बचाने के लिए माश्चराइजर का इस्तेमाल करना अच्छा रहता है. मगर इसे उंगलियों के बीच में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इस स वहां फंगस लगने का डर रहता है.

अगर आप के पैरों में पसीना बहुत ज्यादा आता है, तो जूते पहनते समय एंटी फगस पाउडर का इस्तेमाल करना न भूलें.

आजकल एड में बीबी ग्लो के बारे में बताया जाता है, क्या यह सचमुच स्किन के लिए अच्छा है?

सवाल

आजकल एड में बीबी ग्लो के बारे में बताया जाता है. क्या यह सचमुच स्किन के लिए अच्छा है?

जवाब

बीबी ग्लो एक ऐसा ट्रीटमैंट है जिस में आप की स्किन के अंदर एक मशीन के द्वारा अकौर्डिंग टू योर स्किन न्यूट्रिएंट्स डाल दिए जाते हैं. ये स्किन के अंदर जा कर स्किन को स्ट्रैच करते हैंरिंकल फ्री करते हैं और ग्लो देते हैं. इस के साथसाथ बीबी ग्लो में आप की स्किन के अनुसार एक फाउंडेशन स्किन के अंदर डाल दिया जाता हैजिस से आप की स्किन के ऊपर एक हलका मेकअप आ जाता हैजो करीब 20 से 30 दिन तक रहता हैसाथ में आप की फेस को शेप देने के लिए कंटूरिंग और ब्लशर भी डाल दिया जाता है जिस से फेस की बहुत खूबसूरत शेप आ जाती है. यह एक बहुत ही अच्छा ट्रीटमैंट है जिस से आप की स्किन ग्लो भी करती हैसाथ में शेप भी आ जाती है और 20 से 30 दिन के लिए मेकअप भी आ जाता है.

 

सर्दी में रूखी फेस स्किन की देखभाल

दे खते ही देखते मौसम करवट बदलने लगा है. कड़ाके की ठंड पड़ रही है. बदलाव का यह मौसम हमें सुकून तो देता है पर साथ ही यह चेतावनी भी देता है कि सर्दी में अपनी फेस स्किन की देखभाल करते रहना जरूरी है सर्दी में भी आप का चेहरा रूखेपन का एहसास करा देगा.

घबराने की कोई बात नहीं है. अब बाजार में कई तरह की प्रसाधन सामग्रियां आसानी से मिल जाती हैं जो आप की फेस स्किन के रूखेपन को दूर कर देंगी पर अगर कोरोना के चलते आप बाजार की खाक नहीं छानना चाहती हैं तो घर पर भी कुछ चीजों के इस्तेमाल से अपने फेस की बिगड़ती स्किन को बेहतर बना सकती हैं.

इस बारे में डाइटीशियन और मेकअप आर्टिस्ट नेहा सागर ने बताया, ‘‘हर तरह की फेस स्किन के लिए महिलाएं घर में ही काम आने वाली कई चीजों से फेसमास्क बना सकती हैं.

‘‘अगर आप की औयली स्किन है तो बेसन, हलदी, दही, मुलतानी मिट्टी, टमाटर, खीरा, गुलाबजल और नीबू जैसी चीजों को फेसपैक बनाने के लिए यूज कर सकती हैं.

‘‘मुलतानी मिट्टी या बेसन (1 टेबल स्पून) में कुछ भी सामग्री मिला कर हफ्ते में 2-3 बार लगा सकती हैं. हफ्ते में 2-3 बार एक टमाटर की स्लाइस को फेस पर रब कर के और सूखने पर उसे नौर्मल पानी से धो लें.

‘‘अगर आप की नौर्मल और कौम्बिनेशन स्किन है तो चंदन पाउडर, कच्चा दूध, चावल का आटा, बेसन, गुलाबजल, खीरे के रस या नीबू और दही का इस्तेमाल किया जा सकता है.

‘‘चावल के आटे में बेसन के साथ दूध, दही या गुलाबजल मिला कर हफ्ते में 3-4 बार इस्तेमाल कर सकती हैं.’’

सर्दी आतेआते फेस स्किन सूखी होने लगती है और जिन की स्किन हमेशा सूखी रहती है उन्हें और भी ज्यादा दिक्कत होती है.

ड्राई स्किन के बारे में नेहा सागर ने बताया, ‘‘सूखी फेस स्किन के लिए सब से अच्छा औप्शन शहद होता है. 1-2 टेबल स्पून गुलाबजल, एक टेबल स्पून शहद और 2-3 बूंदें नीबू के रस की (अगर चाहें तो) मिला कर रोजाना 15 मिनट के लिए लगाएं. इस से चेहरे पर चमक आती है और शहद सूखी त्वचा को न्यूट्रिशन देता है.

‘‘इस के अलावा दही में एक चुटकी हलदी मिला कर रोजाना चेहरे पर लगा सकती हैं और बाद में चेहरे को साफ करने के लिए फेसवाश या क्लींजर इस्तेमाल करें या नौर्मल दूध भी यूज कर सकती हैं. इस के अलावा बादाम को दरदरा पीस कर घर में ही स्क्रब बना सकती हैं.

‘‘जिन महिलाओं की सैंसिटिव स्किन होती है उन्हें अपना खास खयाल रखना चाहिए, क्योंकि उन पर बहुत कम चीजें सूट करती हैं. उन्हें भीगे हुए चावल के पानी को टोनर की तरह इस्तेमाल करना चाहिए या चावल के पानी में मुलतानी मिट्टी और चंदन पाउडर मिला कर हफ्ते में 2 बार लगाया जा सकता है.

ऐसे पाएं बेदाग स्किन के साथ लंबे घने बाल

ऐसे पाएं बेदाग स्किन के साथ लंबे घने बाल अगर आप भी ग्लोइंग त्वचा के साथ खूबसूरत बालों की ख्वाहिश रखती हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है… कई महिलाएं अपनी त्वचा और बालों की समस्याओं का संबंध जीवनशैली या जेनेटिक फैक्टर्स से जोड़ती हैं. आमतौर पर वे बालों के नुकसान को अनदेखा कर देती हैं. उन्हें लगता है कि तनाव और बालों की देखभाल के लिए समय न निकाल पाना इन समस्याओं के कारण हैं. लेकिन उन्हें यह पता ही नहीं होता कि शरीर में न्यूट्रिशन लैवल पर त्वचा और बालों का स्वास्थ्य निर्भर होता है.

न्यूट्रिशन और आदर्श विटामिन लैवल दोनोें त्वचा को स्वस्थ, मुलायम और बालों को घना व मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं. डाइट और पाचन खराब होने से पोषण में कमी पैदा होती है. इससे त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं और त्वचा के कुल स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है. कई बार आहार में कोई कमी नहीं होती, लेकिन फूड सैंसिटिविटी या ऐलर्जी त्वचा रोग का कारण बनती है.

अध्ययनों ने साबित किया है कि ऐंटीऔक्सीडैंट की फोटो प्रोटैक्टिव क्षमता का त्वचा की प्रतिरक्षा प्रणाली पर सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की पूर्ति के प्रभावों के साथ सहसंबंध होता है. आइए जाने कि विटामिन की कमी त्वचा और बालों को कैसे प्रभावित कर सकती है. त्वचा की देखभाल में पोषण की भूमिका विटामिन ए, बी3 और बी12 की अहमियत: पूरे मानव शरीर खासकर त्वचा के पोषण में विटामिन ए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. विटामिन ए की कमी से स्वैट डक्ट्स में रुकावट, औयल ग्लैंड्स में कमी और फ्राइनोडर्मा, जेरोसिस और त्वचा पर झुर्रियां आदि समस्याएं पैदा हो सकती हैं. आमतौर पर कुपोषित लोगों खासकर बच्चों में ये समस्याएं देखी जाती हैं. विटामिन ए की कमी के कारण कुहनियों, घुटनों, नितंबों पर खुरदरी काली त्वचा देखी जाती है.

विटामिन बी3 की कमी के कारण गरदन जैसे आमतौर पर खुले रहने वाले भागों पर फोटो सैंसिटिविटी और रैशेज जैसे सनबर्न हो जाते हैं. इसी तरह इस से हाथों और पैरों में दरारें भी पड़ सकती हैं जिसे पेलेग्रस ग्लव्स और बूट्स कहा जाता है. कई बार इस से त्वचा छिल सकती है. कई महिलाएं इस बात को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन कई गंभीर मामलों में यह घातक साबित हो सकता है. विटामिन बी 12 की कमी आमतौर पर उन में देखी जाती है जिन के खाने में मक्का हर दिन होता है या जो शराब पीते हैं अथवा जो दवा ले रहे हैं. इस से त्वचा पर हाइपरपिग्मैंटेशन त्वचा में सूजन और इन्फैक्शन, डार्क सर्कल्स आदि समस्याएं हो सकती हैं. इन का इलाज न करना जानलेवा भी हो सकता है. दूध, पनीर, दही, अंडे, केला, स्ट्राबेरी, टूना मछली, चिकन आदि में विटामिन बी 12 भरपूर होता है.

इन पदार्थों का सेवन करना चाहिए. शरीर में बी 12 के स्तर को बढ़ाने के बारे में डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए. विटामिन सी का महत्त्व कोलोजन बनने के लिए विटामिन सी आवश्यक है, त्वचा का टाइटनिंग और त्वचा में युवा दिखने के लिए यह बहुत महत्त्वपूर्ण प्रोटीन है. अध्ययनों ने साबित किया है कि विटामिन सी के रोजाना सेवन से त्वचा की झोर्रियों में सुधार हो सकता है और त्वचा के कुल टैक्सचर में सुधार हो सकता है. विटामिन सी ऐंटीऔक्सीडैंट से भरपूर होता है जो अच्छी त्वचा के लिए फायदेमंद होता है. विटामिन सी की कमी से त्वचा रूखी और बेजान हो सकती है और उस की घाव भरने की क्षमता कम हो सकती है. विटामिन सी की कमी से स्कर्वी भी हो सकता है.

स्कर्वी के लक्षणों में रक्तस्राव के कारण त्वचा पर दिखाई देने वाले गोल धब्बे रक्तस्राव के कारण त्वचा का रंग फीका पड़ना और स्वान नैक हेयर शामिल हैं. जिंक का महत्त्व जिंक की कमी से त्वचा में दरारें, सूखी त्वचा और रैशेज हो सकते हैं. जिंक की कमी से मुंहासे, त्वचा में संक्रमण भी हो सकता है और त्वचा की घाव भरने की क्षमता भी कम हो सकती है. कई केसेज में मुंह और नितंबों के आसपास लाल पपड़ीदार पैच दिखाई दे सकते हैं. लोकल ऐप्लिकेशन और क्रीम्स मौइस्चराइजर से इस की कमी का इलाज नहीं किया जा सकता है. इलाज में दवाइयों और अच्छे खाने के जरीए जिंक इनटेक शामिल है.

शरीर में जिंक लैवल क्या है उस के आधार पर डाक्टर जिंक सप्लिमैंट्स का सुझाव दे सकते हैं. आयरन का महत्त्व शरीर में लोहे की कमी के कारण बेजान, रूखी त्वचा, काले घेरे, नाखूनों का टूटना आदि समस्याएं हो सकती हैं. कुछ मामलों में इस से जीभ में सूजन, ऐंगुलर चेलाइटिस भी हो सकता है. इस के अलावा त्वचा में खुजली हो सकती है और खरोंचने पर त्वचा लाल, पपड़ीदार हो सकती है. आयरन की कमी से होने वाले रैशेज के कारण त्वचा के नीचे लाल या बैगनी रंग के धब्बे हो सकते हैं. बायोटिन एक पानी में घुलने वाला विटामिन बी है जो फैट और कार्बोहाइड्रेट चयापचय के लिए आवश्यक प्रतिक्रियाओं के लिए कोऐंजाइम के रूप में कार्य करता है.

बायोटिन की कमी बहुत आम समस्या नहीं है. बायोटिन की कमी से त्वचा में पैदा होने वाले लक्षणों में पैची रैड रैश आमतौर पर मुंह के पास, सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस और फंगल त्वचा व नाखूनों में इन्फैक्शन शामिल हैं. बालों की देखभाल में पोषण की भूमिका आयरन और विटामिन बी12 का महत्त्व: बालों का समय से पहले ग्रे होना या कैनिटी एक आनुवंशिक प्रवृत्ति है. आयरन, विटामिन डी, फोलेट, विटामिन बी 12 और सेलेनियम ऐसे विटामिन और खनिज हैं जिन की कमी की वजह से बचपन या शुरुआती वयस्कता के दौरान बालों के ग्रे, सफेद होने की समस्या हो सकती है. इन सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की कमी को पूरा करने से बालों के समय से पहले ग्रे होने की समस्या में सुधार हो सकता है.

विटामिन बी12 की कमी से बाल झड़ते हैं और रूखे और बेजान हो जाते हैं. विटामिन बी12 मानव शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के बनने के लिए बहुत जरूरी है, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में औक्सीजन ले जाती हैं. जब किसी व्यक्ति में विटामिन बी12 की कमी होती है, तो बालों के रोमों को नए बाल पैदा करने के लिए पर्याप्त औक्सीजन नहीं मिलती है. परिणामस्वरूप बालों के रोम कुशलतापूर्वक काम नहीं कर पाते हैं और बाल ?ाड़ने लगते हैं. आयरन की कमी का बालों पर असर विटामिन बी 12 की कमी की तरह ही स्वस्थ बालों के लिए आयरन का सेवन भी बहुत महत्त्वपूर्ण होता है.

आयरन एक महत्त्वपूर्ण खनिज है जो मानव शरीर और लाल रक्त कोशिकाओं के समुचित कार्य में मदद करता है. जब किसी व्यक्ति में आयरन की कमी होती है, तो शरीर की लाल रक्त कोशिकाएं बालों के रोम तक औक्सीजन नहीं पहुंचा पाती हैं. लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन होता है, जो रक्त को ऊतकों, कोशिकाओं और महत्त्वपूर्ण अंगों सहित शरीर के विभिन्न भागों में ले जाता है. हीमोग्लोबिन उन कोशिकाओं की मरम्मत करता है जो बालों के आदर्श विकास में योगदान देती हैं. आयरन की कमी से बालों का अत्यधिक ?ाड़ना, बालों की ठीक से न बढ़ पाना आदि समस्याएं पैदा होती हैं.

इस से महिलाओं और पुरुषों में गंजापन जल्दी हो सकता है. शरीर में आयरन को स्वस्थ लैवल को बनाए रखने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, मुनक्का, काजू और दालों का सेवन नियमित रूप से करें. अपना आयरन लैवल जानने और शरीर में आयरन लैवल को बढ़ाने के संभव विकल्पों के बारे में जानने के लिए डाक्टर से बात करें. जिंक की कमी का बालों पर असर अध्ययनों से यह भी साबित हुआ है कि जिंक की कमी से बालों के रोम की प्रोटीन संरचना प्रभावित हो सकती है जो बालों की मजबूती को बनाए रखने के लिए महत्त्वपूर्ण होती है. जिंक हारमोनल संतुलन को बनाए रखता है और हारमोनल असंतुलन बालों के झड़ने का एक प्राथमिक कारण है.

विटामिन सी की कमी और बाल विटामिन सी की कमी से बाल दोमुंहे और सूखे हो सकते हैं. शरीर में जब विटामिन सी मौजूद होता है तभी आयरन को अब्सौर्ब किया जा सकता है. इसलिए अगर किसी के शरीर में विटामिन सी की कमी है तो उस से शरीर में आयरन का स्तर भी प्रभावित होता है जिस के परिणामस्वरूप बालों का ?ाड़ना शुरू हो जाता है. आहार में विटामिन, आयरन और जिंक की कमी से ऐक्यूट टेलोजेन एफ्लुवियम और बालों का समय से पहले सफेद होना हो सकता है. बालों को धोते, कंघी करते यहां तक कि उंगलियों को चलाते समय अत्यधिक बालों का ?ाड़ना टेलोजेन एफ्लुवियम के संकेत हैं. इसलिए चमकती त्वचा और घने बालों के लिए आहार में सही प्रोटीन और विटामिन शामिल करें. -डा. रैना नाहर कंसल्टैंट, डर्मैटोलौजी, पीडी हिंदुजा हौस्पिटल ऐंड मैडिकल रिसर्च सैंटर, खार. द्य

झुर्रियां दूर करने के 5 आसान उपाय

क्या कभी आपने त्वचा की बात सुनी?

वैसे तो त्वचा में झुर्रिया उम्र के बढ़ने का एक संकेत होती है, लेकिन कई बार एक्सप्रेसिव फेस, डिहाइड्रेटेड स्किन या अधिक सन एक्सपोज़र से कम उम्र में भी झुर्रियां दिखाई पड़ सकती है. इसका सबसे अधिक असर चेहरे और हाथों की स्किन पर पड़ता है. उम्र को रोका नहीं जा सकता, लेकिन त्वचा की नियमित देखभाल से इसे कम अवश्य किया जा सकता है.

इस बारें में क्यूटिस स्किन क्लिनिक की डर्मेटोलोजिस्ट डॉ. अप्रतिम गोयल कहती है कि त्वचा का हमेशा ही ध्यान रखना चाहिए और ये कम उम्र से ही शुरू करनी चाहिए, ताकि आपकी आदत बनी रहे, क्योंकि त्वचा हमारी छठी सेंस ऑर्गन है और इसका ख्याल रखना सबसे अधिक आवश्यक है.

झुर्रियां पड़ने की खास वजह

डॉ. अप्रतिम आगे कहती है कि उम्र के बढ़ने के साथ त्वचा पतली और रुखी हो जाती है, इससे उसका लचीलापन कम हो जाता है और धीरे-धीरे त्वचा डेमेज होने लगती है और खुद रिकवर नहीं कर पाती. इससे झुर्रियां दिखाई पड़ने लगती है. आजकल कम उम्र में झुर्रियां दिखाई पड़ने की वजह व्यस्त जीवन शैली, कम नींद, तनाव और आहार सम्बन्धी लापरवाही है, जिसे समय रहते ठीक किया जा सकता है.

इसके अलावा जो लोग धूप में लम्बे समय तक काम या शूटिंग करते है, उनमे भी झुर्रियां जल्दी दिखती है, क्योंकि सूर्य की किरणों से त्वचा में मौजूद कोलेजन और इलास्टिक फाइबर अलग होने लगते है. जबकि ये दोनों मिलकर ही कोशिकाओं को बांधे रखते है, जिससे त्वचा कसी हुई नजर आती है, इस परत के टूटने से स्किन कमजोर हो जाती है और झुर्रियां पड़ने लगती है. त्वचा को तरोताजा रखने के 5 आसान टिप्स निम्न है,

पर्याप्त मात्रा में पानी का करें इनटेक

रोज सही मात्रा में पानी की इन्टेक से त्वचा हाइड्रेटेड रहती है, जो त्वचा पर सूखे की वजह से पतली धारियों को बनने से रोकती है. यह आसान, एफोर्डेबल और साधारण तरीका है, जिससे स्किन को तरोताजा होने से कोई रोक नहीं सकता.

विटामिन C और विटामिन A रिच फलों और सब्जियों का करें सेवन

फल और सब्जियां, जिसमे विटामिन C जैसे ऑरेंज, स्वीटलाइम, लेमन, अमरुद आदि कोलेजन को समन्वय करने में मदद करती है, जिससे स्किन की चमक और टेक्सचर में इम्प्रूव होता है. जबकि विटामिन A रिच फल और सब्जियां मसलन गाजर, पपीता, हरी सब्जियां आदि सभी रेटिनॉल के नैचुरल सोर्सेज है, जो स्किन टेक्सचर को ही नहीं बल्कि स्किन टोन को भी इम्प्रूव करती है.

सन एक्सपोज़र को करें लिमिट

अधिक समय तक धूप में रहने से बचना जरुरी है, क्योंकि बार-बार सूर्य की किरणों से कोलेजन के डेमेज होने पर स्किन की एजिंग प्रोसेस जल्दी शुरू हो जाती है और झुर्रियां दिखाई पड़ने लगती है. बाहर निकलते वक्त त्वचा की रक्षा के लिए स्कार्फ, कैप्स, और सनस्क्रीन अवश्य लगायें.

मैजिकल पल्प का करें प्रयोग

एलोवेरा पल्प को ओरली लेने या फेसपैक के रूप में प्रयोग करने पर स्किन हमेशा हाइड्रेटेड और स्मूथ रहती है, जिससे फ्रेश लुक बनी रहती है. ‘बनाना मास्क’ बनाने के लिए पके केले को मैश कर लगाने से भी त्वचा स्मूथ होती है, क्योंकि ये फेसपैक मोयस्चराइजर का काम करती है. ऑरेंज पल्प भी विटामिन C में रिच होता है, जो स्किन को ग्लो करने और रिजुविनेट करने में मदद करती है.

आयल और मसाज को न करे अनदेखा  

नारियल और आलमंड आयल ड्राई स्किन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. ये स्किन की क्रेक्स को भरकर देती है और त्वचा की फाइन लाइन्स और झुर्रियों को बनने से रोकती है. नियमित चेहरे की जेंटल मसाज से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे स्किन रिजुविनेट होती है. इस प्रकार आयल और मसाज से फायदे तो अनेक होते है, लेकिन एक्ने संभावित स्किन वालों के लिए आयल और मसाज को अवॉयड करना चाहिए.

बेदाग त्वचा पाना मुश्किल नहीं

महिला कामकाजी हो या गृहिणी अकसर खुद पर ध्यान नहीं दे पाती हैं. इस बारे में क्यूटीस स्किन स्टूडियो की कौस्मैटोलौजिस्ट और डर्मैटोलौजिस्ट डा. अप्रतिम गोयल कहती हैं कि हर महिला सब से सुंदर और आकर्षक दिखने की कोशिश करती है. यों खूबसूरत दिखना हर महिला की चाहती होती है मगर अपनी त्वचा में निखार लाने के लिए ज्यादा समय नहीं मिलता, तो कुछ ब्यूटी टिप्स आप के लिए बेहद उपायोगी साबित हो सकती हैं:

मौइस्चराइज
त्वचा को मौइस्चराइज करना सब से जरूरी और आसान कदम है, त्वचा को हाइड्रेटेड और ग्लोइंग दिखाने के लिए दिन में 2 बार मौइस्चराइज करें.

ऐक्सफौलिएट
माइल्ड स्क्रब से सप्ताह में 2 बार स्किन को ऐक्सफौलिएट करें. इस से त्वचा की बाहरी परत से मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद मिलती है. यह त्वचा से गंदगी की परत को हटा कर स्किन को चमकदार बनाता है और स्किन केयर प्रोडक्ट्स को त्वचा में गहराई से प्रवेश करने देता है.

क्लींजिंग
त्वचा के अनुसार सही क्लींजर का प्रयोग कर स्किन को क्लीयर करें. क्लींजिंग से पहले मेकअप को माईसैलर वाटर से साफ अवश्य
कर लें.

हैल्दी खाएं

– इस में शुगर और साल्ट को कट करें, हालांकि त्योहारों में यह करना मुश्किल है, लेकिन ऐसा कर पाने से रैडिएंट स्किन के साथसाथ पूरा दिन ऐनर्जेटिक रह सकेंगी.
-रिच ऐंटीऔक्सीडैंट्स फल जैसे साइट्रस फ्रूट्स, बेरीज, ऐवाकाडोस आदि लें.
– त्वचा को चमकदार बनाने के लिए विटामिन सी 1000 मिलीग्राम रोज लें. ग्लूटेथिओन टैबलेट्स के साथ लेने पर अच्छा परिणाम मिलता है.
-प्लंपी और हाइड्रेटेड त्वचा के लिए अधिक मात्रा में पानी पीएं. इस के अलावा ह्यायूरोनिक ऐसिड सीरम के प्रयोग से भी त्वचा हाइड्रेटेड और स्मूथ रहती है क्योंकि ह्यायूरोनिक ऐसिड एक शुगर मौलेक्यूल है, जो त्वचा में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है और यह त्वचा में फंसने पर पानी को कोलोजन से बांधने में मदद करता है, जिस से त्वचा खिली और अधिक हाइड्रेट दिखाई दे सकती है. ह्यायूरोनिक ऐसिड त्वचा के हाइड्रेशन को बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण है. फेस औयल भी ड्राई स्किन के लिए प्रयोग किया जा सकता है.
-पैक्स या शीट मास्क भी सप्ताह में एक बार अवश्य लगा लें ताकि आप रिलैक्स हो कर थकान वाले चेहरे को अवौइड कर सकें.
– त्योहारों से पहले भरपूर नीद लें और रिलैक्स रहें ताकि आप की मुसकराती और खिली त्वचा से कोई नजर न हटा सके और आप का चेहरी त्योहार वाले दिन सब के अट्रैक्शन का केंद्र बने.

कुछ अफोर्डेबल होम केयर टिप्स:

रोजवाटर:  प्लेन रोजवाटर से चेहरे को सोने से पहले 10 से 15 मिनट तक पोंछ लें. इस से त्वचा की थकान मिट जाती है, जिस से त्वचा खोई हुई नमी को पा लेती है. रोजवाटर का स्प्रे कई बार चेहरे पर करने से भी थकान मिटती है.

ऐलोवेरा: ऐलोवेरा का पल्प सप्ताह में 1 या 2 दिन लगाने पर स्किन की नमी बनी रहती है.

कच्चा आलू: कच्चे आलू को कद्दूकस कर उसे चेहरे पर सप्ताह में 1 या 2 बार लगा कर 10 से 15 मिनट तक मालिश करें. इस के बाद चेहरे को धो लें. इस से त्वचा की अनइवन स्किन टोन में भी सुधार होता है.

हलदी: हलदी के साथ शहद मिला कर अधिक मुंहासे वाले चेहरे पर लगाने से हलदी
की ऐंटीसैप्टिक गुण की वजह से एक्ने को कम करने के अलावा स्किन को कम इरिटेशन करती है. एक चुटकी हलदी के साथ बेसन या चावल का आटा मिला कर पेस्ट बना लें और 15 दिन में एक बार चेहरे पर लगाएं. यह स्किन की औयलीनैस को कम कर मुंहासों को चेहरे पर आने से रोकती है.

इन 5 होममेड टिप्स से पाएं डार्क सर्कल से तुरंत छुटकारा

आंखो के नीचे काले घेरे की समस्या लगभग सभी के साथ होती है. जो बौडी में कई सारे न्यूट्रिशंस की कमी से होने वाली कमजोरी और तनाव की समस्या का संकेत देते हैं. लेकिन कई बार ये डार्क सर्किल उम्र बढ़ने, ड्राई स्किन, रात भर काम करने और सही तरीके से न सोने के कारण भी हो सकते हैं. आंखों के काले घेरे दूर करने के कुछ घरेलू उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर इनसे छुटकारा पाया जा सकता है.

1. बादाम का तेल

बादाम का तेल कई प्राकृतिक गुणों से भरपूर होता है, जो आंखों के आसपास की त्वचा को फायदा पहुंचाता है. बादाम के तेल के नियमित उपयोग से त्वचा का रंग हल्का पड़ जाता है, इसीलिए इसे आंखों के आसपास लगाने से डार्क सर्कल दूर हो जाते है. रात में इसे आंखों के नीचे थोड़ा सा लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें. मसाज करने के बाद ऐसे ही छोड़ दें. सुबह उठने के बाद मुंह धो लें.

सोने जाने से पहले आंखों के नीचे काले घेरों के ऊपर अलमन्ड औयल लगाकर हल्का-सा मसाज करें. रात भर लगा रहने दें. सुबह उठने के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें.

2. खीरा

खीरा त्वचा की रंगत सुधारने में बहुत ही कारगर होता है. इसके साथ ही खीरा लगाने से त्वचा ज्यादा फ्रेश और ग्लोइंग नजर आती है. खीरे के पतले-पतले स्लाइस काटकर उसे रेफ्रिजरेटर में 30 मिनट के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दें. फिर इसे डार्क सर्किल पर लगाकर कम से कम 10 मिनट तक रखें. सूखने के बाद इसे पानी से धो लें. दिन में तीन से चार बार इसका इस्तेमाल तकरीबन एक हफ्ते तक करें और फर्क देखें.

इसके अलावा एक दूसरा तरीका है खीरे और नींबू की मात्रा को एकसाथ मिक्स करके उसे कौटन की सहायता से काले घेरों पर लगाएं और कम से कम 15 मिनट तक रखने के बाद पानी से धो लें.

3. पानी

अगर आंखों के नीचे डार्क सर्कल हैं तो खूब पानी पिएं. पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन किसी भी दवाई से बेहतर होता है. यह एक साधारण घरेलू उपाय है जो आंखों के नीचे होने वाले काले घेरों को दूर कर देता है. पानी पीने से स्कीन हाईड्रेट रहती है और डार्क सर्कल नहीं हो पाते हैं.

4. नींद

काफी लम्बे समय तक सही तरीके से नींद पूरी न होने पाने की वजह से भी आंखों के नीचे काले घेरे पड़ जाते हैं. अगर आपकी नींद पिछले कई दिनों से पूरी नहीं हुई है तो सबसे पहले सोएं. जब आप पूरा आराम लेंगे और आंखों को आराम देंगे तो काले घेरे अपने आप सही हो जाएंगे. आंखों के नीचे होने वाले काले घेरे, व्यक्ति की कम नींद के बारे में बताते हैं.

5. टी बैग्स

टी बैग्स का उपयोग करके भी आंखों के नीचे होने वाले डार्क सर्कल को दूर किया जा सकता है. सुबह की चाय के बाद यूज किए हुए टी बैग्स को अपने फ्रीज में रख दें. जब आपको समय मिलें तो उन्हें फ्रिज से बाहर निकाल लें और रूम के तापमान पर होने के लिए रख दें. बाद में इन्हें अपनी आंखों पर लगा लें. इससे आपको आराम मिलेगा और काले घेरे कम होंगे.

6. टमाटर

टमाटर में कई ऐसे गुण होते हैं जो त्वचा के डार्क कलर को हल्का कर देते हैं और त्वचा को ग्लो प्रदान करते हैं. एक चम्मच टामटर का पेस्ट और नींबू की रस की कुछ बूंदे मिला लें और मिश्रण तैयार कर लें. इस मिश्रण को अपनी आंखों के नीचे के काले घेरे पर लगाएं. इसे दस मिनट तक यूं ही लगा रहने दें और बाद में ठंडे पानी से धो लें.

खूबसूरत त्वचा के लिए अपनाएं ये उपाय

अच्छा आपने कभी ये सोचा है कि जिस जमाने में कॉस्मेटिक सर्जरी, वाइटनिंग ट्रीटमेंट जैसी चीजें नहीं थीं, उस जमाने में भी लोगों की स्क‍िन इतनी खूबसूरत कैसे होती थी?

पुराने समय में जब ये सारी चीजें नहीं थी तो लोग नेचुरल उपायों पर ही निर्भर थे. किचन में मौजूद चीजों से, जड़ी-बूटियों से वो अपनी त्वचा की देखभाल करते थे. नेचुरल तरीके अपनाने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे किसी तरह के साइड-इफेक्ट का खतरा नहीं होता. जबकि आज के समय में इस्तेमाल होने वाली ज्यादातर चीजें केमिकल बेस्ड होती हैं और उनसे त्वचा को नुकसान होने का खतरा बना रहता है.

यूं तो उपाय कई हैं लेकिन गुलाब जल और बादाम के तेल का ये उपाय आपकी सारी प्रॉब्लम्स को दूर कर देगा. इसके लिए दो चम्मच बादाम का तेल और दो चम्मच गुलाब जल अच्छी तरह मिला लें. इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट सूखने दें. इसके बाद चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें.

क्या हैं फायदे?

1. गुलाब जल और बादाम का ये उपाय बढ़ती उम्र के सामान्य लक्षणों को कम करता है.

2. इस मिश्रण में मौजूद दोनों ही चीजों में हाइड्रेटिंग एजेंट्स पाए जाते हैं. जिससे त्वचा कोमल और मुलायम बनती है.

3. आंखों के नीचे के काले घेरों को दूर करने में भी ये मिश्रण बहुत फायदेमंद है.

4. अगर आपको कील-मुंहासों की समस्या है तो भी ये उपाय आपके लिए फायदेमंद रहेगा.

5. अगर आपके चेहरे पर लाल चकत्ते पड़ गए हैं या फिर आपको रैशेज की प्रॉब्लम है तो भी ये उपाय कारगर है.

6. मेकअप उतारने के लिए पानी का इस्तेमाल करने से बेहतर है कि आप इस मिश्रण का इस्तेमाल करें.

Wedding Special: जानें फेस सीरम क्यों ज़रूरी है

आज के समय में प्रदूषण, तनाव और गलत दिनचर्या की वजह से हमारी त्वचा समय से पहले ही बेजान, रूखी और उम्रदराज लगने लगती है. कम उम्र के लोगों में भी चेहरे पर दाग धब्बों और मुहांसों का प्रकोप शुरू हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम अपने चेहरे की त्वचा की अच्छी तरह से देखभाल करें और मेकअप पोत कर समस्याएं छिपाने के बजाए इसे स्वाभाविक रूप से स्वस्थ और आकर्षक बनाएं.

त्वचा की देखभाल का एक अहम हिस्सा है सफाई के बाद एक अच्छी क्वालिटी के फेस सीरम का प्रयोग करना. फेस सीरम एक लाइट वेट मॉइश्चराइजर की तरह होता है. वाटर बेस्ड होने के कारण यह तुरंत ही त्वचा में गहराई से अब्जॉर्ब हो कर उस को अंदर से नमी देता है. नियमित रूप से सीरम का इस्तेमाल करने से त्वचा अधिक स्वस्थ, जवां और चमकदार बनती है. त्वचा में नमी भी बनी रहती है.

फेस सीरम का उपयोग मॉइस्चराइज़र, सनस्क्रीन और मेकअप के नीचे एक बेस लेयर के रूप में किया जाता है. युवाओं की यंग त्वचा को आमतौर पर इस की बहुत अधिक आवश्यकता नहीं होती है पर इस के इस्तेमाल करने से उन्हें भी एक स्वस्थ, बेदाग़ त्वचा मिलती है और समय से पहले त्वचा की उम्र बढ़ने और झुर्रियों को रोकने में मदद मिल सकती है. आप अपनी त्वचा की सफाई और टोनिंग के बाद दिन में एक या दो बार फेस सीरम का उपयोग कर सकते हैं.

फेस के लिए सीरम क्यों है जरूरी

फेस सीरम उन के लिए खासतौर पर जरूरी है जो चेहरे पर उभर रहे उम्र के असर, गहरे दाग धब्बों, हाइपरपिगमेंटेशन, एक्ने, बंद रोम छिद्र और डिहाइड्रेशन की वजह से परेशान हैं. इस के प्रयोग से आप को इन समस्याओं से जूझने में मदद मिलेगी;

1. चेहरे के दाग धब्बों को कम करने में : रोजाना सूर्य से निकलने वाली यूवी किरणें हमारी त्वचा को बेजान और बेरंग करती हैं. ऐसे में फेस सीरम में मौजूद ग्लाइकोलिक एसिड स्किन को चमकदार बनाने के साथ ही एक नया कॉम्प्लेक्शन भी देता है. अगर आप इस का रोजाना इस्तेमाल करेंगी तो कुछ दिनों के बाद ही आप को अंतर पता चल जाएगा कि चेहरे पर से गहरे दाग धब्बे कम होने लगे हैं. करीब एक महीने में चेहरे की बारीक रेखाएं और झुर्रियां भी कम होने लगती हैं.

2. बेजान त्वचा को रौनक देने के लिए : उम्र बढ़ने के साथ ही हमारी स्किन अपनी चमक खोने लगती है. ऐसे में स्किन के लिए फेस सीरम जरूरी हो जाता हैजो स्किन की गहराई में जा कर चमक वापस लाने का काम करता है.

3. एंटी एजिंग के लिए : द जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड एस्थेटिक डर्मेटोलॉजी द्वारा किए गए एक शोध में यह बात साफ हो गई कि फेस सीरम चेहरे पर आने वाली बारीक रेखाओं और झुर्रियों को कम करने में अहम भूमिका निभाता है. केवल दोतीन हफ्तों के इस्तेमाल के बाद ही आप को अंतर नजर आने लगेगा. एंटी एजिंग के लिए आप को हाइलूरोनिक एसिड युक्त हाइड्रेटिंग सीरम को चुनना चाहिए. यह फेस सीरम आप की स्किन को जवां लुक देने के साथ ही झुर्रियों को दूर करता है. कुछ फेस सीरम विटामिन सी युक्त आते हैं. ये भी एंटी एजिंग के लिए बेस्ट हैं.

4. मुंहासे दूर करने के लिए : अगर आप के चेहरे पर अक्सर ही मुंहासे निकलते रहते हैं तो आप को फेस सीरम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. इन में बेंजोइल पेरोक्साइड और सेलिसाइक्लिक एसिड होता है जो एक्ने को धीरे धीरे कम कर देता है और आप को पहले सी स्वस्थ स्किन मिल जाती है.

5. मॉइस्चर और वॉल्यूम में मदद के लिए : उम्र के बढ़ने के साथ ही आप की स्किन खासकर गाल और आंखों के नीचे का हिस्सा मॉइस्चर और वॉल्यूम खोने लगती है. ऐसे में फेस सीरम का इस्तेमाल चेहरे के इन हिस्सों में वॉल्यूम और मॉइस्चर वापस लाता है. फेस सीरम की 2- 3 बूंदें उंगलियों पर ले कर जब आप पूरे चेहरे पर लगाती हैं तो जल्द ही फर्क नजर आने लगता है.

6. स्किन को एक्सफोलिएट करने के लिए : फेस सीरम में लैक्टिक और फोलिक एसिड भी होता है जो स्किन को स्मूथ फील और इवन टोन देता है.

7. स्किन को हाइड्रेट करने के लिए : आप की स्किन रूखी और बेजान महसूस हो रही है तो इस का मतलब यह है कि आप को मॉइस्चराइजर के अलावा भी कुछ और चाहिए. अपने फेस क्रीम पर निर्भर रहने के बजाय आप हाइड्रेटिंग फेस सीरम का प्रयोग करके अपनी ड्राई स्किन में नमी वापस ला सकती हैं.

8. खूबसूरत दिखने के लिए : फेस सीरम में कोलैजन कॉन्टेंट होता है जिस की वजह से आप को अपनी स्किन के टेक्सचर में सुधार नजर आएगा. स्किन पहले से कहीं ज्यादा खूबसूरत और सेहतमंद भी दिखने लगती है. अगर आप की स्किन पर खुले रोमछिद्र हैं तो वे कम हो जाएंगे, ब्लैकहेड्स के साथ व्हाइटहेड्स भी कम होने लगेंगे.

किस प्रकार का सीरम लें

बाजार में कई तरह के सीरम उपलब्ध हैं जो त्वचा की बारीक रेखाओं, झुर्रियों, गहरे दाग धब्बों, बेजान और सूखी त्वचा जैसी समस्याओं को ठीक करने के लिए होते हैं. मगर समस्या यह होती है कि आप अपने लिए एक सही सीरम का चुनाव कैसे करें. इस के लिए आप को निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए-

त्वचा का प्रकार : आप को अपनी त्वचा के प्रकार का पता होना चाहिए. त्वचा मुख्य रूप से 5 तरह की होती है; नॉर्मल स्किन ,ऑयली स्किन, ड्राई स्किन , सेंसिटिव स्किन और मिक्स स्किन. अगर आप की स्किन पहले से ऑयली है और आप ऐसे फेस सीरम का इस्तेमाल कर रही हैं जो आप की त्वचा को और भी ऑयली बना रहा है तो समस्या हो सकती है. इस लिए स्किन के हिसाब से मुफीद सीरम
ही चुनें.

त्वचा संबंधित परेशानी : किसी भी फेस सीरम को लेने से पहले आप यह सोचें कि आप फेस सीरम क्यों खरीदना चाहती हैं? क्या आप झुर्रियों को कम करने के लिए फेस सीरम लेना चाहती हैं या उन गहरे धब्बों की वजह से जो सूरज की तेज रोशनी की वजह से आपके चेहरे पर दिखने लगे हैं या फिर आप मुंहासों से परेशान हैं. समस्या के अनुरूप सीरम लिया जाए तो यह आप को तुरंत आराम पहुंचाएगा.

अलग अलग फेस सीरम में कई तरह के इंग्रेडिएंट्स होते हैं. इस सन्दर्भ में डर्मेटोलॉजी और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ चांदनी जैन गुप्ता के मुताबिक़ सीरम में सेरामाइड्स, ग्लिसरीन, एलोवेरा, विटामिन सी, के, ई, लिकोराइस , जिंक, अर्निका जैसे एंटीइन्फ्लामेट्री इनग्रेडिएंट्स और अन्य नेचुरल इनग्रेडिएंट्स होते हैं. यह आप की त्वचा में गहराई तक जा कर असर दिखाते हैं. सीरम में बाकी स्किन प्रोडक्ट्स की अपेक्षा एक्टिव इनग्रेडिएंट्स का कॉन्संट्रेशन हाई होता है.

इस में मौजूद सेरामाइड त्वचा के अंदर मॉइस्चर को लॉक कर ड्राइनेस रोकने में मदद करता है. ग्लिसरीन त्वचा के हाइड्रेशन में सुधार करता है और शरीर के नेचुरल प्रोटेक्टिव बैरियर को रिस्टोर करता है. एलोवेरा त्वचा में मौजूद चिकनाई को हटाने में मदद करता है. विटामिन सी, के और ई एंटीऑक्सीडेंट हैं जो त्वचा को तनाव और अन्य सामान्य पर्यावरणीय कारकों के कारण मौजूद मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं. लीकोरिस त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है क्योंकि इस में लिक्विरिटिन नामक एक सक्रिय यौगिक होता है जबकि जिंक में एंटी एजिंग गुण होते हैं. इसी तरह आर्निका स्किन के घाव भरने में मदद करती है.

आइए जानते हैं कि फेस सीरम अप्लाई करने का सही तरीका क्या है:

-सब से पहले चेहरे पर मौजूद किसी भी तरह की गंदगी, धूल और ऑयल हटाने के लिए क्लींजर से त्वचा को साफ़ करें.

-अब अपनी पसंद के सीरम की 2 बूंदे उंगलियों पर ले कर क्लीन की हुई त्वचा पर मालिश करते हुए लगाएं ताकि वह अच्छी तरह से आप की त्वचा में अवशोषित हो जाए. सीरम को हल्के हाथ से अपवर्ड मोशन में मसाज करते हुए लगाएं. ज्यादा जोर से या रगड़ते हुए न लगाएं.

-ड्राई स्किन वालों को सीरम गीली त्वचा पर ही लगाना चाहिए क्योंकि नमी वाली त्वचा में यह अच्छी तरह से पेनेट्रेट हो जाता है. सेंसिटिव स्किन वालों को अपनी स्किन के सूखने यानी ड्राई होने का इंतज़ार करना चाहिए. वरना यह सीरम के पेनेट्रेशन को धीमा कर देगा जिस से स्किन इरिटेशन होने की आशंका रहती है.

-हर बार सीरम के बाद त्वचा को मॉइस्चराइज जरूर करें. दिन के समय 30 या इस से अधिक एसपीएफ़ की सन स्क्रीन लगाना भी जरूरी है ताकि सूरज की रोशनी से बचा जा सके.

-सीरम को हम मेकअप बेस या प्राइमर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. इस के बाद किया जाने वाला मेकअप आसानी से त्वचा पर फैल जाता है जिस से मेकअप का यूज़ भी कम होता है. साथ ही स्किन पर पहले से ही सीरम लगा लेने से प्राइमर का इफेक्ट अच्छा आता है.

-इसी तरह बढ़ती उम्र के साथ होंठों के पास फाइन लाइन आ जाती है. थोड़ा सा सीरम होंठों के चारों ओर लगा लें. इस से जब आप लिपस्टिक लगाएंगी तो आप के होंठ ज्यादा उभर कर आएंगे.

-कंसीलर लगाने से पहले आंखों के चारों ओर सीरम लगाने से आई मेकअप स्मज नहीं होता यानी फैलता नहीं है. सीरम मेकअप को स्मूथ फिनिश देता है. विटामिन सी और कोलेजन होने के कारण स्किन में समा कर यह फाइन लाइन्स को उभरने से रोकता है.

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