इन बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होंगी औनलाइन फ्रौड का शिकार

तेजी से बढ़ते औनलाइन बाजार के हम सब ग्राहक हैं. फ्लिपकार्ट, अमेजन जैसी वेबसाइटों ने शौपिंग का पूरा स्वरूप बदल दिया है. अब आपको किसी भी तरह की खरीदारी के लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है. घर बैठे बस फोन पर उंगलियां चला कर आप मन मुताबिक सामान खरीद सकती हैं. पर जब नई चीजें हमसे जुड़ती हैं तो अपने साथ नई चुनौतियां भी लाती हैं.

तेजी से बढ़ रहे औनलाइन शौपिंग कारोबार के ट्रेंड से नई चुनौतियां सामने आई हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप शौपिंग को लेकर अधिक सजग और सावधान रहें. औनलाइन शौपिंग करने से पहले ध्यान रखें कि आपके कंप्यूटर में एंटी वायरस हो.

इसके अलावा हम आपको कुछ जरूरी बातों के बारे में बताने वाले हैं जिनको ध्यान में रख कर आप इन प्लैटफार्मों पर होने वाली धोखाधड़ी से खुद को बचा सकेंगी.

तुरंत करें सामान चेक

जैसे ही आपके पास और्डर की डिलिवरी हो जाए आप तुरंत सामान चेक करें. कई बार हमें गलत प्रौडक्ट्स दे दिए जाते हैं. कोशिश करें कि अनबौक्सिंग करते वक्त आप वीडियो रिकौर्ड कर लें. ये आपका प्रूफ होता है कि आपके पास गलत प्रौडक्ट आया है.

जानिए http और https  में अंतर

http  और https  का खासा ध्यान देने की जरूरत है. ये दोनों शब्द आपके url टैब में होते हैं. अगर आपके टैब में http है तो उससे खरीदारी ना करें. https वाली वेबसाइटें सुरक्षित होती हैं. इसमें s का अर्थ ही सिक्यूरिटी होता है. टैब में s लेटर पेमेंट के वक्त जुड़ता है.

रखें वेबसाइट की पूरी जानकारी

किसी भी वेबसाइट से शौपिंग करत वक्त ध्यान रखें कि उसकी सारी जानकारी आपके पास हो. जिन वेबसाइटों पर धोखाधड़ी की गुंजाइश होती है वो अपनी जानकारी छिपाए रखती हैं.

अनजान साइटों से ना करें शौपिंग

औनलाइल शौपिंग में अपनी सुरक्षा को लेकर सबसे अधिक सजग रहने की जरूरत है. किसी भी अनजान वेबसाइटों से कभी भी शौपिंग ना करें. ऐसा करने से आप अपनी जानकारी और धन से हाथ धो सकती हैं. इसके बाद आप अपने रकम के लिए क्लेम भी नहीं कर सकती हैं.

कंपनी की शर्तों को समझें

अकसर कंपनी की शर्तों को समझे या जाने बिना हम शौपिंग करते हैं और इस चक्कर में हमारा नुकसान हो जाता है. आमतौर पर कस्टमर इन बातों का ध्यान नहीं देते और उनका नुकसान हो जाता है.

पेमेंट सिस्टम का रखें ध्यान

पेमेंट सिस्टम का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. आपको इस बात की जानकारी रखनी होगी कि वेबसाइट का पेमेंट सिस्टम वेरिफाइड बाय वीजा या मास्टरकार्ड है. अगर ऐसा है तो आपका पेमेंट सेफ है. नहीं तो आप ठगी जा सकती हैं.

बैंक जाए बिना ऐसे करें नकदी जमा, बेहद आसान है तरीका

कैश निकालने के लिए लोग अब बैंकों पर कम निर्भर हो रहे हैं. अब ज्यादातर ट्रांजैक्शन एटीएम से होने लगा है. पर अभी भी कैश जमा करने के लिए लोग बैंकों का रुख ही करते हैं. कई शाखाओं में तो अधिकतर भीड़ ही कैश जमा कराने के लिए होती है. पर क्या आपको पता है कि अब आप एटीएम की मदद से भी कैश जमा कर सकती हैं?

जी हां, हम बात कर रहे हैं कैश डिपौडिट मशीन की. जिसे सीडीएम भी कहते हैं. सीडीएम के जरिए हम अपने खाते में कैश जमा कर सकते हैं. आपको बता दें कि ये तरीका बेहद सरल और सुरक्षित होता है.

– इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आप सीडीएम का इस्तेमाल कैसे कर सकती हैं. तो आइए शुरू करते हैं.

– सबसे पहले अपने कार्ड को मशीन में डालें. ये बिल्कुल वैसा ही है जैसा आप एटीएम के साथ करती हैं.

– फिर मशीन का डिपैजिट स्लौट खुल जाएगा. इसमें आपको अपनी नकदी को रखना होगा ताकि ये जमा   हो सके.

– इसके बाद स्क्रीन पर पिन एंटर करने का निर्देश आएगा. यहां आप अपना पिन डालें.

– नकद रख कर एंटर बटन दबाएं. जिसके बाद जमा की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

– इसके बाद स्क्रीन पर जमा राशि उभर कर आएगी. कई बार कुछ नोटों को मशीन एक्सेप्ट नहीं करती है.   कारण होता है नोटों में गड़बड़ी. ये गड़बड़ी फटे या पुराने नोटों के साथ अक्सर होती है. इसके अलावा   नकली नोटों को भी मशीन एक्सेप्ट नहीं करती.

– जिन नोटों को मशीन एक्सेप्ट नहीं करेगी वो उसी स्लौट में रह जाता है. बाकी राशि जमा हो जाती है.     इसके बाद मशीन  आपसे और नोटों को जमा करने के बारे में पूछेगी. अगर आप और राशि जमा करना  चाहती हैं तो उसी स्लौट में रकम रख दें नहीं तो नहीं का विकल्प चुन कर लेनटेन प्रक्रिया को समाप्त कर दें.

– इसके बाद मशीन एक स्लिप जेनरेट करेगी जिसमें ट्रांजेक्शन की सारी जानकारी अंकित होगी. और   आपके मोबाइल पर ट्रांजेक्शन की जानकारी आ जाएगी.

महिलाएं पैसा बचाना चाहती हैं तो इन बातों को जान लें

आज महिलाएं केवल घर गृहस्थी संभालने तक ही सीमित नहीं हैं. बल्कि घर से बाहर निकल कर उन्होंने दुनिया के सामने अपना लोहा मनवाया है. आज वो अपना बिजनेस भी कर रही हैं तो मल्टीनेश्नल कंपनियों में नौकरी कर उनकी नेतृत्व भी कर रही हैं. आमतौर पर धारणा है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में बचत की भावना अधिक होती है. ऐसे में सबसे अधिक जरूरी है कि उन्हें वित्तीय मामलों की समझ अच्छी हो. इस खबर में हम आपको टिप्स के बारे में बताएंगे जिनसे महिलाओं को बचत के साथ वित्त की अच्छी समझ विकसित होगी.

निवेश के बारे में ज्यादा सोचें

पैसों की बचत के लिए बेहद जरूरी है कि आप निवेश के बारे में भी सोचना शुरू कर दें. पैसा बचा कर घर में रखने का कोई फायदा नहीं होता. बेहतर है कि आप उसे बाजार में या पौलिसी में निवेश करें. निवेश किए हुए पैसों से आपका बचत अच्छा हो सकेगा.

समझे कहां और कितना करना है खर्च

जो भी आपके खर्चे हैं उनको बारिकी से समझे. जरूरी है कि खर्चों को आप कहीं नोट करें. रोजाना के खर्चे का हिसाब करें. और ध्यान रखें कि जितनी जरूरत हो उतना ही खर्च करें.

जरूरी चीजों की करें खरीदारी

जितना जरूरी हो उतना ही खरीदारी करें. फालतू के खर्चे से दूरी बनाएं. अगर आपके सामने कोई औफर हो तो पहले खुद से पूछें कि क्या आपको उस प्रोडक्ट की जरूरत है? अगर आपको जवाब हां मिलता है तो ही उसे खरीदें. अपनी जरूरत को ध्यान में रख कर ही खरीदारी करें.

वित्तीय मामलों की समझ

एक महिला के लिए ये बेहद जरूरी है कि वो वित्तीय मामलों के बारे में समझ अच्छी रखे. इसके लिए आप चाहें तो फाइनेंशियल प्लानर की मदद ले सकती है.

इंडिया पोस्ट : नकद निकासी से लेकर ट्रांजेक्शन लिमिट तक सारी जानकारी यहां है

इंडिया पोस्ट ने अब बैंकिंग की सुविधा भी शुरू कर दी है. जिसके तहत अब कई तरह के सेविंग अकाउंट खोलने की सुविधा मिलती है, इसमें सेविंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपौजिट अकाउंट, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (एससीएसएस) अकाउंट और रेकरिंग डिपौजिट अकाउंट शामिल हैं. इंडिया पोस्ट देश भर में करीब 1.5 लाख डाकखानों का संचालन करती है. इन सभी प्रकार के खातों पर एटीएम की सुविधा मिलती है.

इंडिया पोस्ट के बचत खाते में मात्र 20 रुपये से खाता खोला जा सकता है. खाता में राशि पर पोस्ट आपको 4 फीसदी का सलाना ब्याज दर दोती है. इस बात की जानकारी इंडिया पोस्ट ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर दी है.

वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक एक खाते से एटीएम के जरिए 25,000 रुपये प्रतिदिन निकासी की सुविधा मिलती है. वहीं प्रतिलेन देन 10,000 रुपये की निकासी की सुविधा मिलती है। इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर यह जानकारी दर्ज है.

इसके अलावा एटीएम से निकासी के लिए 5 मुफ्त ट्रांजेक्शन्स दिए जाएंगे. इसमें पोस्ट औफिस से किए जाने वाले लेन-देन में फाइनेंशियल और नौन फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन शामिल है.

मेट्रो शहरों के लिए नंबर औफ ट्रांजेक्शन लिमिट अलग रखी गई है. इन शहरों के लिए के एटीएम से तीन मुफ्त निकासी की सुविधा मिलती है, जबकि नौन मेट्रो शहरों में पांच मुफ्त निकासी की सुविधा मिलती है।

जानिए क्यों हमें कैश छोड़ डिजिटल पेमेंट को अपना लेना चाहिए

आजकल देशभर में कैशलेस ट्रांजेक्शन को काफी बढ़ावा दिया जा रहा. सरकार भी डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार में लगी है. लोगों को इस बारे में जागरुक करने के लिए टीवी, अखबार जैसे माध्यमों पर विज्ञापनों की लंबी फेहिस्त लगी है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि डिजिटल ट्रांजेक्शन के क्या फायदे होते हैं. और क्यों हमें कैश ट्रांजेक्शन से अधिक डिजिटल लेनदेन करनी चाहिए.

अच्छी सुविधा है डिजिटल ट्रांजेक्शन

डिजिटल ट्रांजेक्शन बेहद ही सुविधाजनक और आसान तरीका है लेनदेन का. इस माध्यम से सारे लेनदेन काफी आसानी से होते हैं. आप कहीं भी जाएं कैश की टेंशन से दूर रहें. इसके माध्यम से पेमेंट और बिल प्राप्त करना सब आसान हो जाता है.

सुरक्षित होता है डिजिटल ट्रांजेक्शन

अगर आप कैश रखती हैं और आपका पर्स गुम हो जाता है तो उसका वापस मिलना नामुंकिन होता है. जबकि डिजिटल पेमेंट में ऐसा नहीं है. अगर आपका कार्ड खो जाए तो आप उसे ब्लौक करा सकती हैं. या फिर कोई ऐसा लेनदेन जिसमें आपसे गलती से शुल्क लिया गया है उस पर आप दावा भी ठोक सकती हैं. यदि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है और आप समय पर इसकी रिपोर्ट करते हैं, तो वापस आपको वह राशि मिलने की संभावना रहती है.

 

मिलते हैं वित्तिय लाभ 

 

डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कैशबैक जैसे कई औफर्स दिए जा रहे हैं. जैसे कार्ड से पेमेंट करने पर पेट्रोल खरीदने पर छूट, रेल टिकट पर छूट, बीमा खरीदने जैसे कई छूट मिलते हैं. ई-वालेट कंपनियां कैशबैक औफर, रिवार्ड पौइंट्स भी देती हैं.

 

नहीं होता फाइनेंशियल खतरा

 

भारत जैसे देश में जहां हर छोटे बड़े काम के लिए अधिकारियों को पैसा खिलाना पड़ता है. योजनाओं के लाभ का भी आधे से ज्यादा पैसा सरकारी अधिकारी खा जाते हैं. ऐसे में डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) से लाभार्थी तक पहुंचने वाले पैसे में भ्रष्टाचार की गुंजाइश नहीं रह जाती है.

SBI ने बताई हैकर्स और फ्रौड्स से बचने की तरकीब

एडवांस तकनीक अपने साथ और भी अधिक मुश्किल चुनौतियां लाती हैं. यही कारण है कि जैसे जैसे बैंकिंग सेक्टर में तकनीक बेहतर हुई हैं, बैंक फ्रौड्स भी बढ़ें हैं. लगातार तेज हो रहे बैंक फ्रौड के मामले को देखते हुए देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर के बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को सावधान रहने के लिए कहा है. साथ ही ये भी बताया है कि आजकल इंटरनेट पर चोरी के नए -नए तरीकों के जरिए कैसे लोगों के बैंक खाते खाली हो रहे हैं.

हाल ही में स्टेट बैंक ने अपनी वेब साइट पर ग्राहकों को चेतावनी देते हुए कहा कि ठग और हैकर्स फिशिंग के जरिए खातों से पैसे निकाल रहे हैं. ग्राहकों को और अधिक सावधआन रहने की जरूरत है. फिशिंग एक समान्य तरह की चोरी है, इसमें हैकर्स ग्राहकों की प्राइवेट जानकारियां को चुराते हैं. ग्राहकों की इन जानकारियों में बैंक खाता संख्या, नेट बैंकिंग पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड संख्या, व्यक्तिगत पहचान का ब्योरा आदि होता है. इन जानकारियों को हांसिल कर वो ग्राहकों के खाते से पैसा चुरा लेते हैं.

जानिए कैसे आपका पैसा चोरी करते हैं हैकर्स

आपके खाते से पैसा उड़ाने के लिए हैकर्स पहले वैध इंटरनेट पते से बैंक या किसी अन्य नाम से आपको ई-मेल भेजते हैं. आमतौर पर ई-मेल में या तो कुछ प्रक्रिया पूरी करने पर इनाम या प्रक्रिया पूरी न करने पर दंड लगाने की चेतावनी दी जाती है. इस पेज पर हाइपरलिंक्स लगे होते हैं. इन पर क्लिक करते ही एक नकली वेबसाइट खुल जाती है. ये नकली वेबसाइट बैंक की असली वेबसाइट की तरह दिखती है.  इस वेबसाइट पर ग्राहकों की निजी जानकारियां जैसे पासवर्ड और बैंक खाता संख्या आदि मांगी जाती है. इन कौलम्स को भरते ही आपकी सारी जानकारियां हैकर्स के पास पहुंच जाती हैं. जिसके कुछ ही देर बाद हैकर्स आपके खाते से पूरा पैसा निकाल लेते हैं.

बैंक ने क्या अपील की है

फिशिंग के बढ़ रहे मामले को देखते हुए एसबीआई ने अपनी वेबसाइट पर ग्राहकों को सावधान रहने के लिए कहा है. बैंक ने ये भी कहा कि किसी भी तरह आप अपनी गोपनिय जानकारियों को किसी से भी साझा ना करें. इसके अलावा आपको इस तरह का ईमेल मिलता है तो इसकी जानकारी तुरंत बैंक को दें.

सरकार से चैट कर जानिए इनकम टैक्स से जुड़ी सारी बातें

आपकी इनकम पर टैक्स लगेगा या नहीं? आपको इनकम टैक्स रिटर्न भरना जरूरी है या नहीं? जो भी आपकी इनकम है उसपर टैक्स देना होगा या नहीं? नौकरी पेशा वाले हर इंसान के मन में ऐसे सवाल आते हैं. इस तरह के तमाम सवालों के जवाब इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट के एक्‍सपर्ट से लाइव चैट में यह सवाल पूछ सकते हैं और आपको तुरंत जवाब मिलेगा. आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद केन्द्र सरकार ने इनकम टैक्‍स के नियमों कई बदलाव किए हैं. इसके अलावा इनकम टैक्‍स रिटर्न फाइल करने और दूसरे इनकम टैक्‍स नियमो को लेकर इनकम टैक्‍स विभाग सख्‍त हो गया है.

ऐसे करें लाइव चैट

ग्राहकों के सवालों के जवाब देने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लाइव चैट की सुविधा शुरू की है. टैक्सपेयर इनकम डिपार्टमेंट की वेबसाइट ttps://www.incometaxindia.gov.in/Pages/default.aspx पर जाकर सरकार के इनकम टैक्‍स एक्‍सपर्ट्स से लाइव चैट कर सकता है और इनकम टैक्‍स से जुड़े हर सवाल का जवाब पा सकते हैं.

 जानिए क्या होगा आपको फायदा 

आपको इनकम टैक्‍स के नियमों से जुड़ी जानकारी होने से काफी फायदा होगा. आम तौर पर बहुत से लोगों को इनकम टैक्‍स से जुड़े नियमों की जानकारी नहीं है. इसकी वजह से वे कई बार इनकम टैक्‍स नियमों का पालन नहीं करते हैं। इससे उनके कानूनी शिकंजे में फंसने का खतरा रहता है.

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