Holi Special: होली पर बनाएं पोटेटो क्रेकर्स

होली का त्यौहार नजदीक है. भले ही कोरोना की पुनः दस्तक के कारण इस बार मेहमानों का आगमन नहीं होगा पर भारतीय परिवारों में त्यौहार और व्यंजन सदा से ही एक दूसरे के पूरक रहे हैं. जब तक घर में दोचार मीठे नमकीन व्यंजन न बनें तब तक लगता ही नहीं कि त्यौहार है. आप भी कुछ मीठे और नमकीन व्यंजन बनाने की सोच रहीं होंगी. इस बार आप नमकीन में पोटेटो क्रेकर्स ट्राय करके देखिए जो आपको मठरी, पापड़ी और चिप्स तीनो का बेहतरीन स्वाद प्रदान करेगें. तो आइए देखते हैं कि इन्हें कैसे बनाते हैं-

कितने लोंगों के लिए 10-12
बनने में लगने वाला समय 25 मिनट
मील टाइप वेज

सामग्री

मैदा 1 कप
बेसन 1/4 कप
सूजी 1/2 कप
कसूरी मैथी 1 टेबलस्पून
अजवाइन 1/4 टीस्पून

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नमक स्वादानुसार
मध्यम आकार के उबले आलू 4
तेल 4 टीस्पून
अदरक, लहसुन हरी मिर्च पेस्ट 1/2 टीस्पून
कश्मीरी लाल मिर्च 1 टीस्पून
चाट मसाला 1/2 टीस्पून
तलने के लिए तेल

विधि

एक बाउल में मैदा, बेसन, सूजी, नमक, मोयन का तेल, कसूरी मैथी और अदरक हरी मिर्च का पेस्ट डालें. अजवाइन को भी दोनों हथेलियों में मसलकर डालें. सभी सामग्री को एक साथ मिलाएं. आलू को किसकर इस मिश्रण में धीरे धीरे मिलाते हुए मैदा को गूंथ लें. पूरे आलू को मिलाकर पूरी जैसा कड़ा आटा लगा लें. पानी का प्रयोग नहीं करना है. ऊपर से चिकनाई लगाकर इसे 10 मिनट के लिए ढककर रख दें. 10 मिनट बाद इसे दो भागों में बांट लें. एक लोई को चकले पर लगभग परांठा जैसी मोटाई में बेलें. अब इससे 1 इंच लंबाई में काटकर तिकोने क्रेकर्स काट लें. इसी प्रकार सारे क्रेकर्स काट लें. कटे क्रेकर्स को गरम तेल में मंदी आंच पर हल्का सुनहरा होने तक तलकर बटर पेपर पर निकालें. गरम क्रेकर्स में ही चाट मसाला और कश्मीरी लाल मिर्च मिलाएं. एयरटाइट जार में भरकर प्रयोग करें.

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Holi Special: रंगों से ना आए आपकी खूबसूरती पर आंच, अपनाएं ये खास ब्यूटी टिप्स

होली आने में कम समय रह गया हैं और हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है. हर कोई होली के रंग में डूबना चाहता है. इससे पहले कि आप भी रंगों के इस त्योहार में खो जाएं, हम आपको बता दें कुछ ऐसे शानदार ब्यूटी टिप्स जो आपकी खूबसूरती पर किसी तरह का कोई ग्रहण नहीं लगने देंगे.

आइए जानते हैं क्या है वो खास टिप्स-

बाल

बालों को रंगों के हानिकारक केमिकल से बचाने के लिए होली खेलने से पहले उनमें अच्छी तरह तेल लगा लें. इसके लिए दो बड़े चम्मच बादाम तेल में दो बूंद लैवेंडर का तेल, एक बूंद गुलाब का तेल और दो या तीन बूंद नींबू का रस मिलाकर बालों में लगा लें. ऐसा करने से आपके बालों को पोषण मिलने के साथ सुरक्षा भी मिलेगी. इससे आपके बालों को जरा भी नुकसान नहीं होगा.

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त्वचा से रंग छुड़ाने के लिए

हम बेहिचक होकर होली के रंगो में शामिल तो हो जाते हैं पर होली खेलने के बाद रंगों को छुड़ाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अगर आप चाहती हैं कि इस बार आपको इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े तो दो चम्मच बेसन में एक चुटकी हल्दी का पाउडर, एक छोटा चम्मच शहद और थोड़ा सा दूध या दही मिलाकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को रंग लगी त्वचा पर 15-20 मिनट तक लगाकर हल्के गुनगुने पानी से धो लें. इससे त्वचा से रंग आसानी से छूट जाएगा.

त्वचा की नमी

रंगों के संपर्क में आने के कारण त्वचा काफी संवेदनशील हो जाती है. ऐसे में होली के दिन कोशिश करें कि दो बार से ज्यादा न नहाएं. ऐसा करने से त्वचा की नमी खो सकती है इसके अलावा त्वचा के पीएच बैलेंस में भी काफी बदलाव हो सकता है. नहाने के बाद त्वचा पर मऔइश्चराइजर लगाना बिल्कुल न भूलें.

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नाखून

रंग खेलने के दौरान आपके नाखून अत्यधिक मात्रा में रंग अवशोषित कर लेते हैं. जो बाद में देखने में काफी भद्दें लगते हैं. कोशिश करें कि होली खेलने से पहले नाखूनों पर किसा गहरे रंग की नेल पौलिश लगा लें और होली के बाद में उसे थिनर से हटा लें. ऐसा करने से आपके नाखून होली के कृत्रिम रंगों से सुरक्षित रहेंगे.

Holi Special: खट्टे फलों से करें अपना घर साफ

हर महिला चाहती है कि उसका घर सुंदर रहे और चमके जिसके लिए वो रोजाना सफाई करती हैं. स्ट्रिस फ्रूट जो कि खट्टे होते हैं, उसमें प्रोटीन, न्यूट्रियंट्स और विटामिन होता है. खट्टे फल जैसे, नींबू, संतरा, मुसम्मी और अंगूर आदि फल वजन घटाने में भी लाभदायक होते हैं. यही नहीं अगर त्वचा को साफ करना हो या फिर घर के किसी समान को साफ करना हो, तो यह स्ट्रिस फ्रूट बड़े ही काम के हैं. तो अगर होली के दिनों में आपके घर भी रंगो के कारण गंदे दिखने लगे हैं तो अपनाएं यह उपाय.

1. मौसंबी

हम सब जानते हैं कि मौसंबी त्वचा को ग्लो करने के काम आती है. लेकिन क्या आप जानती है कि इससे घर की सफाई भी की जा सकती है. घर की सफाई करने के लिये इसके छिलके को सुखा कर नमक के साथ मिलाएं. फिर इस पेस्ट को मेटल, लोहा, स्टील, ब्रास, मार्बल आदि को साफ करने में प्रयोग करें. इससे बाथरूम की फर्श, बाथ टब और वॉश बेसिन आदि भी साफ किये जा सकते हैं.

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2. संतरा

इस फल का प्रयोग सफाई करने के लिये किया जा सकता है. संतरे का सूखा छिलका लीजिये और उसे मिक्सर में पीस लीजिये और उसमें सिरका मिला दीजिये और फिर इससे टेबल, शीशा और धातु साफ कीजिये. इसके प्रयोग से हल्के कपडों पर पडे हुए दाग भी आराम से छुटाए जा सकते हैं. कपडो की अलमारी में कीडे ना लगे इसके लिये उसमें संतरे का छिलका रख दें.

3. नींबू

कॉपर या ब्रास का शोपीस साफ करने के लिये आप नींबू के छिलके का प्रयोग कर सकती हैं. यही नहीं बल्कि कठोर प्लास्टिक का समान, शीशे के दरवाजे, टपरवेयर, खिड़की और लोहे के दाग आदि, साफ करने के काम आ सकता है. कपडे पर दाग लग गया हो तो नींबू का रस रगड दीजिये और फिर देखिये कमाल. कूड़े के डिब्बे में नींबू का टुकडा डालने से उसमें बदबू नहीं आएगी.

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Holi Special: मीठे में बनाएं गुलाबी बादाम पिस्ता पार्सल

भारतीय पर्वों में मीठे के बिना त्यौहारों की कल्पना भी नहीं की जा सकती. पर्व हो या कोई खुशी की बात मुंह मीठा कराना तो हमारी परंपरा है. त्यौहारों पर बाजार में मिलने वाली मिठाईयों में मिलावट होने का अंदेशा होता है इसलिए बेहतर है कि घर पर ही थोड़ी सी मेहनत करके स्वादिष्ट और सेहतमंद मिठाईयां बनाई जाएं. होली रंगों का त्यौहार है तो मिठाइयों में भी रंगीनियत होनी चाहिए. इसीलिए आज हम आपको गुलाबी रंगत लिए गुलाबी बादाम पिस्ता पार्सल बनाना बता रहे हैं जिसे बनाना तो बहुत आसान है ही साथ ही यह खाने में भी बेहद स्वादिष्ट है. तो आइए देखते हैं कि इसे कैसे बनाते हैं-

कितने लोंगों के लिए 8
बनने में लगने वाला समय 30 मिनट
मील टाइप वेज

सामग्री (कवर के लिए)

मैदा 2 कप
रवा 1/4 कप
बेकिंग सोडा 1/8 टीस्पून
घी 1/2 कप
चुकन्दर ज्यूस 2 कप
तलने के लिए घी

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सामग्री(भरावन के लिए)

मावा 250 ग्राम
किसा नारियल 1 टेबलस्पून
दरदरे बादाम 1/2 कप
दरदरे पिस्ता 1/2 कप
इलायची पाउडर 1/4 टीस्पून
शकर 1 टेबलस्पून
चाशनी के लिए शकर 1 कप

विधि

एक पैन में पिस्ता और बादाम को हल्का सा रोस्ट करके एक प्लेट में निकाल लें. अब इसी पैन में मंदी आंच पर हल्का भूरा होने तक मावे को भून लें. मावे के ठंडा होने पर किसा नारियल, बादाम, पिस्ता, इलायची पाउडर और पिसी शकर भली भांति मिलाकर भरावन तैयार कर लें.
मैदा, सूजी, बेकिंग पाउडर और घी को हाथ से मसलकर मिलाएं. आधा कप चुकन्दर के जूस की मदद से पूरी जैसा कड़ा मैदा गूंथ लें. इसे साफ सूती कपड़े से ढककर आधे घण्टे के लिए रख दें. आधे घण्टे बाद मैदा को दो भागों में बांट लें. एक लोई से चकले पर बड़ी रोटी जैसा बेलकर 2 इंच के चौकोर टुकड़े काट लें. एक कटोरी में 1 टीस्पून मैदा और 2 टेबलस्पून पानी मिलाएं. अब एक चौकोर टुकड़े के बीच में एक चम्मच मिश्रण रखें. किनारों पर मैदे का घोल लगाएं और ऊपर से दूसरा चौकोर टुकड़ा रखकर चारों तरफ से चिपका दें. पार्सल के किनारों को कांटे से हल्के से दबा दें. इसी प्रकार सारे पार्सल तैयार कर लें. अब इन्हें गरम घी में मंदी आंच पर भूरा होने तक तलकर बटर पेपर पर निकाल लें.चुकन्दर के ज्यूस में शकर मिलाकर एक तार की चाशनी बनाएं. तले गर्म गर्म पार्सल को गुलाबी चाशनी में 2 से 3 मिनट डुबोकर निकाल लें. ठंडा होने पर प्रयोग करें.

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Holi Special: उलझन

‘‘मम्मी, आप को फोटो कैसी लगी?’’ कनिका ने पूछा, ‘‘अभिषेक कैसा लगा, अच्छा लगा न, बताओ न मम्मी… अभिषेक अच्छा है न…’’

कनिका लगातार फोन पर पूछे जा रही थी पर प्रेरणा के मुंह में मानो दही जम गया हो. एक भी शब्द मुंह से नहीं निकल रहा था.

‘‘आप तो कुछ बोल ही नहीं रही हो मम्मी, फोन पापा को दो,’’ कनिका ने तुरंत कहा.

प्रेरणा की चुप्पी कनिका को इस वक्त बिलकुल भी नहीं भा रही थी. उसे तो बस अपनी बात का जवाब तुरंत चाहिए था.

‘‘पापा, अभिषेक कैसा लगा?’’ कनिका ने कहा, ‘‘मैं ने उस के पापा व मम्मी की फोटो ईमेल की थी…आप ने देखी, पापा…’’ कनिका की खुशी उस की बातों से साफ झलक रही थी.

‘‘हां, बेटे, अभिषेक अच्छा लगा है अब तुम वापस इंडिया आ जाओ, बाकी बातें तब करेंगे,’’ अनिकेत ने कनिका से कहा.

कनिका एम. टैक करने अमेरिका गई थी. वहीं पर उस की मुलाकात अभिषेक से हुई थी. दोस्ती कब प्यार में बदल गई, पता ही नहीं चला. 2 साल के बाद दोनों इंडिया वापस आ रहे थे. आने से पहले कनिका सब को अभिषेक के बारे में बताना चाह रही थी.

सच में नया जमाना है. लड़का हो या लड़की, अपना जीवनसाथी खुद चुनना शर्म की बात नहीं रही. सचमुच नई पीढ़ी है.

कनिका जिद किए जा रही थी, ‘‘पापा, बताइए न प्लीज, अभिषेक कैसा लगा…मम्मी तो कुछ बोल ही नहीं रही हैं, आप ही बता दो न…’’

‘‘कनिका, जिद नहीं करते बेटा, यहां आ कर ही बात होगी,’’ अनिकेत ने कहा.

पापा की आवाज तेज होती देख कनिका ने चुप रहना ही ठीक समझा.

‘‘तुम्हें अभिषेक कैसा लगा? लड़का देखने में तो ठीक लग रहा है. परिवार भी ठीकठाक है. इस बारे में तुम्हारी क्या राय है?’’ अनिकेत ने फोन रखते हुए प्रेरणा से पूछा.

‘‘मुझे नहीं पता,’’ कह कर प्रेरणा रसोई में चली गई.

‘‘अरे, पता नहीं का क्या मतलब? परसों कनिका और अभिषेक इंडिया आ रहे हैं. हमें कुछ सोचना तो पड़ेगा न,’’ अनिकेत बोले जा रहे थे.

पर अनिकेत को क्या पता था कि जिस अभिषेक के परिवार के बारे में वे प्रेरणा से पूछ रहे हैं उस के बारे में वह कल रात से ही सोचे जा रही थी.

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कल इंटरनैट पर प्रेरणा ने कनिका द्वारा भेजी गई अभिषेक और उस के परिवार की फोटो देखी तो एकदम हैरान हो गई. खासकर यह जान कर कि अभिषेक, कपिल का बेटा है. वह मन ही मन खीझ पड़ी कि कनिका को भी पूरी दुनिया में यही लड़का मिला था. उफ, अब मैं क्या करूं?

अभिषेक के साथ कपिल को देख कर प्रेरणा परेशान हो उठी थी.

‘‘अरे, प्रेरणा, देखो दूध उबल कर गिर रहा है, जाने किधर खोई हुई हो…’’ अनिकेत यह कहते हुए रसोई में आ गए और पत्नी को इस तरह खयालों में डूबा हुआ देख कर उन को भी चिंता हो रही थी.

‘‘प्रेरणा, तुम शायद कनिका की बात से परेशान हो. डोंट वरी, सब ठीक हो जाएगा,’’ कनिका के इस समाचार से अनिकेत भी परेशान थे पर आज के जमाने को देख कर शायद वे कुछ हद तक पहले से ही तैयार थे, फिर पिता होने के नाते कुछ हद तक परेशान होना भी वाजिब था.

अनिकेत को क्या पता कि प्रेरणा परेशान ही नहीं हैरान भी है. आज प्रेरणा अपनी बेटी से नाराज नहीं बल्कि एक मां को अपनी बेटी से ईर्ष्या हो रही थी. पर क्यों? इस का जवाब प्रेरणा के ही पास था.

किचन से निकल कर प्रेरणा कमरे में पलंग पर जा आंखें बंद कर लेटी तो कपिल की यादें किसी छायाचित्र की तरह एक के बाद एक कर उभरने लगीं. प्रेरणा उस दौर में पहुंच गई जब उस के जीवन में बस कपिल का प्यार ही प्यार था.

कपिल और प्रेरणा दोनों पड़ोसी थे. घर की दीवारों की ही तरह उन के दिल भी मिले हुए थे.

छत पर घंटों खड़े रहना. दूर से एकदूसरे का दीदार करना. जबान से कुछ कहने की जरूरत ही नहीं होती थी. आंखें ही हाले दिल बयां करती थीं.

निश्चित समय पर आना और अनिश्चित समय पर जाना. न कुछ कहना न कुछ सुनना. अजब प्रेम कहानी थी प्रेरणा और कपिल की. बरसाती बूंदें भी दोनों की पलकें नहीं झपका पाती थीं. एक दिन भी एकदूसरे को देखे बिना वे नहीं रह सकते थे.

यद्यपि कपिल ने कई बार प्रेरणा से बात करने की कोशिश की पर संकोच ने हर बार प्रेरणा को आगे बढ़ने से रोक दिया. कभी रास्ते में आतेजाते अगर कपिल पे्ररणा के करीब आता भी तो प्रेरणा का दिल तेजी से धड़कने लगता और तुरंत वह वहां से चली जाती. जोरजबरदस्ती कपिल को भी पसंद नहीं थी.

प्रेरणा की अल्हड़ जवानी के हसीन खयालों में कपिल ही कपिल समाया था. सारीसारी रात वह कपिल के बारे में सोचती और उस की बांहों में झूलने की तमन्ना अकसर उस के दिल में रहती थी पर कपिल के करीब जाने का साहस प्रेरणा में न था. स्वभाव से संकोची प्रेरणा बस सपनों में ही कपिल को छू पाती थी.

वह होली की सुबह थी. चारोें तरफ गुलाल ही गुलाल बिखर रहा था. लाल, पीला, नीला, हरा…रंग अपनेआप में चमक रहे थे. सभी अपनेअपने दोस्तों को रंग में नहलाने में जुटे हुए थे. इस कालोनी की सब से अच्छी बात यह थी कि सारे त्योहार सब लोग मिलजुल कर मनाते थे. होली के त्योहार की तो बात ही अलग है. जिस ने ज्यादा नानुकर की वह टोली का शिकार बन जाता और रंगों से भरे ड्रम में डुबो दिया जाता.

प्रेरणा अपनी टोली के साथ होली खेलने में मशगूल थी तभी प्रेरणा की मां ने उसे आवाज दे कर कहा था :

‘प्रेरणा, ऊपर छत पर कपड़े सूख रहे हैं, जा और उतार कर नीचे ले आ, नहीं तो कोई भी पड़ोस का बच्चा रंग फेंक कर कपड़े खराब कर देगा.’

प्रेरणा फौरन छत की ओर भागी. जैसे ही उस ने मां की साड़ी को तार से उतारना शुरू किया कि किसी ने पीछे से आ कर उस के चेहरे को लाल गुलाल से रंग दिया.

प्रेरणा ने घबरा कर पीछे मुड़ कर देखा तो कपिल को रंग से भरे हाथों के साथ पाया. एक क्षण को प्रेरणा घबरा गई. कपिल का पहला स्पर्श…वह भी इस तरह.

‘‘यह क्या किया तुम ने? मेरा सारा चेहरा…’’ पे्ररणा कुछ और बोलती इस से पहले कपिल ने गुनगुनाना शुरू कर दिया…

‘‘होली क्या है, रंगों का त्योहार…बुरा न मानो…’’

कपिल की आंखों को देख कर लग रहा था कि आज वह प्रेरणा को नहीं छोड़ेगा.

‘‘क्या हो गया है तुम्हें? भांगवांग खा कर आए हो…’’ घबराई हुई प्रेरणा बोली.

‘‘नहीं, प्रेरणा, ऐसा कुछ नहीं है. मैं तो बस…’’ प्रेरणा का इस तरह का रिऐक्शन देख कर एक बार तो कपिल घबरा गया था.

पर आज कपिल पर होली का रंग खूब चढ़ा हुआ था. तार पर सूखती साड़ी का एक कोना पकड़ेपकड़े कब वह प्रेरणा के पीछे आ गया इस का एहसास प्रेरणा को अपने होंठों पर पड़ती कपिल की गरम सांसों से हुआ.

इतने नजदीक आए कपिल से दूर जाना आज प्रेरणा को भी गवारा नहीं था. साड़ी लपेटतेलपेटते कपिल और प्रेरणा एकदूसरे के अंदर समाए जा रहे थे.

कपिल के हाथ प्रेरणा के कंधे से उतर कर उस की कमर तक आ रहे थे…इस का एहसास उस को हो रहा था. लेकिन उन्हें रोकने की चेष्टा वह नहीं कर रही थी.

कपिल के बदन पर लगे होली के रंग धीरेधीरे प्रेरणा के बदन पर चढ़ते जा रहे थे. साड़ी में लिपटेलिपटे दोनों के बदन का रंग अब एक हो चला था.

शारीरिक संबंध चाहे पहली बार हो या बारबार, प्रेमीप्रेमिका के लिए रसपूर्ण ही होता है. जब तक प्रेरणा कपिल से बचती थी तभी तक बचती भी रही थी पर अब तो दोनों ही एक होने का मौका ढूंढ़ते थे और मौका उन्हें मिल भी जाता था. सच ही है जहां चाह होती है वहां राह भी मिल जाती है.

पर इस प्रेमकथा का अंत इस तरह होगा, यह दोनों ने नहीं सोचा था.

कपिल और प्रेरणा की लाख दुहाई देने पर भी कपिल की रूढि़वादी दादी उन के विवाह के लिए न मानीं और दोनों प्रेमी जुदा हो गए. घर वालों के खिलाफ जाना दोनों के बस की बात नहीं थी. 2 घर की छतों से शुरू हुई सालों पुरानी इस प्रेम कहानी का अंत भी दोनों छतों के किनारों पर हो गया था.

शायद यहीं आ कर नई पीढ़ी आगे निकल गई है. आज किसी कनिका और किसी अभिषेक को किसी से डरने की जरूरत नहीं है. अपना फैसला वे खुद करते हैं. मांबाप को सूचित कर दिया यही काफी है. यह तो कनिका और अभिषेक के भले संस्कारों का असर है जो इंडिया आ कर शादी कर रहे हैं. यों अगर वे अमेरिका में ही कोर्टमैरिज कर लेते तो भला कोई क्या कर लेता.

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प्रेरणा की शादी अनिकेत से तय हो गई थी. न कोई शिकवा न गिला यों हुआ उन की प्रेमकथा का एक मूक अंत.

विदाई के समय प्रेरणा की नजरें घर की छत पर जा टिकीं, जहां कपिल को खडे़ देख कर उस के दिल में एक हूक सी उठी थी लेकिन चाहते हुए भी प्रेरणा की नजरें कुछ क्षण से ज्यादा कपिल पर टिकी न रह सकीं.

हर जख्म समय के साथ भर जाए यह जरूरी नहीं.

प्रेरणा को याद है. जब शादी के कुछ समय बाद कपिल से उस की मुलाकात मायके में हुई थी, वह कैसा बुझाबुझा सा लग रहा था.

‘कैसे हो कपिल?’ प्रेरणा ने कपिल के करीब आ कर पूछा.

न जाने कपिल को क्या हुआ कि वह प्रेरणा के सीने से चिपक कर रोने लगा. ‘काश, प्रेरणा हम समय पर बोल पाते. क्यों मैं ने हिम्मत नहीं दिखाई? पे्ररणा, इतनी कायरता भी अच्छी नहीं. तुम से बिछड़ कर जाना कि मैं ने क्या खो दिया.’

‘ओह कपिल…’ प्रेरणा भी रोने लगी.

चाहीअनचाही इच्छाओं के साथ प्रेरणा और कपिल का रिश्ता एक बार फिर से जुड़ गया. प्रेरणा के मायके के चक्कर ज्यादा ही लगने लगे थे.

अब प्रेरणा की दिलचस्पी फिर से कपिल में बढ़ती जा रही थी और अनिकेत में कम होती जा रही थी. पर अकसर टूर पर रहने वाले अनिकेत को प्रेरणा के बारबार मायके जाने का कारण अपनी व्यस्तता और उस को समय न देना ही लगता.

प्रेरणा और कपिल का यह रिश्ता उन्हें कहां ले जाएगा यह दोनों ही नहीं सोचना चाहते थे. बस, एक लहर के साथ वे बहते चले जा रहे थे.

शादी के पहले तो सब के अफेयर होते हैं, जो नाजायज तो नहीं पर जायज भी नहीं होते हैं. पर शादी के बाद के रिश्ते नाजायज ही कहलाएंगे. यह बात प्रेरणा को अच्छी तरह समझ में आ गई थी. कनिका के जन्म के बाद से ही प्रेरणा ने कपिल से संबंध खत्म करने का निर्णय ले लिया था. कनिका के जन्म के बाद पहली बार प्रेरणा अपने मायके आई थी. कमरे में प्रेरणा अपने और कनिका के कपड़े अलमारी में लगा रही थी कि अचानक कपिल ने पीछे से आ कर प्रेरणा को अपनी बांहों में भर लिया.

‘ओह, प्रेरणा कितने दिनों बाद तुम आई हो. उफ, ऐसा लगता है मानो बरसों बाद तुम्हें छू रहा हूं. प्रेरणा, तुम कितनी खूबसूरत लग रही हो. तुम्हारा यह भरा हुआ बदन…सच में मां बनने के बाद तुम्हारी खूबसूरती और भी निखर गई है.’ और हर शब्दों के साथ कपिल की बांहों का कसाव बढ़ता जा रहा था.

इस वक्त घर में कोई नहीं है यह बात कपिल को पता थी, इस वजह से वह बिना डरे बोले जा रहा था.

प्रेरणा के इकरार का इंतजार किए बिना ही कपिल उस की साड़ी उतारने लगा. कंधे से पल्ला गिरते ही लाल रंग के ब्लाउज में प्रेरणा का बदन बहुत उत्तेजित लगने लगा जिसे देख कर कपिल मदहोश हुआ जा रहा था.

इस से पहले कि कपिल के हाथ प्रेरणा के ब्लाउज के हुक खोलते, एक झन्नाटेदार चांटा कपिल के गाल पर पड़ा. ‘यह क्या कर रहे हो कपिल, तुम्हें शर्म नहीं आती कि मेरी बेटी यहां पर लेटी है. अब मुझे यह सब अच्छा नहीं लगता है.’ न जाने प्रेरणा में इतना परिवर्तन कैसे आ गया था, जो अपने ही प्यार का अपमान इस तरह से कर रही थी.

कपिल एक क्षण के लिए चौंक गया फिर बिना कुछ बोले, बिना कुछ पूछे वह तुरंत कमरे से बाहर निकल गया. शायद इतनी बेइज्जती के बाद उस ने वहां रुकना उचित न समझा. कपिल के जाते ही प्रेरणा फूटफूट कर रोने लगी. कपिल से रिश्ता खत्म करने का शायद उसे यही एक रास्ता दिखा था. कपिल से रिश्ता तोड़ना प्रेरणा के लिए आसान नहीं था पर आज प्रेरणा एक औरत बन कर नहीं बल्कि एक मां बन कर सोच रही थी. कल को उस के नाजायज संबंधों का खमियाजा उस की बेटी को न भोगना पड़े.

बच्चों को आदर्श की बातें बड़े तभी सिखा पाते हैं जब वे खुद उन के लिए एक आदर्श हों. जिन भावनाओं को प्रेरणा शादी के बाद भी नहीं छोड़ पाई, उन्हीं भावनाओं को अपनी औलाद के लिए त्यागना कितना आसान हो गया था.

उस के बाद प्रेरणा और कपिल की कोई मुलाकात नहीं हुई.

पर आज भी कपिल प्रेरणा के खयालों में रहता है और अनिकेत के साथ अंतरंग क्षणों में प्रेरणा को कपिल की यादों का एहसास होता है. वक्तबेवक्त कपिल की यादें प्रेरणा की आंखों को नम कर देती थीं.

कुछ रिश्ते यादों की धुंध में ही अच्छे लगते हैं. यह बात प्रेरणा अच्छी तरह जानती थी पर आज वही रिश्ते यादों की धुंध से निकल कर प्रेरणा को विचलित कर रहे थे.

जिस इनसान से प्रेरणा कभी प्रेम करती थी अब उसी का बेटा उस की बेटी के जीवन में आ गया था.

कैसे प्रेरणा कपिल का सामना कर पाएगी? कपिल के लिए जो भावनाएं आज भी उस के दिल में जीवित हैं उन भावनाओं को हटा कर एक नया रिश्ता कायम करना क्या उस के लिए संभव हो सकेगा? कैसे वह इन नए संबंधों को संभाल पाएगी? बरसों बाद अपने पहले प्यार की मिलनबेला का स्वागत करे या…

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कैसे वह अपनी ही जाई बेटी की खुशियों का गला घोट डाले? कैसे अपने और कपिल के रिश्ते को सब के सामने खोले? क्या कनिका यह सहन कर पाएगी?

वैसे भी नई पीढ़ी जातिपांति को नहीं मानती. उस के लिए तो प्यार में सब चलता है. नई पीढ़ी तो इन बंधनों के सख्त खिलाफ है. जातपांति के मिटने में ही सब का भला है. आज की पीढ़ी यही समझ रही है, तब किस आधार पर अभिषेक और कनिका का रिश्ता ठुकराया जाए?

अपने ही खयालों के भंवर में प्रेरणा फंसती जा रही थी. सच में दुनिया गोल है. कोई सिरा अगर छूट जाए तो आगेपीछे मिल ही जाता है. पर ऐसे सिरे से क्या फायदा जो सुलझाने के बजाय और उलझा दे.

अभिषेक के मातापिता को देख कर कनिका का दिल शायद न धड़के पर कपिल का सामना करने के केवल खयाल से ही प्रेरणा का दिल आज पहले की तरह तेजी से धड़क रहा था. धड़कते दिल को संभालने के लिए अनायास ही उस के मुंह  से निकल गया.

‘रखा था खयालों में अपने

जिसे संभाल कर,

ताउम्र उस को निहारा, सब से छिपा कर,

पर आज,

वक्त के थपेड़ों से सब बिखरता नजर आता है,

छिप कर आज कहां जाऊं,

वही चेहरा हर तरफ नजर आता है.’?

‘तो क्या जिस तरह यादों के तीर मेरे सीने के आरपार होते रहे उसी तरह के तीरों का शिकार अपनी बेटी को भी होने दूं?’ खुद से पूछे गए इस एक सवाल ने प्रेरणा को ठीक फैसला ले सकने की प्रेरणा दे दी. ‘कनिका को वैसा कुछ न सहना पड़े जो मैं ने सहा, चाहे इस के लिए अब मुझे कुछ भी सहना पड़े’ यह सोच कर प्रेरणा के मन की सारी उलझन गायब हो गई.

Holi Special: ऐसे करें फटाफट घर को क्लीन

क्या आपके मन में कभी यह खयाल नहीं आया कि काश आपका घर भी किसी महल जैसा चमकता रहे. अगर आप सफाई करते समय कुछ बातों का ध्यान रखेंगी तो आपका घर भी उतना ही साफ रहेगा, जितने  होटल और महल रहते हैं. कुछ आसान टिप्स आपके घर को महल जैया सुंदर और साफ-सुथरा बनाने में आपकी मदद करेंगे.

1. क्लीनिंग प्लान बनाएं

सफाई करते समय आपको वैज्ञानिक सोच अपनाने की जरूरत होती है. आपके घर में जितने भी कमरे हैं, उनमें सामान के अनुसार प्लान ऑफ अटैक बनाएं. अगर आपको पता होगा कि आप क्या साफ करने जा रही हैं और किस क्रम में तो आपका न केवल समय बचेगा, बल्कि आप कई स्टेप्स दोहराएंगी भी नहीं. इसलिए सफाई की शुरुआत से पहले क्लीनिंग चेकलिस्ट बनाएं और उस पर अमल करें.

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2. ऊपर से शुरू करें

आपको कमरे की सफाई हमेशा ऊपर से नीचे की ओर करनी चाहिए. धूल नीचे गिरती है और आप कभी नहीं चाहेंगी कि कमरे के नीचे वाले हिस्से की सफाई आपको फिर से करनी पड़े.

3. फर्नीचर को भूल न जाना

ज्यादातर महिलाएं फर्श, खिड़कियों जैसी चीजों पर ही फोकस करती हैं और सोफा व दूसरे फर्नीचर भूल जाती हैं. आप हर फर्नीचर की सफाई अच्छी तरह से वैक्यूम क्लीनर से करें. धूल-मिट्टी के कण सोफे का कपड़ा खराब कर सकते हैं.

4. बिस्तर बचाएं

गद्दों के ऊपर कवर या फिर मैट्रेस प्रोटेक्टर्स लगाकर रखें. इससे गद्दे न केवल साफ रहते हैं, बल्कि ज्यादा चलते भी हैं. अगर बिस्तर पर कुछ गिर जाए तो सीधे गद्दों पर दाग नहीं लगता. कवर आप समय-समय पर साफ करती रहें. इससे एलर्जी की आशंका भी नहीं रहेगी. ऐसा ही तकियों के साथ भी करें. तकियों को हमेशा कवर चढ़ा कर रखें. कवर चेन वाले हों तो ज्यादा अच्छा रहेगा.

5. बल्ब की सफाई जरूरी

कमरे में मौजूद हर बल्ब की सफाई नियमित रूप से करें. सफाई करने से पहले उन्हें बंद कर दें और फिर उन्हें ठंडा होने दें. इससे बिजली की भी बचत होगी.

6. प्रोजेक्ट पर फोकस

कुछ चीजें आप रोज साफ नहीं करतीं, इनका नंबर कई-कई दिनों में आता है. चूंकि ये चीजें रोज-रोज साफ नहीं होतीं इसलिए जब नजर आती हैं तो बहुत गंदी नजर आती हैं और इन्हें साफ करना सिर दर्द लगता है. ऐसी चीजों के लिए एक मासिक कलेंडर बनाएं. जैसे एक दिन आप कमरों के पंखों के लिए रखें और एक दिन लैंप शेड्स की सफाई के लिए. हर काम के लिए रोज 15 मिनट का वक्त निर्धारित कर लें. ऐसा करने से आपका घर हमेशा साफ-सुथरा लगेगा और जब अगली दिवाली आएगी तो भी सफाई को लेकर कोई तनाव महसूस नहीं होगा और न ही किसी चीज को साफ करने की खास जरूरत होगी.

7. उपकरणों की देखभाल करें

कमरे की साफ-सफाई सर्वोच्च प्राथमिकता है, लेकिन सफाई के काम आ रहे उपकरणों को कभी न भूलें. याद रखें, अच्छे से अच्छा वैक्यूम क्लीनर भी बंद पड़ सकता है. हर महीने अपने वैक्यूम क्लीनर को जांचें और उसके ब्रश साफ करें. जो भी क्लीनर आप इस्तेमाल कर रही हैं, उनकी एक्सपायरी डेट देखें.

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8. खिड़कियां खोलें

जब भी कमरे की सफाई करें, जहां तक संभव हो, प्राकृतिक रोशनी का इस्तेमाल करें. अगर आप साफ-सफाई में रसायनों का इस्तेमाल कर रही हैं तो हवा का अंदर-बाहर आना-जाना बहुत जरूरी है. फिर ऐसा करना पर्यावरण के लिए भी अच्छा है.

9. रसायन सावधानी से

अलग-अलग तरह के क्लीनर इस्तेमाल कर रही हैं तो क्लीनर आपस में न मिलाएं. कुछ क्लीनर आपस में हानिकारक रासायनिक प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे उनसे जहरीली गैस निकलती है. अलग-अलग क्लीनर के लिए अलग-अलग कपड़ा लें.

Holi Special: अरोमा थेरेपी और नेचुरल तरीकों से स्किन को रखें होली-प्रूफ

रंगो के त्यौहार होली फेस्टिवल खेलने के ख्याल के साथ ही सभी को हार्ड केमिकल युक्त रंगों को हटाने के तरीकों के बारे में चिंता अधिक सताने लगती है, और होली के एक्ससिटेमेंट कई लोगो के लिए फीकी पड़ जाती है. हालांकि इस साल सभी होली खेलने को लेकर अधिक सतर्क हैं लेकिन फिर भी लोग अपने परिवार के लोगो के साथ या फिर अपने बेहद ख़ास मित्रों के साथ होली मिलान का कार्यक्रम बना रहे हैं और  अपने निकट और प्रियजनों के साथ होली खेलने के लिए तैयार हैं.

आजकल होली खेलने और होली के रंग उतारने के लिए लोगो के पास बहुत से विकल्प मौजूद हैं, जैसे की  नेचुरल, इको-फ्रेंडली, होममेड और अरोमाथैरेपी आधारित रंगों और स्किन और  बालों से रंग छुटाने के लिए भी कई नेचुरल विकल्प मौजूद है. ऐसे में सिल्वर लाइन सलोन एंड मेकओवर्स की सौंदर्य एक्सपर्ट पूर्णिमा गोयल, ऐसे ही कुछ विकल्प इस्तेमाल करने के तरीके बता रही हैं, आईये जाने की कैसे आप थोड़े ही बदलाव और सावधानियों के साथ होली मिलन की अपनी स्पिरिट को दुगना कर सकते हैं और अपनी स्किन और बालों की सुरक्षा सकते हैं.

स्किन पर होली के रंग का प्रभाव

जैसा की सभी जानते हैं की रसायन युक्त रंग स्किन और बालों पर बुरी तरह से प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे स्किन और बालों पर एक रासायनिक परत चढ़ जाती है.  और इस समस्या के चलते स्किन और स्कैल्प  संवेदनशील हो  सकती है और साथ ही  खुजली, चकत्ते आदि की समस्या भी हो सकती है. बेहद संवेदनशील और डिहाइड्रेट स्किन वाले लोग या थायराइड या पायरोसिस जैसी समस्या से जूझ रहे है अथवा किसी भी तरह के हार्मोनल असंतुलन से परेशान लोगो को  होली खेलने से बचना चाहिए . यदि फिर भी, उन्हें खेलने का मन है तो वो  रंगो के विपरीत असर को दूर करने के लिए अपने स्नान के पानी में टी ट्री  या लैवेंडर के तेल की बूंदों को मिला सकते हैं.

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स्किन में बढ़ाएं पोषण

प्री होली और पोस्ट होली स्किन केयर के लिए आप अपने शरीर पर बादाम के तेल अप्लाई कर सकते हैं, यह विटामिन ई से भरपूर होता है और कठोर रंगों के खिलाफ एक सुरक्षा प्रदान करते हुए आपकी स्किन के स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ाता है. अगर आपके पास बादाम का तेल नहीं है, तो आप इसे जैतून के तेल या नारियल के तेल से बदल सकते हैं, जो आपकी स्किन की बनावट और टोन को बढ़ाने के लिए अच्छा है. अपने बालों को कोट करना मत भूलिए, साथ ही स्कैल्प भी.

स्किन की सुरक्षा हो खास

होली चूँकि ओपन में खेली जाती है तो स्किन टैनिंग, सन बर्न जैसी समस्याएं बेहद कॉमन होती हैं, इसलिए ज़रूरी है की आप स्किन को मोएस्ट्राईस रखने के साथ ही सन प्रोटेक्शन क्रीम का इस्तेमाल करें, आप वाटरप्रूफ सनस्क्रीन लगा सकते हैं.  अपने होंठों और स्किन के लिए आप होली खेलने से पहले अपनी स्किन पर पेट्रोलियम जेली लगा सकते हैं. इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि आप अपनी पलकों और आंखों के नीचे के क्षेत्र में भी पेट्रोलियम जेली लगाएं. जैसा कि आप सूती कपड़ों में पूरी तरह से ढके रहते हैं, ऐसे में आपको अपने नाखूनों की सुरक्षा भी करनी चाहिए, नाखूनों पर दो रंगों के नेल पेंट और तेल लगाने के साथ ही उन्हें भी रंगों से बचा सकते हैं.

स्कैल्प का ध्यान रखें कुछ ऐसे

आमतौर पर होली खेलने के बाद लोग बालों और स्कैल्प से रंग हटाने के लिए कई बार अपने बालों को शैम्पू करना पसंद करते हैं और ऐसा करते हुए  अपनी स्कैल्प को भी  रगड़ते हैं, इसके साथ ही बालों से रंग उतारने के लिए ब्लीच लगा लेते हैं , लेकिन इन तरीकों से रंग खोपड़ी या बालों से नहीं निकलते,  ब्लीच की परत के नीचे सील हो जाते हैं. रंग के साथ रसायनों के अति प्रयोग में और फिर ब्लीच का इस्तेमाल स्कैल्प को संक्रमित कर सकता है. ऐसे में  बालों का असमय सफेद होना , रूखी स्किन आदि की समस्या भी उत्पन हो जाती है.  आप ध्यान रखे की शैम्पू का इस्तेमाल हमेशा उसे डाईलयूट करके ही करें और कंडीशनर को आप बालों पर लगाएं ना के जड़ो पर या स्कैल्प पर लगाएं.

स्किन पर नमी बनाएं रखने के खास उपाय

इसके अतिरिक्त स्किन को क्लीन करते हुए स्किन को हाइड्रेट रखना और नमी बना कर चलना बहुत ज़रूरी है , आप स्क्रब्स या सोपी फेस वाश का इस्तेमाल ना करते हुए घर पर बने फेस पैक लगाएं और उसे ही ड्राई हनी पर हल्के हाथो से दूध लगाते हुए उतारें , आप इसमें स्क्रबिंग का इफ़ेक्ट डालते हुए पपीते के बीज, शीआ सीड्स मिक्स करते हुए स्क्रब बना सकते हैं और स्किन पर अप्लाई कर सकते हैं , साथ ही कच्चे दूध में नींबू का रस डाले , इसे अपनी स्किन पर हल्के से लगाएं. नींबू, दूध और नारियल का दूध प्राकृतिक ब्लीच के रूप में काम करते हैं और स्किन से रंग हटाने के लिए सबसे सुरक्षित और आसान विकल्प हैं. आप अरोमाथेरपी की भी मदद ले सकते हैं और जोजोबा तेल का 1 बड़ा स्पून या लैवेंडर और फिर  चमेली के तेल की 2 बूंदों के साथ मिला कर इसका इस्तेमाल कर सकते है , यह करने से होली के दौरान भी आपकी स्किन की नमी बरकरार रहेगी और सन -बर्न- आदि स्किन की परेशानियों से आप बचे रहेंगे साथ ही यह नेचुरल पैक्स आपकी स्किन की  नमी आदि  के स्तर को बनाये रखेंगे.

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स्किन की पूरी सुरक्षा इस तरह

अब स्किन को फूलप्रूफ प्रोटेक्ट करने के साथ ही आप थोड़ा आराम कर सकते हैं और फिर एक अच्छे सैलून और स्पा में जाकर अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए  नेचुरल मैनीक्योर, पेडीक्योर, हेयर स्पा और लिम्फेटिक ड्रेनेज मसाज के लिए जा सकते हैं ,  जो न केवल आपको आराम देगी , बल्कि detoxify भी करेगी . आप एक फुल-बॉडी स्पा का विकल्प भी चुन सकते हैं, खासकर चॉकलेट स्पा आपके लिए सबसे अच्छा हो सकता है, और आहार के लिए  आप फलों और रसों को अपनी डाइट में अच्छी मात्रा में शामिल करें.

Holi Special: फैमिली के लिए बनाएं मठरी

होली के त्यौहार को लेकर आप काफी उत्साहित रहती हैं. इसकी तैयारी आप कुछ हफ्ते पहले से ही शुरू कर देती हैं. घर को सजाना, तरह-तरह के पकवान बनाना आपके पास ऐसे बहुत सारे काम होते हैं, तो आइए आपको हम कुछ नए तरह के पकवान की रेसिपी बताते हैं.

सामग्री

– सूजी (१५ ग्राम)

– नमक (स्वादानुसार)

– चुटकी भर अजवायन

– दरदरी पीसी हुई २-३ काली मिर्च

– बेसन (२५ ग्राम)

– मैदा  (२० ग्राम)

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-घी (१५ ग्राम मोयन के लिए)

– गूँधने के लिए (पानी)

– तलने के लिए (तेल)

बनाने की विधि

– बेसन और मैदे को मिला कर छान लें.

– इसमें अजवायन और काली मिर्च और नमक मिलाएं.

– मिश्रण को एकसार कर लें.

– इसमें मोयन डाल कर फिर से मिला लें.

– पानी के साथ सख्त गूंधें.

– इसके चार हिस्से कर लें और बेल लें औऱ काँटे की मदद से छेद लें.

– धीमी आँच पर सुनहरे रंग पर तल लें औऱ आचार के साथ परोसें.

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Holi Special: इन 4 आसान तरीकों से साफ करें घर की टाइल्स

चमकती हुई सफेद टाइल्स के साथ सुन्दर सा घर हर किसी का सपना होता है. लेकिन जब महिना हो होली को तो फिर सफेद टाइल्स का क्या ? रंगो के सराबोर के बीच घर की सफाई भी माइने रखती है. होली के रंग हमारे घर के टाइल्स को भी  अपने रंग में रंग लेते हैं. ऐसे में सफेद टाइल्स की शोभा बिगाड़ सकती है. तो क्या करें? क्या सभी के लिए महंगा फ्लोर क्लीनर खरीदना संभव है? शायद नहीं, और यह जरुरी भी नहीं है. जी हां अब अपने घर की टाइल्स को आसान तरीके से साफ करना एक सपना नहीं है. कुछ ऐसे तरीके जो कि होली के समय इन सफेद टाइल्स को साफ करने में कारगर सिद्ध होंगे.

ये हैं कुछ कारगर टिप्स

1. औक्सीजन ब्लीच

सफेद टाइल्स और ग्राउट को साफ करने के लिए 75 प्रतिशत पानी में 25 प्रतिशत ब्लीच या औक्सीजन ब्लीच मिलाकर स्क्रब या ब्रश से साफ करें और फिर टाइल्स चमकने लगेंगी जैसे कि नई हों.

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2. सिरका का घोल

आप एक गैलन गर्म पानी में आधा कप सिरका मिलाकर अपनी टाइल्स के दाग पोंछ सकते हैं.

3. डिटर्जेंट पाउडर

पानी में डिटर्जेंट मिलाकर दाग साफ करने से आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं और टाइल्स चमक सकती हैं.

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4. डिटर्जेंट पाउडर और अमोनिया

किचन की टाइल्स पर लगे मोम को हटाने के लिए डिटर्जेंट पाउडर और अमोनिया का घोल एक शानदार तरीका है. इसके लिए आप एक कप लॉन्ड्री डिटर्जेंट में आधा कप अमोनिया का घोल मिलाएं और इसमें एक गैलन पानी मिलाएं. इस घोल को दाग वाली जगह पर लगाएं और मोम को कठोर स्क्रब ब्रश से रगड़ें, इससे आपकी सफेद टाइल्स से दाग हट जायेंगे.

Holi Special: इस होली अपने लुक को बनाएं स्टाइलिश और कंफरटेबल

होली वसंत ऋतु के दौरान मनाई जाती है और पूरे देश भर के लोग इसे बहुत मस्ती से मनाते हैं. होली रंगों का त्यौहार है और यह भारतीय लोगों का सबसे मन पसंदीदा त्यौहार माना जाता है इसलिए इस त्यौहार पर पहनने वाले कपड़े भी आपको बहुत सोच समझ कर चुनने होंगे. इस त्यौहार को रंगों के साथ साथ प्रेम का भी त्यौहार माना जाता है.

वैसे तो होली वाले दिन महिलाओं के लिए सफेद सूट सलवार और पुरुषों के लिए सफेद कुर्ता पजामा बेस्ट चॉइस होती है. और यहीं से होली खेलने के मजे की सारी शुरुआत होती है. तो आइए कुछ ऐसे ही होली वाले दिन पहनने के आउटफिट आइडिया के बारे में जानते हैं और इस होली को और भी रंगीन बनाते हैं.

सफेद एथनिक स्ट्रेट कुर्ता

इस होली पर आप जयपुर कुर्ती के कुछ आउटफिट को ट्राई कर सकती हैं. यहां आपको बहुत से होली आउटफिट मिलेंगे. अगर आपको बहुत ही आरामदायक कपड़े पहनने का शौक है तो आप होली के दिन सफेद रंग का एथनिक स्ट्रेट कुर्ता ट्राई कर सकती हैं जोकि आपके लुक में चार चांद लगा देगा.

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होली के लिए बेस्ट फैब्रिक : कॉटन कुर्ता

 

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होली के लिए सबसे अच्छा कपड़े का फैब्रिक होता है कॉटन और अगर यह कॉटन सफेद रंग का हो तो वह तो सोने पर सुहागा हो जाता है. अगर आप इस होली में अपने स्किन के प्रति सचेत रहना चाहते हैं और खुद को स्किन समस्याओं और टैनिंग से बचाना चाहते हैं तो फिर यह सफेद कॉटन कुर्ता अवश्य ट्राई करें.

सफेद एथनिक स्ट्रेट कॉटन कुर्ता

 

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आप होली के लिए अपनी एक कॉटन ड्रेस भी पसंद कर सकते हैं जिसमें अलग अलग रंगों के प्रिंट्स हों ताकि यह लगे की आप होली खेलने वाले हों अर्थात इस प्रकार की ड्रेस से आपकी होली और भी ज्यादा रंगीन बन जायेगी. अगर आप ऐसा ही कुछ सोच रहे हैं तो जयपुर कुर्ती की सफेद एथनिक स्ट्रेट कॉटन कुर्ता ट्राई कर सकते हैं.

व्हाइट कोरल एथनिक स्ट्रेट कॉटन कुर्ता पैंट के साथ

 

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क्या आप इस होली अपनी ड्रेस के कारण खूबसूरत दिखने के साथ साथ हॉट भी दिखना चाहती हैं तो कोरल एथनिक कुर्ती को पैंट्स के साथ ट्राई कीजिए. अब अपनी अधिक खोज को बंद करिए और सफेद और कोरल एथनिक स्ट्रेट कुर्ती के साथ पैंट्स को ट्राई करें.

वूमेन व्हाइट एथनिक ब्लू और ब्लू एथनिक कुर्ता पलाजो के साथ

अगर आप भी एथनिक स्टाइल को पसंद करते हैं और बॉलीवुड स्टाइल ट्राई करना चाहते हैं तो इस ऑप्शन को ट्राई कर सकते हैं. इस सेट के साथ आप बहुत ही खूबसूरत और स्टाइलिश दिखेंगी.

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अपना होली का दिन सफेद कपड़ों के साथ शुरू करने का अर्थ है की आप खाली कैनवास लेकर अपने घर से निकल रहे हैं और पूरा दिन अपने कैनवास पर एक खूबसूरत पेंटिंग रंग कर शाम को वापस घर आ रहे हैं.

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