प्रेग्नेंसी में नहीं आती है नींद? आजमाएं तुरंत असर करने वाली ये 6 आसान टिप्स

प्रेग्नेंसी का वक्त महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. इस दौरान महिलाओं को अधिक देखभाल की जरूरत होती है. इसके अलावा उन्हें अच्छी डाइट की जरूरत होती है ताकि जच्चा और बच्चा दोनों की सेहत पर किसी तरह का बुरा असर ना पड़े. इन्ही सारी जरूरी चीजों में अच्छी और पूरी नींद भी शामिल है.

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में ऐसे कई बदलाव होते हैं जो उनकी सेहत पर असर डालते हैं. इस दौरान महिलाओं के हार्मोन्स में भी बहुत से बदलाव होते हैं जो उनकी दिनचर्या पर बुरा असर डालते हैं. इन बदलावों का नतीजा है कि कई बार गर्भवती महिलाओं को घबराहट महसूस होती है. ऐसे में उन्हें नींद नहीं आती, जिसका सीधा असर उनके बच्चे पर भी होता है.

ऐसे में हम आपको कुछ टिप्स बताने वाले हैं, जिसे फौलो कर के प्रेग्नेंट महिलाएं सुकून की नींद ले सकेंगी.

  • सोने से पहले हल्का म्यूजिक सुने. इससे मन शांत रहता है और अच्छी नींद आती है.
  • प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने से कमर के बल ज्यादा देर तक ना सोएं. थोड़ी थोड़ी देर में करवट बदलते रहें. कोशिश करें कि अधिक समय बाईं करवट सोएं. इस तरह से सोने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है.
  • दिन भर हल्का ही सही, पर कुछ ना कुछ खाते रहें. खाली पेट रहने से जी मिचलता है.
  • सोने से पहले गुनगुने पानी से नहाएं. ऐसा करने से शरीर की थकान दूर होती है और आपको अच्छी नींद आएगी.
  • रात में हल्के खाने का सेवन करें. एसिडिटी और अपच की समस्या से बचने के लिए मसालेदार और तली हुई चीजों का सेवन ना करें.
  • हेल्दी रहने के लिए हल्के एक्सरसाइजेज करते रहें. इससे आपके पैर दर्द और ऐंठन कम होगी.

ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए अखरोट खाएं

सेहते के लिए खरोट काफी फायदेमंद होता है. इसमें कई स्वास्थवर्धक गुण होते हैं. पर क्या आपको पता है कि महिलाओं में तेजी से पाए जा रहे ब्रेस्ट कैंसर में भी अखरोट काफी लाभकारी होता है. हाल ही में सामने आई एक स्टडी में ये बात स्पष्ट हुई कि अखरोट का सेवन कर के ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है.

क्या कहती है स्टडी

न्यूट्रिशन रिसर्च जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में दावा किया गया है कि दो हफ्तों तक रोजाना 56 ग्राम अखरोट का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं की जींस में बदलाव आते हैं. शोध में शामिल एक जानकार की माने तो अखरोट का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर की ग्रोथ को रोका जाना संभव है.

शोधार्थियों के अनुसार अखरोट के सेवन से पैथोलॉजिकल रूप से पुष्टि की गई स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं की जीन में बदलाव होता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर की ग्रोथ और इसके खतरे को कम किया जा सकता है.

कैसे पहुंचे इस नतीजे पर

स्टडी के दौरान ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जिनकी ब्रेस्ट में गांठ है. इन महिलाओं की पहली बायोप्सी के 2 हफ्ते बाद अगली सर्जरी तक रोजाना लगभग 56 ग्राम अखरोट खाने के लिए कहा गया. इसके 2 हफ्ते बाद महिलाओं की दोबारा जांच की गई तो स्थिति में बेहतरी देखी गई.

इसके बाद पैथोलौजी स्टडी में ये बात सामने आई कि ब्रेस्ट में होने वाली गांठ कैंसर की ही थी. बायोप्सी के 2 सप्ताह बाद ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं की दोबारा जांच की गई. इस पूरी जांच के आधार पर जानकारों ने माना कि अखरोट खाने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना कम हो सकती है. हालांकि जानकारों ने ये भी माना कि इस क्षेत्र में अभी बड़े पैमाने पर स्टडी की जरूरत है, जिससे पता लगे कि अखरोट खाने से क्या वाकई ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है या इसे दोबारा होने से रोक देता है.

सुबह का नाश्ता तन और मन रखे स्वस्थ

सेहतमंद रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी है. इस पर आप की दिनभर की दिनचर्या निर्भर करती है. आप दिनभर ऊर्जावान बने रहते हैं. जानकारों का मानना है कि सुबह का पौष्टिक नाश्ता आप को अपने कामकाज को अच्छी तरह से करने के लिए भरपूर ऊर्जा देता है. आप का नाश्ता कितना पौष्टिक होना चाहिए और इस के फायदे क्या हैं, आइए जानें :

सुबह का पौष्टिक और अच्छा नाश्ता करने से स्वास्थ्य लाभ होता है. यदि आप अपने स्वास्थ्य को ले कर गंभीर हैं और तंदुरुस्त रहना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप नियमित रूप से नाश्ता करें. इस में बिलकुल भी लापरवाही न बरतें.

फलों का नियमित सेवन करें

सुबह के नाश्ते में आप अपने मनपसंद फलों का सेवन कर सकते हैं. कुछ फलों जिन में, केला, अनार, संतरा, सेव आदि काफी लाभदायक हैं और इच्छानुसार इन का जूस या फिर इन्हें साबुत भी खा सकते हैं. वैसे फलों का बजाय जूस निकालने के साबुत खाना ज्यादा फायदेमंद रहता है, क्योंकि इस में आप को पर्याप्त फाइबर मिलता है जो शरीर के लिए बहुत जरूरी है.

अंडे का सैंडविच

अंडे का सेवन सुबह के नाश्ते में काफी जरूरी है. इस से आप का स्टेमिना बढ़ता है. अंडे में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होता है जो शरीर को भरपूर ऊर्जा देता है. यह मसल्स को मजबूत करता है. इसलिए नाश्ते में अंडे का सैंडविच काफी फायदेमंद होता है. सैंडविच के लिए आप उबले अंडे को बारीकबारीक टुकड़ों में काट लें और ब्राउन ब्रेड के पीस फ्राइपेन में गरम कर उन में अंडे के टुकड़ों को रखें इस के बाद ऊपर से हलका सा नमक बुरक दें. इस के ऊपर आधा चम्मच शहद लगा कर भी खाया जा सकता है. आप चाहें तो थोड़ी सी मियोनीज भी इस में मिला सकते हैं. यह खाने में काफी स्वादिष्ठ और पौष्टिक होता है.

जैमपीनट बटर के साथ ब्रैड

कई बार सुबह आप इतनी जल्दी में रहते हैं कि नाश्ता बनाने के लिए समय ही नहीं मिलता. ऐसे में आप भूखे पेट घर से निकल जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह है. कोशिश करें कि कभी भी घर से खाली पेट न निकला जाए.

जब आप को सुबह जल्दी जाना होता है और आप के पास नाश्ता बनाने के लिए बिलकुल भी समय नहीं रहता तो ऐसे में आप को चाहिए कि दो पीस ब्रैड के लें, एक पर जैम लगाएं और दूसरे पर पीनट बटर यानी मूंगफली का मक्खन लगाएं. दोनों को एकसाथ जोड़ कर खाएं. यह काफी पौष्टिक होता है और आसानी से तैयार हो जाता है.

ओट्स का सेवन करें

ओट्स कोलेस्ट्रौल के स्तर को कम करने में काफी कारगर है. यह जल्दी ही घुल भी जाता है और फाइबर से भरपूर है. इस में बीटा ग्लूकेन भी होता है. यह नाश्ते का स्वस्थ विकल्प है. इस का सेवन आप फलों व मेवों के साथ भी कर सकते हैं. यह बनाने में भी काफी आसान होता है.

उपमा और पोहा भी है फायदेमंद

उपमा और पोहा दोनों काफी हैल्दी आहार हैं. खास कर इन का सेवन गुजराती ज्यादा करते हैं. आप इन्हें पौष्टिक बनाने के लिए इन में मटर, प्याज, पनीर, शिमला मिर्च आदि पसंदीदा सब्जियां डाल सकते हैं. इन में आप को स्वाद और पोषण दोनों मिलेगा. इन के सेवन से जहां आप को ऊर्जा मिलेगी वहीं पेट भरा होने से काम करने में भी आसानी होगी.

लो कैलोरी ब्रेकफास्ट

सप्ताह में एक दिन आप लो कैलोरी ब्रेकफास्ट भी ले सकते हैं. मैक्सिकन खाना इस के लिए सही माना जाता है, क्योंकि इस में कैलोरी और वसा की मात्रा काफी कम रहती है. आप चाहें तो बे्रकफास्ट बरीटो से नाश्ता कर सकते हैं.

सब्जियों का सूप है फायदेमंद

वैजिटेबल जूस यानी सब्जियों का सूप स्वास्थ्यवर्धक है. सब्जियों का सूप के रूप में सेवन करने से शरीर इस से पोषक तत्त्वों को बेहतर तरीके से ग्रहण करता है. स्वाभाविक तौर पर वैजिटेबल सूप पीने से शरीर को उच्च स्तरीय पोषक तत्त्व और एंटीऔक्सिडैंट की आपूर्ति होती है. सुबह के नाश्ते में एक गिलास सूप आप को ऊर्जावान बना देता है.

नाश्ता क्यों है जरूरी

नाश्ते से भरपूर ऊर्जा तो मिलती ही है, इस के अलावा इस में खास खाद्य पदार्थ कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी, प्रोटीन और फाइबर जैसे महत्त्वपूर्ण पोषक तत्त्वों का भी अच्छा स्रोत है. शरीर को इन आवश्यक पोषक तत्त्वों की जरूरत रहती है. एक शोध से मालूम हुआ कि यदि आप नाश्ता नहीं करते या इसे इग्नोर करते हैं तो शरीर में काफी सारे पोषक तत्त्वों की कमी हो जाती है जिन की भरपाई करना मुश्किल होता है.

नाश्ते के 5 फायदे

टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है नाश्ता रेगुलर करना चाहिए. नियमित नाश्ता करने से आप डायबिटीज के खतरे से बच सकते हैं. इस से लगभग 30 फीसदी डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है.

भूख नहीं लगती है

यदि आप नाश्ता नहीं करते या फिर अतिरिक्त कैलोरी लेने की वजह से नाश्ता ही छोड़ देते हैं तो यह काफी नुकसानदेह है. ऐसा कर के आप अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. नाश्ता बहुत जरूरी है. यदि सुबहसुबह आप उच्च फाइबर व पोषक तत्त्वों से युक्त नाश्ता करते हैं तो दिनभर आप को खाना न भी मिले दिक्कत नहीं होती.

हैवी ब्रेकफास्ट

यदि आप सुबह हैवी ब्रेकफास्ट करते हैं तो दिनभर आप को भूख नहीं लगती और आप अपने काम में मग्न रहते हैं. वैसे भी नाश्ता करने से से दिन में कम ही भूख लगती है. इस के विपरीत जो लोग नाश्ता नहीं करते उन्हें बारबार भूख लगती है जो ठीक नहीं है.

याददाश्त में सुधार होता है

सुबह का नाश्ता आप की तंदुरुस्ती ही ठीक नहीं रखता, बल्कि इस से आप को याददाश्त भी दुरुस्त रहती है. स्वस्थ मस्तिष्क के कामकाज के लिए कार्बोहाइड्रेट बहुत जरूरी है. पौष्टिक नाश्ता कर के आप अपनी याददाश्त और एकाग्रता के स्तर में भी सुधार ला सकते हैं, साथ ही अपने मूड और तनाव को भी ठीक कर सकते हैं.

मोटापे का खतरा कम होता है

सुबह नियमित रूप से नाश्ता करने वाले लोगों में मोटापा नहीं आता. क्रिटिकल रिव्यू इन फूड साइंस एंड न्यूट्रीशन में भी ऐसा एक शोध प्रकाशित हुआ है, जिस में नाश्ते का महत्त्व बताया गया है.

गुणों से भरपूर है नारियल पानी, जानिए फायदे

गरमी के मौसम में नारियल के पानी का महत्व और अधिक हो जाता है. पेट की ठंडक और ताजगी के लिए ये बेहद फायदेमंद होता है. इसके सेवन के इतने फायदे होते हैं जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है.

नारियल के पानी में पाए जाने वाले एंटी औक्सिडेंट और पोषक तत्व इसकी गुणवत्ता को और बढ़ाते हैं. शरीर को स्वस्थ रखने के साथ साथ बहुत सी बीमारियों को दूर करने में भी ये बेहद असरदार होते हैं.

इस खबर में हम आपको गरमी में नारियल पानी पीने के फायदों के बारे में बताएंगे. तो आइए शुरू करें.

होते हैं बहुत से न्यूट्रिएंट्स और मिनरल्स

नारियल के पानी में बहुत से खनीज और पोषक तत्व पाए जाते हैं. एक मध्य आकार के नारियल में 200 से 250 मिलीग्राम पानी होता है. इसके एक कप पानी में करीब 46 कैलोरीज होती हैं. इसमें 3 ग्राम फाइबर और 2 ग्राम प्रोटीन होता है. इसके अलावा विटामिन सी, मैग्नीशियम, मैग्नीज, पोटैशियम, सोडियम और कैल्शियम का प्रमुख स्रोत है.

एंटी औक्सिडेंट्स से भरपूर

मेटाबौलिज्म के दौरान सेल्स में फ्री रेडिकल्स बनते हैं जो अस्थिर होते हैं. इनके बनने से व्यक्ति में तनाव की समस्या हो सकती है. इससे दिल और किडनी से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. नारियल पानी में मौजूद एंटीऔक्सिडेंट्स इन फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.

डायबिटीज में है मददगार

बल्ड में शुगर के लेवल को समान्य रखने में भी नारियल पानी का अहम योगदान होता है. डायबिटीज की मुख्य वजह शरीर में इंसुलिन हार्मोन की कमी है. नारियल पानी में मौजूद एंटी औक्सिडेंट शरीर में इंसुलीन के स्राव में मदद करता है.

किडनी की पथरी में है असरदार

किडनी में पथरी के होने पर डाक्टर अक्सर पेय पदार्थों के सेवन की सलाह देते हैं. ऐसे में नारियल पानी का सेवन और भी असरदार होता है. क्योंकि अन्य तरल पदार्थ तो किडनी की पथरी को यूरिन के रास्ते निकालने के लिए जरूरी हैं ही मगर नारियल इसमें विशेष फायदेमंद है.

बिना एक्सरसाइज और डाइटिंग के ऐसे कम करें वजन

आजकल लोगों में मोटापे की समस्या आम हो गई है. जंक फूड, फास्ट फूड, खराब लाइफस्टाइल और असंतुलित आहार के कारण लोगों में ये समस्या तेजी से बढ़ रही है. समान्यत: लोगों को लगता है कि ज्यादा खाना खाने से वो मोटे हो रहे हैं, फिर पतला होने के लिए वो कम खाना खाते हैं, डाइटिंग करते हैं. पर आपके मोटापे की समस्या का ये हल नहीं है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि बिना डाइटिंग के, बिना कम खाना खाए आप कैसे अपना वजन कम कर सकेंगी.

वजन कम करने के ये हैं आसान तरीके

फाइबर युक्त डाइट

वजन घटाने में फाइबर अहम तत्व होता है. फाइबर युक्त भोजन लेने से लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगती है. ये भूख कंट्रोल करने में काफी सहायक होता है. इसके अलावा पाचन के लिए भी फाइबर फायदेमंद होता है.

खूब पिएं पानी

वजन कम करने के लिए पानी काफी फायदेमंद है. कोशिश करें कि पूरे दिन पानी पेट में जाता रहे. इसके अलावा, भोजन से ठीक पहले पानी पीना, आपको कम कैलोरी लेने में मदद कर सकता है.

पर्याप्त नींद और स्‍ट्रेस

नींद पूरी ना होना या तनाव एपेटाइट रेगुलेटिंग हार्मोन्स के बीच असंतुलन पैदा होता है. जिसके कारण आप अधिक खाना खाते है. कोशिश करें कि दिन में छह से आठ घंटे सोने की कोशिश करें और अपने स्‍ट्रेस लेवल को कंट्रोल करें.

खाना चबा कर खाएं

आमतौर पर लोग खाना चबा कर नहीं खाते हैं. खाना चबाना उन्हें बेकार की चीज लगती है. पर अगर आप वजन घटाना चाहती हैं तो जरूरी है कि भोजन धीरेधीरे चबा कर खाएं.

लें प्रोटीन युक्त डाइट

आहार में प्रोटीन बेहद जरूरी होता है. इसमें अमीनो एसिड होता है जो हमारी मांसपेशियों को ताकत देता है और टिश्यू के लिए फायदेमंद होता है. इसके अलावा, ये भूख को कंट्रोल करता है, जिससे आप अगली डाइट में अधिक खाने से बच जाते हैं. प्रोटीन समृद्ध खाद्य पदार्थ अंडे, दूध, नट्स, चिकन और चीज डाइट में शामिल किए जाने चाहिए.

प्लास्टिक वाला चावल तो नहीं खा रहीं आप? ऐसे करें पता

आजकल बाजार में प्लास्टिक वाले चावल की सप्लाई ज्यादा हो रही है. ये नकली चावल सेहत के लिए काफी हानिकारक होते हैं. इसे देख कर ये बता पाना मुश्किल होता है कि चावल असली है या नकली.

प्लास्टिक के इस चावल में ऐसे रसायन होते हैं जिनका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. इससे हमारे हार्मोन्स बुरी तरह प्रभावित होते हैं. इसके अलावा इसका असर प्रजनन प्रणाली को भी बाधित कर सकते हैं.

आपके लिए ये जानना जरूरी है कि प्लास्टिक के चावल की पहचान कैसे की जाती है. इस खबर में हम आपको कुछ आसन टिप्स दे रहे हैं, जिनसे आप इसकी पहचान कर सकती हैं.

  • चावल बनने के बाद कुछ दिनों तक छोड़ दें. कुछ दिनों बाद इसमें से बदबू ना आए या चावल सड़े नहीं तो समझ जाएं कि वो प्लास्टिक का चावल है.
  • एक चम्मच में गर्म तेल लें और उसमें चावल के कुछ दाने डाल दें. प्लास्टिक के दाने पिघना शुरू हो जाएंगे.
  • एक गिलास पानी में एक चम्मच चावल डाल दें. अगर चावल प्लास्टिक का होगा तो वो पानी में तैरने लगेंगे.
  • थोड़ा चावल लें और उसमें हल्की आग लगा दें. अगर वो नकली चावल होगा तो उसमें से प्लास्टिक के जलने की बदबू आएगी.

गरमी में इन फलों को खाइए, नहीं होगी पानी की कमी

हमारे शरीर के लिए खाने से अधिक जरूरी पानी होता है. पानी का महत्ता का अंदाजा इस बात से हम लगा सकते हैं कि हमारे शरीर का करीब एक तीहाई हिस्सा पानी से बना है. जैसे ही हमारे शरीर में पानी की कमी होती है, हमारे अंग इससे बुरी तरह से प्रभावित होने लगते हैं.

पानी ना सिर्फ हमारे अंगों का ख्याल रखता है बल्कि ये उन्हें उर्जा देता है और इनकी सफाई करता है. गरमी में हमारे अंगों का खास कर के पानी की जरूरत होती है. आमतौर पर जितनी हमें जरूरत होती है उसका 80 फीसदी हम पीते हैं और बाकी 20 फीसदी पानी को हम अपने सौलिड फूड यानी खानों से मिलता है.

ऐसे में इस बात पर ध्यान देना और जरूरी हो जाता है कि हम गरमी में खा क्.या रहे हैं और उससे हमारे शरीर को कितना पानी मिल रहा है.

इस खबर में हम आपको कुछ खास फलों के बारे में बताने वाले हैं. इनके सेवन से चिलचिलाती धूप में भी शरीर में पानी की कमी नहीं होगी.

तो आइए शुरू करें

पालक

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हरी सब्जियां सेहत के लिए काफी लाभकारी होती हैं. इनमें विटामिन्स और मिनरल्स प्रचूर मात्रा में होते हैं. आपको बता दें कि पालक में करीब 91.4 फीसदी पानी होता है. इसके अलावा मैग्निशियम और आयरन का ये प्रमुख स्रोत होता है. गरमी में पालक का सेवन स्वास्थ के लिए लाभकारी होता है.

टमाटर

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टमाटर आप किसी भी मौसम में खाएं सेहत के लिए फायदेमंद ही होता है. बहुत सी सब्जियां टमाटर के बिना अधूरी होती हैं. सब्जी, सलाद, सौस, चटनी और भी ना जाने किन चीजों के लिए टमाटर का इस्तेमाल होता है.

अंगूर

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पानी के लिए अंगूर भी एक प्रमुख फल है. अगर आप गरमी में अंगूर खाते हैं हो आपको कम प्याल लगेगी और शरीर में पानी की जरूरत पूरी रहती है. इसमें 91.6 फीसदी पानी होता है. इसके अलावा ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड का ये प्रमुख स्रोत है.

खीरा

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सब्जी, सलाद और रायते में खीरे का प्रयोग धड्डले से होता है. खीरे में कई जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं. ये शरीर को पोषित रखते हैं. इसके अलावा इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. इसमें लगभग 96.7% पानी होता है इसलिए इसे खाने से आपका शरीर हाइड्रेट रहता है इसलिए गरमी के मौसम में खीरे का खूब सेवन करें. ये आपकी सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है.

इसमें 94.3 हिस्सा पानी का होता है. आपको बता दें कि टमाटर में विटामिन सी और आयरन की मात्रा प्रमुखता से होती है. इसके अलावा टमाटर में एंटी औक्सिडेंट भी पाया जाता है.

तरबूज

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आमतौर पर गरमियों में तरबूज मिलता है. रस से भरे इस लाल फल में पर्याप्त मात्रा में पानी होता है. फल का करीब 92 फीसदी हिस्सा पानी का होता है. इसमें कई ऐसे एंटी औक्सिडेंट्स भी मौजूद होते हैं जो इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखते हैं और शरीर को स्वस्थ्य रखते हैं.

स्ट्रोक का खतरा कम करता है संतरे का जूस

गरमी ने दस्तक दे दी है, अब घर से बाहर निकलने से पहले धूप और लू से बचने की तैयारी अहम हो गई है. इसलिए जरूरी है कि आप प्रुर मात्रा में पानी पीने के साथ साथ फलों के जूस का भी सेवन करें. गरमी में संतरा अधिक प्रासंगिक हो जाता है. संतरा विटामिन सी का प्रमुख स्रोत है, इसके साथ ही इसमें बहुत से एंटीऔक्सिडेंट पाए जाते हैं. बेहतरीन स्वाद के साथ साथ तुरंत उर्जा के लिए भी ये ड्रिंक अहम है.

हाल ही में एक जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट की माने तो संतरे के जूस के नियमित सेवन से स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है. ब्रिटिश जर्नल औफ न्यूट्रिशन में छपी इस रिपोर्ट की माने तो जो भी लोग संतरे की जूस का सेवन करते हैं उनमें ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा दूसरे लोगों के मुकाबले 24 फीसदी कम होता है. इसके अलावा दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है. इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने करीब 20 से 70 वर्ष के 35,000 पुरुष और महिलाओं की जांच की है.

शुगर के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो जूस का सेवन करते वक्त चीनी को अधिक मात्रा में ना सेवन करें. एक और रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर्फ संतरा ही नहीं, बल्कि दूसरे जूस भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और उनसे भी स्ट्रोक का खतरा कम होता है. हालांकि, शोधकर्ताओं की टीम ने ये भी कहा कि जूस के कई फायदे होते हैं, लेकिन फिर भी लोगों को ज्यादा मात्रा में ताजे फलों का सेवन करना चाहिए.

सोने से पहले भूल कर भी न खाए ये 6 चीजे

पहले कई स्टडीज में ये बात सामने आ चुकी है कि देर रात खाना खाने से अनिद्रा, वजन बढ़ने जैसी गंभीर स्वास्थ समस्याएं होती हैं. पर इसके बाद भी बहुत से लोग देर रात में कुछ ना कुछ खाते रहते हैं. खाना तब ही सेहत के लिए असरदार होता है जब उसे सही समय पर खाया जाए. फायदेमंद चीजों को भी अगर गलत वक्त पर खाया जाए तो सेहत पर उनका असर उल्टा होता है.

इस खबर में हम आपको उन 6 चीजों के बारे में बताने वाले हैं जिनका रात के वक्त में सेवन सेहत के लिए बेहद हानिकारक होता है.

आइसक्रीम

बहुत से लोग रात में आइसक्रीम खाने के शौकीन होते हैं. आइसक्रीम में वसा की मात्रा अधिक होती है. देर रात इसे खाने से एसिडिटी बनती है.

फ्रेंच फ्राइज

तले हुए क्रिस्पी फ्रेंच फ्राइज सभी के पसंदीदा होते हैं. पर स्वास्थ पर इनका असर बेहद खराब होता है. खास कर के रात के वक्त फ्रेंच फ्राइज या आलू चिप्स का सेवन करने से बचें. इनके सेवन से स्वास्थ की गंभीर समस्याएं और सेहत पर बुरा असर होता है.

चाय

बहुत से लोग सोने से पहले चाय का सेवन करते हैं. पर क्या आपको इससे होने वाले स्वास्थ नुकसानों के बारे में पता है? सभी प्रकार के चायों में कैफीन होता है, ये आपकी नींद के लिए बेहद हानिकारक होते हैं.

चौकलेट

किसे चौकलेट पसंद नहीं होगा. पर आपको ये जान कर हैरानी होगी कि रात में इसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है. इसमें कैफीन की मात्रा होती है जो आपकी नींद में खलल डालती है.

सोडा ड्रिंक्स

सोडा डिंक्स में भारी मात्रा में कैलोरी होती है. इसे पीने से सेहत का काफी नुकसान होता है. देर रात इसका सेवन करने से सेहत का काफी नुकसान होता है.

पिज्जा

जब भी लोगों को अधिक भूख लगी रहती है वो पिज्जा खाना पसंद करते हैं.  पर इसका सेवन करते वक्त सावधान रहें. पिज्जा में भारी मात्रा में फैट मौजूद होता है. इससे आपका पाचनतंत्र बुरी तरह से प्रभावित होता है.

जानिए प्रेग्नेंसी में बढ़े वजन को कम करने के आसान तरीके

प्रेग्नेंसी के बाद शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं. इसमें सबसे बड़ी चुनौती होती है वजन को कम करना. हम आपकी इस परेशानी की उपाय ले कर आए हैं. हम आपको कुछ बेहद आसान टिप्स बताएंगे जिनकी मदद से प्रेग्नेंसी के बाद बढ़ रहे वजन को कम करना आसान होगा.

अच्छी नींद और अच्छी खाना है जरूरी

तनाव कम लें, अच्छी नींद लें और संतुलित मात्रा में आहार लें. वजन कम करने के लिए ये चीजें बेहद आवश्यक है. बाहर का खाना बिलकुल बंद कर दें, घर का बना हल्का-फुल्का खाना खाएं और पर्याप्त नींद लें. छोटी-छोटी बातों के लिए स्ट्रेस न लें. योग इसमें आपकी मदद कर सकता है.

बच्चे को कराएं ब्रेस्ट फीड

कई  जानकारों का भी मानना है कि ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाओं का वजन डिलीवरी के बाद जल्दी कम होता है. आपको बता दें कि ब्रेस्ट फीड कराने से शरीर  की 300 से 500 कैलोरी खर्च होता है. इस मसले पर हुए एक शोध की माने तो स्तनपान महिलाओं में प्रसव के बाद अतिरिक्त वजन कम करने में मददगार साबित होता है.

पानी पिएं

पानी पीने से वजन तेजी से कम होता है. प्रेग्नेंसी के बाद भी वजन को कम करने के लिए पानी काफी लाभकारी होता है. एक रिपोर्ट की माने तो रोजाना 10 से 12 गिलास पानी पीना वजन कम करने में काफी लाभकारी होता है.

टहलें जरूर

प्रेग्नेंसी के बाद वजन कम करने के लिए वौक बेहद कामगर है. अमेरिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट की माने तो वौक करने से प्रेग्नेंसी के बाद वजन घटाना आसान हो जाता है.

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