सवाल-
मैं 3 महीने की गर्भवती हूं. मुझे सी सैक्शन डिलिवरी का नाम सुन कर ही डर लगता है. क्या कोई ऐसे उपाय है, जिस से सी सैक्शन डिलिवरी की आशंका को कम किया जा सकता है?
जवाब-
मां बनना हर महिला के लिए जीवन का सब से सुखद अनुभव होता है. लेकिन जैसेजैसे प्रसव का समय नजदीक आने लगता है, उसे इस बात की चिंता सताने लगती है कि प्रसव सामान्य होगा या सी सैक्शन. वैसे तो पहले से कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन कुछ बातें हैं जिन का ध्यान रख कर आप सामान्य प्रसव की संभावना को बढ़ा सकती हैं. अपने खानपान का विशेषतौर पर ध्यान रखें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, तनाव से दूर रहें, मानसिक शांति के लिए ध्यान करें. सही डाक्टर का चुनाव करें. नियमित रूप से ऐक्सरसाइज करें. उपयुक्त व्यायाम करने से आप का शरीर सामान्य प्रसव की पीड़ा को सहने के लिए तैयार होता है. लेकिन ऐक्सरसाइज हमेशा अपने डाक्टर की सलाह से करें.
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गर्भावस्था की कुछ सामान्य जटिलताएं मोटी महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी होती हैं, जिन में सम्मिलित हैं- गर्भपात. जैस्टेशनल डायबिटीज, उच्च रक्त दाब (इसे जैस्टेशनल हाइपरटैंशन भी कहा जाता है), प्रीऐक्लैंप्सिया, प्रसव के दौरान सामान्य से अधिक रक्तस्राव आदि. हालांकि ये समस्याएं किसी भी गर्भवती महिला को हो सकती हैं. इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह मोटापे की शिकार है या नहीं, लेकिन बीएमआई (बौडी मास इन्डैक्स) अधिक होने से खतरा बढ़ जाता है.
मोटापे का डायग्नोसिस बीएमआई की गणना कर के किया जाता है, जो वजन और लंबाई पर आधारित होता है. बीएमआई 30 या उस से अधिक होना यकीनन मोटापे को परिभाषित करता है.