सवाल-
मेरे बेटे की उम्र 2 साल है, उसे 2-3 बार कानों का संक्रमण हो गया है. बताएं क्या करूं?
जवाब-
शिशुओं और छोटे बच्चों में मध्य कान का संक्रमण अधिक होता है. इसे चिकित्सकीय भाषा में ओटिटिस मीडिया कहते हैं. आप को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एक अनुमान के अनुसार लगभग 75% बच्चे अपने जीवन के पहले 3 सालों में कम से कम
50% बच्चे 1 से अधिक बार इस संक्रमण के शिकार होते है.
बच्चों में यह समस्या इसलिए अधिक होती है क्योंकि उन की यूस्टेशियन ट्यूब्स व्यस्कों की तुलना में छोटी और सीधी होती हैं इसलिए बैक्टीरिया और वायरस के लिए उन में घुसना आसान होता है.
बच्चों को नहलाते समय कानों में पानी घुसने से भी संक्रमण हो जाता है, इसलिए उन्हें नहलाते समय इयर प्लग का इस्तेमाल करें. धूल, मिट्टी और दूसरे कणों से होने वाले संक्रमण से बचाने के लिए जब भी बच्चे को बाहर ले जाएं उस के कानों को कपड़े या टोपी से अच्छी तरह ढक लें. समस्या गंभीर होने पर डाक्टर को दिखाएं.
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नए बच्चे के आगमन के साथ पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ जाती है. मातापिता के लिए अपने बच्चे की मुसकान से अधिक कुछ नहीं होता. यह मुसकान कायम रहे, इस के लिए जरूरी है बच्चे का स्वस्थ रहना. शिशु जब 9 माह तक मां के गर्भ में सुरक्षित रह कर बाहर आता है तो एक नई दुनिया से उस का सामना होता है, जहां पर हर पल कीटाणुओं के संक्रमण के खतरों से उस के नाजुक शरीर को जू झना पड़ता है. ऐसे में जरूरी है, उस के खानपान और रखरखाव में पूरी तरह हाईजीन का खयाल रखना.
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