आप ने अपने पार्टनर से चीटिंग की है. अब वजह चाहे वन नाइट स्टैंड हो या ज्यादा ड्रिंक करने के बाद लिया गया डिसीजन अथवा किसी कुलीग से अफेयर के चक्कर में पार्टनर को धोखा दिया है, इन सब बातों से अब कोई फर्क नहीं पड़ता. धोखा तो दे ही दिया है. अब सवाल यह उठता है कि आप अपने रिश्ते को बरकरार रखने में दिलचस्पी भी रखते हैं या नहीं? अगर हां, तो क्या करें?
1. सच का सामना
ज्यादातर यही सलाह देंगे कि आप अपने गिल्ट का निवारण अपने साथी को सच बता कर करें कि आप ने उसे धोखा दिया. लेकिन ज्यादातर मैरिज काउंसलर और सैक्स थेरैपिस्ट कहते हैं कि ‘ओनैस्टी इज द बैस्ट पौलिसी’ वाली नीति रिलेशनशिप के मामले में खास कारगर नहीं होती.
न्यूयौर्क की सैक्स थेरैपिस्ट ऐंड मैरिज काउंसलर मेगन फ्लेमिंग के मुताबिक, ‘‘यह सुनने में भले कंट्रोवर्सियल लगे, लेकिन मेरा यही सुझाव है कि आप अपने पार्टनर को बेवफाई के बारे में न ही बताएं तो अच्छा है.’’
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2. भारी पड़ता है कन्फैशन
मेगन कहती हैं, ‘‘आप भले ही सच बोल कर अपने अपराधबोध से छुटकारा पा लें और यह सोचें कि सच बोला है तो आप का पार्टनर आप को डंप नहीं करेगा, लेकिन उस पर नकारात्मक भावनाओं का अंबार लग जाता है. चिड़चिड़ापन, शक, भ्रम, क्रोध, रिजैक्शन जैसे भाव उसे घेर लेते हैं. ये सब मिल कर आप के और साथी के बीच के रिश्ते की नींव हिला देंगे. इस कन्फैशन के बाद आप का पार्टनर आप पर कभी भरोसा नहीं कर पाएगा, यह तय है.’’