Rejection : हम सभी को कभी न कभी रिजेक्शन का सामना करना ही पड़ता है फिर चाहे वह रिजेक्शन नौकरी में हो या फिर रिलेशनशिप में हो. लेकिन कई बार हम रिजेक्ट होने के बाद तनाव में आ जाते हैं. ऐसा सुन्दर लड़कियों के साथ कुछ ज्यादा ही होता है क्योंकि उन्हें शुरू से ही पैंपर करने वाले लोग ज्यादा मिलते हैं जोकि उनकी सुंदरता से प्रभावित होकर उनके हर अच्छे बुरे काम की तारीफ करने में लगे रहते हैं.
जिससे सुन्दर लड़कियों को ये गुमान होता है कि हमारे सारे रास्ते खुले हुए होते हैं. हमे तो किसी भी चीज के लिए कोई मना कर ही नहीं सकता. वहीं इसके विपरीत सीधी साधी कम सुन्दर लड़कियों को बचपन से ये मालूम होता है हम रिजेक्टेड माल है और वे उस हिसाब से एडजस्ट करना भी जानती है. सुन्दर लड़की चाहे वह 2 साल की ही क्यों ना हो सब उसकी तरफ आकर्षित होते है.
सब उसे बचपन से गोद में उठाना चाहते हैं, प्यार करते हैं, उसे तवज्जो देते हैं. इसके बदले अगर कोई काली लड़की हो और बेडोल हो तो उसे सब Ignore करते हैं. इन सुन्दर लड़कियों को इस वजह से 20-25 साल तक आतेआते बहुत अहम आ जाता है. अहंकार और ईगो इनका बढ़ जाता है. इनको रिजेक्शन बहुत गहरी चोट पहुंचता है क्योंकि ये उसकी आदि नहीं होती है.
लेकिन ये तरीका सही नहीं है इससे तो आप जिंदगी की दौड़ में बहुत पीछे रह जाएंगी. अभी भी समय है खुद के अहम को हटाकर खुद में बदलाव आएं. आपको रिजेक्शन को दिल से स्वीकार करने की जरूरत है, पर इसे दिल पर लेने की जरूरत नहीं हैं. आप रिजेक्शन को कैसे हैंडल करते हैं, इससे आपके जौब सर्च और रिलेशनशिप पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. इसलिए जहां तक हो सकें आपको रचनात्मक तरीके से इस मुद्दे को डील करना चाहिए. जानिए रिजेक्शन को डील करने के तरीके.
रिजेक्शन को स्वीकार करें
जिस वक्त आपको रिजेक्ट किया गया है जैसे कि आप जौब इंटरव्यू के लिए गए और इंटरव्यू लेने वाले पैनल ने कह दिया सौरी आप इस जौब के लायक नहीं है, कहीं और ट्राई करें तो इसे अना का मसला ना बनाये. बल्कि इस बात को स्वीकार करें कि आपको अभी खुद पर ओर काम करने की जरुरत है ताकि आप खुद को इस जौब के लायक बना सकें. इसके लिए आपको तैयारी करनी है नाकि रिजेक्ट करने वालो को कोसते हुए सिर्फ आंसू बहाने है.
रिजेक्शन को लर्निंग की तरह लें
रिजेक्शन को एक लर्निंग की तरह लें इससे बुरा नहीं लगेगा और आपका माइंडसेट ग्रो करेगा.
खुद में सुधार की गुंजाईश जरूर रखें
आप खुद को भले ही परफेक्ट समझती हो लेकिन जरूरी नहीं कि सामने वाले को जो चाहिए वह आपमें हो ही. अपनी निराशा को वास्तविक और व्यावहारिक प्रतिक्रिया के बीच न आने दें और कोशिश करें कि इससे आप यह सबक लें कि गलती कहां हुई हैं या कमी कहां है ताकि अगली बार आप इसे सही कर पाएं. रिजेक्शन के साथ डील करने का यह एक महत्वपूर्ण तरीका है. जो फीडबैक आपको मिला है उसे इम्प्लिमेंट करने पर आप अपना पर्सनल ब्रांड सुधार सकते हैं और भविष्य में अपनी सफलता की दर बढ़ा सकते हैं. आप बेहिचक कंस्ट्रक्टिव फीडबैक के लिए गुजारिश कर सकते हैं.
जौब सर्च स्ट्रेटेजी बदलिए
आप यह सोचने के बजाए कि भला मुझे कोई कैसे रिजेक्ट कर सकता है ये सोचिये कि ऐसे क्या कारण थे जिनकी वजह से मुझे यह जौब नहीं मिली. जैसे कि हो सकता है आपका बायोडाटा इम्प्रेसिव न हो, हो सकता है आपको उस जौब से सम्बंधित किसी स्किल का ज्ञान ना हो जैसे कि आपको कंप्यूटर कोर्स सीखने की जरुरत हो या फिर मार्केटिंग के कौशल पर काम करने की जरूरत है या फिर हो सकता है आप सैलेरी की डिमांड अपनी क्षमता से ज्यादा कर रही हों इसलिए एक बार इन सब पौइंट पर खुद को परखें.
अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से बात करें
कई बार देखने में आता है कि रिजेक्ट होने पर लड़की इतना तनाव में आ जाती है कि सबसे दुरी बना लेती हैं. खुद को सबसे दूर कर अकेले रहना पसंद करने लगती है ये गलत अप्रोच है. ऐसे में आपको इन सब बातों से बाहर निकलने की जरूरत है. जब कभी आप ऐसी परिस्थिति से गुजरे तो अपने दोस्त अथवा परिवार वालों के साथ अधिक समय बिताएं. इससे आपका मन भी बहल जाएगा और आगे बढ़ने में मदद भी मिलेगी.
शर्म ना महसूस करें
यह आपके साथ होने वाली पहली और आखिरी घटना नहीं है. यह लाइफ का पार्ट है और हर कोई इस दौर से गुजरता है इसलिए इसके लिए शर्मिंदा होने की जरुरत नहीं है.
नए नजरिए से देखें
आप यह देखने की कोशिश करें कि आप जो चाह रहे हैं उसके द्वारा रिजेक्ट कर दिया जाना आपके लिए एक अच्छी बात भी तो हो सकती है. फिर चाहे वो नौकरी का सवाल हो या रिश्ते का. हो सके कोई बेहतर औप्शन आपका इंतजार कर रहा हो.
इन बातों का भी धयान रखें
किसी भी सुन्दर लड़की को ये सोचकर नहीं चलना चाहिए कि मुझे हर चीज मिल जाएगी. बचपन से आपको चने के झाड़ पर चढ़ाने वाले बहुत लोग मिले होंगे लेकिन अब बचपन ख़तम हो चुका है और आप ज़िंदगी के एक नए सफर पर जाने वाली हैं इसलिए उसके challenge भी अलग ही होंगे.
आपके घर के आसपास जहां किसी को बदले में आपको कुछ नहीं देना होता वह तो भाव दे देता है. लेकिन शादी और नौकरी दोनों ही चीजे ऐसी हैं जहां दोनों ही पार्टी आपको बहुत कुछ देने वाली हैं. वो आपकी सिर्फ सुंदरता पर नहीं जाएगी और भी बहुत सारी चीजों पर जाएगी. अपनी जरुरत के हिसाब से आपको परखेंगे और देखेंगे कि आप उस खांचे में पूरी तरह से फिट हो रही है या नहीं.
शादी में भी लड़के वाला देखेगा कि आपका घर बार कैसा है. आपका व्यवहार कैसा है, आप इगोस्टिक तो नहीं हो, आपकी बोलचाल कैसी है, आप उसके घर या जिंदगी में एडजस्ट कर भी पाएंगी या नहीं.
नौकरी वाला भी देखेगा कि लड़की बस सुन्दर है या फिर इसका कुछ IQ leval भी है, काम करने लायक है या नहीं, काबिलियत भी है या नहीं, जिस काम के लिए रखा जा रहा है उसमे कितनी माहिर है.
जब कोई लड़की शादी के लिए किसी लड़के से मिलने जाती है और मिलने के बाद अगर लड़का उसे शादी के लिए मना कर देता है तो लड़की को लगता है मुझे कोई कैसे रिजेक्ट कर सकता है. जबकि आपके बायोडाटा को भी ओर कई लड़कों ने रिजेक्ट किया होगा लेकिन वो पता नहीं चलता क्योंकि अभी आप उनसे मिली नहीं थी. वो पता नहीं चलता तो दर्द नहीं देता. लेकिन मिलने के बाद इंकार होता है, तो दर्द देता है. वह रिजेक्शन फिर चाहे लड़के से मिलने के बाद हो या फिर इंटरव्यू के बाद दोनों ही सूरतों में तंग करता है.
लेकिन अब यहां यह बात मायने रखती है कि आप रिजेक्शन को लेकर बैठे रहती हैं या फिर उससे कुछ सीखते हुए आगे बढ़ती हैं.