ये समस्या आज पूरे देश में फैली हुई है और सबसे ज्यादा ये समस्या युवाओं-किशोरों के साथ हैं. उन्हें कितना भी समझा लो लेकिन उनके पल्ले कुछ भी नहीं पड़ता है. आजकल के युवा फैशन में पीने में तो आगे हैं और अपना जलवा दिखाने के चक्कर में नशे में गाड़ी चला कर खुद अपनी मौत को न्योता देते हैं.

सरकार इसके खिलाफ कितनी मुहिम चला रही है. लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार प्रयास कर रही है लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं होता है और यातायात नियमों की भी धज्जियां उड़ा रहें हैं लोग. सराकर के आंकड़े के मुताबिक हर रोज 400-500 लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं इनमें एक सबसे बड़ा कारण है शराब पीकर गाड़ी चलाना और तो और लोग नशा करके सोचते हैं उन्हें सब समझ में आ रहा है लेकिन ऐसे में वो अपने साथ-साथ दूसरों की जान को भी खतरे में डालते हैं.

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खुद तो होश में होते नहीं हैं और दूसरों की जान को भी दाव पर लगा देते है. 2018 में एक खबर आई थी रात के समय कुछ लड़के नशे में थे और गाड़ी चलाते वक्त नियंत्रण बिगड़ गया जिसके कारण उन्होंने गाड़ी सड़क के किनारे सो रहे लोगों पर चढ़ा दी. उन्होंने खुद की जान को तो जोखिम में डाला ही साथ ही उन गरीबों की जान से भी खिलवाड़ कर गए.

अक्सर ऐसा बड़े-बड़े शहरों में सबसे ज्यादा होता है. दिल्ली में एक नियम के मुताबिक यदि आप पहली बार ही नशे में गाड़ी चलाते पाते गए तो आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी कैंसिल हो सकता है. तो भला सब कुछ जानकर भी अगर आप नहीं सुधरेंगे और नशे में गाड़ी चलाएंगे तो अपनी जान को ही खतरे में डालेंगे इसलिए सावधान हो जाइए और आगे से कभी भी शराब पीकर नशा करके गाड़ी ना चलाये, क्योंकि आपके पीछे कोई और भी होता है जिसके लिए आपका जीवन अनमोल होता है उनके बारे में सोचिए.

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