Alcohol : शादी जिंदगी का एक ऐसा खास दिन होता है, जिसे हरकोई अपने जीवन के सब से यादगार लम्हों में से एक बनाना चाहता है. इस मौके पर दुल्हादुलहन हलदी, मेहंदी, संगीत जैसी पार्टियों व इवेंट से तमाम अपनी दिली तमन्ना पूरा करना चाहते हैं, ताकि हर रस्म को मैमोरेबल बनाया जा सके. लेकिन इस सब में कुछ है जो शादी में मौजमस्ती और माहौल को खराब कर सकती है, तो वह है शराब.
आजकल पार्टियों में अनलिमिटेड शराब का औफर आम बात हो गई है, फिर चाहे वह दिन का फंक्शन हो या रात का.
यों, शराब किसी भी कारण से पिलाना एक भेड़चाल है और इस बुराई को सरकारों और शातिरों ने घरघर पहुंचा दिया. इस से सरकार को टैक्स मिलता है, मारपीट होने पर पुलिस को मामला रफादफा करने के पैसे मिलते हैं, पंडोंपादरियों को परेशान और हिंसा से त्रस्त औरतभक्त मिलती हैं.
व्यापारियों को भी शराब से फायदा होता है और शराब के इर्दगिर्द चल रहे व्यापारों से भी. अगर शराबी न हों तो मनी लैंडिंग का धंधा 2 दिन में चौपट हो जाए. शराब को सामाजिक मान्यता मिली है, यह एक अफसोस की बात है पर फिर भी शादियों में अब जम कर पी और पिलाई जाती है.
इस का सावधानी से उपयोग न किया जाए, तो यह खुशी के पलों को परेशानी में बदल सकती है. 'आज मेरे यार की शादी है...' की सोच कर कुछ लोग शराब की अति कर जाते हैं. शराब की अति में लोग खुद पर से नियंत्रण खो बैठते हैं, कुछ बिन वजह झगड़े पर उतर आते हैं तो कुछ जगहजगह उलटियां करते दिखाई देते हैं, जिस से शादी का माहौल खराब हो जाता है.