Retirement Fund : वर्तमान समय में हर व्यक्ति की सबसे बड़ी चिंता उसकी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी होती है. हालांकि रिटायरमेंट के समय जो फंड मिलता हैं, उसे सही तरीके से निवेश करने पर आप बेहतर जीवन जी सकते हैं लेकिन वही गलत निवेश उसे बर्बाद कर देते हैं. ऐसे ही हुआ कुछ शर्मा जी के साथ जो सरकारी नौकरी से रिटायर हुए तो साथ में मिला रिटायरमेंट फंड, रिटायर्ड होने के कुछ दिनो बाद रिश्तेदार के यहां शादी में गए तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से सुनने को मिला कि किसने कौन सा निवेश किया है और कैसे पैसे को दोगुना किया. यह सुनने के बाद शर्मा जी को लगने लगा कि अगर वह भी अपनी रिटायरमेंट फंड को “स्मार्ट” तरीके से निवेश करे, तो वह जल्दी पैसे बना सकते हैं और रिटायरमेंट के बाद आराम से जीवन जी सकते हैं.
शर्मा जी ने अपनी पत्नी सविता से इस बारे में बात की और दोनों ने मिलकर कुछ रिस्क वाले निवेश करने का फैसला किया. उन्होंने अपनी पूरी रिटायरमेंट फंड्स शेयर बाजार में निवेश कर दिए शुरुआत में उन्हें अच्छा फायदा हुआ और उनका आत्मविश्वास और बढ़ गया. लेकिन जल्द ही बाजार में उतारचढ़ाव आना शुरू हो गया, और शर्मा जी का पैसा पूरी तरह डूब गया. जिस रकम को वह रिटायरमेंट के बाद अपने जीवन को आराम से जीने के लिए सुरक्षित रखना चाहते थे, वह पूरी तरह से बर्बाद हो गई.
शर्मा जी और सविता के लिए यह एक बड़ा झटका था. उनके पास अब कोई बड़ा बैकअप नहीं था और रिटायरमेंट के बाद उन्हें गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ा. शर्मा जी को समझ में आया कि उन्होंने अपनी पूरी रिटायरमेंट राशि को रिस्क में डाल दिया था, जो कि उनकी गलती थी. यदि उन्होने पहले ही अपनी राशि को सुरक्षित और स्थिर निवेशों में रखा होता, तो वह आज इस हालत में नहीं होता.
रिटायरमेंट फंड को कहां निवेश करें?
अगर आप भी शर्मा जी की तरह अपने फंड को बर्बाद नहीं करना चाहते हैं तो रिटायरमेंट फंड के निवेश के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं. सही विकल्प का चयन आपके जोखिम सहने की क्षमता, आय, निवेश की अवधि और अन्य वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है. यहां कुछ प्रमुख विकल्प दिए गए हैं.
a) पेंशन स्कीम्स (Pension Schemes)
भारत सरकार और निजी बैंकों द्वारा कई पेंशन योजनाएं उपलब्ध हैं. प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना और नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) जैसे विकल्पों में निवेश करना रिटायरमेंट के लिए अच्छा होता है. ये योजनाएं लंबी अवधि के लिए स्थिर रिटर्न प्रदान करती हैं.
NPS (National Pension Scheme):
•यह एक सरकार द्वारा प्रायोजित योजना है, जिसमें आपको नियमित योगदान करना होता है.
•इसमें इक्विटी, डेट और अन्य फंड्स में निवेश करने का विकल्प मिलता है.
•रिटायरमेंट के बाद आपको मासिक पेंशन के रूप में आय मिलती है.
•NPS में निवेश करने पर आपको टैक्स छूट भी मिलती है, जो एक अतिरिक्त लाभ है.
b) म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds):
म्यूचुअल फंड्स एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं, विशेष रूप से यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स और डेट म्यूचुअल फंड्स जैसे विकल्प आपको विविधता प्रदान करते हैं. लंबी अवधि में इन फंड्स से अच्छा रिटर्न मिल सकता है, लेकिन निवेश के साथ जोखिम भी जुड़ा होता है.
•इक्विटी फंड्स: यह शेयर बाजार में निवेश करते हैं और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्रदान कर सकते हैं. हालांकि, इसमें जोखिम भी होता है.
•डेट फंड्स: यह बांड्स और सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करते हैं और तुलनात्मक रूप से सुरक्षित होते हैं.
c) जीवन बीमा योजनाएं (Life Insurance Plans):
जीवन बीमा योजनाओं में रिटायरमेंट के लिए ULIP (Unit Linked Insurance Plan) एक अच्छा विकल्प हो सकता है. ULIP में जीवन बीमा के साथ-साथ निवेश भी होता है. इसमें आप अपनी रिस्क प्रेफरेंस के अनुसार इक्विटी या डेट फंड्स में निवेश कर सकते हैं. यह लंबी अवधि में रिटायरमेंट फंड जमा करने के लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है.
d) रियल एस्टेट (Real Estate)
रिटायरमेंट के लिए रियल एस्टेट में निवेश एक स्थिर और दीर्घकालिक विकल्प हो सकता है. यदि आपके पास पर्याप्त पूंजी है, तो आप संपत्ति खरीदने पर विचार कर सकते हैं. रिटायरमेंट के बाद संपत्ति से किराए की आय प्राप्त करना एक स्थिर और नियमित आय का स्रोत बन सकता है.
e) गोल्ड (Gold)
सोने में निवेश भी एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है. रिटायरमेंट के लिए आप सोने के सिक्के, गोल्ड बौन्ड्स, या गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं. सोने का मूल्य लंबी अवधि में बढ़ने की संभावना रहती है, और यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है.
f) बैंक एफडी (Fixed Deposits)
यदि आप जोखिम से बचना चाहते हैं, तो बैंक एफडी (फिक्स्ड डिपौजिट) एक सुरक्षित निवेश विकल्प हो सकता है. हालांकि, इसमें रिटर्न कम होते हैं, लेकिन यह आपके निवेश को सुरक्षित रखता है और निश्चित आय प्रदान करता है.
निवेश करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
•रिटायरमेंट गोल्स तय करें: सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप रिटायरमेंट के बाद अपनी ज़िंदगी कैसी देखना चाहते हैं. क्या आप आरामदायक जीवन चाहते हैं या फिर अधिक खर्च करने का सोच रहे हैं? इसके आधार पर आप अपने निवेश का आकार और विकल्प तय कर सकते हैं.
•विविधता बनाए रखें: हमेशा अपने निवेश को विविध बनाएं, ताकि एक विकल्प के असफल होने पर दूसरा विकल्प उसे कवर कर सके. इक्विटी, डेट, गोल्ड, और रियल एस्टेट जैसे विभिन्न विकल्पों में निवेश करें.
•निवेश की नियमित समीक्षा करें: समय के साथ आपकी जरूरतें बदल सकती हैं, इसलिए समय-समय पर अपने निवेश की समीक्षा करना जरूरी है.