Electric Cycle : मुंबई के लोअर परेल की राजश्री, जो एक बैंक में कार्यरत हैं, उन्हें इलैक्ट्रिक साइकिल चलाना बहुत पसंद है क्योंकि केवल 10 मिनट की दूरी तय कर वे औफिस पहुंच जाती हैं. इस आविष्कार को वे ग्रेट मानती हैं क्योंकि कोविड के समय उन्हें औफिस जाना पड़ता था, उस दौरान उन्होंने इसे खरीदा था. तब सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट बंद था और उन्हें पैदल जाने में 20 से 25 मिनट से अधिक का समय लगता था. लेकिन इस साइकिल के बाद उन्हें औफिस जाने में कोई परेशानी नहीं है. केवल 10 मिनट में ही वे औफिस पहुंच जाती थीं. पहले इस की बैटरी चार्ज करने में थोड़ी समस्या थी, लेकिन अब उन के लिए बैटरी चार्ज करना मुश्किल नहीं. उन्हें देख कर आसपास के कई लोगों ने भी इसे खरीद लिया है.
पेंडेमिक से बढ़ी पोपुलैरिटी
असल में कोविड के बाद से मुंबई, बैंगलुरु, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में काम करने वाले अधिकतर युवा इसे पसंद करने लगे हैं. इस की इको फ्रैंडली डिजाइन और अफोर्डिबिलिटी उन के मनमुताबिक होने की वजह से युवाओं का रुझान इस ओर बढ़ा है. इस के साथसाथ शहरों में बढ़ते हुए प्रदूषण और ट्रैफिक जाम से भी यह साइकिल उन्हें राहत दिला रही है.
है स्टाइल स्टेटमैंट
भारतीय शहरों में यातायात की भीड़ लगातार बढ़ रही है. वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ मौजूदा बुनियादी ढांचा हर शहर और गलियों में मोबिलिटी की जरूरतों को पूरा करने में अक्षम है. ट्रैफिक जाम लोगों के कार्य कुशलता को भी बाधित कर रही है. कहीं आनेजाने के लिए घंटों उन्हें ट्रैफिक के खुलने का इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में ये साइकिल उन्हें जल्दी गंतव्य तक पहुंचा देती है. ये साइकिल कम जगह घेरती हैं और कहीं भी इसे रखा जा सकता है. इस के अलावा आज के युवा फिटनैस को अधिक फौलो करते हैं.
ऐसे में इस तरह की इलैक्ट्रिक साइकिल उन के स्टाइल स्टेटमैंट को भी बनाए रखती है. पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए सरकारें भी इस ओर ध्यान दे रही हैं और आज के यूथ को अधिक से अधिक इन साइकिलों का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं.
क्या कहती है रिपोर्ट
भारत में ई साइकिल अपनाने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में टूव्हीलर चला रहे हर 3 में से एक आदमी टूव्हीलर EV की ओर शिफ्ट करना चाह रहा है। इस के लिए फ्यूल प्राइसेस, इनवारमैंटल इश्यू और सरकार का इस तरफ फोकस को जिम्मेदार माना जा रहा है.
क्या है ई साइकिल
ई साइकिल आम साइकिल का ही एक इलैक्ट्रिक वैरिएंट है. इस में एक बैटरी और एक इलैक्ट्रिक मोटर लगी होती है. इस की मदद से इसे इलैक्ट्रिक स्कूटर की तरह आसानी से चलाया जा सकता है. इस के तीन मुख्य भाग होते हैं- इलैक्ट्रिक मोटर, जो साइकिल को पैडल करने में सहायता प्रदान करती है. इस में लगी बैटरी इलैक्ट्रिक मोटर को पावर देती है. एक फुल चार्ज बैटरी से ई बाइक को 5 से 6 घंटे तक की ड्राइविंग रेंज मिलती है. इस में एक सैंसर होता है और यह सैंसर पैडल शुरू करते ही मोटर को औन कर देता है.
ई साइकिल के प्रकार
इलैक्ट्रिक साइकिलें 2 तरह की होती हैं-
पैडल ऐसिस्ट इलैक्ट्रिक साइकिल : पैडल ऐसिस्ट इलैक्ट्रिक साइकिल में पैडल चलाने पर मोटर चलने लगती है, जिस से एक तरह का सपोर्ट मिलता है. अगर आप पैडल चलाना बंद कर देते हैं तो मोटर भी रुक जाती है. इन साइकिलों में सेंसर लगे होते हैं, जो यह पता लगा लेता है कि आप पैडल चला रहे हैं या नहीं. जैसे ही आप पैडल चलाना शुरू करते हैं, मोटर भी अपनेआप शुरू हो जाती है और साइकिल चलने लगती है.
थ्रौटल कंट्रोल इलैक्ट्रिक साइकिल : थ्रौटल वाली इलैक्ट्रिक साइकिल में पावर औन या औफ करने के लिए बटन और इलैक्ट्रिक बाइक जैसे ही ऐक्सीलरेटर होता है, जिस से जब चाहे स्पीड बढ़ाई या घटाई जा सकती है. इस में जरूरत के अनुसार पैडल या थ्रोटल दोनों की मदद से साइकिल को चलाया जा सकता है.
देश में उपलब्ध कई इलैक्ट्रिक
साइकिल में तो गियर का भी विकल्प मिलता है. आजकल बहुत सी ऐसी इलैक्ट्रिक साइकिलें आने लगी हैं, जिन में पैडल ऐसिस्ट और थ्रौटल दोनों फीचर मिलते हैं. इतना ही नहीं, आज के दौर में जब पैट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, तब परिवहन के किफायती और पर्यावरण अनुकूल विकल्पों की मांग भी पहले से बढ़ी है.
कुछ पोपुलर ई साइकिल निम्न हैं :
जिटा प्लस : यूथ के इस जरूरत को पूरा करते हुए टाटा इंटरनैशनल कंपनी स्ट्राइडर ने अत्याधुनिक इलैक्ट्रिक साइकिल बाजार में उतारी है. जीटा रेंज की नई इलैक्ट्रिक साइकिल का नाम जीटा प्लस है. इस की कीमत ₹26,995 है.
वूल्वरिन एक्स 27.5T : यह साइकिल शहरी यात्रियों, रोमांच चाहने वालों और फिटनैस के शौकीनों के लिए अच्छा वाहन है. इस के कई राइडिंग मोड, अर्गोनोमिक डिजाइन और पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प हैं, जो अपने साइकिलिंग अनुभव को बेहतर बनाना चाहते हैं. इस इलैक्ट्रिक साइकिल को आधिकारिक वैबसाइट Outdoors91.com से सीधे खरीदा जा सकता है. यह कई वारंटी पैकेज के साथ आता है, जिस में बैटरी के लिए 2 साल, मोटर के लिए 1 साल, फ्रेम के लिए 5 साल और इलैक्ट्रिकल कंपोनैंट के लिए 6 महीने शामिल हैं.
इस के अलावा भारत में कई कंपनियां इलैक्ट्रिक साइकिल (ई साइकिल) बनाती हैं, जिन में हीरो इलैक्ट्रिक, ओकिनावा इलैक्ट्रिक, और एथर ऐनर्जी प्रमुख हैं, जिन के कई ई साइकिल मार्केट में उपलब्ध हैं, मसलन हीरो इलैक्ट्रिक, ओकिनावा इलैक्ट्रिक, एथर ऐनर्जी, बजाज चेतक आदि.
इलैक्ट्रिक साइकिल खरीदने से पहले जानें कुछ जरूरी बातें :
● अगर आप किसी प्रकार की इलैक्ट्रिक वाहन खरीदना चाहते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा पैसा नहीं खर्च करना चाहते, तो इलैक्ट्रिक साइकिल आप के लिए बेहतर विकल्प है.
● जरूरत, बजट, पावर, रेंज के हिसाब से ढेरों मौडल बाजार में मौजूद हैं, जिस का फायदा आप को मिल सकता है.
● इलैक्ट्रिक साइकिल चलाना व सीखना बहुत आसान होता है.
● इलैक्ट्रिक साइकिल पर किसी भी तरह का चालान नहीं कटता.
इस प्रकार इतने सारे फायदे होते हुए भी ई साइकिल की मांग अभी कम है, क्योंकि इस की चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अधिक नहीं है, जिस पर काम किया जा रहा है. इस के अलावा वर्तमान में ई साइकिल की कीमत एक आम साइकिल की तुलना में अधिक होती है. भारत में ई साइकिल की कीमत ₹20 हजार से लेकर ₹3 लाख तक है.