21वीं सदी में जैसेजैसे देश तरक्की कर रहा है, चांद पर घर बनाने की तैयारी कर रहा है, कई लोगों ने तो वहां पर प्लाट भी खरीद लिए हैं, वैसेवैसे धरती पर ग्लैमर के नाम पर हसीनाओं के कपड़े कम होते जा रहे हैं। खूबसूरत दिखने के चक्कर में शरीर पर से कपड़ा धीरेधीरे कम हो रहा है जिसे देख कर कई बार तो ऐसा लगता है कि हम एक बार फिर से स्टोनएज की तरफ तो नहीं बढ़ रहे, जहां पर लोग नंगे घूमते थे, खास अंग छिपाने के लिए झाड़पत्ते लगा लेते थे.
चलो, यह तो हो गई मजाक की बात लेकिन एक सच यह भी है कि आज के समय में ग्लैमर के नाम पर अंगप्रदर्शन में लड़कियों ने सारी सीमाएं लांघ दी हैं. मौडल ऊर्फी जावेद (Uorfi Javed) हों या मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora), ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़ीं लगभग सभी लड़कियां खुल कर अंगप्रदर्शन कर रही हैं.
पुरानी फिल्मों में अगर किसी हीरोइन का पल्लू भी सरक जाता था तो पूरा एक गाना बन जाता था, 'तेरी जुल्फें खुली तेरा आंचल है ढला, मैं भला होश में कैसे रहूं...'
माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) पर फिल्माया गीत,'चोली के पीछे क्या है...' आज के समय में न तो आंचल है और न चोली, बल्कि सिर्फ क्लीवेज दिखाने का जमाना है. कोई छोटा ब्लाउज पहन कर क्लीवेज दिखाने और अंगप्रदर्शन करने में लगा है तो कोई पूरा शरीर ही ऐक्सपोज कर रहा है क्योंकि आज के समय में यही फैशन है सोशल मीडिया आने के बाद.
'दिखेगा तभी बिकेगा फौर्मूला' को फौलो करते हुए इंस्टाग्राम व यूट्यूब पर हरकोई अंगप्रदर्शन करने में लगा है. आज के समय में खूबसूरती का मतलब दिखाना है छिपाना नहीं. अगर भूलेभटके कोई लड़की पूरे कपड़ों में दिखाई देती है या सलवार कमीज पहनती है तो उसे या तो बहनजी बोला जाता है या गंवार. मौडर्न वही है जो अंगप्रदर्शन करने वाले फ्रीस्टाइल के कपड़े पहनता है.
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