Girls Driving : नम्रता एक छोटे से शहर में अपने परिवार के साथ रहती थी.उसका परिवार बहुत परंपरागत था, और जहां घर की जिम्मेदारियां निभाना ही एक लड़की का मुख्य काम माना जाता था. कभी भी उसे बाहर जाने के लिए गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं मिलती थी. लेकिन 18 की उम्र में उसे महसूस हुआ कि वह अब खुद की ज़िंदगी पर नियंत्रण पाना चाहती है.उसे यह समझ में आने लगा कि अगर उसे भविष्य में स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनना है, तो ड्राइविंग तो उसे सीखनी ही होगी हालांकि जब नम्रता ने अपने मातापिता से ड्राइविंग सी खने की बात की, तो उनके मन में कई सवाल थे. “तुम एक लड़की हो, गाड़ी क्यों चलानी चाहिए?” “क्या तुम रास्ते में सुरक्षित रह पाओगी?” “यह लड़कों का काम है, तुम घर पर ही ठीक रहोगी.” इन सवालों का सामना करते हुए, नम्रता ने पूरी तरह से सोच लिया था कि उसे यह काम करना है.उसने अपने मातापिता को यह समझाया कि ड्राइविंग सीखने से वह स्वतंत्र ही नहीं बल्कि सुरक्षित भी रहेगी.और यह सच भी है जब आपको गाड़ी चलानी आती होगी तो आप कभी भी कहीं भी जा सकती हैं हम तो कहते हैं हर लड़की को अठारह साल की उम्र में कार चलानी सीखनी चाहिए.
ड्राइविंग स्कूल में किया गया तीन हजार का यह इन्वेस्टमेंट आपको सारी जिंदगी सुकून देगा. आपके घर में गाड़ी हो या ना हो फिर भी आपको ड्राइविंग आनी चाहिए क्योंकि कई बार बाहर घूमने जाने पर ड्राइवर के साथ ली गई गाड़ी का किराया दुगना होता है लेकिन अगर आपने ड्राइविंग सीखी होगी तो आपको फायदा होगा और इस तरह ज़्यादा से ज़्यादा गाड़ी जब आपको चलाने के लिए मिलेगी तो आपका हाथ भी साफ होगा.
वैसे तो लड़कियां अब हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं और स्वतंत्र जीवन भी जी रही हैं लेकिन जब लड़कियां 18 साल की होती हैं, तो उनमें उमंग होती है कुछ कर गुज़रने की कुछ नया सीखने कि तो ड्राइविंग स्किल को अपनी लिस्ट में सबसे ऊपर रखें.
1. फ्रीडम का अनुभव
ड्राइविंग सीखने से लड़कियों को अपने जीवन में एक नई स्वतंत्रता मिलती है.अगर किसी लड़की को अपना काम या स्कूल/कौलेज जाना हो, तो ड्राइविंग उसकी राह आसान बनाने में मददगार साबित होती है.यह उन्हें अपने समय को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करती है.
2. सेफ्टी ही सेफ्टी
एक लड़की के लिए अपनी सुरक्षा के लिए ड्राइविंग सीखना काफी महत्वपूर्ण है.कभीकभी यह भी ज़रूरी होता है कि अगर किसी ऐसी स्थिति का सामना हो, जहां दूसरे लोग मदद न कर पाएं, तो अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए ड्राइविंग एक काफी जरूरी स्किल हो सकती है.
3. करियर के अवसर
अगर लड़की किसी ऐसे करियर में है जिसमें यात्रा या फील्डवर्क की ज़रूरत हो, तो ड्राइविंग एक ज़रूरी स्किल बन जाती है.यह उन्हें अपने करियर को आगे बढ़ाने में मदद करता है, जैसे कि सेल्स, मार्केटिंग, इवेंट मैनेजमेंट, और बहुत सारे फील्ड जौब्स में.
4. अगर परिवार का सपोर्ट हो
कई बार लड़कियों को अपने घरवालों से भी ड्राइविंग सीखने का सपोर्ट नहीं मिलता, लेकिन अगर उन्हें अपने परिवार से इसमें पूरा सपोर्ट मिले, तो उनका जीवन और भी आसान हो सकता है.घर के काम से लेकर, इमरजेंसी तक, उन्हें हर जगह अपनी ही गाड़ी का इस्तेमाल करने का मौका मिलता है.
5. आत्मविश्वास
जब लड़की ड्राइविंग करते हुए खुद को देखती है, तो उसका अपने ऊपर का आत्मविश्वास काफी बढ़ता है.यह उसे अपने जीवन में नए चैलेंजेस का सामना करने के लिए तैयार करता है.अपनी ड्राइविंग स्किल्स पर विश्वास उसे अपने लिए और भी गोल्स सेट करने में मदद करता है.
6. इमरजेंसी सिचुएशन
कभीकभी ऐसे समय आ जाते हैं जब किसी को तुरंत कहीं जाना पड़ता है या कोई इमरजेंसी हो, और किसी दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता है.अगर लड़की को ड्राइविंग आती है, तो वह खुद अपनी मदद कर सकती है और कभी भी इमरजेंसी सिचुएशन को हैंडल कर सकती है.
7. सोशल परसेप्शन में बदलाव
जब लड़कियांं अपनी गाड़ी चलाती हैं, तो उनके बारे में लोगों का नज़रिया भी बदलता है.यह उन्हें ज़्यादा जिम्मेदार और काबिल दिखाता है, जो उन्हें अपने आप को और बेहतर दिखाने का मौका देता है.समाज में बदलाव का एक हिस्सा यह भी है कि लड़कियां हर शहर और शहर के बीच अपने दोस्तों के साथ सफर कर सकती हैं बिना किसी हिचकिचाहट के.
8. व्यक्तिगत विकास
ड्राइविंग एक ऐसा कौशल है जो लड़कियों को जिंदगी में आत्मनिर्भर बनाता है.इससे उन्हें अपने निर्णय लेने और समस्या-समाधान की क्षमताओं को विकसित करने में मदद मिलती है.हर बार जब वह ड्राइविंग करती हैं, वह अपनी मानसिक तीव्रता और निर्णय लेने की क्षमता को सुधारती हैं.
लड़कियां गाड़ी चलाते समय क्या सावधानियां बरते
ड्राइविंग करना एक बड़ी जिम्मेदारी है, और इस जिम्मेदारी को सही तरीके से निभाने के लिए सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है. लड़कियों को ड्राइविंग करते समय अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए और ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए. गाड़ी चलाते वक्त हमेशा सीट बेल्ट लगानी चाहिए. कभी भी फोन का इस्तेमाल न करें या महिलाओं की आदत होती है अपने आप को बारबार आइने में निहारने की या ड्राइविंग करते वक्त लिपस्टिक लगाने या काजल लगाने की तो ऐसा बिल्कुल भी न करें. ताकि आप सेफ और कौन्फ़िडेंस ड्राइविंग कर सकें.